वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1.दांडी यात्रा का नेतृत्व किसने किया था ?
(A) गाँधी
(B) नेहरू
(C) पटेल
(D) इनमें कोई नहीं
Ans. (A)
2. महात्मा गाँधी के बचपन का क्या नाम था ?
(A) तनु
(B) मोनिया
(C) केसर
(D) गोविन्द
Ans. (B)
3. ‘हिन्द स्वराज’ पुस्तक के लेखक कौन थे ?
(A) महात्मा गाँधी
(B) अबुल फजल
(C) बाल गंगाधर तिलक
(D) जवाहरलाल नेहरू
Ans. (A)
4. गाँधी जी ने भारत में सत्याग्रह का पहला प्रयोग कहाँ किया था ?
(A) कलकता में
(B) अहमदाबाद में
(C) चंपारण में
(D) खेड़ा में
Ans. (C)
5. 1929 में काँग्रेस के लाहौर अधिवेशन की अध्यक्षता किसने की थी ?
(A) मोतीलाल नेहरू
(B) जवाहरलाल नेहरू
(C) महात्मा गाँधी
(D) राजेन्द्र प्रसाद
Ans. (B)
6. गाँधी जी ने नमक कानून किस दिन तोड़ा ?
(A) 12 मार्च, 1930 को
(B) 12 अप्रैल, 1930 को
(C) 6 मार्च, 1930 को
(D) 6 अप्रैल, 1930 को
Ans. (D)
7. क्रिप्स मिशन किस वर्ष भारत आया ?
(A) 1940 ई. में
(B) 1942 ई. में
(C) 1946 ई. में
(D) 1947 ई. में
Ans. (B)
8. कैबिनेट मिशन भारत कब आया ?
(A) 1946 ई. में
(B) 1947 ई. में
(C) 1948 ई. में
(D) 1949 ई. में
Ans. (A)
9. अंतरिम सरकार के प्रधानमंत्री कौन थे ?
(A) जवाहरलाल नेहरू
(B) सरदार पटेल
(C) मोतीलाल नेहरू
(D) राजेन्द्र प्रसाद
Ans. (A)
10. द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में किसने पूरे भारत का प्रतिनिधित्व करने का दावा किया ?
(A) काँग्रेस ने
(B) मुस्लिम लीग ने
(C) अंबेडकर ने
(D) देशी राजे-राजवाड़े ने
Ans.(A)
11. बारदोली में किसान आन्दोलन कब हुआ ?
(A) 1925 ई. में
(B) 1928 ई. में
(C) 1930 ई. में
(D) 1932 ई. में
Ans. (B)
12. गुजरात के खेड़ा में किसान आन्दोलन कब हुआ ?
(A) 1916 ई. में
(B) 1918 ई. में
(C) 1920 ई. में
(D) 1922 ई. में
Ans. (B)
13. स्वराज्य दल की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1911 ई. में
(B) 1920 ई. में
(C) 1922 ई. में
(D) 1928 ई. में
Ans. (C)
14. ब्रिटिश शासन काल में भारत में “धन प्रवास का सिद्धांत ” किसने प्रतिपादित किया ?
(A) आर० सी० दत्त
(B) दादाभाई नौरोजी
(C) एम० एन० राय
(D) एडम स्मिथ
Ans. (B)
15. भगत सिंह को फांसी कब दी गई ?
(A) 23 मार्च, 1931
(B) 5 मार्च, 1931
(C) 26 दिसम्बर, 1932
(D) 16 अगस्त, 1932
Ans. (A)
16. “जय हिन्द” का नारा किसने दिया ?
(A) भगत सिंह
(B) चन्द्रशेखर
(C) जवाहरलाल नेहरू
(D) सुभाषचन्द्र बोस
Ans. (D)
17. “माई एक्सपेरिमेन्ट्स विथ टूथ” किसकी आत्मकथा है ?
(A) टॉलस्टाय
(B) मदन मोहन मालवीय
(C) महात्मा गाँधी
(D) रवीन्द्रनाथ टैगोर
Ans. (C)
18. 1919 के अधिनियम को क्या कहा जाता है ?
(A) रॉलेट ऐक्ट
(B) मार्ले-मिंटो सुधार ऐक्ट
(C) मांटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधार ऐक्ट
(D) वर्नाक्यूलर ऐक्ट
Ans. (C)
19. “शेर-ए-पंजाब” के नाम से किसे जाना जाता है ?
(A) भगत सिंह
(B) चन्द्रशेखर आजाद
(C) सैफुद्दीन किचलू
(D) लाला लाजपत राय
Ans. (D)
20. 14 नवम्बर किनका जन्म दिवस है ?
