इकाई – IV : मेरा परिधान

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1.मेरी पोशाक इनमें से कौन-सी सूती वस्त्र की विशेषता है ?

(A) टिकाऊपन
(B) आरामदायक
(C) शीतलता प्रदान करना
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

2. स्टार्च युक्त कपड़े संग्रह करने पर लग जाती है  –

(A) फफूंद
(B) सिल्वर फिश
(C) धब्बे
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (B)

3. सबसे कठिन धब्बे को छुड़ाना है।

(A) वानस्पतिक
(B) प्राणीज
(C) अज्ञात
(D) जंग

Answer ⇒ (C)

4. निम्नलिखित में कौन-सा मिश्रित वस्त्र है ?

(A) कॉट्सवुल
(B) टेरी सिल्क
(C) टेरीकॉट
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

5. इसमें से कौन बिहार का सुई शिल्प है ?

(A) सुजनी
(B) जामदानी
(C) फुलकारी
(D) सिंधी

Answer ⇒ (A)

6. कपड़ों के चयन में किन-किन बातों पर ध्यान देना चाहिए ?

(A) कपड़े की किस्म
(B) कपड़े की सिलाई
(C) शैली एवं फैशन
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

7. आदि मानव किस तरह का वस्त्र का उपयोग करते थे ?

(A) पेड़ का पत्ता
(B) छाल
(C) घास
(D) उपर्युक्त सभी

Answer ⇒ (D)

8. किस वस्त्र पर रगड़ का हानिकारक प्रभाव पड़ता है ?

(A) सूती
(B) ऊनी
(C) सिल्क
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (C)

9. इनमें से प्राणिज रेशे हैं .

(A) ऊनी
(B) सूती
(C) लिनन
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

10. निम्नलिखित में गर्म रंग कहलाता है-

(A) सफेद
(B) बैंगनी
(C) हरा
(D) लाल

Answer ⇒ (D)

11. मजबूत रस्सियाँ बनाने के लिए कौन-सा रेशा काम आता है ?

(A) सूती
(B) रेयान
(C) रेशम
(D) नायलॉन

Answer ⇒ (D)

12. आरामदायक, शीतल तथा स्फूर्तिवर्द्धक रंग होता हैं –

(A) लाल
(B) बैंगनी
(C) हरा
(D) सफेद

Answer ⇒ (C)

13. वस्त्र हमारे शरीर की सुरक्षा करती है –

(A) सर्दी से
(B) गर्मी से
(C) वर्षा से
(D) उपर्युक्त सभी

Answer ⇒ (D)

14. वाशिंग मशीन का क्या काम होता हैं ?

(A) धोना
(B) खंगालना
(C) सुखाना
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

15. रंगों के उपयोग से क्या बनाया जाता है ?

(A) संतुलन
(B) मजबूती
(C) व्यक्तित्व
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

16. किस बिंदु को वस्त्र खरीदते समय ध्यान में नहीं रखा जाता है ?

(A) सिलवट अवरोधकता
(B) कोमल
(C) रंग की तीव्रता
(D) धोने में आसानी

Answer ⇒ (B)

17. सूती वस्त्र की विशेषता नहीं है –

(A) FA137747
(B) JUST
(C) आरामदायक
(D) कठोर

Answer ⇒ (D)

18. प्लैकेट कहते हैं।

(A) तुरपन
(B) सिलाई
(C) जोड़
(D) बटन की पट्टी

Answer ⇒ (D)

19. अच्छी धुलाई के लिए सबसे अच्छा प्रकार है –

(A) बेलनाकार या रोटरी
(B) डॉली प्रकार
(C) झूलने वाली
(D) चूषण मशीन

Answer ⇒ (D)

20. वानस्पतिक धब्बा है –

(A) रक्त
(B) माँस
(C) अण्डा
(D) फल

Answer ⇒ (D)

21. वस्त्रों के चयन को प्रभावित करने वाले कारक है-

(A) प्रयोजन एवं टिकाऊपन
(B) कार्यक्षमता एवं मौसम से अनुकूलता
(C) उचित रंग, फैशन, शैली एवं मूल्य
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

22. वस्त्र विज्ञान का अध्ययन कर किस प्रकार अधिक धनोपार्जन कर सकती हैं ?

(A) डिजाइन बनाकर
(B) रंगाई कर
(C) बुनाई एवं छपाई कर
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

23. पेंट या वार्निश के धब्बे सहज ही छूट जाते हैं –

(A) किरासन तेल से
(B) तारपीन तेल से
(C) मिथिलेटेड स्पिरिट से
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

24. वस्त्र बनाते हैं –

(A) व्यक्ति को
(B) समाज को
(C) परिवार को
(D) सुरक्षा

Answer ⇒ (A)

25. वनस्पति दाग-धब्बों को किस माध्यमों द्वारा हटाया जाता है ?

(A) बोरेक्स
(B) अमोनिया
(C) वाशिंग सोडा
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

26. वस्त्र आवश्यक है –

(A) शरीर को आवरण प्रदान करने हेतु
(B) शरीर को गर्म रखने हेतु
(C) सामाजिक प्रतिष्ठा हेतु
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

27. इनमें से कौन-सा प्राणिज धब्बा है ?

(A) दूध
(B) चाय
(C) फूल
(D) सब्जी

Answer ⇒ (A)

28. जंग का धब्बा है –

(A) प्राणिज धब्बा
(B) खनिज धब्बा
(C) चिकनाई युक्त धब्बा
(D) वानस्पतिक धब्बा

Answer ⇒ (B)

29. बैंगनी रंग है-

(A) प्राथमिक
(B) द्वितीयक
(C) तृतीयक
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (B)

30. कौन-सी रेखा लम्बाई की आभासी है ?

(A) खड़ी रेखा
(B) पड़ी रेखा
(C) वक्र रेखा
(D) क्रॉस रेखा

Answer ⇒ (A)

31. कीड़ों को वस्त्रों से दूर रखने के लिए निम्न में से किसका प्रयोग करना चाहिए ?

(A) सूखी नीम की पत्तियाँ
(B) नैफ्थलीन की गोलियाँ
(C) समाचार पत्र की स्याही
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

32. वस्त्रों के चुनाव को प्रभावित करने वाले तत्व हैं –

(A) बाह्य आकृति
(B) रंग
(C) कपड़ों की गुणवत्ता
(D) उपर्युक्त सभी

Answer ⇒ (D)

33. प्राथमिक रंग कितने हैं ?

(A) 3
(B) 4
(C) 5
(D) 8

Answer ⇒ (A)

34. मानव निर्मित तंतु है –

(A) रेशम
(B) ऊन
(C) नायलॉन
(D) लिनन

Answer ⇒ (C)

35. सूती वस्त्र की विशेषता नहीं है –

(A) टिकाऊपन
(B) ठण्डा
(C) आरामदायक
(D) कठोर

Answer ⇒ (D)

36. कीड़े से बनने वाला रेशा है—

(A) रेशम
(B) ऊन
(C) नायलॉन
(D) रेयॉन

Answer ⇒ (A)

37. वस्त्रों का चयन एवं खरीददारी निम्न में – से किस पर निर्भर करता है ?

(A) प्रयोजन
(B) मूल्य
(C) ऋतु
(D) उपर्युक्त सभी

Answer ⇒ (D)

38. रेडीमेड परिधान खरीदते समय उसमें ये क्या बातें देखनी चाहिए ?

(A) फैशन के अनुकूल
(B) पहनने वाले पर अच्छा लगे
(C) मर्यादा एवं शालीनतापूर्ण
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

39. परिधान का चुनाव कैसे करना चाहिए ?

(A) रचना
(B) सेवा क्षमता
(C) फिट एवं सूट
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

40. परिधान लेते समय क्या देखकर लेना चाहिए-

(A) उसका आकार स्थायी हो
(B) रचना उपयुक्त हो
(C) रंग पक्का हो
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

41. दाग-धब्बे छुडाने का सिद्धांत हैं –

(A) कपड़ों की जाँच
(B) धब्बे छुड़ाने वाला द्रव्य
(C) द्रव का व्यवहार
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (A)

42. सूखी धुलाई इस्तेमाल किये जाते हैं –

(A) सूती वस्त्र के लिए
(B) रेशमी वस्त्र के लिए
(C) जूट वस्त्र के लिए
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (B)

43. निम्न में से कौन वानस्पतिक धब्बा नहीं  हैं –

(A) रसदार सब्जी
(B) फल
(C) कॉफी
(D) फूल

Answer ⇒ (A)

44. घोलक विधि का प्रयोग किन धब्बों को छुड़ाने के लिए करते हैं ?

(A) अघुलनशील
(B) जिद्दी
(C) घुलनशील
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (C)

45. धुलाई मशीन से बचत होती हैं ।

(A) श्रम और समय की
(B) अर्थ एवं श्रम को
(C) समय की
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

46. निम्न में से कौन वनस्पतिक धब्बा हैं ?

