वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. हवा के द्वारा परागित होने वाले फूलों को कहते हैं
(A) कीट परागिता
(B) वायु परागित
(C) हवा परागित
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
2. अनुन्मिल्य पुष्प निश्चित रूप से होते हैं
(A) स्वपरागित
(B) परपरागित
(C) (A) एवं (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
3. एन्टोमोफिलस पुष्पों में परागण का माध्यम होता है
(A) चींटी
(B) कीट
(C) पक्षी
(D) हवा
Answer ⇒ (B)
4. नारियल में तरल एवं गुद्देदार पदार्थ होता है
(A) भ्रूण
(B) अन्त:भित्ती दाना
(C) भ्रूणपोष
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
5. मनुष्य की प्राथमिक शुक्राणु कोशिकाओं में (प्राइमरी स्परमोसाइट्स ) में ऑटोसोम की संख्या होती है।
(A) 44
(B) 46
(C) 23
(D) 40
Answer ⇒ (A)
6. पुष्पीय पौधों के भ्रूणपोष में कितने गुणसूत्र होते हैं ?
(A) n
(B) 2n
(C) 3n
(D) 4n
Answer ⇒ (C)
7. युग्मक बनने की क्रिया को क्या कहते हैं ?
(A) अण्डजनन
(B) युग्मकजनन
(C) कायिक विभाजन
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
8. हाइड्रिला में रंध्र कहाँ पाए जाते हैं ?
(A) पत्तियों पर
(B) तने पर भी का
(C) दोनों (A) तथा (B)
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (D)
9. परागकण का बाह्यचोल बना होता है :
(A) पेक्टोसेलुलोज
(B) लिग्नोसेलुलोज
(C) स्पोरोपॉलेनिन
(D) पराग किट
Answer ⇒ (C)
10. अनुन्मील्य परागित फूल होते हैं :
(A) कीट परागित
(B) चमगादड़ परागित
(C) स्व परागित
(D) जल परागित
Answer ⇒ (C)
11. अंड समुच्चय बना होता है :
(A) अंड कोशिका
(B) सहायक कोशिका
(C) दोनों (A) और (B)
(D) प्रतिव्यासांत कोशिकाएँ
Answer ⇒ (C)
12. पानी द्वारा पर-परागण को कहते हैं :
(A) वायु-परागण
(B) जल-परागण
(C) कीट-परागण
(D) इन सभी में
Answer ⇒ (B)
13. कायज्मा किस अवस्था में बनता है ?
(A) समसूत्री कोशिका विभाजन
(B) एमाइटोसिस कोशिका विभाजन
(C) अर्द्धसूत्री कोशिका विभाजन
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
14. निम्नलिखित में कौन-सा परागकण के वर्तिकान पर शुरू में परागण में मन करता है ?
(A) P
(B) Ca++
(C) Mo
(D) CI–
Answer ⇒ (B)
15. परागकण में मौजूद ऑक्सिन (Auxin) किसकी वृद्धि में मदद करता है ?
(A) परागनली एवं अंडाशय
(B) सिर्फ परागनली
(C) सिर्फ अंडाशय
(D) नर युग्मक
Answer ⇒ (A)
16. परागकोश संबंधित है :
(A) परागकण निर्माण सेना
(B) परागकण विकास में
(C) पुष्पकलिका के खुलने से
(D) Stigma वर्तिकाग्र द्वारा परागकण का ग्रहण
Answer ⇒ (C)
17. परागण का परागकोश से निर्माण एवं विभेदन को कहते हैं :
(A) Megasporogenesis
(B) Microsporogenesis
(C) Spermeiogenesis
(D) द्विनेषेचन
Answer ⇒ (B)
18. किसी Dithecous परागकोश में होता है :
(A) 4 microsporangia
(B) 3 microsporangia
(C) 2 microsporangia
(D) 1 microsporangia
Answer ⇒ (A)
19. किसमें परागकोश में अर्द्धसूत्रीविभाजन होता है ?
(A) endothecium कोशिका में
(B) परागकण में
(C) tapetal कोशिका में
(D) स्पोर मातृ कोशिका में
Answer ⇒ (D)
20. किसमें परागकण का निर्माण होता है ?
(A) परागकोश
(B) वर्तिकाग्र
(C) तंतु
(D) Pollen sac
Answer ⇒ (D)
21. परागकण होता है :
(A) अगुणित
(B) द्विगुणित
(C) त्रिगुणित
(D) चतुर्गुणित
Answer ⇒ (A)
22. पुष्पीय पौधों में लैंगिक जनन की खोज की थी।
(A) कामेरारिन्स
(B) नावाश्चिन
(C) स्ट्रासवर्गर
(D) माहेश्वरी
Answer ⇒ (A)
23. टैपेटम का कार्य………….. हैः
(A) सुरक्षा
(B) पोषण
(C) श्वसन
(D) उपरोक्त सभी
Answer ⇒ (B)
24. अगुणित कोशिका के संयोजन की प्रक्रिया होती है :
(A) कोशा चक्र
(B) अर्द्धसूत्री विभाजन
(C) सूत्री विभाजन
(D) सिनगैमी
Answer ⇒ (D)
25. किस फल का बीज चोल खाया जाता है
(A) जायफल
(B) लीची
(C) शरीफा
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (D)
26. निम्न में से कौन कीटभक्षी पौधा है ?
(A) ड्रोसेरा
(B) नेपेन्थीस
(C) A और B दोनों है
(D) हाइड्रिला
Answer ⇒ (C)
27. दोहरा निषेचन में भाग लेने वाले कल केन्द्रक की संख्या होती है :
(A) 2
(B) 3
(C) 4
(D) 5
Answer ⇒ (D)
28. किसमें endosperm कड़ा तथा cellulosic हो जाता है ?
(A) आम
(B) नारियल
(C) phytelephas (आइवरी बेर)
(D) रेंडी का
Answer ⇒ (C)
29. हरा नारियल (डाभ) में निहित दुधिया जल है :
(A) liquid chalaza
(B) liquid nucellus grand nombre
(C) degenerated liquid free nuclear endosperm
(D) liquid female gametophyte
Answer ⇒ (C)
30. किसी मूल कोशिका में गुणसूत्र की संख्या 14 है। synergids में इसकी संख्या क्या होगी ?
(A) 14
(B) 21
(C) 7
(D) 28
Answer ⇒ (C)
31. मक्का में प्रोटीनयुक्त endosperm को कहते हैं :
(A) apophysis
(B) स्कुटेलम
(C) coleopotile
(D) अल्युरोन भित्ति
Answer ⇒ (D)
32. एक अर्द्धसूत्री कोशिकाभाजन से कितने नर युग्मक बनते हैं ?
(A) 4
(B) 1
(C) 2
(D) 8
Answer ⇒ (A)
33. MMC में 24 गुणसूत्र हैं। इसके endosperm में गुणसूत्रों की संख्या होगी :
(A) 12
(B) 24
(C) 36
(D) 48
Answer ⇒ (C)
34. आधुनिक भ्रूणविज्ञान के जनक हैं :
(A) श्लीडेन एवं श्वान
(B) हर्टविग
(C) अरस्तू
(D) वान वीर
Answer ⇒ (D)
35. स्ट्रोबायलेंथस कुंथीयाना (नीलाकुरंजी) 12 वर्ष में एक बार पुष्पीकरण से गुजरता है, विगत 2006 ई० के सितम्बर-अक्टूबर में पुष्प लगा था। यह किस पहाड़ी क्षेत्र में पाया जाता है ?
(A) केरल एवं कर्नाटक
(B) ओड़िसा
(C) आन्ध्रप्रदेश
(D) मध्यप्रदेश मन
Answer ⇒ (A)
36. एंडोस्पर्म द्वारा किसे पोषण दिया जाता है ?
(A) बीज
(B) फल
(C) एंडोस्पर्म
(D) भ्रूण
Answer ⇒ (D)
37. आवृत्तबीजी में निषेचन होता है :
(A) nucellus में
(B) भ्रूणकोश में
(C) अंडाशय में
(D) Ovule में
Answer ⇒ (B)
38. निषेचन के बाद बीज के बीच आवरण किससे बनता है ?
(A) embryo sac
(B) integuments
(C) ovule
(D) chalazal region De
Answer ⇒ (B)
39. निम्नलिखित में कौन निषेचन के लिए आवश्यक है ?
(A) Corolla
(B) ovule
(C) Calyx
(D) फल
Answer ⇒ (B)
40. Embryo sac के प्रवेश करते समय परागनलिका में होते हैं :
(A) दो नर युग्मक
(B) दो नर केन्द्रका
(C) चार नए युग्मक
(D) तीन नर युग्मक
Answer ⇒ (A)
41. वोहरा निषेचन में संयोजन होता है :
(A) एक egg एवं दो शुक्राणु
(B) शुक्राणु केन्द्रक एवं अंडाणु केन्द्रक के साथ ध्रुव केन्द्रक का
(C) एक नर युग्मक ogg के साथ तथा दूसरे नर युग्मक का synergid के साथ
(D) एक नर युग्म का egg के साथ तथा दूसरे नर युग्मक का द्वितीयक केन्द्रक के साथ
Answer ⇒ (D)
42. वोहरा निषेचन किसकी विशेषता है ?
