वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1.किस राजकोषीय उपाय के अन्तर्गत न्यून माँग को सही करने हेतु नहीं किया जाता है ?
(A) सार्वजनिक व्यय
(B) करारोपण
(C) सार्वजनिक ऋण
(D) बैंक दर
Ans. (B)
2. निम्नलिखित में से कौन-सी राजस्व प्राप्ति नहीं है ?
(A) ऋणों की वसूली
(B) विदेशी अनुदान
(C) सार्वजनिक उपक्रम के लाभ
(D) सम्पत्ति कर
Ans. (A)
3. निम्नांकित में से कौन वस्तु कर नहीं है ?
(A) जी.एस.टी.
(B) उत्पाद शुल्क
(C) वैट
(D) आयकर
Ans. (D)
4. सरकारी बजट में प्राथमिक घाटा शून्य होगा जब :
(A) राजकोषीय घाटा शून्य होगा
(B) राजस्व घाटा शून्य होगा
(C) राजकोषीय घाटा ब्याज भुगतान के बराबर होगा
(D) निवल ब्याज भुगतान शून्य होंगे
Ans. (C)
5. निम्नलिखित में उसे कौन गैर-कर राजस्व है ?
(A) जीएसटी
(B) उपहार
(C) लाभांश
(D) सीमा शुल्क
Ans. (C)
6. सरकार द्वारा लाभांश, ब्याज इत्यादि के रूप में संग्रहित प्राप्तियाँ किस रूप में जानी जाती हैं ?
(A) कर राजस्व
(B) गैर-कर राजस्व
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
7. जब सरकार राजस्व से अधिक व्यय कर देती है तो कहलाता है :
(A) अतिरेक बजट
(B) घाटे का बजट
(C) संतुलित बजट
(D) इनमें से सभी
Ans. (B)
8. विकासशील देशों में प्रायः निम्नलिखित में से किस प्रकार के बजट को प्राथमिकता दी जाती है ?
(A) संतुलित बजट
(B) अतिरेक बजट
(C) घाटे का बजट
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
9. निम्नलिखित में से कौन पूँजीगत बजट से संबंधित है ?
(A) राजस्व प्राप्तियाँ + राजस्व व्यय
(B) राजस्व प्राप्तियाँ + पूँजीगत प्राप्तियाँ
(C) राजस्व व्यय + पूँजीगत व्यय
(D) पूँजीगत प्राप्तियाँ + पूँजीगत व्यय
Ans. (D)
10. आयकर प्रत्यक्ष कर कहलाता है क्योंकि यह प्रत्यक्ष रूप से संग्रहित किया जाता है ।
(A) उत्पादित वस्तुओं के उत्पादक से
(B) आय-अर्जक से
(C) क्रेताओं से
(D) विक्रेताओं से
Ans. (B)
11. बजट रेखा दर्शाती है :
(A) मूल्य अनुपात
(B) आय अनुपात
(C) लागत अनुपात
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
12. निम्न में कौन अप्रत्यक्ष कर नहीं है ?
(A) उत्पाद शुल्क
(B) संपत्ति कर
(C) सीमा शुल्क
(D) सेवा कर
Ans. (B)
13. बीमा क्षेत्र में 2021-22 के बजट में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश की हिस्सेदारी की सीमा 49% से बढ़ाकर कितनी प्रस्तावित है ?
(A) 51%
(B) 75%
(C) 74%
(D) 70%
Ans. (C)
14. नेशनल डेवलपमेन्ट काउंसिल भारत में कब स्थापित हुई ?
(A) 1948 ई० में
(B) 1950 ई० में
(C) 1952 ई० में
(D) 1960 ई० में
Ans. (C)
15. स्थानापन्न वस्तुओं के लिए माँग की लोच होती है :
(A) शून्य
(B) धनात्मक
(C) ऋणात्मक
(D) हमेशा इकाई से कम
Ans. (B)
16. राष्ट्रीय विकास परिषद (एनडीसी) किससे प्रशासनिक समर्थन हासिल करती है ?