(A) कॉफी
(B) फल
(C) फूल
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (A)

47. ऊनी वस्त्रों को नष्ट कर देते हैं-

(A) कीड़े
(B) छिपकली
(C) चूहे
(D) मच्छर

Answer ⇒ (A)

48. निम्न में से कौन प्राथमिक रंग नहीं है?

(A) लाल
(B) पीला
(C) हरा
(D) नीला

Answer ⇒ (C)

49. साबुन बनाने में प्रयोग किया जाता है

(A) वसा
(B) क्षार
(C) बेसन
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (D)

50. कपड़ों को सुखाने की सर्वोत्तम विधि है –

(A) धूप तथा हवा
(B) ड्रायर
(C) इस्त्री
(D) हीटर द्वारा

Answer ⇒ (A)

51. धोने के पहले वस्त्रों को क्या करना चाहिए ?

(A) कटे-फटे वस्त्र की मरम्मत
(B) बटन एवं हुक की जाँच
(C) (A) एवं (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (C)

52. दैनिक प्रयोग में आने वाले वस्त्र हैं –

(A) साड़ी
(B) पैजामा
(C) समीज
(D) उपर्युक्त सभी

Answer ⇒ (D)

53. तिरछी लकीरें निम्नलिखित में से किस बुनाई की मुख्य विशेषता है ?

(A) ट्विल
(B) डॉवी
(C) स्वाइवेल
(D) जैकॉर्ड

Answer ⇒ (A)

54. किसी व्यक्ति को व्यक्तिगत रूप से जानने के पहले सबसे पहला प्रभाव जो पड़ता है, वह होता है-

(A) उसके परिधानों से
(B) उसके बात विचारों से
(C) उसके रंगों से
(D) किसी से भी नहीं

Answer ⇒ (A)

55. संतुलन से परिधान में आता है –

(A) विश्रामदायक भाव
(B) तंगी भाव
(C) दिखावा
(D) कुछ भी नहीं

Answer ⇒ (A)

56. सभी सूती वस्त्रों को धोने के उपरांत क्या किया जाता है ?

(A) सुखाया
(B) कलफ
(C) केवल नील लगाना
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (B)

57. जारजेट, सिफोन तथा क्रेप की धुलाई करनी चाहिए –

(A) सूखी धुलाई
(B) नायलोन के समान
(C) रेशम के समान
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

58. रेशम तथा ऊनी वस्त्र पर के रक्त के धब्बे स्पंज करने से साफ हो जाते हैं –

(A) सोडियम बोरेट सहित जल मिश्रण से
(B) सोडियम पर बोरेट तथा हाइड्रोजन, पेरोक्साइड के मिश्रण से
(C) (A) तथा (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (B)

59. संपूर्ण धुलाई क्रिया के अंतर्गत कौन शामिल नहीं है ?

(A) दाग-धब्बे छुड़ाना
(B) धुलाई
(C) सुखाना
(D) इस्तरी करना

Answer ⇒ (D)

60. सुंदर चटकीलें रंगों के वस्त्रों का प्रयोग होता है –

(A) शादी-विवाह समारोह
(B) रात्रि भोज
(C) क्ल ब
(D) इनमें से सभी सही

Answer ⇒ (D)

61. परिधान कैसे होने चाहिए –

(A) आरामदायक
(B) स्वच्छ
(C) आधुनिक
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

62. व्यक्ति के परिधान में क्या ध्यान रखना चाहिए –

(A) व्यक्तित्व के अनुरूप
(B) अवसर के अनुरूप
(C) शारीरिक रंग के अनुरूप
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

63. सुन्दर परिधान धारण करने से कौन सबसे अधिक प्रसन्न दिखाई देते हैं।

(A) छोटे बच्चे
(B) अधिकारी
(C) गृहिणी
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

64. वस्त्रों को धोने में क्या-क्या प्रक्रियाएँ पूरी करनी पड़ती हैं ?

(A) धोना
(B) सुखाना
(C) इस्तिरी करना
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ D

65. वस्त्रों की धुलाई करते समय किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए ?

(A) जल का ताप
(B) स्वच्छ सामग्री
(C) विधिपूर्वक धुलाई
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

66. साबुन में वसा तथा क्षार पानी के साथ मिलकर क्या बनाते हैं ?

(A) तेल
(B) झाग
(C) क्षार
(D) ग्रीस

Answer ⇒ (D)

67. रेशम के वस्त्रों पर किसका कलफ लगाया जाता है ?

(A) माड
(B) मैदा
(C) गोंद
(D) फल

Answer ⇒ (C)

68. सूती वस्त्रों में किसका कलफ लगाया जाता है ?

(A) गोंद
(B) नील
(C) सब्जी
(D) अरारोट

Answer ⇒ (D)

69. ऊनी कपड़ों को से क्षति पहुँचती है।

(A) कीड़ों
(B) खमीर
(C) मच्छर
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

70. वस्त्रों को आकर्षक बनाने के लिए की जाती है।

(A) धुलाई
(B) रंगाई
(C) परिसज्जा
(D) सुखाना

Answer ⇒ (C)

71. सूती वस्त्रों में का गुण होना चाहिए।

(A) कड़ापन
(B) अवरोधक
(C) अवशोषक
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (C)

72. इस्तरी करने से वस्त्र के दर हो जाते हैं।

(A) सिलवटे
(B) अवशोषकता
(C) परिसज्जा
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

73. कठोर जल में साबुन के झाग –

(A) नहीं बनता है
(B) देरी से बनता है
(C) शीघ्रता से बनता है
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (B)

74. वसीय अम्लों के लवणों को कहा जाता  है ?

(A) शोधक पदार्थ
(B) डिटर्जेंट
(C) विरंजक
(D) साबुन

Answer ⇒ (D)

75. बनारसी, ब्रोकेट वस्त्रों को बैग में रखना चाहिए

(A) वाटर प्रूफ
(B) डस्ट प्रूफ
(C) फायर प्रफ
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (B)

76. वस्त्र निर्माण की सबसे छोटी इकाई को कहते हैं –

(A) धागा
(B) ऊन
(C) कपास
(D) तंतु

Answer ⇒ (D)

77.  कृत्रिम तंतु है –

(A) रेयॉन
(B) रेशम
(C) ऊन
(D) कपास

Answer ⇒ (A)

78. कौन-सा प्राकृतिक तंतु फिलामेण्ट तंतु की श्रेणी में आता है ?

(A) कपास
(B) लिनन
(C) ऊन
(D) रेशम

Answer ⇒ (D)

79. रेयॉन के तंतुओं में अधिकांश भाग होता है  –

(A) प्रोटीन का
(B) सेल्युलोज का
(C) व्यर्थ पदार्थ का
(D) रासायनिक तत्त्वों का

Answer ⇒ (B)

80. निम्नलिखित में कौन-सा मिश्रित वस्त्र है ?

(A) काट्सवूल
(B) टेरीसिल्क
(C) टेरीकॉट
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

81. सूती वस्त्र पर किसका प्रभाव नहीं पड़ता ?

(A) रगड़
(B) गोंद
(C) अरारोट
(D) इनमें से सभी रेखाओं

Answer ⇒ (A)

82. दूरी एवं माप की दृष्टियों से परिधान रचना में ध्यान रखना चाहिए –

(A) लय का
(B) अनुपात. का
(C) संतुलन का
(D) अनुरूपता का

Answer ⇒ (B)

83. परिधान रचना में रेखा, रंग, आकृति, व्यवस्था, आकार, ध्येय, व्यक्तित्व तथा व्यक्ति की निजी शारीरिक विशेषता को कैसा होना अनिवार्य है ?

(A) संतुलन
(B) लय
(C) समानुपात
(D) अनुरूपता

Answer ⇒ (D)

84. लापरवाही के कारण वस्त्रों का खराब होना परिचायक है –

(A) गृहिणी की अज्ञानता का
(B) गृहिणी की ज्ञानता का
(C) पहनने वालों के भविष्य का
(D) किसी का नहीं

Answer ⇒ (A)

85. कपड़े के कहीं फट जाने या छिद्र हो जाने पर उसकी धुलाई करने के पहले करनी चाहिए —

(A) मरम्मत
(B) फेकाई
(C) जलावन
(D) फड़ाई

Answer ⇒ (A)

86. वस्त्र पर लगे अम्ल के प्रभाव को दूर करने के लिए क्या लगाया जाता है ?

(A) क्षार
(B) सुहागा
(C) सिरका
(D) नींबू का रस

Answer ⇒ (A)

87. रेडिमेट वस्त्र खरीदते समय देखना चाहिए—

(A) कपड़े की किस्म
(B) नाप
(C) मुल्य
(D) उपर्युक्त सभी

Answer ⇒ (D)

88. शुष्क धुलाई में किसका उपयोग किया जाता है ?