(A) द्विबीजपत्री एवं एकबीजपत्री/सभी आवृत्तबीजी का
(B) सभी अनावृत्तबीजी का
(C) फेनेरोगेम्स का
(D) Spermatophytes com
Answer ⇒ (A)
43. त्रिसंचयन है :
(A) एक नर युग्मक का दो ध्रुव केन्द्रक के साथ embryo sac में संचयन
(B) एक नर युग्मक का तीन केन्द्रक के साथ embryo sac में संचयन
(C) एक नर युग्मक का दो synergids के साथ संचयन
(D) एक embryo sac में तीन संचयन
Answer ⇒ (A)
44. बीज को लैंगिक जनन का उत्पाद कहा जाता है क्योंकि ये
(A) युग्मक के संयोजन से निर्मित होते हैं
(B) नये पौधे को बनाते हैं
(C) लंबी अवधि तक संग्रहित कर रखे जा सकते हैं
(D) परागनली के संयोजन से बनते हैं ।
Answer ⇒ (A)
45. आवृत्तबीजी में भ्रूणपोष होता है :
(A) एकगुणित
(B) द्विगुणित
(C) त्रिगुणित
(D) चतुर्गुणित
Answer ⇒ (C)
46. पौधों में लैंगिक प्रजनन को सर्वप्रथम किसने दर्शाया ?
(A) Kolreuter
(B) Camerarius
(C) Van Benden
(D) Nawaschin
Answer ⇒ (B)
47. पुष्पीय पौधों में एकलिंगी नर पुष्प को कहते हैं :
(A) Pistillate
(B) Monoecious
(C) Dioecious
(D) Staminate
Answer ⇒ (D)
48. Stamen का fertile भाग है :
(A) परागकोश
(B) परागतंतु
(C) संयोजीतंतु
(D) Ovule
Answer ⇒ (A)
49. पुष्प अंग किसका रूपांतरित भाग है ?
(A) पत्तियों का
(B) शाखाओं का
(C) Sporangia
(D) अग्र meristems
Answer ⇒ (A)
50. Amphimixis से तात्पर्य है :
(A) Antifertilizin एवं Fertilizin प्रोटीन के बीच प्रतिक्रिया.
(B) नर एवं मादा प्रतिकेन्द्रिका का संयोजन
(C) अंडाणु द्वारा संग्रही शंकु का निर्माण
(D) शुक्राणु द्वारा अंडाणु का छेदन
Answer ⇒ (B)
51. पुंकेसर कितने भागों में बँटा होता है ?
(A) 1
(B) 2
(C) 3
(D) 4
Answer ⇒ (B)
52. लघुबीजाणुधानी की सबसे आंतरिक परत कौन-सी है ?
(A) एपिडर्मिस
(B) एंडोथेसियम
(C) टेपीटम
(D) मध्य परत
Answer ⇒ (C)
53. पुष्प के नर जनन-अंग को कहते हैं :
(A) जायांग
(B) पुमंग
(C) कोरोला
(D) अन्य
Answer ⇒ (B)
54. पुष्प के मादा जनन अंग को कहते हैं :
(A) जायांग
(B) पुमंग
(C) परागकोश
(D) पुंकेसर
Answer ⇒ (A)
55. परागकण किसका प्रतिनिधित्व करता है ?
(A) नर युग्मकोद्भिः
(B) मादा युग्मकोद्भि
(C) (A) एवं (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
56. परागकण का बाह्य चोल किससे बनता है ?
(A) सेलुलोज
(B) पेक्टिन
(C) स्पोरोपोलेनिन
(D) टेपिटम
Answer ⇒ (C)
57. स्त्रीकेसर का भाग निम्न में से कौन-सा है ?
(A) वर्तिकाग्र
(B) वर्त्तिका
(C) अंडाशय
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (D)
58. स्वपरागण को निम्न में से कौन-सा पादप रोकता है ?
(A) एरंड
(B) मक्का
(C) (A) एवं (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
59. युग्मक संलयन पूर्ण होने पर क्या होता है ?
(A) युग्मनज (zygote) की रचना होती है
(B) त्रिगुणित/त्रिसंलयन होता है ।
(C) दोहरा निषेचन होता है
(D) उपरोक्त सभी कार्य होते हैं
Answer ⇒ (A)
60. एक भ्रूणपुटी में दो प्रकार के संलयन, युग्मनज संलयन तथा त्रिसंलयन स्थान लेते हैं। इस परिघटना को क्या कहते हैं ?
(A) त्रिसंलयन
(B) दोहरा निषेचन
(C) भ्रूणपोष
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
61. निम्न में से आभासी फल कौन-सा है ?
(A) स्ट्राबेरी
(B) अखरोट
(C) सेब
(D) उपरोक्त तीनों
Answer ⇒ (D)
62. बिना निषेचन के ही बीज पैदा करने की प्रक्रिया को क्या कहते हैं ?
(A) असंगजनन
(B) परागण
(C) त्रिसंलयन
(D) अन्य
Answer ⇒ (A)
63. कीटों द्वारा परागण को कहते हैं ?
(A) Ornithophily
(B) Entomophily
(C) Hydrophily
(D) Chiropterophily
Answer ⇒ (B)
64. एक पुष्पी पादप में नर जनन अंग इकाई को कहते हैं :
(A) पुंकेसर
(B) स्त्रीकेसर
(C) परागकोष
(D) परागकण
Answer ⇒ (A)
65. एक पुष्पी पादप में मादा जनन अंग इकाई को कहते हैं
(A) स्त्रीकेसर
(B) पुंकेसर
(C) परागकोष
(D) अन्य
Answer ⇒ (A)
66. परागकण के बाह्य चोल में सुस्पष्ट द्वारक या रंध्र को कहते हैं :
(A) बाह्य चोला
(B) अंत: चोला
(C) जनन छिद्र
(D) जनन कोशिका
Answer ⇒ (C)
67. जब एक परागकोश अपरिपक्व होता है तब घने सुसंबद्ध सजातीय कोशिकाओं का समूह होता है, जिसे कहते हैं
(A) बीजाणुजनन उत्तक या
(B) लघुबीजाणु चतुष्टय पण
(C) लघुबीजाणुजनन
(D) परागकण
Answer ⇒ (A)
68. परागकोश एक चार कोशीय संरचना होती है जिसमें चार कोनों पर क्या समाहित होती है ?
(A) लघुबीजाणुधानी
(B) परागपुटी
(C) टेपीटम
(D) जीवद्रव्य
Answer ⇒ (A)
69. निम्नलिखित में जलीय घास कौन-सी है?
(A) वैलिसनैरिया
(B) हाइड्रिला
(C) जोस्टेरा
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (C)
70. निम्नलिखित में से कौन-सा नर पुष्प का भाग है ?
(A) जायांग
(B) पुमंग
(C) स्त्रीकेसर
(D) अंडाशय
Answer ⇒ (B)
71. मादा पुष्य का निम्नलिखित में से कौन-सा भाग है ?
(A) जायांग
(B) पुमंग
(C) पुंकेसर
(D) परागकण
Answer ⇒ (A)
72. पराग थैले किनमें पाए जाते हैं ?
(A) परागकोश
(B) पुष्पासन
(C) अंडाशय
(D) दलपुंज
Answer ⇒ (A)
73. एनाटॉपस बीजांड होता है :
(A) सीधा
(B) उल्टा
(C) गोल
(D) वक्र
Answer ⇒ (B)
74. कुछ पुष्पों के परागकोष एवं वर्तिकान के बीच कुछ प्राकृतिक रोग होते हैं जिनके कारण परागण मुश्किल से होता है या होता ही नहीं, उन्हें क्या कहते हैं ?
(A) स्वयंबंध्यता
(B) हेटेरोस्टाइली
(C) हरकोगैमी
(D) गेइगैमी
Answer ⇒ (C)
75. भ्रूणपोष की उत्पत्ति किससे होती है ?
(A) परागनलिका से
(B) लघुबीजाणु से
(C) लघुबीजाणुधानी से
(D) गुरुबीजाणु से
Answer ⇒ (D)
76. माइक्रोस्पोरेंजियम की आंतरिक भित्ति जो पोषक होती है, उसे क्या कहते हैं ?
(A) एन्डोथीसियम
(B) इंटाइन
(C) टैपीटम
(D) मध्य स्तर
Answer ⇒ (C)
77. सेमल में किसके द्वारा परागण होता है ?
(A) चमगादड़
(B) पक्षी
(C) जल
(D) वायु
Answer ⇒ (A)
78. इनमें कौन द्विगुणित है ?
(A) अंड कोशिकाएँ
(B) सहायक कोशिकाएँ
(C) द्वितीयक केन्द्रक
(D) ऐन्टीपोडल कोशिकाएँ
Answer ⇒ (C)
79. पोरोगैमी में परागनलिका किससे होकर भ्रूणपोष तक पहुँचती है ?
(A) चैलाजा लिग
(B) इंटेगुमेंट मार
(C) माइक्रोपाइलोमा
(D) सभी को भेदती हुई
Answer ⇒ (C)
80. आवृत्तबीजी पादप में बीज के निर्माण के समय द्वितीयक केन्द्रक परिवर्तित हो जाता है
(A) भ्रूण में
(B) भ्रूणपोष में
(C) बीजपत्र में
(D) बीजचोल में
Answer ⇒ (B)
81. परागकोष भित्ति में इनमें से कौन-सा नहीं होता है ?
(A) एंडोथिसियम
(B) मध्य परतें
(C) टैपीटम
(D) इंटेगुमेंट
Answer ⇒ (D)
82. भ्रूणकोष में निम्नांकित में कौन-सा नहीं होता है ?
(A) अंड समुच्चय
(B) दो ध्रुवीय केन्द्रका
(C) गुरुबीजाणुजनन कोशिका
(D) एंटिपोडल्स
Answer ⇒ (C)
83. परिभ्रूणपोष (Perisperm) किसका बचा हुआ भाग है ?