(A) वित्त आयोग
(B) नीति आयोग
(C) प्रशासनिक सुधार आयोग
(D) सरकारिया आयोग
Ans. (B)
17. निम्नांकित में से कौन पूँजीगत खाता की मदें हैं ?
(A) प्रत्यक्ष विदेशी निवेश
(B) सरकारी लेनदेन
(C) निजी लेनदेन
(D) इनमें से सभी
Ans. (A)
18. मंदी में कौन-सा बजट वांछनीय है ?
(A) अतिरेक बजट
(B) घाटे का बजट
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
19. निम्न में से कौन प्रत्यक्ष कर है ?
(A) आय कर
(B) निगम कर
(C) उत्पादन कर
(D) (A) और (B) दोनों
Ans. (D)
20. निम्नलिखित में से राजकोषीय नीति में किसे शामिल किया जाता है ?
(A) सार्वजनिक ऋण
(B) करारोपण
(C) सार्वजनिक व्यय
(D) इनमें से सभी को
Ans. (D)
21. निम्नलिखित में कौन-सा घाटा सरकार की उधार आवश्यकताओं की ओर इशारा करता है ?
(A) प्राथमिक घाटा
(B) राजस्व घाटा
(C) राजकोषीय घाटा
(D) बजटीय घाटा
Ans. (C)
22. केंद्र सरकार के कर राजस्व के अंतर्गत निम्न में से कौन शामिल नहीं है ?
(A) आय कर
(B) सीमा शुल्क
(C) निगम कर
(D) राज्य उत्पादन शुल्क
Ans. (D)
23. निम्नलिखित में कौन-सा कर प्रत्यक्ष कर हैं ?
(A) उत्पादन शुल्क
(B) उपहार कर
(C) सेवा कर
(D) बिक्री कर
Ans. (B)
24. निम्न में से कौन सरकार द्वारा उधार लेने के कारणों की ओर ध्यान आकर्षित करता है ?
(A) राजकोषीय घाटा
(B) प्राथमिक घाटा
(C) राजस्व घाटा
(D) उपर्युक्त सभी
Ans. (A)
25. निम्न में से कौन प्राथमिक घाटे की सही माप है ?
(A) राजकोषीय घाटा-राजस्व घाटा
(B) राजस्व घाटा-ब्याज का भुगतान
(C) राजकोषीय घाटा-ब्याज का भुगतान
(D) पूँजीगत व्यय-राजस्व व्यय
Ans. (C)
26. निम्नलिखित में से कौन-सा कर राजस्व है ?
(A) निर्यात शुल्क
(B) लाभांश
(C) ब्याज
(D) फीस
Ans. (A)
27. राजस्व प्राप्तियों में से निम्नलिखित में से क्या शामिल होता है-
(A) केवल कर
(B) केवल ब्याज
(C) केवल लाभांश व लाभ
(D) उपरोक्त सभी
Ans. (D)
28. निम्न में से कौन अप्रत्यक्ष कर है ?
(A) उत्पादक शुल्क
(B) सीमा शुल्क
(C) ब्रिकी कर
(D) इनमें से सभी
Ans. (D)
29. पूँजीगत प्राप्तियों में निम्नलिखित में से क्या शामिल होता है ?
(A) केवल ऋण
(B) केवल विदेशी सहायता
(C) केवल ऋणों की वसूली
(D) उपरोक्त सभी
Ans. (D)
30. निम्न में से कौन-सा व्यय एक पुल के निर्माण के दौरान उत्पन्न होता है ?
(A) राजस्व व्यय
(B) पूँजीगत व्यय
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
31. निम्नलिखित में से कौन-सा सरकार का पूँजीगत व्यय है ?
(A) पेंशन का भुगतान
(B) उत्पादन के लिए आर्थिक सहायता का भुगतान
(C) शेयरों की खरीद
(D) आर्थिक सहायता
Ans. (D)
32. निम्न में से किसमें निजी एवं सार्वजनिक क्षेत्र का सह-अस्तित्व होता है ?