(A) फ्रेंच चॉक
(B) मैदा
(C) टेलकम पाउडर
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (D)

89. साबुन में होता है —

(A) सोडियम सिलिकेट
(B) मांड
(C) नमक
(D) उपर्युक्त सभी

Answer ⇒ (D)

90. इनमें से कौन वस्त्रों की देखभाल हैं ?

(A) पिन का सावधानीपूर्वक उपयोग
(B) पहने हुए कपड़े को अलग रखना
(C) आयरन करना
(D) उपर्युक्त सभी

Answer ⇒ (D)

91. निम्नलिखित में से कौन ऊष्पा का कुचालक है ?

(A) नाइलोन
(B) ऊनी
(C) रेयान
(D) सूती

Answer ⇒ (A)

92. कपड़ों की धुलाई निर्भर करती —

(A) कपड़ों की किस्म पर
(B) गंदगी की मात्रा पर
(C) गंदगी के प्रकार पर
(D) उपर्युक्त सभी पर

Answer ⇒ (D)

93. प्राकृतिक तंतु है—

(A) नाइलोन
(B) पोलिस्टर
(C) रेयॉन
(D) सूती

Answer ⇒ (D)

94. साबुन का निर्माण किस मिश्रण से होता  हैं ?

(A) तेल-पानी के
(B) केमिकल के
(C) वसा तथा क्षार के
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (C)

95. मोटे फीगर के लिए किस नमूनों का चयन करना चाहिए ?

(A) समांतर रेखाओं के
(B) लंबवत् रेखाओं के
(C) तिरछी रेखाओं के
(D) वक्र रेखाओं के

Answer ⇒ (B)

96. वस्त्रों का प्रयोग किन कामों के लिए किया जाता है ?

(A) परिधान के लिए
(B) काटने के लिए
(C) फाड़ने के लिए
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

97. कपड़े के चयन में क्या देखना चाहिए ?

(A) मजबूती
(B) कटाव
(C) आकर्षक
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

98. वस्त्रों की मूल इकाई का उद्गम क्या होता हैं ?

(A) पीतल
(B) पेड़-पौधा
(C) लोहा
(D) ताँबा

Answer ⇒ (B)

99. कपड़े धोने से सर्वाधिक क्या व्यय होती हैं ?

(A) पैसा
(B) साबुन
(C) ऊर्जा
(D) सर्फ

Answer ⇒ (C)

100. विभिन्न प्रकार के धब्बों को कितने वर्गों में रखा गया है ?

(A) 10
(B) 4
(C) 2
(D) 6

Answer ⇒ (A)

101. धब्बे छुड़ाने की प्रमुख विधियाँ हैं—

(A) घोलक विधि
(B) रासायनिक विधि
(C) अवशोषक विधि
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

102. धब्बे छुड़ाने के ऐजेन्ट कौन-कौन से हैं ?

(A) अवशोषक
(B) ब्लीचिंग
(C) रासायनिक
(D) सभी

Answer ⇒ (D)

103. इनमें से कौन-सी धुलाई की विधि है ?

(A) पिटना
(B) रगड़ना
(C) मशीन से धुलाई
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (C)

104. कोमल प्रकृति के वस्त्रों को किस विधि से धोना चाहिए ?

(A) कड़े तल पर पटककर
(B) हल्के दबाव से धोना
(C) पानी बदल कर धोना
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (B)

105. धोने के पहले, किन बातों पर ध्यान देना जरूरी है ?

(A) पानी का ताप
(B) साबुन की किस्म
(C) कपड़े पर रगड़
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

106. वस्त्र से संबंधित किस गतिविधि की आवश्यकता तुरंत होती है—

(A) मरम्मत
(B) आयरन करना
(C) धब्बा छुड़ाना
(D) हवा देना

Answer ⇒ (C)

107. इनमें से कौन सबसे मजबूत तंतु है ?

(A) ऊन
(B) सूती
(C) रेशम
(D) सिन्थेटिक

Answer ⇒ (D)

108. इनमें से कौन नवजात के लिए वस्त्रों के खुलने का सर्वोत्तम विकल्प है ?

(A) आगे से खुलना
(B) पीछे से खुलना
(C) ऊपर से खुलना
(D) नीचे से खुलना

Answer ⇒ (A)

109. वस्त्र बनाने के योग्य रेशों (तंतुओं) में . किस विशेष गुण का होना जरूरी है ?

(A) पर्याप्त दृढ़ता
(B) कड़ापन
(C) कम लचीला
(D) अधिक मोटाई

Answer ⇒ (A)

110. ऊन के रेशे में इनमें से कौन-सा गुण रहता है ?

(A) दृढ़ता
(B) सूक्ष्मता
(C) आसान देख-रेख
(D) उष्णता प्रदान करना

Answer ⇒ (D)

111. निम्नलिखित में से कौन से वस्त्रों का रख-रखाव सहज होता है ?

(A) ऊनी वस्त्र
(B) रेशमी वस्त्र
(C) रेयन वस्त्र
(D) सूती वस्त्र

Answer ⇒ (D)

112. वस्त्रों को सबसे पहले परिष्कृत कैसे किया जाता है ?

(A) धोकर
(B) उबाल कर
(C) प्रेस करके
(D) सतह पर सियरिंग और ब्रशिंग विधि करके

Answer ⇒ (D)

113. एपलिक का कार्य कपड़ों पर कैसे किया जाता है ?

(A) कपड़ों के ऊपर कपड़े से डिजाइन बनाकर
(B) धागा से डिजाइन बनाकर
(C) A और B दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

114. घोलक विधि में कौन से घोलक का प्रयोग किया जाता है ?

(A) स्याही
(B) ईथर
(C) रंग
(D) नमक

Answer ⇒ (B)

115. साधारणत: किस प्रकार के वस्त्र से घोलक विधि द्वारा धब्बा छुड़ाते हैं ?

(A) नायलान
(B) रेयन
(C) सूती
(D) ऊनी

Answer ⇒ (D)

116. नाटे कद के तथा मोटे व्यक्ति को नहीं पहनना चाहिए –

(A) छोटी प्रिंट वाले वस्त्र
(B) बड़ी प्रिंट वाले वस्त्र
(C) छोटे तथा बड़ी प्रिंट वाले वस्त्र
(D) सादा वस्त्र

Answer ⇒ (B)

117. नमीयुक्त वस्त्रों पर लग जाते हैं –

(A) फफूंदी
(B) कीडे
(C) खमीर
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

118. एक तंतुक (स्टैपल) रेशा है—

(A) नाइलोन
(B) रेशम
(C) कपास
(D) पोलिएस्टर

Answer ⇒ (B)

119. बच्चों के वस्त्र किस रंग के होने चाहिए ?

(A) गहरे
(B) हल्के
(C) ठण्डे
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

120. सिले-सिलाये वस्त्रों की श्रेणियाँ होती है –

(A) एक
(B) दो
(C) तीन
(D) चार

Answer ⇒ (C)

121. गुणवता का चिह्न है –

(A) सिलाई
(B) बंधक
(C) अस्तर
(D) इनमें सभी

Answer ⇒ (D)

122. लॉण्ड्री का अर्थ है –

(A) गंदगी निकालना और उन्हें सुंदर बनाना
(B) कपड़ों को लकड़ी के डण्डे से कूटकर धोना
(C) कपड़ों को अलमारी में अच्छी तरह से रखता
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

123. कपड़ों को नया जैसा दिखाने के लिए –

(A) उन्हें मशीन से धोना चाहिए
(B) उन्हें परिसज्जित करना चाहिए
(C) उन्हें इस्तरी करना चाहिए
(D) उन्हें कम पहनना चाहिए.

Answer ⇒ (A)

124. मांड किन कपड़ों में लगाया जाता है ?