(A) महात्मा गाँधी
(B) बाल गंगाधर तिलक
(C) जवाहरलाल नेहरू
(D) लाल बहादुर शास्त्री
Ans. (C)
21. नेताजी सुभाषचन्द्र बोस ने 1939 में किस पार्टी का गठन किया था
(A) भारतीय स्वतंत्रता पार्टी
(B) आजाद हिन्द फौज
(C) क्रांतिकारी मोर्चा
(D) फॉरवर्ड ब्लॉक
Ans. (D)
22. 1916 में हुए भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के लखनऊ अधिवेशन की
अध्यक्षता किसने की थी ?
(A) रासबिहारी बोस
(B) अंबिका चरण मजूमदार
(C) भूपेन्द्रनाथ बोस
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
23. सविनय अवज्ञा आंदोलन कब प्रारंभ हुआ ?
(A) 1920
(B) 1923
(C) 1930
(D) 1933
Ans. (C)
24. गाँधी-इरविन समझौता कब हुआ ?
(A) 1928
(B) 1931
(C) 1935
(D) 1938
Ans. (B)
25. गाँधी जी के राजनीतिक गुरु कौन थे ?
(A) मदन मोहन मालवीय
(B) पंडित द्वारिका प्रसाद मिश्र
(C) लाला लाजपत राय
(D)गोपाल कृष्ण गोखले
Ans. (D)
26. भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना कब हुई थी ?
(A) 1881
(B) 1885
(C) 1888
(D) 1890
Ans. (B)
27. “जय जवान जय किसान” का नारा किसने दिया ?
(A) महात्मा गाँधी
(B) बाल गंगाधर तिलक
(C) लाल बहादुर शास्त्री
(D) भीमराव अम्बेडकर
Ans. (C)
28. महात्मा गाँधी द्वारा शुरू किया गया पहला जन-आंदोलन कौन था
(A) नील आंदोलन (चम्पारण)
(B) असहयोग आंदोलन
(C) भारत छोड़ो आंदोलन
(D) नमक आंदोलन
Ans. (A)
29. डांडी किस राज्य में स्थित है ?
(A) बिहार में
(B) उत्तर प्रदेश में
(C) गुजरात में
(D) महाराष्ट्र में
Ans. (C)
30. 1942 ई० में कौन आंदोलन हुआ ?
(A) खिलाफत
(B) असहयोग
(C) सविनय अवज्ञा
(D) भारत छोड़ो
Ans. (D)
31. ‘दिल्ली चलो’ का नारा किसने दिया ?
(A) गाँधीजी
(B) जवाहरलाल नेहरू
(C) राजेन्द्र प्रसाद
(D) सुभाषचंद्र बोस
Ans. (D)
32. इंडियन नेशनल आर्मी का गठन किसने किया ?
(A) भगत सिंह
(B) चन्द्रशेखर आजाद
(C) सुभाषचंद्र बोस
(D) गाँधीजी
Ans. (C)
33. गाँधीजी ने असहयोग आंदोलन किस वर्ष आरंभ किया ?
(A) 1920 ई० में
(B) 1922 ई० में
(C) 1930 ई० में
(D) 1942 ई० में
Ans. (A)
34. जवाहरलाल नेहरू भारत के प्रथम प्रधानमंत्री बने-
(A) 1946 ई० में
(B) 1947 ई० में
(C) 1948 ई० में
(D) 1950 ई० में
Ans. (B)
35. ‘काला कानून’ किसे कहा गया ?
(A) रॉलेट ऐक्ट
(B) इल्बर्ट बिल
(C) वुड डिस्पैच
(D) बंगाल प्रस्ताव
Ans. (A)
36. बिहार में चम्पारण सत्याग्रह कब शुरू हुआ ?
(A) 1925 ई० में
(B) 1917 ई० में
(C) 1912 ई० में
(D) 1905 ई० में
Ans. (B)
37. निम्नलिखित में किसका प्रकाशन अबुल कलाम आजाद ने किया ?
(A) न्यू इंडिया
(B) अलहिलाल
(C) यंग इंडिया
(D) कॉमरेड
Ans. (B)
38. चम्पारण सत्याग्रह का संबंध किस राज्य से है ?
(A) बिहार
(B) उत्तर प्रदेश
(C) मध्यप्रदेश
(D) महाराष्ट्र
Ans. (A)
39. मुस्लिम लीग की स्थापना किस वर्ष हुई थी ?
(A) 1902 ई० में
(B) 1906 ई० में
(C) 1907 ई० में
(D) 1919 ई० में
Ans. (B)
40. पूना समझौता किस वर्ष हुआ ?
(A) 1932 ई० में
(B) 1934 ई० में
(C) 1999 ई० में
(D) 1942 ई० में
Ans. (A)
41. साइमन कमीशन का भारतीयों द्वारा विरोध क्यों किया गया ?