(A) पूँजीवादी अर्थव्यवस्था
(B) समाजवादी अर्थव्यवस्था
(C) मिश्रित अर्थव्यवस्था
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
33. निम्नलिखित में से कौन-सा सरकार का राजस्व व्यय है ?
(A) ब्याज का भुगतान
(B) भवन की खरीद
(C) मशीनरी की खरीद
(D) राज्य सरकार को ऋण देना
Ans. (A)
34. बजट-
(A) सरकार के आय-व्यय का ब्योरा हैं
(B) सरकार की आर्थिक नीति का दस्तावेज है
(C) सरकार के नये कार्यक्रमों का विवरण है
(D) इनमें से सभी
Ans. (D)
35. असंतुलित बजट में-
(A) आय व्यय से अधिक होता है
(B) आय की अपेक्षा व्यय अधिक होता है
(C) घाटा ऋण या नोट छापकर पूरा किया जाता है
(D) केवल (B) एवं (C)
Ans. (D)
36. सरकार बजट के माध्यम से निम्नलिखित में किन उद्देश्यों को पूरा करने का प्रयास करती है ?
(A) आर्थिक विकास को प्रोत्साहन
(B) संतुलित क्षेत्रीय विकास
(C) आय एवं सम्पत्ति का पुनर्वितरण
(D) उपर्युक्त सभी
Ans. (D)
37. बजट के संघटक निम्नलिखित में कौन है ?
(A) बजट प्राप्तियाँ
(B) बजट व्यय
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
38. बजट प्राप्तियों के संघटक निम्नलिखित में कौन हैं ?
(A) राजस्व प्राप्तियाँ
(B) पूँजीगत प्राप्तियाँ
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
39. सरकार के कर राजस्व के अंतर्गत निम्नलिखित में कौन शामिल है ?
(A) आय कर
(B) उपहार कर
(C) सीमा शुल्क
(D) उपर्युक्त सभी
Ans. (D)
40. प्रत्यक्ष कर के अंतर्गत निम्नलिखित में कौन शामिल है ?
(A) आय कर
(B) उपहार कर
(C) (A) और (B) दोनों
(D) उत्पाद कर
Ans. (C)
41. ऐसे व्यय, जो सरकार के लिए किसी परिसम्पत्ति का सृजन नहीं करते, कहलाते हैं.
(A) राजस्व व्यय
(B) पूँजीगत व्यय
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
42. प्रत्यक्ष कर है-
(A) आय कर
(B) उपहार कर
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
43. पूँजी बजट शामिल करता है-
(A) राजस्व प्राप्तियाँ तथा राजस्व व्यय
(B) पूँजीगत प्राप्तियाँ तथा पूँजीगत व्यय
(C) प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष कर
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
44. निम्नलिखित में से कौन अप्रत्यक्ष कर है ?
(A) उत्पाद शुल्क
(B) ब्रिकी कर
(C) सीमा शुल्क
(D) इनमें से सभी
Ans. (D)
45. बजट की अवधि क्या होती है ?
(A) वार्षिक
(B) दो वर्ष
(C) पाँच वर्ष
(D) दस वर्ष
Ans. (A)
46. निम्नलिखित में से कौन-सा सरकार का पूँजीगत व्यय है ?
(A) ब्याज का भुगतान
(B) मकान का क्रय
(C) मशीनरी व्यय
(D) इनमें से सभी
Ans. (C)
47. ‘बजट’ निम्न में से कौन-सा शब्द है ?
(A) लैटिन
(B) जर्मन
(C) फ्रेंच
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
48. निम्न में से कौन राजकोषीय घाटे से होने वाला खतरा है ?
(A) अवस्फीतिकारी दबाव
(B) स्फीतिकारी दबाव
(C) दोनों (A) और (B)
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
49. पूँजी खाते के अंतर्गत निम्नलिखित में किसे शामिल किया जाता है ?