(A) सिल्क
(B) सूती
(C) ऊनी
(D) टेरीलीन

Answer ⇒ (B)

125. कीमती वस्त्रों को —

(A) ड्राइक्लीन कराना चाहिए
(B) साबुन से धोना चाहिए
(C) डिटर्जेन्ट से धोना चाहिए
(D) स्टार्च लगाना चाहिए

Answer ⇒ (A)

126. वस्त्रों पर धब्बे छुड़ाने की विधि नहीं हैं

(A) रासायनिक
(B) चूषक
(C) घोलक
(D) भौतिक

Answer ⇒ (D)

127. सफेद सूती वस्त्र पर लगायी जाती है –

(A) पानी
(B) नील
(C) गंदगी
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (B)

128. सादा बुनाई है—

(A) रिब बुनाई
(B) साटिन बुनाई
(C) सैटिन बुनाई
(D) टवील बनाई

Answer ⇒ (A)

लघु उत्तरीय प्रश्न

1.प्रदूषित जल (Polluted water)

उत्तर⇒ पानी के विभिन्न साधन जैसे- झीलें, तालाब, नदियाँ, कुएँ तथा वर्षा का पानी मानव तथा जानवरों के द्वारा दूषित हो जाता है। पानी को दूषित करने में व्यर्थ का कुड़ा-कचरा, मरे हए जानवरों को पानी में डाल देना, पानी के स्रोतों के निकट मल-मूत्र त्याग करना, तालाबों में जानवरों को नहलाना आदि सहयोगी हैं। इन क्रियाओं के द्वारा सूक्ष्मजीव पानी को प्रदूषित कर देते हैं तथा यह पानी फिर पीने योग्य नहीं रहता।

2. वायु प्रदूषण (Air Pollution)

उत्तर⇒ जब वायु में अनेक दूषित पदार्थ मिल जाते हैं तो वायु प्रदूषित हो जाता है। वायु प्रदूषण कल-करखाने में प्रयोग होने वाली धातु, पदार्थ, रासायनिक पदार्थ आदि से विषैले गैस निकलती है जो हवा को दूषित कर देती है। इसके अतिरिक्त कच्चे पदार्थों को सड़ाना, चमड़ा पकाना, चर्बी गलाना, कसाईखाना, पत्थर तोड़ने, कोयले खदान, ईंट की भट्टियाँ, धुआँ, धूल, मिट्टी, कचरा, खुले गंदे नाले, प्राणियों के मलमूत्र इत्यादि के कारण वायु प्रदूषित हो जाती है।

3. पर्यावरण प्रदूषण से आप क्या समझते हैं ?(What do you understand by Environment Pollution ?)

उत्तर⇒ पर्यावरण- वायुमंडल, जलमंडल और प्राणिमंडल में अवस्थित क्रमशः भूमि, वायु, जल और आश्रित समस्त प्राणियों के लिए वातावरण के सामूहिक रूप को पर्यावरण कहते हैं।

प्रदूषण-सजीव या निर्जीव सृष्टि को किसी प्रकार से अस्वच्छ या अशुद्ध करने वाली प्रक्रिया प्रदूषण कहलाती है। यह मुख्यतः पाँच प्रकार के होते हैं

(i) जल प्रदूषण, (ii) वायु प्रदूषण, (iii) ऊष्मा प्रदूषण, (iv) ध्वनि प्रदूषण तथा (v) भूमि प्रदूषण।

4. सुरक्षित पीने योग्य पानी के चार गुण लिखिये।(Write down four characteristic of safe drinking water.)

उत्तर⇒ (i) यह रंगहीन, गंधहीन तथा स्वादहीन होना चाहिए।
(ii) यह मृदुजल होना चाहिए कठोर नहीं।
(iii) यह पूर्णतया सूक्ष्म जीवाणुओं से रहित होना चाहिए।
(iv) इसमें कोई रेडियोधर्मी तत्त्व नहीं होना चाहिए।

5. कठोर जल तथा नरम जल क्या है ? (What is hard water and soft water ?)

उत्तर⇒ जल धुलाई प्रक्रिया के लिए सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण है। जल धोने तथा खंगालने में 99% तक प्रयुक्त होता है। साधारणत: जल दो प्रकार के होते हैं। कठोर जल तथा नरम जल। नरम जल में नमक की मात्रा कम होती है जिससे साबुन घोल आसानी से बनता है और वस्त्र की अशद्धियाँ आसानी से निकल जाता है। जबकि जल में कैल्सियम और मैग्नीशियम के सल्फेट और कार्बोनेट के मिल जाने से जल कठोर हो जाता है। कठोर जल में साबुन का झाग देर से होता है तथा वस्त्र को अशुद्धियाँ भी देर से निकलती है।

6. पानी के प्राकृतिक स्रोत क्या हैं ? (What are the natural sources of water ?)

उत्तर⇒ पानी के प्राकृतिक स्रोत–हमें जल हमेशा प्राकृतिक स्रोतों से ही प्राप्त होता है, ये स्रोत हैं- (i) वर्षा का जल (ii) पृथ्वी के ऊँचे तलों का जल (iii) नदी का जल, (iv) झरने का जल, (v) गहरे कुएँ, (vi) उथले कुएँ, (vii) समुद्र का जल, (viii) तालाब तथा (ix) पानी का पम्प अथवा नलकूप।

7. आहार परिवर्तन लाने का अर्थ बताइए। (What is the meaning of food changing ?)

उत्तर⇒ शारीरिक अवस्था तथा आवश्यकता के अनुसार आहार में परिवर्तन करना पड़ता है। शारीरिक परिवर्तन तथा विकास की अवस्थाओं में आहार की संरचना में परिवर्तन किया जाता है। जैसे-किशोरी, गर्भवती महिला, धात्री माता (दूध पिलाने वाली) तथा रोग की अवस्था में परिवर्तित आहार आदि।

8. मानवीय साधन (Human resources)

उत्तर⇒ ♦  मानवीय साधन व्यक्ति के भीतर अन्तर्निहित गुण होते हैं।
♦ परिवार के सदस्यों की रुचियाँ, समय, शक्ति, ज्ञान, कौशल अभिवृत्तियाँ आदि प्रमख मानवीय साधन है।
♦ प्रत्येक व्यक्ति की मानसिक एवं बौद्धिक क्षमताएँ सीमित होती हैं। परन्तु निरंतर अभ्यास और ज्ञानवृद्धि द्वारा इसे बढ़ाया जा सकता है।
♦ मानवीय साधन जन्मजात एवं अर्जित दोनों होता है।

9. आंतरिक सजावट (Interior decoration)

उत्तर⇒ घर को सजाने-सँवारने की कला को गृह सज्जा या आंतरिक सज्जा कहते हैं। घर के प्रत्येक चीज को सुन्दर एवं सुविधापूर्ण बना देना ताकि यह देखनेवाले को अपनी ओर लुभा सके, आकर्षित कर सके साथ ही कार्यात्मकता भी बनी रहे गृह सज्जा है। दूसरे शब्दों में सजावट का उद्देश्य न केवल घर को सौन्दर्य प्रदान करना हैं अपितु घर के अंदर की अस्त-व्यस्त वस्तुओं को इस प्रकार से क्रमबद्ध करके व्यवस्थित रूप देना हैं ताकि इनमें एकता के साथ-साथ लय, अनुपात, संतुलन एवं समानता का भाव प्रकट हो।

10. विनियोग (Investment)

उत्तर⇒ ♦ आय का वह भाग जो प्रतिमाह या प्रतिवर्ष किसी सुव्यवस्थित योजना में लगाते हैं और जिससे हमें आय होती है विनियोग कहलाता है।
♦  राशि विनियोजन के बहुत से साधन हैं, जिनकी जानकारी व्यक्ति को होनी चाहिए ताकि वह अपनी बचत की राशि का उचित विनियोजन कर सके।

11. प्राथमिक रंग (Primary Colours)

उत्तर⇒ लाल, पीला एवं नीला-ये तीन प्राथमिक रंग है। इन्हीं रंगों के सम्मिश्रण से विविध प्रकार के रंग बनते हैं। द्वितीयक, मध्यवर्ती, तृतीय एवं चतुर्थ श्रेणी के रंग सभी का निर्माण इन्हीं तीनों रंगों के मिलने से होता है। परन्तु इन तीनों प्राथमिक रंग ऐसे होते हैं, जिन्हें किसी अन्य रंग से नहीं प्राप्त किया जा सकता है।

12. प्राकृतिक तन्तु (Natural Fibre)

उत्तर⇒ प्राकृतिक तंतु के अंतर्गत वे सभी तंतु आते हैं जो हमें प्रकृति से प्राप्त होते हैं। पेड़-पौधों से प्राप्त रेशों की वनस्पतिक रेशे (कपास, जूट, लिनन) पशुओं (ऊन) तथा कीड़ों (रेशम) से प्राप्त को जान्तव रेशे तथा धातुओं (सोना, चाँदी, ताँबा) से तैयार रेशे खनिज रेशे कहलाते हैं।

13. रेडीमेड वस्त्र (Readymade garments)

उत्तर⇒ ♦ रेडीमेड वस्त्र से तात्पर्य उन सिले-सिलाये वस्त्रों से है जिसकी खरीददारी के पश्चात तुरंत उपयोग हो सके।
♦ रेडीमेड वस्त्र को दो भागों में बाँटा जा सकता है :

(i) बाह्य वस्त्र-यूनीफार्म, पैंट-शर्ट, साड़ी ब्लाऊज, टाई कार्डीगन आदि।
(ii) अंतः वस्त्र-जैसे-गंजी, जाँघिया, मोजे आदि।