(A) बीजांडकाय (nucellus)
(B) भ्रूणपोश (embryo)
(C) भ्रूणपोष (endosperm)
(D) अध्यावरण (integument)
Answer ⇒ (A)
84. इनमें से किसमें एरिल (aril) नहीं पाया जाता है ?
(A) शरीफा
(B) लीची
(C) आम
(D) मिरिस्टिका
Answer ⇒ (C)
85. परागकण किसकी विशेषता है ?
(A) ब्रायोफायट्स एवं आवृत्तबीजी
(B) टेरिडोफायट्स एवं आवृत्तबीजी
(C) आवृत्तबीजी एवं अनावृत्तबीजी
(D) आवृत्तबीजी एवं कवक
Answer ⇒ (C)
86. पर-परागण से प्राप्त संतति दर्शाता है :
(A) उच्च श्रेणी की variability तथा विकासवाद में महत्त्वपूर्ण भूमिका
(B) नपुंसकता
(C) recessive गुण
(D) समजात सह phenotypic समरूपता
Answer ⇒ (A)
87. परागण तभी होता है जब कोई परागकण
(A) अपना sperm nuclei विमुक्त करता है
(B) वर्तिकान पर आता है
(C) परिपक्व होता है तथा इसमें 3 nuclei होगा पकान या
(D) अपनी sperm nuclei विमुक्त करे तथा अंडा एवं ध्रुव केन्द्रक के साथ निषेचन
Answer ⇒ (B)
88. Anemophily में परागण किसके द्वारा होता है ?
(A) चमगादड़
(B) वायु
(C) पक्षी
(D) घोंघा निक
Answer ⇒ (B)
89. Entomophily में परागण किसके द्वारा होता है ?
(A) जल
(B) कीट
(C) जानवर
(D) वायु
Answer ⇒ (B)
90. यदि किसी पुष्प के परागकोश एवं वर्तिकान एक साथ परिपक्व हो जाएँ तो इसे कहते हैं :
(A) Allogamy
(B) Dichogamy
(C) Homogamy
(D) Syngamy
Answer ⇒ (C)
91. पर-परागण लाभदायक है, क्योंकि इसके परिणाम हैं :
(A) नर संतति का जन्म लेना
(B) कमजोर संतति
(C) श्रेष्ठ संतति 14
(D) बीज का निर्माण
Answer ⇒ (C)
92. परागकण का उसी पौधे के दूसरे पुष्प के वर्तिकान पर जमा होने को कहते हैं.
(A) Dichogamy
(B) Geitonogamy
(C) Xenogamy
(D) Hydrogamy
Answer ⇒ (B)
93. यदि किसी पुष्प के परागकोश एवं वर्तिकाग्र विभिन्न समय में परिपक्व होता हो, तो इसे कहते हैं :
(A) dicliny
(B) dichogamy
(C) herkogamy
(D) cleistogamy
Answer ⇒ (B)
94. एक ही पुष्प के मादा जननांग का परागकोश से पहले परिपक्व होने की अवस्था को कहते हैं :
(A) Protogyny
(B) Protandry
(C) Heterogamy
(D) Autogamy
Answer ⇒ (A)
95. किसी पर-परागण का विशिष्ट उदाहरण है
(A) गेहूँ
(B) टमाटर
(C) आलू
(D) मक्का
Answer ⇒ (D)
96. परागण में Lever mechanism किसमें पाया जाता है ?
(A) Antirrhinum
(B) फाइकस
(C) गेहूँ
(D) साल्विया
Answer ⇒ (D)
97. परागण सभी पुष्प अंगों के abscission को उकसाता है, अपवादस्वरूप :
(A) परागकोश
(B) Pistil
(C) Sepals
(D) Receptacles
Answer ⇒ (B)
98. स्वपरागण के लिए एक पुष्प को होना चाहिए :
(A) अलैंगिक
(B) एकललिंगी
(C) एकलिंगी
(D) द्विलिंगी
Answer ⇒ (D)
99. परागकोश क्या दर्शाता है ?
(A) Sporogonium
(B) नर गैमेटोफायट
(C) नर स्पोरोफिल
(D) स्पोरैंजियम
Answer ⇒ (A)
100. विकासशील परागकण को पोषण किससे मिलता है ?
(A) टेपटम
(B) endothecium
(C) मध्य स्तर
(D) SMC
Answer ⇒ (A)
101.परागकण हरा नहीं होता है क्योंकि :
(A) इसमें हरित लवक नहीं होते हैं
(B) प्लास्टिड्स का हास हो जाता है
(C) Plastids का बदलाव क्रोमोप्लास्ट्स में हो जाता है
(D) Vectors द्वारा आकर्षण के कारण
Answer ⇒ (A)
102.यदि किसी परागकोश में 4-sporogenous कोशिका हों, तो परागकण की संख्या होगी :
(A) 4
(B) 8
(C) 16
(D) 12
Answer ⇒ (C)
103.किसी परागकण में (जैसे Cyperus) Ploidy की संख्या है :
(A) 5n
(B) 3n
(C) n
(D) 2n
Answer ⇒ (C)
104.परागकण embryosac से जिस प्रकार संबंधित है, उसी प्रकार :
(A) शुक्राणु अंडाणु से
(B) नर gametophyte मादा gametophyte से
(C) नर gametophyte अंडाणु से
(D) शुक्राणु मादा gametophyte से
Answer ⇒ (B)
105.1000 परागकण से कितने पराग मातृ कोशिका का निर्माण होगा ?
(A) 200
(B) 250
(C) 300
(D) 100
Answer ⇒ (B)
106.किसी परागकोश के Pollensac में Microspore mother cell की संख्या होती है
(A) द्विगुणित
(B) एकगुणित
(C) त्रिगुणित
(D) चतुर्गुणित
Answer ⇒ (A)
107.परागकण के साथ परागनलिका प्रतिदर्शित करता है :
(A) नर स्पोरोफाइट
(B) नर गैमेटोफाइट
(C) मादा स्पोरोफाइट
(D) मादा गैमेटोफाइट
Answer ⇒ (A)
108.किसी परिपक्व पराकण में कितने nuclei होते हैं ?
(A) 1
(B) 2
(C) 3
(D) 4
Answer ⇒ (B)
109.परागकण पीले वर्ण के होते हैं क्योंकि इसमें मौजूद होते हैं :
(A) Flavonoids एवं Carotenoids
(B) सल्फर
(C) क्रोमोप्लास्ट
(D) Etiolin
Answer ⇒ (A)
110. परागकण का कोशिकाद्रव्य किसमें धनी होता है ?
(A) वसा एवं स्टार्च
(B) प्रोटीन
(C) स्टार्च एवं Flavonoids
(D) DNA
Answer ⇒ (A)
111. पर-परागण स्व-परागण से अच्छा होता है क्योंकि इसमें ……….
(A) बेहतर नवीन व्यष्टियाँ उत्पन्न होती है
(B) नई प्रजातियाँ बनती हैं
(C) यह अनिषेकजनन प्रेरित करता है
(D) यह आर्थिक दृष्टि से लाभदायक है
Answer ⇒ (A)
112.वायु परागण…………..में होता है
(A) Histforen (Salvia)
(B) afstylfen (Vallisineria)
(C) नारियल (Coconut)
(D) बॉटल-ब्रुश (Bottle Brush)
Answer ⇒ (C)
113.परागकणों लघु बीजाणु के उत्पन्न होने में लघुबीजाणु मातृ कोशा में………
(A) एक अर्द्धसूत्री विभाजन
(B) एक समसूत्री विभाजन
(C) एक अर्द्धसूत्री एवं एक समसूत्री विभाजन
(D) एक अद्धसूत्री एवं दो समसूत्री विभाजन
Answer ⇒ (D)
114.कौन-सा diploid है ?
(A) परागकण
(B) Eggo
(C) Megaspore
(D) MMC
Answer ⇒ (D)
115.अंडाशय के अंदर का ऊतक भाग जो ovules के साथ जुड़ा होता है, कहलाता है
(A) Funicle
(B) Hilum
(C) Placenta
(D) Chalaza
Answer ⇒ (A)
116.निम्नलिखित में “विषम’/बेमेल को चुनें :
(A) Archaesporium
(B) Oogonium
(C) Ovule
(D) Antheridium
Answer ⇒ (C)
117.Micropyle किसमें पाया जाता है ?
(A) Ovule
(B) Seed
(C) atat
(D) 457
Answer ⇒ (C)
118.मादा gametophyte दर्शाता है :
(A) Ovule
(B) embryo sac
(C) Megaspore mother cell
(D) Megasporephyll
Answer ⇒ (B)
119. किसी आवृत्तबीजी का Female gametophyte क्या दर्शाता है ?
(A) Egg
(B) Carpel
(C) Pollen grain
(D) Oospore
Answer ⇒ (A)
120. निषेचन के समय किसी प्रारूपिक द्विबीज पत्र (polygonum) के मादा gametophyte होते हैं :
(A) 8-केन्द्रकीय 7-कोशीय
(B) 7-केन्द्रकीय 8-कोशीयाली
(C) 4-केन्द्रकीय 4-कोशीय
(D) 8-केन्द्रकीय 8-कोशीय
Answer ⇒ (A)
121. Filiform उपकरण किसकी विशेषता है ?
(A) Synergids
(B) अंडाणु
(C) परागकोश भित्ति
(D) Antipodal cells
Answer ⇒ (A)
122.एकगुणित कोशिका जो समसूत्री विभाजन द्वारा embryo sac बनाता है, कहलाती है:
(A) Megaspore mother cell
(B) Microspore mother cell
(C) Functional megaspore
(D) Non-functional megaspore
Answer ⇒ (C)
123.Ovule की सबसे बड़ी कोशिका है :
(A) MMC
(B) परिवर्तनशील कोशिका का आकार
(C) मध्य कोशिका
(D) antipodal
Answer ⇒ (C)
124.किसी सामान्य द्विबीजपत्री भ्रूणकोश में केन्द्रक का Arrangement होता है :
(A) 3 + 3 + 2
(B) 2 + 3 + 3
(C) 3 + 2 + 3
(D) 2 + 4 + 2
Answer ⇒ (C)
125. Tapetum जो ovule में बदलाव हो, कहलाता है :
(A) Amoeboid tapetum
(B) Glandular tapetum
(C) Integumentary tapetum
(D) Flagellar tapetum
Answer ⇒ (C)
126.किसके द्वारा किसी आवृत्तबीजी में, tetrad के चारों microspores ढंका रहता है ?