(A) आयोग में एक भी भारतीय सदस्य न होने के कारण
(B) आयोग द्वारा अत्याचार करने के कारण
(C) आयोग में अधिक सदस्य होने के कारण
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
42. ‘तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा’। किसका कथन था—
(A) भगत सिंह
(B) रासबिहारी बोस
(C) मोहन सिंह
(D) सुभाषचन्द्र बोस
Ans. (D)
43. महात्मा गाँधी को सर्वप्रथम ‘महात्मा’ किसने कहा-
(A) रवीन्द्रनाथ टैगोर
(B) पं० जवाहरलाल नेहरू
(C) बाल गंगाधर तिलक
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
44. अखिल भारतीय किसान सभा का पहला अधिवेशन कहाँ हुआ था ?
(A) फैजाबाद
(B) लखनऊ
(C) दिल्ली
(D) सूरत
Ans. (B)
45. मोहनदास करमचंद को ‘महात्मा’ बनाया था-
(A) पूर्वी अफ्रीका ने
(B) पश्चिमी अफ्रीका ने
(C) दक्षिणी अफ्रीका ने
(D) उत्तरी अफ्रीका ने
Ans. (C)
46. अमृतसर (जालियावाला) में जनसंहार हुआ था-
(A) 13 अप्रैल, 1919 में
(B) 13 फरवरी, 1909 में
(C) 13 मार्च, 1929 में
(D) 13 जनवरी, 1919 में
Ans. (A)
47. दूसरा गोल मेज सम्मेलन लंदन में आयोजित हुआ था-
(A) 1934 ई० में
(B) 1931 ई० में
(C) 1935 ई० में
(D) 1921 ई० में
Ans. (B)
48. 1937 ई० में कितने प्रांतों में विधायी सभाओं का चुनाव हुआ ?
(A) 11
(B) 15
(C) 556
(D) 325
Ans. (A)
49. भारत छोड़ो आंदोलन कब हुआ था ?
(A) 9 अगस्त, 1942 में
(B) 6 अगस्त, 1940 में
(C) 25 जनवरी, 1949 को
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
50. निम्नलिखित में से कौन-सा एक आंदोलन डांडी मार्च से शुरू हुआ –
(A) स्वदेशी आंदोलन
(B) सविनय अवज्ञा आंदोलन
(C) असहयोग आंदोलन
(D) भारत छोड़ा आंदोलन
Ans. (B)
51. महात्मा गाँधी ने पहला किसान आंदोलन कहाँ शुरू किया ?
(A) बरदौली
(B) चंपारण
(C) डांडी
(D) वर्धा
Ans. (B)
52. साइमन कमीशन भारत कब आया ?
(A) 1925 में
(B) 1928 में
(C) 1932 में
(D) 1935 में
Ans. (B)
53. महात्मा गाँधी की आत्मकथा किस भाषा में थी ?
(A) अंग्रेजी
(B) गुजराती
(C) हिन्दी
(D) बंगला
Ans. (B)
54. ‘Unto This Last’ नामक रचना किसकी है ?
(A) रस्किन
(B) टॉलस्टॉय
(C) हेनरी डेविड
(D) महात्मा गाँधी
Ans. (A)
55. महात्मा गाँधी का जन्म हुआ-
(A) 2 अक्टूबर, 1869, गुजरात
(B) 2 अक्टूबर, 1866, कोलकाता
(C) 2 अक्टूबर, 1869, राजस्थान
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
56. महात्मा गाँधी दक्षिण अफ्रीका से भारत वापस आये-
(A) 1914 में
(B) 1909 में
(C) 1915 में
(D) 1890 में
Ans. (C)
57. चौरीचौरा काण्ड कब हुआ ?
(A) 4 फरवरी, 1922
(B) 16 फरवरी, 1922
(C) 20 मार्च, 1922
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
58. 1920 में किस महान नेता की मृत्यु हुई ?
(A) महात्मा गाँधी
(B) फिरोजशाह
(C) बालगंगाधर तिलक
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
59. ‘करो या मरो’ का नारा दिया-
(A) गाँधी जी
(B) तिलक
(C) गोखले
(D) सुभाचन्द्र
Ans. (A)
60 . ‘सर’ की उपाधि किसने वापस की थी ?
(A) महात्मा गाँधी
(B) बाल गंगाधर तिलक
(C) रवीन्द्र नाथ टैगोर
(D) जवाहरलाल नेहरू
Ans. (C)
61. नमक कानून किसने तोड़ा ?
(A) मोतीलाल नेहरू
(B) महात्मा गाँधी
(C) मदन मोहन मालवीय
(D) चन्द्रशेखर आजाद
Ans. (B)
62. 1917 में चम्पारण गाँधी जी किसके अनुरोध पर गये थे ?
(A) राजेन्द्र प्रसाद
(B) अरविन्द घोष
(C) गोपाल कृष्ण गोखले
(D) राजकुमार शुक्ल
Ans. (D)
63. टॉलस्टॉय आश्रम की स्थापना किसने की थी ?
(A) महात्मा गाँधी
(B) एनी बेसेन्ट
(C) जवाहरलाल नेहरू
(D) सुभाष चन्द्र बोस
Ans. (A)
64. द्वितीय विश्वयुद्ध किस वर्ष प्रारम्भ हुआ ?