♦ सिले-सिलाये वस्त्रों की विशेषता है- (i) बड़े-बड़े शो रूम से लेकर फुटपाथ तक उपलब्ध (ii) सभी आय वर्ग, प्रत्येक नाप में (छोटे-बड़े, मोटे-पतले) सभी उम्र, दोनों लिंग (स्त्री-पुरुष) के लिए उपलब्ध (iii) हर मौसम के अनुकूल उपलब्धता (iv) रख-रखाव आसान (v) नवीनतम फैशनानुसार (vi) सुंदर एवं आकर्षक।

♦ आज के भागदौड़ एवं व्यस्त जीवन शैली के लिए वरदान है।

14. कपड़े धोने की रासायनिक विधि (Chemical method of washing clothes)

उत्तर⇒ ♦ जब कपड़ा से दाग-धब्बे नहीं निकल पाते तो रासायनिक विधि का प्रयोग किया जाता है। इसी कारण इसे दाग-धब्बा छुड़ाने की सबसे अंतिम विधि माना जाता है।

♦ इस विधि में प्रयुक्त रासायनिक पदार्थ हैं ऑक्जैलिक एसिड, क्लोरीन एवं हाइड्रोजन पेरोक्साइड। ये पदार्थ वस्त्र के रेशे नष्ट कर सकते हैं। कभी-कभी रंग भी पूरी तरह से बेरंग हो जाता है। अतः रासायनिक विधि से दाग-धब्बा उतारते समय अतिरिक्त सावधानी बरतनी पड़ती है।

♦ रासायनिक पदार्थ का प्रभाव पूरी तरह से समाप्त करने के लिए वस्त्रों को कई बार जल में खंगाल लेना चाहिए।

15. डिटर्जेंट/ अपमार्जक (Detergent)

उत्तर⇒ ♦ यह कपड़ों की सफाई का एक तत्व है जो साबून के समान ही कार्य करता है, किन्तु इसका निर्माण रसायनों द्वारा होता है। अतः यह फैक्टरियों में ही निर्मित होता है।

♦ यह कठोर एवं कोमल जल तथा गर्म एवं ठंडा जल दोनों में ही अच्छी सफाई करता है। 

♦ यह आसानी से कपड़ों को धोने के बाद निकल जाता है।
♦ वस्त्र धोने में शारीरिक श्रम तथा समय कम लगता है।
♦ इसके निर्माण के समय ही इसमें विरंजक तथा उज्जवलकारी तत्त्व मिला दिये जाते हैं जिस कारण धुले वस्त्र को अलग से ब्लीच तथा नील देने की आवश्यकता नहीं होती है।
♦ यह साबुन की अपेक्षा महँगा होता है।

16. रंग व्यक्तित्व को कैसे प्रभावित करते हैं ? (How the colour affects personality ?)

उत्तर⇒ परिधान का रंग किसी विशेष व्यक्तित्व की झलक है। रंग से हम व्यक्तियों की रुचियों का अनुमान लगा सकते हैं। परिधान में रंगों का चुनाव इस प्रकार होना चाहिए जो व्यक्तित्व को उभारे। कुछ लोग को भड़कीले तथा चटख रंग पसंद होते हैं तो कुछ को हल्के रंग/विभिन्न रंग विभिन्न तरह के भाव को अभिव्यक्त करते हैं। जैसे-

नारंगी- प्रसन्नचित, शांति देने वाला रंग है।
हरा- मैत्रीपूर्ण, हर्षित, शान्ति देने वाला।
सफेद- साफ, स्वच्छ, विकार रहित, शांति, पवित्रता
काला- प्रतिष्ठित, पुराना, वैभवशाली, रहस्यमय

17. रेशमी वस्त्रों का संचयन आप किस प्रकार करेंगी ?(How will you storage the silk clothes ?)

उत्तर⇒ रेशमी वस्त्र का संचयन- रेशमी वस्त्रों के संचयन के लिए अलग बक्सा होना चाहिए। रेशमी वस्त्र को कपड़े या पॉलिथीन में लपेटकर रखना चाहिए। नेप्थलीन की गोलियां या लाल मिर्च या गोल मिर्च की पोटलियाँ रखनी चाहिए।

18. वस्त्रों को कीड़े एवं फफूंदी से कैसे बचाया जाता है ? (How can you save the clothes from insects and fafundi ?)

उत्तर⇒ वस्त्रों को कीड़े एवं फफंदी से बचाया जाना-वस्त्रों को कीड़े एवं फफूंदी से बचाने के लिए नेप्थलीन की गोलियाँ, नीम की पत्तियाँ, सूखी लाल मिर्च, गोल मिर्च आदि का प्रयोग किया जाता है।
वस्त्रों में नमी की स्थिति में फफूंदी लगते हैं, जिससे भद्दे दाग वस्त्रों पर लग जाते हैं। फर्फेदी लग जाने पर उसके धब्बों को तुरंत छुड़ा लेना चाहिए।

19. साबुन के बारे में लिखें। (Describe about soap.)

उत्तर⇒ साबुन वसीय अम्ल के लवण होते हैं। उनका निर्माण वसा तथा क्षार के मिश्रण से होता है। साबुन घरेलू स्तर पर भी आसानी से बनाये जा सकते हैं। साबुन अपेक्षाकृत महँगे पड़ते हैं। यह कठोर जल में निष्क्रिय होते हैं इसलिए इसकी बहुत मात्रा की आवश्यकता होती है।

20. कॉफी के धब्बे किस प्रकार छुड़ाये जायेंगे ? (How to remove stains of coffee ?)

उत्तर⇒ कॉफी के ताजे धब्बे सोहागा और जल की मदद से छूट जाते हैं। धब्बे वाले स्थान को सोहागा के जलीय घोल में कुछ समय तक डुबों देते हैं। अगर धब्बे सूती पर हो तो गर्म जल की धार उस पर डालेंगे। रेशमी वस्त्र पर लगे कॉफी के धब्बे को हाइड्रोजन पेरॉक्साइड से छुड़ायेंगे।

21. एक धुलाई मशीन का चयन करते समय किन-किन बातों का ख्याल रखना चाहिए ?(What are the facts should considered at the time of selection of a washing machine ?)

उत्तर⇒ कपड़े धोने की मशीन बाजार में कई प्रकार के मॉडलों में उपलब्ध होती है जिनमें विभिन्न प्रकार की आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए इनके मॉडलों को देखते हुए ISI मार्क का ध्यान देते हुए उचित प्रकार के धुलाई मशीन का चयन करना चाहिए। यह मशीन विद्यत चालित होती है तथा कई वस्त्र इसमें एक साथ धोए जा सकते हैं। सामान्यतः बाजार में चार प्रकार के धुलाई मशीन उपलब्ध हैं- (i) डोली मशीन, (ii) सिलिन्डर या रोटरी मशीन, (ii) ऑसिलेटिंग या रोकर मशीन एवं (iv) दबाव या चूषण मशीन।

22. डिटर्जेन्ट (अपमार्जक) से लाभ (Advantages of using detergent.)

उत्तर⇒ लाभ निम्नलिखित हैं-

(i) ये पानी में भरपूर झाग देते हैं।
(ii) ये कठोर एवं मीठे जल दोनों में कपड़ा साफ करते हैं।
(ii) इनमें विरंजक व कपड़ों में चमक लाने वाले तत्त्व भी मिले होते हैं।
(iv) इनका उपयोग ठंडे और गर्म जल में भी किया जा सकता है व इनसे कपड़े धोना भी आसान है।

23. खाद्य स्वच्छता (Food hygiene)

उत्तर⇒ उत्पादन से लेकर बिक्री तक अथवा उपभोग तक सभी व्यवहारिक उपाय जिसस भोज्य पदार्थों को सुरक्षित एवं पौष्टिक रखा जाता है खाद्य स्वच्छता कहलाता है।

24. वृद्धावस्था में पोषक तत्त्व(Geniatric Nutrition)

उत्तर⇒ वृद्धावस्था में 60 वर्ष व उससे ऊपर के व्यक्ति होते हैं। ये लोग अधिक श्रम नहीं कर पाते हैं। इसलिए इनके आहार में कम कैलोरी वाला आहार होना चाहिए। इन्हें विटामिन, प्रोटीन, खनिज लवण पूरी मात्रा में मिले हुए आहार संतुलित होने चाहिए।

25. खाद्य स्वच्छता के सिद्धांत (Principles of Food Hygiene)

उत्तर⇒ बचे हुए भोजन को तुरन्त समाप्त करें। गुणात्मक रूप से बढ़े सूक्ष्म जीवाणुओं की रोकथाम करें। हानिकारक सूक्ष्म जीवाणुओं को नष्ट करें। रसायनों द्वारा दूषण के विरुद्ध खाद्य को बचाएँ।

26. रेडीमेड कपड़े क्यों लोकप्रिय होते जा रहे हैं? (Why ready made cloths becoming more popular ?)