(A) सेलुलोज
(B) Sporopoolenin
(C) Pactose
(D) Stamen
Answer ⇒ (D)
127.किसी आवृत्तबीजी (एकबीज पत्री) के नर gametophyte होते हैं :
(A) Microsporangium
(B) Nucellus
(C) Microsporen
(D) Stamen
Answer ⇒ (C)
128.किसी पुष्पीय पौधे में एक Pollen mother cell से एक mature gametophyte का निर्माण होता है :
(A) 3 समसूत्री विभाजन द्वारा
(B) 1 अर्द्धसूत्री एवं 3 सूत्री विभाजन द्वारा
(C) 1 अर्द्धसूत्री एवं 2 समसूत्री विभाजन द्वारा
(D) एकल अर्द्धसूत्री विभाजन द्वारा
Answer ⇒ (C)
129.Pollen kit रासायनिक रूप से बना होता है :
(A) प्रोटीन से
(B) लिपिड एवं Carotenoids से
(C) कार्बोहाइड्रेट्स एवं Carotenoids से
(D) Sporopollenium से
Answer ⇒ (B)
130. Autogamy के लिए अनुकूल है
(A) Homogamy
(B) Heterostyle
(C) dichogamy
(D) स्वबंध्याकरण
Answer ⇒ (A)
131. Scutellum किसका भाग है ?
(A) grass cotyledone and
(B) dicot cotyledon
(C) Maize endosperm
(D) pericarp
Answer ⇒ (A)
132. 100 परागकण बनने के लिए कितने सूत्री विभाजन की आवश्यकता होगी ?
(A) 100
(B) 50
(C) 25
(D) 20
Answer ⇒ (C)
133.इनमें किसमें एरिल नहीं पाया जाता है ?
(A) शरीफा
(B) लीची
(C) आम
(D) मिरिस्टिका
Answer ⇒ (C)
134 . इनमें से कौन नर युग्मक से संयोजन करके भ्रूणपोष बनता है ?
(A) अनिषेचित अण्ड
(B) सहायक कोशिका
(C) एटीपोड्लस
(D) द्वितीयक केन्द्रक
Answer ⇒ (D)
135.वायु परागित पुष्प सामान्यतः होते हैं ।
(A) आकर्षक
(B) छोटे
(C) रंगहीन
(D) (B) एवं (C) दोनों
Answer ⇒ (D)
136.चीटियों द्वारा परागण को क्या कहते हैं ?
(A) ऑरनिथोफिली
(B) मारमीकोफिली
(C) मलेकोफिली
(D) कापरोटीरोफिली
Answer ⇒ (B)
137.सामान्यतः केप्सेला में भ्रूणपोष होता है :
(A) अगुणित
(B) द्विगुणित मिला
(C) त्रिगुणित
(D) बहुगुणित
Answer ⇒ (C)
138. एक प्रारूपिक आवृत्तबीजी भ्रूण कोष प्रायः है :
(A) एक-कोशिकीय
(B) दो -कोशिकीय
(C) पाँच-कोशिकीय
(D) सात-कोशिकीय
Answer ⇒ (D)
139.बीजांड के बीजांडकाय में पाई जानेवाली रचना जो स्पोरोफाइट की अंतिम है, उसे क्या कहते हैं ?
(A) गुरुबीजाणु मातकोशिका
(B) लघुबीजाणु मातृकोशिका
(C) सहायक कोशिका
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
140. केन्द्रकीय भ्रूणपोष में प्राथमिक भ्रूणपोष केन्द्रक के विभाजन के बाद
(A) कोशिकाभित्ति का निर्माण होता है
(B) कोशिकाभित्ति का निर्माण नहीं होता है कहा जा रहा
(C) एक बड़ी तथा एक छोटी कोशिका बनती है
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
141.बहुभ्रूणता सबसे ज्यादा किसमें होती है ?
(A) जिम्नोस्पर्म
(B) टेरिडोफाइट
(C) आवृत्तबीजी
(D) ब्रायोफाइट
Answer ⇒ (A)
142.सामान्यतः एक परिपक्व निषेचित बीजाण्ड में n, 2n तथा 3n स्थिति मिलती है, क्रमशः
(A) भ्रूणपोष, बीजाण्डकाय तथा अण्ड में
(B) अण्ड, एण्टीपोडल तथा भ्रूणपोष में
(C) अध्यावरण, सिनरजिड तथा अण्ड में
(D) अण्ड, बीजाण्डकाय तथा भ्रूणपोष में
Answer ⇒ (D)
143.आर्थोट्रोपस बीजाण्ड में बीजाण्ड द्वारा तथा निभाग होते हैं :
(A) बीजाण्ड वृत्त से तिरछे
(B) बीजाण्ड वृत्त से 90° पर
(C) बीजाण्ड वृत्त से सीधी रेखा में
(D) बीजाण्ड वृत्त के समानान्तर
Answer ⇒ (C)
144.बीजाण्ड में अर्धसूत्री विभाजन होता है :
(A) बीजाण्डाय में
(B) गुरुबीजाणु मातृ कोशिका में
(C) गुरुबीजाणु में
(D) आर्कीस्पोरियम में
Answer ⇒ (B)
145.पराग तथा बीजाणु के अध्ययन को क्या कहते हैं ?
(A) पेलीनोलॉजी
(B) मारफोलॉजी
(C) फाइकोलॉजी
(D) साइटोलॉजी
Answer ⇒ (A)
146.पराग कणों में विशेषकर कौन-सा विटामिन होता है ?
(A) विटामिन B
(B) विटामिन A
(C) विटामिन D
(D) विटामिन C
Answer ⇒ (A)
147.भारतीय आवृत्तबीज भ्रूण विज्ञान के जनक हैं :
(A) बी०एम० जोहरीया
(B) बी०जी०एल० स्वामी
(C) आर० एन० कपिल
(D) पी० माहेश्वरी
Answer ⇒ (D)
148.बीज के उस अंकुरण को जिसमें बीजपत्र भूमि से ऊपर आ जाते हैं,कहते है
(A) अधोभूमिक
(B) भूम्यूपरिक
(C) सजीवप्रजता
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
149.बीजाण्ड के वृन्त को कहते हैं :
(A) फ्यूनिकल
(B) केरन्कल
(D) पेडीसिल
(C) न्यूसेलस
Answer ⇒ (A)
150.वह स्थान जहाँ बीजाण्ड, बीजाण्डवृन्त से जुड़ता है :
(A) Chalaza
(B) बीजाण्डद्वार
(C) बीजाण्डकाय
(D) नाभिका
Answer ⇒ (D)
151.कुछ पुष्यों के परागकोष एवं वर्तिकान के बीच कुछ प्राकृतिक रोध होते हैं जिनके कारण परागण मुश्किल से होता है या होता ही नहीं, उन्हें क्या कहते हैं ?
(A) स्वयंबंध्यता
(B) हेटेरोस्टाइली
(C) हरकोगैमी
(D) गेइगैमी
Answer ⇒ (C)
152.अण्ड उपकरण में होती है :
(A) अण्ड पुजा
(B) अण्ड व ध्रुवीय केन्द्रक
(C) अण्ड व प्रतिव्यासांत कोशिकाएँ
(D) अण्ड व सहायक कोशिकाएँ
Answer ⇒ (D)
153.आवृत्तबीजियों में मादा युग्मकोद्भिद् कहलाता है :
(A) भ्रूणपोष
(B) भ्रूणकोष
(C) भ्रूण
(D) युग्मनज
Answer ⇒ (B)
154.पौधे का ऐसा कौन-सा भाग है जिसमें एक के अंदर दूसरी पीढ़ी होती है ?
(A) अंकुरित परागकण
(B) बीज
(C) अनिषेचित बीजाण्ड
(D) भ्रूण
Answer ⇒ (B)
155.आवृत्तबीजियों में सबसे सामान्य प्रकार बीजाण्ड है :
(A) एम्फीट्रोपास
(B) एट्रोपास
(C) एनाट्रोपस
(D) सर्सिनोट्रोपस
Answer ⇒ (C)
156.एक पादप स्पीशीज में उसकी सहायक-कोशिकाओं में 8 गुणसूत्र होते हैं। बताइए उसकी ऐल्यूरोन परत की कोशिकाओं से गुणसूत्रों की संख्या क्या होगी ?
(A) 16
(B) 24
(C) 32
(D) 8
Answer ⇒ (B)
157.द्विनिषेचन का परिणाम होता है
(A) बीजपत्र
(B) बीजाण्डकाय
(C) भ्रूणपोष
(D) भ्रूण
Answer ⇒ (C)
158.हाइपेन्थेडियम पुष्पक्रम पाया जाता है :
(A) पीपल
(B) तुलसी
(C) सागौन
(D) मदार
Answer ⇒ (A)
159.निम्न में से किस पादप में बीज तो बनता है लेकिन पुष्प नहीं ?