(A) 1 सितम्बर 1937 ई०
(B) 1 सितम्बर 1939 ई०
(C) 1 सितम्बर 1942 ई०
(D) 1 सितम्बर 1945 ई०
Ans. (B)
65. सविनय अवज्ञा आंदोलन का आरम्भ किसने किया ?
(A) गाँधीजी
(B) जवाहरलाल नेहरू
(C) मौलाना अबुलकलाम आजाद
(D) सुभाषचन्द्र बोस
Ans. (A)
66. महात्मा गाँधी की माता का नाम क्या था ?
(A) रमाबाई
(B) राम्भाबाई
(C) पुतलीबाई
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
67. सुभाष चन्द्र बोस भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस के अध्यक्ष कब बने ?
(A) 1938 ई० के हरिपुरा अधिवेशन में
(B) 1939 ई० के त्रिपुरी अधिवेशन में
(C) 1938 एवं 1939 ई० दोनों में
(D) कभी नहीं
Ans. (C)
68. फारवर्ड ब्लॉक (1939 ई०) की स्थापना किसने की ?
(A) जिन्ना ने
(B) राजगोपालाचारी ने
(C) सुभाषचन्द्र बोस ने
(D) एम०एम० राय ने
Ans. (C)
69. सुभाष चन्द्र बोस ने कहाँ पर आजाद हिन्दी फौज का गठन किया
(A) मलाया
(B) बर्मा
(C) थाइलैंड
(D) सिंगापुर
Ans. (D)
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. 1929 ई० में आयोजित कांग्रेस का लाहौर अधिवेशन किन दो कारणों से महत्त्वपूर्ण माना जाता है ?
Ans. 1929 ई० में आयोजित काँग्रेस का लाहौर अधिवेशन निम्न दो कारणों से महत्वपूर्ण माना जाता है-
1.’पूर्ण स्वराज्य’ प्राप्ति के लिए काँग्रेस कटिबद्ध हुई।
2. नागरिक अवज्ञा आंदोलन आरंभ किया गया।
2. भारत छोड़ो आंदोलन के दो कारण बताइए!
Ans. भारत छोड़ो आन्दोलन के दो कारण निम्नलिखित हैं-
1.मार्च, 1942 ई० में भारत में आए क्रिप्स मिशन की असफलता से भारत की जनता रुष्ट हो गई। द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान वस्तुओं की कमी और बढ़ती कीमतों ने उसके असंतोष को और अधिक बढ़ा दिया।
2. गाँधीजी का जुझारूपन बढ़ने लगा , काँग्रेस ने अब निर्णय लिया कि अंग्रेजों से भारतीय स्वाधीनता की माँग मनवाने के लिए सक्रिय उपाय किए जायें। अखिल भारतीय काँग्रेस कमिटी की सभा 8 अगस्त, 1942 ई० को मुंबई में हुई, जिसमें ‘भारत छोड़ो प्रस्ताव पारित किया गया तथा इस उद्देश्य को पाने के लिए गाँधीजी के नेतृत्व में एक अहिंसक आंदोलन चलाने का निर्णय लिया गया।
3. राष्ट्रवादियों तथा साम्प्रदायवादियों में मुख्य अन्तर क्या था ?
Ans. राष्ट्रवादी, भारत को एक ऐसे राष्ट्र के रूप में देखते थे जिसमें सभी भ्रमों के लोग साथ-साथ सम्मानपूर्ण तरीके से रहते हैं। दूसरी ओर साम्प्रदायिकतावादी भारत को धर्म के आधार पर समूह के रूप में देखते थे। वे व्यक्तिगत हितों को राष्ट्रीय हित की अपेक्षा अधिक महत्व देते थे। इस दृष्टिकोण को आधार बनाकर ही मुसलमानों के लिए अलग राष्ट्र की माँग की गई थी।
4. गाँधीजी 1917 में चम्पारण क्यों गये ? वहाँ उन्होंने क्या किया ?