उत्तर⇒ रेडीमेड कपड़े खरीद कर ही पहन लिए जाते हैं। इन्हें सिलने की झंझट नहीं होती। ये आकर्षक भी दिखते हैं। यह समय के हिसाब से प्रचलित फैशन एवं शैली के होते हैं और इसके दाम भी कम होते हैं।

27. डिजाइन क्या है? (What is design ?)

उत्तर⇒ डिजाइन के सभी मूल सिद्धांत जैसे—लकीरें, आकृतियाँ, रंग, रचना आदि पहनने वाले व्यक्ति और जिस मौके पर उसे पहनना है उसमें एकता या सही ताल मेल बैठना चाहिए। इसे डिजाइन कहते हैं।

28. डिजाइन के सिद्धांत कौन-कौन से है? (How may principles of design ?)

उत्तर⇒  डिजाइन के सिद्धांत निम्न हैं -(i) एकता, (ii) संतुलन, (iii) अनुपात, (iv) दबाव, (v) लयबद्धता एवं (vi) समन्वय इत्यादि।

29. आरामदेह कपड़े कौन से हैं? (What are the comfortable clothes ?)

उत्तर⇒ जो कपड़े ठंडे, वजन में हल्के, देखने में सुंदर और छूने में अच्छे होते हैं, वे पहनने वाले को बहुत आराम देते हैं।

30. स्याही का दाग कैसे हटाये जायेंगे? (How can we remove ink stain ?)

उत्तर⇒ स्याही का दाग लगने पर उसे साबुन तथा पानी से धोकर हटाएँ। स्याही के ताजे धब्बों को दूर करने के लिए कटे हुए नींबू तथा नमक से रगड़कर धूप में सुखाएँ। दाग हटाने के लिए कच्चे दूध के अलावा हाइड्रोजन पेरोक्साइड के घोल के प्रयोग से भी धब्बे दूर किये जा सकते हैं।

दीर्घ उत्तरीय प्रश्न

  1. व्यय को प्रभावित करने वाले तत्त्वों का विवरण दें। (Describe the factors that influence expenditure.)

उत्तर⇒ व्यय को प्रभावित करने वाले तत्त्व निम्नलिखित हैं-

(i) परिवार ढाँचा- हमारे देश में गाँवों में सयुक्त परिवार व्यवस्था तथा शहरों में एकांकी परिवार व्यवस्था है। संयुक्त परिवार में कई मदों पर संयुक्त व्यय किए जाते हैं। जैसे मकान किराया, भोजन, बिजली तथा नौकर दाई आदि। इसलिए प्रत्येक सदस्य पर आर्थिक बोझ कम होता है। एकांकी परिवार को इन मदों पर शत-प्रतिशत व्यय करना पड़ेगा और उसे कम बचत होगी।

(ii) परिवार के सदस्यों की संख्या- एक परिवार में यदि कई व्यक्ति कमानेवाले हों तो वहाँ अधिक आमदनी होने के कारण शिक्षा, मनोरंजन, खेलकूद तथा विलासिता पर अधिक व्यय होगा। एकांकी परिवार में ऐसा संभव नहीं है।

(iii) व्यक्ति का पेशा- व्यक्ति का पेशा भी व्यय को प्रभावित करता है। यदि व्यक्ति नौकरी पेशावाला हो तो उसका रहन-सहन का स्तर उच्च रखना पड़ता है। वहीं मजदूर वर्ग के लोग अपने रहन-सहन पर कम व्यय करते हैं।

(iv) सामाजिक एवं धार्मिक परम्पराएँ- प्रत्येक समाज में कुछ ऐसे आयोजन होते हैं जिन पर अन्य मदों पर कटौती कर अधिक खर्च करना पड़ता है। जैसे-छट्ठी, विवाह, गृह प्रवेश, श्राद्ध, जन्मदिन, दिवाली, दशहरा, होली, ईद, बकरीद, क्रिसमस, वैशाखी,-ओणम आदि पर लोगों को अधिक व्यय करना पड़ता है।

(v) निवास स्थान एवं भौगोलिक स्थिति- गाँवों तथा कस्बों में रहने वाले लोगों का रहन-सहन, नगरों में बसने वाले लोगों की अपेक्षा निम्न स्तर का होता है। यदि निवास कार्यस्थल से बहुत दूर हो तो वहाँ तक यातायात से पहुँचने में भी अधिक खर्च करना पड़ता है।

(vi) परिवार के मुखिया की विवेकशीलता- परिवार का मुखिया विवेकशील है तो यह अच्छी तरह समझता है कि कब, किस मद में और कितना खर्च किया जाए ताकि परिवार के सभी सदस्यों को अधिकतम सुख-संतोष प्राप्त हो सके।

2. जल प्रदूषण से आप क्या समझते हैं? जल को शुद्ध करने की विधि का वर्णन करें। (What do you understand by water pollution ? Describe the method of water purification.)

उत्तर⇒ जिस जल में कुछ पदार्थों की भौतिक अशुद्धता के कारण जल के स्वाद, गंध आदि में परिवर्तन आ जाए तो उसे प्रदूषित जल कहते हैं।
शुद्ध जल एवं स्वच्छ जल में अवांछित पदार्थों का मिश्रण जल प्रदूषण कहलाता है।

शुद्ध जल प्राप्त करने के तरीके या विधियाँ-

(i) घरेलू विधि- घरेलू तौर पर पानी को शुद्ध किया जाता है जैसे-कपड़े से छानना उबालना, विशेष छन्नियों का प्रयोग करके किया जाता है।

(ii) रासायनिक विधि- रासायनिक विधि से जल को शुद्ध करने के लिए क्लोरीन, पोटासियम परमैंगनेट, कॉपर सल्फेट, बुझा हुआ चुना इत्यादि का प्रयोग किया जाता है।

(iii) यांत्रिक विधि- जल को साफ करने के लिए यह विधि सबसे प्रचलित हैं। इस विधि में जल शुद्ध करने के लिए फिल्टर, वाटर प्यूरिफायर, आर० ओ० आदि का प्रयोग किया जाता है।

3. पारिवारिक आय के विभिन्न प्रकारों का वर्णन करें। (Describe the different types of family income.)

उत्तर⇒ पारिवारिक आय को मुख्य रूप से तीन भागों में बाँटा जा सकता है

(i) मौद्रिक आय
(ii) वास्तविक आय और
(iii) मानसिक आय

(i) मौद्रिक आय- एक निश्चित समय में परिवार को मुद्रा के रूप में जो आय प्राप्त होती है उसे मौद्रिक आय कहते हैं। ग्रौस और कैण्डले के अनुसार “मौद्रिक आय से तात्पर्य उस क्रय शक्ति से हैं जो मुद्रा के रूप में एक निश्चित समय में एक परिवार को प्राप्त होती है। परिवार में मौद्रिक आय विभिन्न रूपों से प्राप्त की जा सकती है। जैसे-वेतन, मजदूरी, बोनस, पेंशन, ब्याज, लाभ, उपहार, लगान, किराया, रॉयल्टी आदि।

(ii) वास्तविक आय- यह दो प्रकार का होता हैं-

(a) प्रत्यक्ष वास्तविक आय- प्रत्यक्ष वास्तविक आय में वे सभी सेवाएँ तथा सुविधाएँ आती हैं जिनका उपयोग प्रत्यक्ष रूप से परिवार द्वारा बिना धन व्यय किए किया जाता है। इनके प्राप्त न होने पर परिवार को अपने मौद्रिक आय से व्यय करना पड़ता है। उदाहरणस्वरूप कार्य स्थल पर मुफ्त मकान, नौकर की सुविधा, माली. की सुविधा, टेलीफोन की सुविधा, गाडी की सुविधा आदि।

(b) अप्रत्यक्ष वास्तविक आय- यह आय मुख्य रूप से परिवार के सदस्यों के ज्ञान, निपुणता और कौशल के कारण प्राप्त होने वाली आय हैं। जैसे-खाना बनाना, कपड़े सिलना, कपड़ा धोना, आयरन करना, बच्चों को पढ़ाना, घर में बागवानी कर सब्जियाँ प्राप्त करना, उपकरण की मरम्मत आदि।

(c) मानसिक आय- मौद्रिक आय एवं वास्तविक आय के व्यय से जो संतुष्टि प्राप्त होती हैं वह मानसिक आय हैं। यह पूर्ण रूप से व्यक्तिगत है। यह प्रत्येक व्यक्ति तथा परिवार की अलग-अलग हो सकती है।

4. घरेलू बजट का क्या महत्त्व है? परिवार के लिए बजट बनाते समय किन-किन न बातों को ध्यान में रखना चाहिए? (What is the importance of domestic budget ? What are the elements to be considered at the time of preparation of domestic budget?)