(A) मक्का
(B) पुदीना
(C) पीपल
(D) चीड़
Answer ⇒ (D)
160.भूमि-फलनी फल है :
(A) आलू
(B) मूंगफली
(C) प्याज
(D) अदरक
Answer ⇒ (B)
161.यदि कोई पुष्प चमकीला रंग का हो तथा Nectar स्रावित करता हो तो, यह संभवत:
(A) वायु द्वारा परागित होता है
(B) कीट द्वारा परागित होता है
(C) एक कीटभक्षी पौधा होता है
(D) नपुंसक पुष्प होगा
Answer ⇒ (B)
162.बीजचोल खाया जाता है :
(A) शरीफा का
(B) सेब का
(C) नारंगी का
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (A)
163.किसी पुष्पक्रमी पौधा में अधिकतम गुणसूत्र की संख्या 2n=265 है पौधा लिटोरोसा में, तो न्यूनतम संख्या है : –
(A) 2n = 4
(B) 2n = 14
(C) 2n = 2
(D) 2n = 16
Answer ⇒ (A)
164.मक्का में 10 जोड़ा गणसत्र है। इसमें कितने लिंकेज समूह होंगे ?
(A) 20
(B) 40
(C) 10
(D) 5
Answer ⇒ (C)
165.किसी परागकण का बाहरी स्तर निम्नलिखित में से किस प्रतिरोधी पदार्थ से बना होता है ?
(A) टैनिन
(B) पेक्टोसेलुलोज
(C) स्पोरोपोलेनिन
(D) लिगनिन
Answer ⇒ (C)
166. किसी ovule का शरीर, embryo sac, micropyle तथा funicle यदि एक सीध में हो तो इसे कहते हैं :
(A) Orthotropous
(B) Amphiltropous
(C) Anatropous
(D) Campylotropous
Answer ⇒ (A)
167.यदि ovule मुड़ा हुआ हो तथा भ्रूणकोष घोड़े के नालनुमा हो तो इसे कहते हैं :
(A) anatropous
(B) Circinotropous
(C) amphitropous
(D) Orthotropous
Answer ⇒ (C)
168.यदि परागकण का स्थानान्तरण वायु द्वारा होता है तो इसे कहते हैं :
(A) Anemophily
(B) Entomophily
(C) Omithophily
(D) Myrmecophily
Answer ⇒ (A)
169.निम्नलिखित में से किसमें Cleistogamy होता है ?
(A) धतुरा :
(B) पिटूनिया
(C) कोमेलिना
(D) ग्लेडिओलस
Answer ⇒ (C)
170.यदि परागण एक ही पौधे के दो पुष्पों के बीच हों तो इसे कहते हैं :
(A) जिनोगेमी
(B) जीटोनोगेमी
(C) पोरोगेमी
(D) इन्टोमोफिली
Answer ⇒ (B)
171.यदि परागण मधुमक्खी द्वारा सम्पन्न हो तो इसे कहते हैं :
(A) Ornithophily
(B) Myrmecophily
(C) Entomophily
(D) Chiropterophily
Answer ⇒ (C)
172.पक्षी द्वारा परागण को कहते हैं :
(A) Entomophily
(B) Myrmecophily
(C) Ornithophily
(D) Chiropterophily
Answer ⇒ (C)
173.किसी आवृत्तबीजी के भ्रूण पोषक कोशिका में गुणसूत्र होते हैं। इसके युग्मक में गुणसूत्र की संख्या होगी
(A) 8
(B) 16
(C) 24
(D) 48
Answer ⇒ (A)
174.निम्नलिखित में कौन सही फल है ?
(A) नारियल
(B) सेब
(C) नाशपाती
(D) काजू
Answer ⇒ (A)
175.लीची का खाने योग्य भाग है :
(A) endo sperm
(B) Mesocarp
(C) Fleshy aril
(D) Pericarp
Answer ⇒ (C)
176.एक मटर पौधा में 400 बीज निर्माण में कितने अर्द्धसूत्री विभाजन की संख्या जरूरी
(A) 400
(B) 500
(C) 600
(D) 800
Answer ⇒ (B)
177. Nucellus या Integument से अतिरिक्त भ्रूण के निर्माण को कहते हैं :
(A) Polyspermy
(B) TUHICHTE
(C) पार्थेनोकार्प
(D) पोलिइम्ब्रायोनी
Answer ⇒ (D)
178.निम्नलिखित में कौन Anther wall का हिस्सा नहीं है?
(A) endothecium
(B) endothelium
(C) tapetum
(D) middle layers
Answer ⇒ (B)
179.Egg apparatus बना होता है :
(A) egg cell
(B) synergids
(C) antipodals
(D) दोनों (A) तथा (B)
Answer ⇒ (D)
180.नारियल के endosperm का कौन-सा भाग liquid syncytium कहलाता है ?
(A) नारियल बीज का liquid endosperm
(B) endosperm TET
(C) endosperm का बाहरी स्तर
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (A)
181.परिवर्धनशील भ्रूण द्वारा भ्रूणपोष का उपभोग किसके बीज में होता है ?
(A) नारियल
(B) अरंड
(C) मटर
(D) मक्का
Answer ⇒ (C)
182.इनमें से किसका पुष्पासन खाया जाता है ?
(A) शरीफा
(B) सेब
(C) नारंगी
(D) लीची
Answer ⇒ (B)
183.स्तनधारी के शुक्राणु के मध्य भाग में क्या पाया जाता है ?
(A) केन्द्रक
(B) रसधानी
(C) माइटोकॉन्ड्रिया
(D) सेंट्रीओल
Answer ⇒ (C)
184.निषेचन क्या है ?
(A) अंडा तथा नर न्यूक्लियस का संयोजन
(B) अंडा तथा सेकंडरी न्यूक्लियस का संयोजन
(C) अंडा तथा सिरनजीड का संयोजन
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
185.भ्रूणपोष में कितने गुणसूत्र होते हैं ? (पुष्पीय पौधों में)
(A) n
(B) 2n
(C) 3n
(D) (A) एवं (C) दोनों
Answer ⇒ (C)
186.भ्रूणकोष की सेन्ट्रल कोशिका है :
(A) प्रारंभिक केन्द्रक
(B) द्वितीयक केन्द्रक
(C) सहायक कोशिका
(D) (A) (B) दोनों
Answer ⇒ (B)
187.निम्न में से किसमें जल परागण होता है ?
(A) जलकुंभी
(B) कमल
(C) हाइड्रिला
(D) (B) और (C) दोनों
Answer ⇒ (C)
188.अनुन्मील्य परागण वाले पौधों में निश्चित रूप से होता है
(A) स्व-परागण
(B) पर-परागण
(C) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
189. Sporogenesis कहते हैं
(A) बीजाणु के विकास एवं निर्माण को
(B) Mitospores के उत्पादन को
(C) Meiospores के उत्पादन को
(D) युग्मज एवं भ्रूण के निर्माण को
Answer ⇒ (A)
190.दो Microsporangia युक्त Monothecous परागकोश किसमें पाया जाता है ?
(A) ब्रासिका
(B) धनियाँ
(C) लिग्यूम्स
(D) हिबिस्कस
Answer ⇒ (D)
191. Polynology में किसका अध्ययन करते हैं ?
(A) परागकण
(B) बेर
(C) पुष्प
(D) फल
Answer ⇒ (A)
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. एक आवृतबीजी पुष्प के उन अंगों के नाम बताएँ, जहाँ नर एवं मादा युग्मकोभिद् का विकास होता है?
उत्तर :- आवृतबीजी पादप (angiospermic plant) पुष्पीय पादप हैं। पुष्प एक रूपान्तरित प्ररोह (modified shoot) है जिसका कार्य प्रजनन होता है। पुष्प में निम्नलिखित चार चक्र होते हैं –
(क) बाह्यदलपुंज (Calyx) – इसका निर्माण बाह्यदल (sepals) से होता है।
(ख) दलपुंज (Corolla) – इसका निर्माण दल (petals) से होता है।
(ग) पुमंग (Androecium) – इसका निर्माण पुंकेसर (stamens) से होता है। यह पुष्प का नर जनन चक्र कहलाता है।
(घ) जायांग (Gynoecium) – इसका निर्माण अण्डप (carpels) से होता है। यह पुष्प का मादा जनन चक्र कहलाता है।
पुंकेसर के परागकोश (anther) में परागकण मातृ कोशिका (pollen mother cells) से अर्द्धसूत्री विभाजन द्वारा परागकण (pollen grains) का निर्माण होता है। परागकण नर युग्मकोभिद् (male gametophyte) कहलाता है।
अण्डप (carpel) के तीन भाग होते हैं – अण्डाशय (ovary), वर्तिका (style) तथा वर्तिकाग्र (stigma)। अण्डाशय में बीजाण्ड का निर्माण होता है। बीजाण्ड के बीजाण्डकाय की गुरुबीजाणु मातृ कोशिका (mega spore mother cell) से अर्द्धसूत्री विभाजन द्वारा अगुणित गुरुबीजाणु से मादा युग्मकोभिद् (female gametophyte) अथवा भ्रूणकोष (embryo sac) का विकास होता है।
प्रश्न 2. लघुबीजाणुधानी तथा गुरुबीजाणुधानी के बीच अन्तर स्पष्ट करें। इन घटनाओं के दौरान किस प्रकार का कोशिका विभाजन सम्पन्न होता है ? इन दोनों घटनाओं के अंत में बनने वाली संरचनाओं के नाम बताइए।
उत्तर :- लघुबीजाणुधानी तथा गुरुबीजाणुधानी के मध्य निम्न अन्तर हैं –
इन घटनाओं के दौरान अर्धसूत्री विभाजन होता है। लघुबीजाणुजनन के अन्त में लघुबीजाणु अथवा परागकण बनते हैं तथा गुरुबीजाणुजनन के अन्त में चार गुरूबीजाणु बनते हैं।
प्रश्न 3. निम्नलिखित शब्दावलियों को सही विकासीय क्रम में व्यवस्थित करें-परागकण, बीजाणुजन ऊतक, लघुबीजाणु चतुष्क, परागमातृ कोशिका, नर युग्मक।
उत्तर :- उपरोक्त शब्दावलियों का सही विकासीय क्रम निम्नवत् है –
बीजाणुजन ऊतक → परागमातृ कोशिका → लघुबीजाणु चतुष्क → परागकण → नरयुग्मक
प्रश्न 4. असंगजनन क्या है ? इसका क्या महत्त्व है ?