Ans. 19वीं सदी के प्रारम्भ में गोरे बागान मालिकों ने किसानों से एक अनुबंध किया जिसके अनुसार किसानों को अपनी जमीन के 3/20वें हिस्से में नील की खेती करना अनिवार्य था। इस ‘तिनकठिया’ पद्धति कहा जाता था। किसान इस अनुबंध से मुक्त होना चाहते थे। 1917 में चम्पारण के राजकुमार शुक्ल के अनुरोध पर गाँधीजी चम्पारण पहुँचे। गाँधीजी के प्रयासों से सरकार ने चम्पारण के किसानों की जाँच हेतु एक आयोग नियुक्त किया। अंत में गाँधीजी की विजय हुई |
5. स्वतंत्रता आंदोलन में महात्मा गाँधी की भूमिका पर प्रकाश डालिए ।
Ans. भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन में महात्मा गाँधी की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन में इनका स्थान सर्वोच्च है। भारत की स्वाधीनता उन्हीं की भूमिका का फल है। उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में एक नये युग का निर्माण किया और जीवन के अंतिम क्षण तक देश सेवा तथा राष्ट्रीय आंदोलन का पथ-प्रदर्शन करते रहे। इसी कारण उन्हें ‘राष्ट्रपिता’ कहा जाता था। वे शांति के दूत थे। सत्य और अहिंसा उनके हथियार थे। उनका आंदोलन इसी पर आधारित था ।
वैसे तो 1914 ई० में उन्होंने भारतीय राजनीति में प्रवेश किया था लेकिन 1919 ई० में अत्यंत प्रभावशाली ढंग से राष्ट्रीय आंदोलन को प्रभावित करना शुरू किया और अन्त तक राष्ट्रीय आंदोलन के प्राण बने रहे। 1920 ई० से 1947 ई० तक भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन की बागडोर उन्हीं के हाथों में रही। इस अवधि में राष्ट्रीय संग्राम के सर्वोच्च नेता के रूप में भारतीय राजनीति का उन्होंने मार्ग दर्शन किया, उसने साधन दिये, उसको नया दर्शन दिया और उसे सक्रिय बनाया। इसी कारण इस अवधि को ‘गाँधी युग’ के नाम से जाना जाता है। उन्होंने असहयोग आन्दोलन करते हुए भारत को स्वतंत्रता दिलाई। उन्होंने राष्ट्रीय आंदोलन को जन आंदोलन की रूप दिया।
6. असहयोग आन्दोलन के कारणों पर प्रकाश डालें।
Ans. गाँधीजी ने 1920 ई० में असहयोग आंदोलन आरम्भ किया। इसके निम्नलिखित कारण थे-
1.रॉलेट एक्ट- प्रथम विश्व युद्ध के बाद 1919 ई० में रॉलेट एक्ट पास किया गया। इसके द्वारा सरकार अकारण ही किसी व्यक्ति को बन्दी बना सकती थी। इससे असंतुष्ट होकर महात्मा गाँधी ने असहयोग आंदोलन चलाया।
2. जालियाँवाला बाग की दुर्घटना- रॉलेट एक्ट का विरोध करने के लिए अमृतसर जालियाँवाला बाग के स्थान पर एक जनसभा बुलायी गई। जनरल डायर ने इस सभा में एकत्रित लोगों पर अंधाधुंध गोलियाँ चलायीं । भयंकर हत्याकाण्ड हुआ महात्मा गाँधी ने इस हिंसात्मक घट से दुःखी होकर असहयोग आंदोलन आरंभ कर दिया।
7. काँग्रेस में उग्रवादियों की भूमिका का परीक्षण करें।
Ans. उन्नीसवीं शताब्दी के अंतिम तथा बीसवीं शताब्दी के आरंभिक वर्षों में भारतीय राष्ट्रीय काँग्रेस में एक नए एवं तरूण दल का उदय हुआ जो पुराने नेताओं के आदर्श तथा ढंगों का प्रबल आलोचक था। उनका ध्येय था कि काँग्रेस का लक्ष्य स्वराज होना चाहिए। वे काँग्रेस के उदारवादी नीतियों का विरोध करते थे।
1905 से 1919 का काल भारतीय इतिहास में उग्रवादी युग के नाम से जाना जाता है। उस युग के नेताओं में बाल गंगाधर तिलक, विपिन चन्द्रपाल, लाला लाजपत राय आदि प्रमुख थे। उग्रवादियों ने विदेशी माल का बहिष्कार और स्वदेशी माल अंगीकार करने पर बल दिया।
8. फोर्ट विलियम नामक किला कहाँ बनाया गया था ? बाद में यह जगह क्या कहलाई ?