(A) एकपक्षीय अंतरण
(B) निजी सौदे
(C) विदेशी प्रत्यक्ष विनियोग
(D) दोनों (B) और (C)
Ans. (D)
50. बजट में हो सकता है-
(A) आगम घाटा
(B) वित्तीय घाटा
(C) प्रारम्भिक घाटा
(D) इनमें से सभी
Ans. (D)
51. निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा सही है ?
(A) कुल व्यय और कुल प्राप्तियों का अन्तर राजकोषीय घाटा होता है
(B) कुल प्राप्तियों और ब्याज भुगतान कर अन्तर प्राथमिक घाटा होता है
(C) राजकोषीय घाटा प्राथमिक घाटे और ब्याज भुगतान का योग होता है
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
52. निम्न में से कौन अप्रत्यक्ष कर है ?
(A) आयकर
(B) सम्पत्ति कर
(C) उत्पादन शुल्क
(D) उपहार कर
Ans. (C)
53. निम्नलिखित में से कौन-सा प्रत्यक्ष करों का जोड़ा है ?
(A) उत्पादन शुल्क और सम्पत्ति कर
(B) सेवा कर और आय कर
(C) उत्पादन शुल्क और सेवा कर
(D) सम्पत्ति कर और आय कर
Ans. (D)
54. निम्नलिखित में से कौन-सी राजस्व प्राप्ति नहीं है ?
(A) ऋणों की वसूली
(B) विदेशी अनुदान
(C) सार्वजनिक उपक्रमों के लाभ
(D) सम्पत्ति कर
Ans. (A)
55. राजकोषीय घाटा इसके समान है-
(A) प्राथमिक घाटा – ब्याज भुगतान
(B) प्राथमिक घाटा + ब्याज भुगतान
(C) कुल बजट व्यय – कुल बजट प्राप्तियाँ
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
56. भारत में संसद बजट को सामान्यतः स्वीकृति दे देती है-
(A) 28 फरवरी तक
(B) 01 मार्च तक
(C) 15 मार्च तक
(D) 31 मार्च तक
Ans. (D)
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. किसी सरकार के प्रमुख कार्य क्या हैं ?
Ans. सरकार के प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं-
1.सरकार बजट द्वारा राष्ट्र के संसाधनों का सामाजिक और आर्थिक न्याय को ध्यान में रखकर पुनः वितरण करती है।
2. यह बजट द्वारा आय तथा सम्पत्ति का पुनः वितरण का प्रयास करती है।
3. मूल्यों के उतार-चढ़ाव रोकने के लिए तथा अर्थव्यवस्था में आय एवं रोजगार के ऊँचे स्तर को प्राप्त करने के उद्देश्य से कार्य करती है।
2. सरकार का बजट क्या है ?
Ans. आगामी आर्थिक वर्ष के लिए सरकार के सभी प्रत्याशित राजस्व और व्यय का अनुमानित वार्षिक विवरण बजट कहलाता है। सरकार आय और व्यय के बारे में सही अनुमान लगाती है । अतः बजट आय और व्यय का अनुमान है।
3. सरकारी बजट के किन्हीं दो उद्देश्यों को समझाइए |
Ans. 1. बजट के माध्यम से सरकार कीमतों में उतार-चढ़ाव को रोकने का प्रयास करती है। रोजगार के अधिक अवसर उत्पन्न करने और कीमत स्थिरता के लिए प्रयत्न करने में बजट महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
2. सरकार सामाजिक सुरक्षा, आर्थिक सहायता, सार्वजनिक निर्माण कार्यों पर व्यय करके अर्थव्यवस्था में धन और आय के पुनर्वितरण की व्यवस्था करती है।
4. घाटे का बजट क्या है ?