उत्तर :- अलैंगिक जनन की एक सामान्य विधि जिसमें नये पौधे का निर्माण युग्मकों के संलयन के बिना ही होता है, असंगजनन (apomixis) कहलाती है। असंगजनन में गुणसूत्रों का विसंयोजन व पुनःसंयोजन (segregation and recombination) नहीं होता है। अतः इसमें पौधे के लाभदायक गुणों को अनिश्चित समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है।
प्रश्न 5. आप मादा युग्मकोभिद् के एकबीजाणुज विकास से क्या समझते हैं ?
उत्तर :- गुरुबीजाणुजनन के फलस्वरूप बने गुरुबीजाणु चतुष्क (tetrad) में से तीन नष्ट हो जाते हैं। तथा केवल एक गुरुबीजाणु ही सक्रिय होता है जो मादा युग्मकोभिद् का विकास करता है। गुरुबीजाणु का केन्द्रक तीन, सूत्री विभाजनों द्वारा आठ केन्द्रक बनाता है। प्रत्येक ध्रुव पर चार-चार केन्द्रक व्यवस्थित हो जाते हैं। भ्रूणकोष के बीजाण्डद्वारी ध्रुव पर स्थित चारों केन्द्रक में से तीन केन्द्रक कोशिकाएँ अण्ड उपकरण (egg apparatus) बनाते हैं, जबकि निभागी सिरे के चार केन्द्रकों में से तीन केन्द्रक एन्टीपोडल कोशिकाएँ (antipodal cells) बनाते हैं। दोनों ध्रुवों से आये एक-एक केन्द्रक, केन्द्रीय कोशिका में संयोजन द्वारा ध्रुवीयकेन्द्रक (polar nucleus) बनाते हैं। चूंकि मादा युग्मकोद्भिद् सिर्फ एक ही गुरुबीजाणु से विकसित होता है, अत: इसे एक बीजाणुज विकास कहते हैं।
प्रश्न 6. एक स्पष्ट एवं साफ-सुथरे चित्र के द्वारा परिपक्व मादा युग्मकोदभिद के 7-कोशिकीय, 8-न्यूक्लिएट (केन्द्रकीय) प्रकृति की व्याख्या करें।
उत्तर :- आवृतबीजी पौधों को मादा युग्मकोभिद् 7-कोशिकीय व 8-केन्द्रकीय होता है जिसके परिवर्धन के समय क्रियाशील गुरुबीजाणु (functional megaspore), प्रथम केन्द्रीय विभाजन द्वारा दो केन्द्रक बनाता है। दोनों केन्द्रक गुरुबीजाणु के दोनों ध्रुवों (माइक्रोपाइल व निभागीय) पर पहुँच जाते हैं। द्वितीय विभाजन द्वारा दोनों सिरों पर दो-दो केन्द्रिकाएँ बन जाती हैं। तृतीय विभाजन द्वारा दोनों सिरों पर चार-चार केन्द्रक बन जाते हैं। माइक्रोपायलर शीर्ष पर चार केन्द्रकों में से तीन केन्द्रक अण्ड उपकरण (egg apparatus) बनाते हैं तथा चौथा केन्द्रक ऊपरी ध्रुव का चक्र बनाता है। निभागीय शीर्ष पर चार केन्द्रकों में से तीन एन्टीपोडल केन्द्रक तथा चौथा केन्द्रक निचला ध्रुव केन्द्रक का निर्माण करता है। ऊपरी तथा निचला ध्रुवीय केन्द्रक मध्य में आकर संयोजन द्वारा द्वितीयक केन्द्रक (secondary nucleus) बनाते हैं। अण्ड उपकरण के तीन केन्द्रकों से मध्य वाला केन्द्रक अण्ड (egg) बनाता है। शेष दोनों केन्द्रक सहायक कोशिकाएँ (synergid cells) बनाते हैं।
प्रश्न 7. उन्मील परागणी पुष्पों से क्या तात्पर्य है ? क्या अनुन्मीलिय पुष्पों में पर-परागण सम्पन्न होता है ? अपने उत्तर की सतर्क व्याख्या करें।
उत्तर :- वे पुष्प जिनके परागकोश तथा वर्तिकाग्र अनावृत (exposed) होते हैं, उन्मील परागणी पुष्प कहलाते हैं। उदाहरण- वायोला, ऑक्जेलिस।
अनुन्मीलिय पुष्पों में पर-परागण नहीं होता है। अनुन्मीलिय पुष्प अनावृत नहीं होते हैं। अतः इनमें पर-परागण सम्भव नहीं होता है। इस प्रकार के पुष्पों के परागकोश तथा वर्तिकाग्र पास-पास स्थित होते हैं। परागकोश के स्फुटित होने पर परागकण वर्तिकाग्र के सम्पर्क में आकर परागण करते हैं। अतः अनुन्मीलिय पुष्प स्व-परागण ही करते हैं।
प्रश्न 8. पुष्पों द्वारा स्व-परागण को रोकने के लिए विकसित की गयी दो कार्यनीतियों का विवरण दें।
उत्तर :- पुष्पों में स्व-परागण को रोकने हेतु विकसित की गयी दो कार्यनीतियाँ निम्न हैं –
1.स्व-बन्ध्यता (Self-fertility) – इस प्रकार की कार्यनीति में यदि किसी पुष्प के परागण उसी पुष्प के वर्तिकाग्र पर गिरते हैं तो वे उसे निषेचित नहीं कर पाते हैं। उदाहरण-माल्वा के एक पुष्प के परागकण उसी पुष्प के वर्तिकाग्र पर अंकुरित नहीं होते हैं।
2. भिन्न काल पक्वता (Dichogamy) – इसमें नर तथा मादा जननांग अलग-अलग समय में | परिपक्व होते हैं जिससे स्व-परागण नहीं हो पाता है। उदाहरण-सैक्सीफ्रेगा कुल के सदस्य।
प्रश्न 9. स्व-अयोग्यता क्या है ? स्व-अयोग्यता वाली प्रजातियों में स्व-परागण प्रक्रिया बीज की रचना तक क्यों नहीं पहुँच पाती है ?
उत्तर :- स्व-अयोग्यता पुष्पीय पौधों में पायी जाने वाली ऐसी प्रयुक्ति है जिसके फलस्वरूप पौधों में स्व-परागण (self-pollination) नहीं होता है। अतः इन पौधों में सिर्फ पर-परागण (cross pollination) ही हो पाता है। स्व-अयोग्यता दो प्रकार की होती है –
1.विषमरूपी (Heteromorphic) – इस प्रकार की स्व-अयोग्यता में एक ही जाति के पौधों के वर्तिकाग्र तथा परागकोशों की स्थिति में भिन्नता होती है अतः परागनलिका की वृद्धि वर्तिकाग्र में रुक जाती है।
2. समकारी (Homomorphic) – इस प्रकार की स्व-अयोग्यता विरोधी-S अलील्स (opposition-S-alleles) द्वारा होती है। उपरोक्त कारणों के फलस्वरूप स्व-अयोग्यता वाली जातियों में स्व-परागण प्रक्रिया बीज की रचना तक नहीं पहुँच पाती है।
प्रश्न 10. बैगिंग (बोरावस्त्रावरण) या थैली लगाना तकनीक क्या है ? पादप जनन कार्यक्रम में यह कैसे उपयोगी है ?
उत्तर :- बैगिंग (बोरावस्त्रावरण) एक ऐसी तकनीक है जिसके द्वारा परागण में ऐच्छिक परागकणों का उपयोग तथा वर्तिकाग्र को अनैच्छिक परागकणों से बचाना सुनिश्चित किया जाता है। बैगिंग के अन्तर्गत विपुंसित पुष्पों को थैली से ढ़ककर, इनके वर्तिकाग्र को अवांछित परागकणों से बचाया जाता है। पादप जनन में इस तकनीक द्वारा फसलों को उन्नतशील बनाया जाता है तथा सिर्फ ऐच्छिक गुणों वाले परागकण वे वर्तिकाग्र के मध्य परागण सुनिश्चित कराया जाता है।
प्रश्न 11. त्रि-संलयन क्या है ? यह कहाँ और कैसे सम्पन्न होता है ? त्रि-संलयन में सम्मिलित न्यूक्लीआई का नाम बताएँ।
उत्तर :- परागनलिका से मुक्त दोनों नर केन्द्रकों में से एक मादा केन्द्रक से संयोजन करता है। दूसरा नर केन्द्रक भ्रूणकोष में स्थित द्वितीयक केन्द्रक (2n) से संयोजन करता है। द्वितीयक केन्द्रक में दो केन्द्रक पहले से होते हैं तथा नर केन्द्रक से संलयन के पश्चात् केन्द्रकों की संख्या तीन हो जाती है। तीन केन्द्रकों का यह संलयन, त्रिसंलयन (triple fusion) कहलाता है। त्रिसंलयन की प्रक्रिया भ्रूणकोष में होती है तथा इसमें ध्रुवीय केन्द्रक अर्थात् द्वितीयक केन्द्रक व नर केन्द्रक सम्मिलित होते हैं।
प्रश्न 12. एक निषेचित बीजाण्ड में, युग्मनज प्रसुप्ति के बारे में आप क्या सोचते हैं ?