Ans. 1698 में ईस्ट इंडिया कम्पनी ने सूतानाटी, कालिकाता और गोविंदपुरी की जमींदारी प्राप्त कर ली और वहाँ उन्होंने अपनी फैक्ट्री के इर्द-गिर्द फोर्ट विलियम नाम का किला बनाया। यही गाँव जल्द ही बढ़कर एक नगर बन गया। जिसे अब कोलकाता कहा जाता है।
9. संक्षेप में रॉलेट एक्ट के प्रति भारतीय प्रतिक्रिया का विवेचना कीजिए ।
Ans. 1. मांटेग्यू-चेम्सफोर्ड सुधारों (1919) से भारतीय राष्ट्रीय नेताओं में घोर निराशा व असंतोष देखकर सरकार बुरी तरह घबरा उठी। सरकार ने असंतोष को दबाने के लिए अपना दमनचक्र चला दिया।
2. सरकार ने 1919 ई० के प्रारंभ में रॉलेट एक्ट पास कर दिया। इस एक्ट में सरकार को दो व्यापक अधिकार मिले-
(i) इस एक्ट के द्वारा सरकार किसी भी व्यक्ति को बिना मुकदमा चलाए तथा दोषी सिद्ध किए जेल में बंद कर सकती है।
(ii) सरकार को यह अधिकार दिया गया कि वह बंदी प्रत्यक्षीकरण (Habeas Corpus) के अधिकार को स्थगित कर सकती थी ।
3. इस एक्ट के कारण लोगों में रोष की लहर दौड़ गई। अतः देश में विरोध होने लगा। देश भर में विरोध सभाएँ, प्रदर्शन और हड़तालें हुई। सेंट्रल लेजिस्लेटिव कौंसिल से तीन भारतीय सदस्यों – मोहम्मद अली जिन्ना, मदन मोहन मालवीय और मजहरूलहक ने इस्तीफा दे दिया। सरकार ने दमन शुरू किया। कई स्थानों पर उसने लाठी-गोली आदि का सहारा लिया। इस एक्ट के विरुद्ध गाँधीजी ने सत्याग्रह किया। पंजाब के जालियाँवाला बाग में इसी एक्ट के विरुद्ध शांतिपूर्ण जनसभा हो रही थी जिससे क्रुद्ध होकर जनरल डायर ने निहत्थे लोगों पर गोलियों की वर्षा करवा दी थी।
10. 1931 के गाँधी-इरविन समझौते का क्या परिणाम निकला ?
Ans. 1. यद्यपि गाँधीजी दूसरे गोलमेल सम्मेलन में भाग लेने गए थे। जनवरी, 1932 ईο को गाँधीजी तथा अन्य नेताओं को बंदी बना लिया गया।
2. काँग्रेस को पुनः गैरकानूनी घोषित कर दिया गया।
3. एक लाख से अधिक सत्याग्रही बंदी बना लिए गये।
4. हजारों प्रदर्शनकारियों की भूमि, मकान तथा संपत्ति सरकार ने जब्त कर ली ।
11. “सांप्रदायिक पंचाट” की घोषणा किसने की ? इसके प्रावधान क्या थे ?
Ans. 16 अगस्त, 1932 को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री मेकडॉनल्ड ने एक घोषणा की जो मैकडॉनल्ड निर्णय या सांप्रदायिक पंचाट के नाम से प्रसिद्ध है।
प्रावधान – इसके अनुसार दलितों को हिंदुओं से अलग मानकर उन्हें अलग प्रतिनिधित्व देने को कहा गया और दलित वर्गों के लिए अलग निर्वाचन मंडल का प्रावधान किया गया।
12. आजाद हिंद फौज की रचना और गतिविधियों का वर्णन कीजिए।
Ans. 1. सुभाषचंद्र बोस ने ‘आजाद हिंद फौज’ का गठन अंग्रेजों के साथ सशस्त्र संघर्ष के लिए किया था। दूसरे विश्व युद्ध के शुरू होते ही सुभाषचंद्र बोस को उनके कलकत्ता (कोलकाता) स्थित निवास स्थान पर नजरबंद कर दिया गया था जिससे कि वे अपनी क्रांतिकारी गतिविधियाँ अंग्रेजों के विरुद्ध प्रयुक्त न कर सकें।
2. 1941 ई० में अंग्रेजों की आँखों में धूल झोंककर वे अफगानिस्तान के मार्ग से जर्मनी पहुँच गये। 1943 ई० में बर्मा पहुँच कर जापान द्वारा बंदी किए गये भारतीय सैनिकों को संगठित कर ‘आजाद हिंद फौज का गठन किया।
3. लोभ प्यार से सुभाषचंद्र बोस को नेताजी कहते थे। नेताजी ने युवकों को ललकारा और कहा, “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूँगा।” उन्होंने अंग्रेजों को भारत से बाहर निकालने के लिए विदेशों से भी सहायता ली।
4. 1945 ई० के बाद जापान की पराजय के बाद भारत की सीमा तक पहुँची हुई आजाद हिंद फौज के पाँव उखड़ गये। अतः आजाद हिंद फौज (Indian National Army) के कई बड़े सैनिक अधिकारियों और सिपाहियों को अंग्रेजों ने पकड़ लिए।
13. क्रिप्स मिशन कब भारत आया ? क्रिप्स वार्ता क्यों भंग हो गई ?
Ans. क्रिप्स मिशन मार्च, 1942 में भारत आया। यह वार्ता इसलिए भंग हो गई क्योंकि सरकार युद्ध के बाद भी भारत को स्वाधीनता का वचन देने के लिए तैयार न थी। क्रिप्स ने काँग्रेस का यह प्रस्ताव भी ठुकरा दिया था कि युद्ध के बाद एक राष्ट्रीय सरकार बनाई जाए।
14. काँग्रेस ने क्रिप्स प्रस्तावों को क्यों अस्वीकार कर दिया ?