उत्तर⇒ प्रत्येक परिवार अपनी आय का व्यय बहुत सोच समझकर कर सकता है क्योंकि धन एक सीमित साधन है तथा यह प्रयास करता है कि अपनी सीमित आय द्वारा अपने परिवार की समस्त आवश्यकताओं को पूर्ण करके भविष्य के लिए कछ-न-कछ बचत कर सके। यही कारण है कि गह स्वामी तथा गृहस्वामिनी मिलकर सोच समझ करके अपने परिवार की आय का उचित व्यय करने के लिए लिखित एवं मौखिक योजना बनाते हैं और उस योजना को क्रियान्वित करने के लिए उन्हें अपने व्यय का पूरा हिसाब-किताब रखना पड़ता है। कोई भी परिवार घरेलू बजट बनाकर ही व्यय को नियंत्रित कर सकता है।

घरेलू बजट बनाने के निम्नलिखित लाभ हैं-

(i) घरेलू हिसाब-किताब प्रतिदिन लिखने से हमें यह ज्ञात रहता है कि हमारे पास कितना पैसा शेष बचा है जो परिवार की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अत्यंत आवश्यक है जिससे पारिवारिक लक्ष्य की प्राप्ति हो सके।

(ii) घरेलू हिसाब-किताब रखने से अधिक व्यय पर अंकुश रहता है।

(iii) विभिन्न आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए एक सामान्य दिशा निर्देश का आभास होता है।

(iv) असीमित आवश्यकताओं और सीमित आय के बीच संतुलन बनाने में मदद मिलती है।

(v) सही ढंग से व्यय करने के फलस्वरूप बचत व निवेश में प्रोत्साहन मिलती है।

(vi) इससे परिवार का भविष्य सुरक्षित रहता है।

परिवार के लिए बजट बनाते समय निम्नलिखित बातों पर ध्यान रखना चाहिए

(i) आय और व्यय के बीच ज्यादा फासला न हो अर्थात् आय की तुलना में व्यय बहुत अधिक नहीं हो।

(ii) बजट से जीवन लक्ष्यों की पूर्ति हो यानी परिवार को उच्च जीवन स्तर की ओरं प्रेरित कर सके।

(iii) बजट बनाते समय अनिवार्य आवश्यकताओं को ध्यान में रखना चाहिए।

(iv) सुरक्षित भविष्य को ध्यान में रखकर बजट बनानी चाहिए ताकि आकस्मिक खर्चों जैसे बीमारी, दुर्घटना तथा विवाह आदि के लिए धन की आवश्यकता की पूर्ति समय पर हो सके।

(v) व्यय को आय के साथ समायोजित होना चाहिए ताकि ऋण का सहारा न लेना पड़े।

(vi) बजट बनाते समय महँगाई को भी ध्यान में रखना चाहिए।

5. डाकघर पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें। (Write a brief note about post office.)

उत्तर⇒ डाकघर एक सरकारी संस्थान है। यह धन को सुरक्षित रखने का अच्छा माध्यम माना जाता है। डाकघर की सुविधा बैंकों से अधिक स्थानों पर उपलब्ध है। दूर दराज के क्षेत्रों में रहनेवालों के लिए डाकघर अधिक सुविधाजनक होते हैं। डाकघर प्रायः हर आवासीय कॉलोनी में होते हैं। डाकघर में विनियोग की सुविधा को बहुत ही सरल रखा गया है। एक अनपढ़ व्यक्ति भी थोड़े से ज्ञान से अपना धन जमा करा सकता हैं। डाकघर योजनाएँ बैंकों की योजनाओं से .. काफी मिलती जुलती हैं। डाकघरों द्वारा बहुत-सी योजनाएँ चालू की गयीं जो निम्नलिखित हैं –

(i) डाकघर बचत खाता
(i) डाकघर सावधि जमा योजना
(iii) रेकरिंग डिपॉजिट
(iv) मासिक आय योजना
(v) किसान विकास पत्र
(vi) राष्ट्रीय बचत पत्र
(vii) 15 वर्षीय जन भविष्य निधि
(viii) राष्ट्रीय बचत योजना खाता
(ix) सेवानिवृत्त होने वाले सरकारी कर्मचारियों के लिए जमा योजना आदि।

6. बैंक खातों के विभिन्न प्रकार कौन-कौन से हैं ? (What are the different types of Bank Accounts ?)

उत्तर⇒ बैंक वह संस्थान है जहाँ रुपये का लेन-देन होता है। कोई भी व्यक्ति अपने रुपये को बैंक में जमा कर सकता है और आवश्यकता पड़ने पर निकाल भी सकता है। बैंक इस धन राशि पर कुछ ब्याज भी देती है।

बैंक में खातों के प्रकार- बैक में निम्न प्रकार के खाते खोले जा सकते हैं

(i) बचत खाता- अधिकांश बैंकों में यह खाता 500 रु० से खोला जा सकता है। इसमें कभी धन जमा करवा सकते हैं। बैंक इस धन पर कुछ राशि ब्याज के रूप में दे देता है। ये खाता एक, दो या अधिक व्यक्तियों के साथ संयुक्त रूप से खोला जा सकता है।

(i) चालू खाता- चालू खाता व्यापारी वर्ग के लिए होता है। आवश्यकता पड़ने पर इस – खाते से जितनी बार चाहे धन निकाला जा सकता है। इस खाते में जमा राशि पर ब्याज नहीं मिलता।

(iii) निश्चित अवधि जमा योजना (F.D.)- इस खाते में धन राशि एक निश्चित अवधि के लिए जमा की जाती है। यह अवधि तिमाही, छमाही या वार्षिक या अवधि समाप्त होने पर ब्याज के साथ धन राशि ले सकता है। आवश्यकता पड़ने पर कुछ धन राशि कटौती के साथ निकाली जा सकती है।

(iv) आवर्ती जमा खाता (R.D.)- इस योजना के अंतर्गत एक निश्चित धनराशि एक निश्चित समय तक निरन्तर प्रतिमाह जमा करने पर ब्याज के रूप में मोटी रकम प्राप्त ‘कर सकते हैं। इस खाते में 12, 24, 36, 48, 60 माह तक एक निश्चित धनराशि जमा करनी होती है।

(v) संचयी सावधि जमा- संचयी सावधि जमा वह है जहाँ जमा की अवधि केवल अंत में न कि मध्य में आप बकाया ब्याज प्राप्ति के लिए चुनते हैं। प्राप्त होने वाली ब्याज आपकी जमा राशि में जुड़कर प्राप्त होती है।

7. चेक कितने प्रकार के होते हैं? चेक द्वारा भुगतान करने के लाभों का उल्लेख करें। (How many types of cheques ? Points out the advantages of paying by cheques.)

उत्तर⇒ चेक तीन प्रकार के होते हैं

(i) वाहक चेक- इसमें प्राप्तकर्ता के सामने वाहक लिखा होता है। इसकी राशि कोई भी व्यक्ति प्राप्त कर सकता है, इसे खो जाने का खतरा रहता है।

(ii) आदेशक चेक- इसमें वाहक शब्द काटकर आदेशक लिखा होता है, जिस व्यक्ति के नाम से चेक लिखा होता है। भुगतान उसी को दिया जाता है अथवा वाहक जिसका नाम चेक के दूसरे तरफ लिखा होता है। बैंक वाहक काहस्ताक्षर लेकर ही भुगतान करता है।

(iii) रेखांकित चेक- इस चेक की बायीं ओर के ऊपरी सिरे पर दो तिरक्षी समानान्तर रेखाएँ खींची होती है। इसकी राशि का भगतान नहीं किया जाता है। व्यक्ति के नाम के खाते में राशि जमा कर दी जाती है। इस प्रकार के चेक खोने पर दूसरे व्यक्ति को राशि मिलने की संभावना कतई नहीं होती।

चेकों द्वारा भुगतान करने के लाभ निम्न हैं-

(i) सुरक्षित- केवल नामित प्राप्तकर्ता ही बैंक या अन्य वित्तीय संस्थान में चेक भूना सकता है। इसलिए यह सुरक्षित है।

(ii) विश्वसनीय- चेक द्वारा भुगतान का यह विश्वसनीय तरीका हैं जो पीढ़ी दर पीढी चलता आ रहा है।

(iii) संसाधित किया गयां बैच- इससे कॉल्टयूमर्स को पोस्ट डेटेड चेक बताने की अनुमति मिलती है जो उन्हें अपने खातों में फंड डालने के लिए समय देता है।

8. दाग-धब्बों को कितनी श्रेणियों में बाँटा गया है ? (In how many classes are the Stains divided ?)