उत्तर :- निषेचन के पश्चात् बीजाण्ड में युग्मनज (zygote) का विकास होता है। बीजाण्ड के अध्यावरण दृढ़ होकर बीजावरण (seed coat) बनाते हैं। बीजाण्ड के बाहरी अध्यावरण से बीजकवच तथा भीतरी अध्यावरण से अन्तः कवच बनता है। भ्रूणपोष में भोज्य पदार्थ एकत्रित होने लगते हैं। जल की मात्रा धीरे-धीरे कम हो जाती है, अतः कोमल बीजाण्डे कड़ा व शुष्क हो जाता है। धीरे-धीरे बीजाण्ड के अंदर की कार्यिकी क्रियाएँ रुक जाती हैं तथा युग्मनज से बना नया भ्रूण सुप्तावस्था में पहुँच जाता है। इसे युग्मनज प्रसुप्ति कहते हैं। बीजावरण से घिरा, एकत्रित भोजन युक्त तथा सुसुप्त भ्रूण युक्त यह रचना, बीज (seed) कहलाती है।
प्रश्न 13. इनमें विभेद करें –
(क) बीजपत्राधार तथा बीजपत्रोपरिक
(ख) प्रांकुर चोल तथा मूलांकुर चोल
(ग) अध्यावरण तथा बीज चोल
(घ) परिभ्रूण पोष तथा फलभित्ति
उत्तर :-
(क) बीजपत्राधार तथा बीजपत्रोपरिक में अन्तर बीजपत्राधार
(ख) प्रांकुर चोल तथा मूलांकुर चोल में अन्तर
(ग) अध्यावरण तथा बीज चोल में अन्तर
(घ) परिभ्रूण पोष तथा फलभित्ति में अन्तर
प्रश्न 14. एक सेब को आभासी फल क्यों कहते हैं ? पुष्प का कौन-सा भाग फल की रचना करता है ?
उत्तर :- सेब में फल का विकास पुष्पासन (thalamus) से होता है। इसी कारण इसे आभासी फल (false fruit) कहते हैं। फल की रचना, पुष्प के निषेचित अण्डाशय (ovary) से होती है।
प्रश्न 15. विपुंसन से क्या तात्पर्य है ? एक पादप प्रजनक कब और क्यों इस तकनीक का प्रयोग करता है ?
उत्तर :- एक द्विलिंगी पुष्प की कली अवस्था में, परागकोश को काटकर अलग करने की प्रक्रिया, विपुंसन (emasculation) कहलाती है। यह कृत्रिम परागण की एक तकनीक है तथा इसका प्रयोग पादप प्रजनक द्वारा आर्थिक महत्त्व के पौधों की अच्छी नस्ल बनाने में किया जाता है। विपुंसन द्वारा यह सुनिश्चित किया जाता है कि ऐच्छिक वर्तिकाग्र युक्त पौधे पर ही परागण हो।
प्रश्न 16. यदि कोई व्यक्ति वृद्धि कारकों का प्रयोग करते हुए अनिषेकजनन को प्रेरित करता है तो आप प्रेरित अनिषेकजनन के लिए कौन-सा फल चुनते हैं और क्यों ?
उत्तर :- वृद्धि कारकों के प्रयोग द्वारा अनिषेकजनन हेतु हम केले का चयन करेंगे क्योंकि यह बीज रहित होता है।
प्रश्न 17. परागकण भित्ति रचना में टेपीटम की भूमिका की व्याख्या कीजिए।
उत्तर :- पुंकेसर के परागकोश (anther) में प्रायः चार लघुबीजाणुधानी (microsporangia) बनती हैं। प्रत्येक लघुबीजाणुधानी चार पर्वो वाली भित्ति से आवृत होती है। बाहर से भीतर की ओर इन्हें क्रमशः बाह्य त्वचा (epidermis), अंतस्थीसियम (endothecium), मध्यपर्त (middle layer) तथा टेपीटम (tapetum) कहते हैं। बाह्य तीन पर्ते लघुबीजाणुधानी को संरक्षण प्रदान करती हैं और स्फुटन में सहायता करती हैं। सबसे भीतरी टेपीटम पर्त की कोशिकाएँ विकासशील परागकणों को पोषण प्रदान करती हैं।
प्रश्न 18. युक्तपुंकेसरी दशा किसे कहते हैं?
उत्तर :- जब किसी पुष्प के सभी पुंकेसर परस्पर संलग्न होते हैं, तब इसे युक्तपुंकेसरी दशा कहते हैं। जैसे – Cucurbitaceae family के पौधों में।
प्रश्न 19. चतुर्दी पुंकेसर किसे कहते हैं?
उत्तर :- जब एक पुष्प के चार पुंकेसर लम्बे और दो पुंकेसर छोटे हों, तो इसे चतुर्थी अवस्था कहते हैं। जैसे – सरसों के पुष्प में।
प्रश्न 20. जौ या गेहूँ के 100 दाने बनाने के लिए कितने अर्द्धसूत्री विभाजन की आवश्यकता होगी?
उत्तर :- जौ या गेहूँ के 100 दाने बनाने के लिए 125 अर्द्धसूत्री विभाजन की आवश्यकता होगी।
प्रश्न 21. पॉलीगोनम प्रकार के भ्रूणकोष में कितने केन्द्र उपस्थित होते हैं?
उत्तर :- परिपक्व भ्रूणकोष 8 केन्द्रकीय एवं 7 कोशिकीय होता है।
प्रश्न 22. भ्रूणपोष केन्द्रक का निर्माण कैसे होता है? इसमें उपस्थित गुणसूत्रों की संख्या कितनी होती
उत्तर :- द्वितीयक केन्द्रक (2n) तथा एक नर केन्द्रक (n) के संलयन से भ्रूणपोष केन्द्रक का निर्माण होता है। इसमें उपस्थित गुणसूत्रों की संख्या 3n होती है।
प्रश्न 23. निमीलिता को परिभाषित कीजिए तथा एक उदाहरण भी दीजिए।
उत्तर :- कुछ द्विलिंगी पुष्प ऐसे होते हैं जो कभी नहीं खिलते। इन पुष्पों को निमीलित पुष्प कहते हैं। ऐसे पुष्पों में बन्द अवस्था में ही परागकोश फट जाते हैं जिससे परागकण पुष्प के वर्तिकाग्र पर बिखर जाते हैं और स्व-परागण हो जाता है। इस प्रक्रिया को ही निमीलिता कहते हैं। उदाहरणार्थ-कनकौआ (Commelina), गुलमेंहदी (Impatiens), बनफसा (Viola), मूंगफली (Arachis) आदि।
प्रश्न 24. भ्रूणपोष का विकास आवृतबीजी पौधों में किस प्रक्रिया के फलस्वरूप होता है?
उत्तर :- द्विनिषेचन के पश्चात् होता है।
प्रश्न 25. प्रजनन की पाल्मेला स्टेज किस पादप में पाई जाती है?