Ans. 1942 ई० के प्रारम्भ में ही ब्रिटिश सरकार को द्वितीय महायुद्ध प्रयासों में भारतीयों के सक्रिय सहयोग की पुरी तरह आवश्यकता महसूस हुई। ऐसा सहयोग पाने के लिए उसने कैबिनेट मंत्री पर स्टैफोर्ड क्रिप्स के नेतृत्व में मार्च, 1942 ई० में एक मिशन भारत भेजा ।
सर स्टैफोर्ड क्रिप्स पहले मजदूर दल (लेबर पार्टी) के उग्र सदस्य और भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन के पक्के समर्थक थे।
क्रिप्स ने घोषणा की कि भारत में ब्रिटिश नीति का उद्देश्य यहाँ, “जितनी जल्दी सम्भव हो स्वशासन की स्थापना करना था” फिर भी उसकी एवं काँग्रेसी नेताओं की लम्बी बातचीत टूट गई। ब्रिटिश ने नेताओं की यह माँग मानने से इन्कार कर दिया कि शासन सत्ता तुरन्त भारतीयों को सौंप दी जाये। वे इस वायदे से सन्तुष्ट नहीं थे कि भविष्य में भारतीयों को सत्ता सौंप दी जायेगी और फिलहाल वायसराय के हाथों में ही निरकुंश सत्ता बनी रहनी चाहिए।
क्रिप्स मिशन की असफलता से भारतीय जनता रुष्ट हो गई। भारत में द्वितीय महायुद्ध के कारण वस्तुओं का अभाव हो रहा था। चीजों की कीमतें लगातार बढ़ रही थीं। अप्रैल, 1942 से अगस्त 1942 ई० के मध्य लगभग 5 महीनों में ब्रिटिश सरकार तथा भारतीयों के मध्य तनाव बढ़ता ही गया। गाँधीजी भी अब जुझारू हो गये ।
15. दांडी मार्च पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
Ans. ब्रिटिश साम्राज्य के विरुद्ध भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में 1930 ई. का महत्वपूर्ण स्थान है। 11 फरवरी, 1930 ई० को काँग्रेस की कार्यकारिणी ने गाँधी जी को माँगों की पूर्ति हेतु सविनय अवज्ञा आंदोलन चलाने का अधिकार दिया। लेकिन गाँधीजी आंदोलन शुरू करने के पहले वायसराय से बातचीत कर समझौता का प्रयास किया। लेकिन जब समझौता नहीं हो सका तो गाँधीजी ने 12 मार्च 1930 ई० को अपने 79 सहयोगियों के साथ गुजरात के सारमा जाश्रम से 200 मील दूर समुद्र तट पर इसे ‘दांडी’ नामक 24 दिन की यात्रा के बाद 5 अप्रैल, 1930 को गाँव में समुद्र के पानी से नमक बनाकर सरकारी नमक कानून का उल्लंघन कर अहिंसा असहयोग आंदोलन की शुरूआत की। पूरे देश में लोगों ने गाँधीजी के नेतृत्व में अंग्रेजी सामानों का बहिष्कार करना शुरू किया। अंग्रेजों ने आंदोलन को क्रूरतापूर्वक दबाना शुरू किया। परिणामस्वरूप आंदोलन और तेजी से फैलने लगा। 5 मई को गाँधी जी समेत अनेक नेताओं को कैद किया गया। कालांतर में गाँधी-इरविन समझौते के अन्तर्गत सविनय अवज्ञा आंदोलन वापस ले लिया गया ।
16. भारत छोड़ो आंदोलन 1942 के बारे में लिखें।
Ans. क्रिप्स मिशन की असफलता ने भारतीयों में असंतोष का वातावरण बना दिया। इसी बीच द्वितीय विश्वयुद्ध में मित्र राष्ट्रों को कमजोर स्थिति के चलते भारत पर जापानी आक्रमण का खतरा बढ़ गया। भारतीयों को यह लगने लगा कि अंग्रेजों के बाद यहाँ जापानी शासन कायम हो जायेगा। इसीलिये भारतीयों ने गाँधीजी के नेतृत्व में ‘ अंग्रेजों भारत छोड़ो’ का नारा दिया और आंदोलन शुरू कर दिया तथा सत्ता भारतीयों के हाथों सौंप देने की माँग की। लेकिन सरकार ने इसे बर्बरतापूर्वक दबा दिया। इस तरह यह विद्रोह असफल सिद्ध हुआ ।
17. पूना समझौता क्या था ? इसमें महात्मा गाँधी की भूमिका का परीक्षण कीजिए।