उत्तर⇒ दाग-धब्बों को निम्नलिखित आठ श्रेणियों में बाँटा गया है-

(i) जान्तव धब्बे, उदाहरण—अंडे, दूध, मांस, रक्त आदि।

(ii) वानस्पतिक धब्बे, उदाहरण—चाय, कोको, कॉफी, फल, मधु आदि।

(iii) चिकनाईयुक्त धब्बे, उदाहरण—मक्खन, तेल, घी, पेंट, वार्निश, सब्जियाँ आदि।

(iv) खनिज धब्बे, उदाहरण—जंग, स्याही, दवाएँ आदि।

(v) रंगीन धब्बे, उदाहरण—रंग के धब्बे (आम्लिक एवं क्षारीय दोनों)

(vi) पसीने के धब्बे, उदाहरण—पसीने के धब्बे मात्र।

(vii) झुलसने के धब्बे, उदाहरण—गर्म इस्तिरी या गर्म धातु के छूने से प्राप्त धब्बे।

(vi) घास के धब्बे, उदाहरण—घास के धब्बे (क्लोरोफिलयक्त)।

9. पोषक तत्त्व क्या है? इसके क्या कार्य हैं ? (What is Nutrient Element ? What are its functions?)

उत्तर⇒ पोषक तत्त्व- तत्त्व, जो हमार शरार का आवश्यकता तत्त्व, जो हमारे शरीर की आवश्यकताओं के अनुरूप पोषण प्रदान करते हैं अर्थात् अपेक्षित रासायनिक ऊर्जा देते हैं उसे पोषक तत्त्व कहते हैं।

प्रमुख पोषक तत्त्व निम्नलिखित हैं-

(i) कार्बोहाइड्रेट- यह शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है।
(ii) प्रोटीन- यह शरीर की वृद्धि करता है।
(iii) वसा- इससे शरीर को तीन प्रकार के अम्ल प्राप्त होते हैं-

(i) लिनोलीन, (ii) लिनोलोनिक तथा (iii) अरंकिडोनिक। शरीर में घुलनशील विटामिनों के अवशोषण के लिए इसकी उपस्थिति आवश्यक है।

(iv) कैल्शियम- यह अस्थि के विकास एवं मजबती के लिए आवश्यक है।
(v) फास्फोरस- यह भी अस्थि के विकास के लिए आवश्यक है।
(vi) लोहा- यह शरीर की रक्त-अल्पता, हिमोग्लोबिन और लाल रक्तकण प्रदान कर दर. करता है। गर्भावस्था एवं स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए अति आवश्यक है।

(vii) विटामिन- यह दो प्रकार के होते हैं- (i) जल में घुलनशील विटामिन, जैसे विटामिन- B, विटामिन- C तथा (ii) वसा में घुलनशील विटामिन जैसे-विटामिन- A, विटामिन- D, विटामिन-E, विटामिन-K। यह शरीर के लिए अति आवश्यक है। यह
कई रोगों से बचाता है।

10. वस्त्र क्यों आवश्यक है? वस्त्र खरीदते समय किन-किन बातों पर ध्यान देना चाहिए ?

(Why clothes are needed ? Wliat things should be kept in mind while purchasing clothes ?)

उत्तर⇒ वस्त्र मानव के लिए निम्न कारणों से आवश्यक है-

(i) शरीर की सुरक्षा- वस्त्र हमारे शरीर की सुरक्षा प्रदान करता है। वस्त्र हमें सर्दी, गर्मी तथा वर्षा से बचाते हैं।
(ii) व्यक्ति की पहचान- वस्त्र से ही व्यक्ति की पहचान बनती है। उदाहरण के लिए वर्दियों के आधार पर ही हम पहचानते है कि यह फौज का व्यक्ति है या पुलिस का या होटल का या वकील, डॉक्टर इत्यादि।

(iii) व्यक्तित्व निर्माण में- व्यक्ति को सुन्दर एवं आकर्षक बनाने में वस्त्र का महत्त्वपूर्ण स्थान हैं। सुन्दर परिधान शारीरिक एवं मानसिक विकास में सहायक होकर सामाजिक जीवन को सुन्दर एवं सुखमय बनाते हैं। व्यक्ति के भीतर आत्मविश्वास जगता है।

(iv) शारीरिक सौन्दर्य एवं आकर्षण बढ़ाने में- आज हरेक व्यक्ति सुन्दर दिखना चाहता हैं। सभी व्यक्ति की शरीर की आकृति एक समान नहीं होती। कोई नाटा, लम्बा, कंधा चौड़ा आदि होती है। उचित परिधान के प्रयोग से बेढंग अंगों को छिपाया जाता है। यह काम परिधान ही करता है।

(v) सामाजिक प्रतिष्ठा के लिए- आजकल वस्त्रों से हमारी सामाजिक प्रतिष्ठा का मूल्यांकन होता है।

(vi) मनोवैज्ञानिक सुरक्षा- सही परिधान हमें आत्मबल तथा आत्मविश्वास जागृत करता है। दूसरे के सामने आने में हीन भावना नहीं जागृत होती है। अच्छे एवं सुन्दर वस्त्रों को धारण करने से मन प्रसन्न एवं आनंदित रहता है।

वस्त्र खरीदते समय निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिए-

(i) टिकाऊपन- वही वस्त्र अच्छा माना जाता है जो मजबूत तथा अधिक दिनों तक चलता है। अतः कपड़े खरीदते समय टिकाऊपन पर ध्यान देना चाहिए।

(ii) पसीना सोखने की क्षमता- जो कपड़ा पसीना आसानी से सोख लेता है वह अच्छे किस्म का माना जाता है। पसीना नहीं सोखने वाला वस्त्र मनुष्य को बेचैनी बढ़ा देता है। मिश्रित तंतओं से बने वस्त्र आसानी से पसीना सोख लेते हैं। इसलिए खरीदते समय इसका ध्यान रखना चाहिए।

(ii) सिलवट अवरोधक- कपड़ा खरीदते समय तन्तुओं को कुछ समय के लिए पकड़ कर रखें उसके बाद देखें कि उसमें सिलवटे तो नहीं पड़ रही है। जिन वस्त्रों पर शीघ्रता से सिलवटे पड जाती है उसे अतिरिक्त देखभाल की जरूरत पड़ती है।

(iv) धोने में सविधा- कपड़े खरीदते समय यह ध्यान देना चाहिए कि वस्त्र धोने में सुविधाजनक हो। जिन कपड़ों को धोना कठिन होता उन पर ड्राईक्लीन कराने में अधिक व्यय करना पड़ता है।

(v) रंग का पक्कापन- कपड़े का रंग पक्का होना चाहिए। घटिया किस्म के कपड़ों का रंग पक्का नहीं होता वे एक दो बार धोने के बाद पहनने योग्य नहीं रहते। जबकि पक्के रंग का कपड़ों का आकर्षण अधिक समय तक बना रहता है।

(vi) प्रायोजन वस्त्र- का चुनाव प्रायोजन के अनुसार करना चाहिए। जैसे-सूती वस्त्र, परिध न के काम आते हैं। इसका उपयोग घरेलू उपयोग में जैसे-तौलिया, झाड़न, मेजपोश, चादर, बेडशीट आदि के लिए किया जाता है।

(vii) मौसम- मौसम के अनुकूल वस्त्रों को चुनने, खरीदने एवं पहनने की समझ सबको होनी चाहिए। गर्मी के मौसम के लिए हल्के रंग के सूती वस्त्र अच्छे रहते हैं क्योंकि इनमें ताप के संवहन . की क्षमता होती है। वर्षा ऋतु में जल अभेद्य, सर्दी के दिनों में गहरे रंग के ऊनी वस्त्रों का प्रयोग
करना चाहिए।

(viii) फैशन- फैशन समय-समय पर परिवर्तित होते रहते हैं। कौन-सा फैशन किस तरह के व्यक्तित्व पर फबेगा किस पर नहीं फबेगा खरीदारी करते समय इसका ध्यान रखना चाहिए।

(ix) मल्य- वस्त्र विभिन्न मूल्य के बाजार में उपलब्ध है। आवश्यक हैं सही मूल्य में सही वस्त्र खरीदे जाए। अच्छी चीज प्राप्त करने के लिए यदि थोड़े अधिक मूल्य चुकाने पड़े तो भी चुकाने के लिए तैयार रहना चाहिए।

(x) वस्त्रों की देखरेख एवं संचयन- वस्त्र की खरीदारी करते समय यह ध्यान देना चाहिए कि कौन से वस्त्र फफूंदी के प्रति ज्यादा संवेदनशील हैं, कौन से वस्त्र को कीड़े खा सकते हैं, वस्त्र कितने समय के लिए बंद करके रखा जा सकता है, कीड़ों से बचाव कैसे करें आदि।

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