उत्तर :- प्रजनन की पाल्मेला स्टेज क्लेमाइडोमोनास में पाई जाती है।
प्रश्न 26. पालीनिया का नामांकित चित्र बनाइये।
उत्तर :-
प्रश्न 27. निम्न में अन्तर कीजिए –
1.उभयलिंगाश्रयी तथा एकलिंगाश्रयी।
2. समकालपक्वता तथा पूर्वमुँपक्वता।
3. भ्रूणपोषी तथा अभ्रूणपोषी बीज।
उत्तर :-
1. उभयलिंगाश्रयी (Monoecious) – जब नर तथा मादा पुष्प एक ही पौधे पर लगे होते हैं, तो ऐसे पौधे को एकक्षयक कहते हैं, जैसे-लौकी, कद्दू, खीरा, मक्का, अरण्डी आदि। एकक्षयक पौधों में बहुधा नर पुष्प शीर्ष की ओर तथा मादा पुष्प नीचे की ओर लगे रहते हैं। इन पौधों के पुष्पों में स्व-परागण भी हो सकता है।
एकलिंगाश्रयी (Dioecious) – जब नर तथा मादा पुष्प दो भिन्न पौधों पर लगे होते हैं, तो ऐसे पौधों को द्विक्षयक कहते हैं, जैसे – पपीता, शहतूत, भाँग, केवड़ा, डेटपाम (datepalm) आदि। द्विक्षयक पौधों में केवल पर-परागण ही सम्भव है।
2. समकालपक्वता (Homogamy) – इस प्रकार के स्वपरागण में पुष्प का परागकोष तथा वर्तिकाग्र एक ही समय में परिपक्व होते हैं; जैसे-गार्डेनिया (Gardenia); कॉनवालवुलस (Convolvulus); सदाबहार (Vinca rosed = Catharanthus roseus), गुलाबांस (Mirabilis) आदि।
पूर्वऍपक्वता (Protandry) – जब पुष्प में पुमंग (androecium), जायांग (gynoecium) से पहले परिपक्व हो जाते हैं तब इस अवस्था को पूर्वऍपक्व (protandrous) कहते हैं। इन पुष्पों के परागकोश से निकलकर परागकण उसी पौधे के पुष्पों का परागण नहीं कर पाते परन्तु दूसरे पुष्पों के वर्तिकाग्र पर पहुँचकर परागण करते हैं; जैसे-गुड़हल, कपास, क्लेरोडेन्ड्रान, सालवियो, सूर्यमुखी, गेंदा, धनिया, सौंफ, बेला आदि। यह दशा पूर्वस्त्रीपक्वता की अपेक्षा अधिक सामान्य है।
3. भ्रूणपोषी बीज (Endospermic Seeds) – ऐसे सभी बीज जिनमें भ्रूणपोष बीजों के अंकुरण तक पाया जाता है उन्हें भ्रूणपोषी बीज या एल्ब्यूमिनस बीज (albuminous seeds) कहते हैं। इन बीजों में बीजपत्र (cotyledons) बहुत पतले होते हैं क्योंकि इनमें भोजन भ्रूणपोष में संचित रहता है; जैसे-सुपारी (Areca), फाइटेलेप्स (Phyteleps), डेट (Phoenix), अरण्डी (Caster), गेहूँ (Wheat), मक्का (Maize) आदि।
अभ्रूणपोषी बीज (Non-endospermic Seeds) – कुछ पौधों, जैसे–चना, सेम, मटर में भ्रूणपोष, भ्रूण-परिवर्धन में पूर्णरूप से प्रयोग हो जाता है। ऐसे बीजों के बीजपत्रों (cotyledons) में भोजन संचित रहने के कारण ये मोटे होते हैं। इन्हें अभ्रूणपोषी (non-endospermic) या एक्सएल्ब्यूमिनस (exalbuminous) बीज कहते हैं।
प्रश्न 28. आवृतबीजों में नर युग्मकोभिद का संक्षिप्त विवरण दीजिए।
या एक आवृतबीजी पौधे के परागकण के अंकुरण की विभिन्न अवस्थाओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर :-
नर युग्मकोदभिदका विकास
परागकोश के स्फुटन के समय मध्य स्तर व टेपीटम स्तर नष्ट हो जाते हैं। इस प्रकार परागकोश भित्ति में केवल बाह्यत्वचा (epidermis) व अन्तःत्वचा (endothecium) रह जाती है। प्रायः परागकोश का स्फुटन अनुदैर्घ्य दरारें (longitudinal slits) बनने से होता है जो प्रायः दो परागधानियों के मिलने के स्थान पर (A) (B) होती हैं। कभी-कभी अग्र दरारों (terminal slits) अथवा छिद्रों (pores) से भी परागकोशों को स्फुटन होता है। स्फुटन के फलस्वरूप परागकण स्वतन्त्र हो जाते हैं। परागकोश से स्वतन्त्र होने के पूर्व ही परागकणों का अंकुरण हो जाता है। इस क्रिया में सर्वप्रथम परागकण का केन्द्रक परागकण-भित्ति की ओर जाकर समसूत्री विभाजन द्वारा दो केन्द्रकों में विभाजित हो जाता है।
इनमें बड़े केन्द्रक को वर्दी केन्द्रक या नली केन्द्रक (vegetative nucleus or tube nucleus) तथा छोटे केन्द्रक को जनन केन्द्रक (generative nucleus) कहते हैं। प्रायः इस अवस्था में परागकण, परागकोश को छोड़ देते हैं। अब परागकणों का आगे का विकास मादा पुष्प के स्त्रीकेसर (pistil) के वर्तिकाग्र पर होता है। परागण (pollination) की क्रिया द्वारा परागकण, स्त्रीकेसर (pistil) के वर्तिकाग्र (stigma) पर पहुँच जाते हैं जहाँ इनका अंकुरण होता है।
प्रश्न 29. वायु परागण पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
या वायु परागित पुष्पों की विशेषताएँ लिखिए।
उत्तर :- पुष्पों में वायु द्वारा होने वाले पर-परागण को वायु परागण (anemophily) कहते हैं और ऐसे पुष्पों को वायु परागित पुष्प (anemophilous flowers) कहते हैं। वायु परागित पुष्पों में कुछ विशेषताएँ पायी जाती हैं जो निम्नलिखित हैं –
1.वायु परागित पुष्प छोटे एवं आकर्षण रहित होते हैं। ये रंगहीन (colourless); गंधहीन (odourless) एवं मकरन्द रहित होते हैं।
2. वायु परागित पुष्प प्रायः एकलिंगी (unisexual) होते हैं। ये पत्तियों वाले भाग के ऊपर निकलते हैं तथा इनमें नर पुष्पों की अधिकता होती है; जैसे – मक्का में अथवा फिर नई पत्तियों के निकलने से पहले ही खिल जाते हैं, जैसे-पोपलर में।
3. पुष्प के अनावश्यक भाग; जैसे – बाह्यदल एवं दल बहुत छोटे होते हैं जिससे ये परागकणों और वर्तिकाग्र के बीच रुकावट न बन सकें।
4. वायु परागण करने वाले पुष्पों द्वारा प्रचुर मात्रा में परागकण (pollen grains) उत्पन्न होते हैं। क्योंकि वायु के झोंकों के साथ परागकणों का अधिकांश भाग इधर-उधर गिरकर नष्ट हो जाता है और फिर थोड़े से परागकण ही वास्तविक परागण क्रिया में भाग ले पाते हैं। उदाहरणार्थमक्का (Zea) तथा रूमेक्स (Rumex) का एक पौधा क्रमशः लगभग 2 करोड़ तथा 40 करोड़ परागकण उत्पन्न करता है। इसी प्रकार केनाबिस (Cannabis) के एक पुष्प से लगभग 5 लाख परागकणों का निर्माण होता है।
5. परागकण छोटे, शुष्क व हल्के होते हैं जिससे ये वायु में आसानी से इधर-उधर उड़ सकें। कुछ पुष्पों के परागकणों में विशेष संरचनाएँ भी पायी जाती हैं जो वायु परागण में सहायक होती हैं; जैसे-चीड़ (Pinus) के परागकण पंखयुक्त (winged) होते हैं जिससे ये आसानी से उड़ सकें।
6. पुंकेसर के पुंतन्तु प्रायः लम्बे तथा पतले होते हैं और पुष्प के बाहर निकले रहते हैं जिससे वायु के झोंकों के साथ ये आसानी से पुंतन्तुओं पर झूल सकें, जैसे—पोपलर में। घास, ताड़ आदि में पुष्पों के परागकोश मुक्तदोली (versatile) प्रकार का होता है जिससे ये वायु में आसानी से झूल सकें।
7. इन पुष्पों का वर्तिकाग्र लम्बा, रोमयुक्त एवं पुष्प के बाहर निकला होता है जिससे ये परागकणों को आसानी से पकड़ सकें; जैसे-रोमयुक्त (मक्का) या चिपचिपा (पोपलर)।
प्रश्न 30.आवृतबीजी पौधों में द्विनिषेचन की क्रिया का सचित्र वर्णन कीजिए।
या द्विनिषेचन पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।
उत्तर :-
द्विनिषेचन या दोहरा निषेचन
पराग नलिका (pollen tube) में उपस्थित दोनों नर केन्द्रक ही नर युग्मक (male gametes) की तरह कार्य करते हैं और भ्रूणकोष में पहुँचने के बाद इनमें से एक नर युग्मक वास्तविक मादा युग्मक (female gamete) अर्थात् अण्ड कोशिका (egg cell) के अन्दर प्रवेश करके उसके केन्द्रक के साथ संलयित (fuse) हो जाता है। यह क्रिया वास्तविक युग्मक संलयन (syngamy) है। इस प्रकार की क्रिया को निषेचन (fertilization) कहते हैं। दूसरा नर युग्मक, दो ध्रुवीय केन्द्रकों (polar nuclei) द्वारा बने द्वितीयक केन्द्रक (secondary nucleus) की ओर पहुँचकर उसे निषेचित करता है। यह क्रिया त्रिसंयोजन (triple fusion) कहलाती है। इस समय भ्रूणकोष के अन्दर निषेचित अण्डकोशिका तथा त्रिसंयोजित केन्द्रक के अतिरिक्त सभी केन्द्रक अथवा कोशिकाएँ धीरे-धीरे लुप्त हो जाती हैं। यहाँ, एक ही भ्रूणकोष में दो संलयन होते हैं; अतः यह क्रिया द्विनिषेचन (double fertilization) कहलाती है और इस क्रिया के फलस्वरूप भ्रूणकोष में प्रायः निम्नलिखित परिवर्तन दृष्टिगोचर होते हैं –
1. बीजाण्ड के दोनों कवच तथा इनसे बनने वाली संरचनाओं में कोई विशेष परिवर्तन नहीं होता और ये नये बनने वाले बीज का बीजावरण (seed coat) बनाते हैं।
2. बीजाण्डकाय में उपस्थित भ्रूणकोष (embryo sac) में, अब दो ही केन्द्रक तथा उनसे बनने वाली कोशिकाएँ रह जाती हैं, ये इस प्रकार हैं –
*निषिक्ताण्ड (Oospore) – जो एक नर युग्मक (केन्द्रक) तथा अण्डकोशिका के संलयन (fusion) के फलस्वरूप बना है तथा आगे चलकर भ्रूण (embryo) का निर्माण करेगा।
*भूणपोष केन्द्रक (Endospermic Nucleus) – जो द्वितीयक केन्द्रक (2n) तथा एक नर केन्द्रक (n) के संलयन से बना है अतः प्रायः त्रिगुणित (triploid) होता है और | सम्पूर्ण भ्रूणकोष के कोशिकाद्रव्य को अपनी कोशिका मानकर रहता है। यही कोशिका आगे चलकर भ्रूणपोष (endosperm) का निर्माण करती है।