Ans. पूना समझौते का अर्थ (Meaning of Poona Pact) – सांप्रदायिक पंचाट (Communal Award) के विरुद्ध भारत के प्रमुख नेताओं – डॉ० राजेंद्र प्रसाद, पं. मदनमोहन मालवीय, घनश्याम दास बिड़ला, राजगोपालाचार्य और डॉ० भीमराव अंबेदकर ने पूना में एकत्र होकर विचार-विनिमय जो किया। उन्होंने गाँधीजी और डॉ० अंबेदकर की स्वीकृति का एक समझौता तैयार किया, पूना समझौता कहलाता है। इसे ब्रिटिश सरकार ने भी मान लिया।
समझौते की मुख्य शर्तें (Main terms of the Poona Pact ) – (i) सांप्रदायिक पंचाट में दलितों के लिए प्रांतीय व्यवस्थापिका सभाओं में सभी राज्यों में निर्धारित 71 स्थानों को बढ़ाकर 148 कर दिया गया। (ii) संयुक्त चुनाव प्रणाली की व्यवस्था की गई। दलितों के लिए चुनाव क्षेत्र की व्यवस्था समाप्त कर दी गई। (iii) स्थानीय संस्थाओं और सार्वजनिक सेवाओं में दलितों के लिए उचित प्रतिनिधित्व निश्चित किया गया। (iv) दलितों की शिक्षा के लिए आर्थिक सहायता की सिफारिश की गई। (v) यह योजना आरंभ में 10 वर्षों के लिए होगी।
पूना समझौते से अंग्रेजों द्वारा सांप्रदायिक पंचाट के माध्यम से दलितों को हिंदुओं से अलग करने के षड्यंत्र में कमी आ गई। गाँधीजी ने पंचाट के विरुद्ध 20 सितंबर, 1932 ई० को आमरण अनशन शुरू कर दिया था। पूरा समझौते के बाद 26 दिसंबर, 1932 ई० को उन्होंने अपना अनशन तोड़ दिया।
18. गाँधी के जीवन में निम्नलिखित चार वर्षों का महत्व बतायें:
(a) 1915
(b) 1920
(c) 1930
(d) 1948
Ans. (a) 1915 – महात्मा गाँधी का दक्षिण अफ्रीका में सत्याग्रह का सफल प्रयोग एवं 1915 में भारत आना, विश्व इतिहास की एक प्रमुख घटना थी ।
(b) 1920–1920 ई० में काँग्रेस ने गाँधीजी के नेतृत्व में असहयोग आन्दोलन का आरम्भ किया। गाँधीजी ने इस आन्दोलन में अहिंसा एवं स्वदेशी की विचार धारा पर विशेष बल दिया।
(c) 1930–1930 ई० में गाँधी ने दाण्डी गाँव में नमक बनाकर सविनय अवज्ञा आन्दोलन प्रारम्भ किया जिससे कि हिंसात्मक क्रान्ति से बचा जाए।
(d) 1948-1948 ई० में गाँधीजी का निधन हुआ था ।
19. कम्यूनल अवार्ड क्या था ?
Ans. द्वितीय गोलमेज सम्मेलन में ब्रिटिश सरकार ने घोषणा की थी कि साम्प्रदायिक समस्या का हल करने में भारतीय असफल रहे। इसलिए सरकार इस समस्या का समाधान करेगी। इस घोषणा में मुसलमानों, सिक्खों भारतीय ईसाई आदि को पृथक् प्रतिनिधित्व दिया गया। इसकी घोषणा 16 अगस्त 227 ई० को प्रधानमंत्री रेम्जे मेकडोनाल्ड ने की, जिसे कम्यूनल अवार्ड या साम्प्रदायिक पंचाट कहा जाता है। हिन्दू समाज से हरिजनों को अलग कर दिया गया। मूल रूप से यह घोषणा ” फूट लो और राज करो” की नीति पर काम करने वाली थी।
20. वेवेल योजना क्या थी ? लार्ड वेवेल की भूमिका का महत्व एवं इस योजना की गतिविधियों के साथ-साथ शिमला सम्मेलन पर प्रकाश डालिए।
Ans. 14 जून, 1945 को लॉर्ड वेवेल ने एक योजना रखी, जिसे वेवल योजना के नाम से जाना जाता है। इस योजना के मुख्य कारण निम्नलिखित थे-
1.भारत में व्याप्त जनाक्रोश को कम करना ।
2. जापान के विरुद्ध भारत का सहयोग प्राप्त करना ।
3. ब्रिटेन के आगामी चुनाव के लिए अनुदार दल के प्रति जनमत प्राप्त करना ।
4. इससे स्वशासन की माँग और वायसराय की कार्यकारिणी समिति में मुसलमानों व हिंदुओं की संख्या को बराबर करने को कहा गया।
शिमला अधिवेशन – वेवेल ने देश के सभी दलों के प्रमुख नेताओं को शिमला में 25 जून, 1945 को आमंत्रित किया। यह सम्मेलन वेवेल योजना पर विचार करने के लिए बुलाया गया, इसमें 21 भारतीय नेता शामिल थे। सम्मेलन अच्छे ढंग से चल रहा था, लेकिन जिन्ना इस बात पर अड़ गए कि केवल मुस्लिम लीग ही सारे भारत के मुसलमानों का प्रतिनिधित्व करती है। अतः यह सम्मेलन असफल हो गया।