Ans. घाटे का बजट उस बजट को कहा जाता है जिसमें देश का अनुमानित आय अनुमानित व्यय से कम होता है।
5. सरकारी बजट के महत्व की विवेचना करें।
Ans. सरकारी बजट का महत्त्व निम्नलिखित बातों से स्पष्ट होता है-
1.आर्थिक विकास की गति को करना सरकार का महत्वपूर्ण कार्य है। इसके लिए अतिरिक्त साधनों की आवश्यकता होती है। अतिरिक्त संसाधनों की व्यवस्था बजट के माध्यम से की जाती है।
2. सरकार को प्रशासन चलाने हेतु अनेक प्रकार की सामाजिक, आर्थिक तथा सामान्य सेवाओं की व्यवस्था करनी पड़ती है। इस पर भारी मात्रा में व्यय होता है, जिसकी व्यवस्था बजट द्वारा की जाती है।
3. आर्थिक पुनरुत्थान हेतु सरकार को अनेक राजकोषीय उपाय करने पड़ते हैं। जैसे-नये कर लगाना, सार्वजनिक एवं निजी निवेश बढ़ाना आदि। यह कार्य बजट में व्यवस्था कर की जाती है।
4. स्फीतिक एवं अवस्फीतिक दबाव से निपटने के लिए बजटीय उपायों का सहारा लेना पड़ता है।
5. यह धन और आय के वितरण में विषमता को कम करता है ताकि सामाजिक न्याय को बढ़ावा मिल सके।
6. सरकार के बजट से आप क्या समझते हैं ?
अथवा, सरकारी बजट का अभिप्राय क्या है ?
Ans. आगामी आर्थिक वर्ष के लिए सरकार के सभी प्रत्याशित राजस्व और व्यय का अनुमानित वार्षिक विवरण बजट कहलाता है। सरकार कई प्रकार की नीतियाँ बनाती है। इन नीतियों को लागू करने के लिए वित्त की आवश्यकता होती है। सरकार आय और व्यय के बारे में पहले से ही अनुमान लगाती है। अतः बजट आय और व्यय का अनुमान है। सरकारी नीतियों को क्रियान्वित करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण उपकरण है।
7. संतुलित और असंतुलित बजट में भेद करें।
Ans. संतुलित बजट : संतुलित बजट वह बजट है जिसमें सरकार की आय एवं व्यय दोनों बराबर होते हैं।
असंतुलित बजट : वह बजट जिसमें सरकार की आय एवं सरकार की व्यय बराबर नहीं होते असंतुलित बजट दो प्रकार का हो सकता है-
(i) वजन का बजट या अतिरेक बजट जिसमें आय व्यय की तुलना में अधिक हो ।
(ii) घाटे का बजट जिसमें व्यय आय की तुलना में अधिक हो।
8. राजस्व घाटा क्या होता है ? इस घाटे में क्या समस्याएँ हैं ?
Ans. राजस्व व्यय और राजस्व आय के अन्तर को राजस्व घाटा कहते हैं। राजस्व प्राप्तियों में कर राजस्व और गैर कर राजस्व दोनों को ही सम्मिलित किया जाता है। इसी प्रकार राजस्व व्यय में राजस्व खाते पर योजना व्यय और गैर-योजना व्यय दोनों को ही सम्मिलित किया जाता है। राजस्व घाटे में पूँजीगत प्राप्तियों एवं पूँजीगत व्यय की मदें सम्मिलित नहीं होती।
राजस्व घाटा = राजस्व व्यय – राजस्व प्राप्तियाँ
= ( योजना + गैर योजना व्यय) – (कर राजस्व + गैर कर राजस्व)
राजस्व घाटा इस बात को स्पष्ट करता है कि राजस्व प्राप्तियाँ राजस्व व्यय से कम हैं जिसकी पूर्ति सरकार को उधार लेकर अथवा परिसम्पत्तियों को बेचकर पूरी करनी पड़ेगी। इस प्रकार राजस्व घाटे के परिणामस्वरूप या तो सरकार के दायित्वों में वृद्धि हो जाती है अथवा इसकी परिसम्पत्तियों में कमी आ जाती है।
9. राजस्व बजट और पूँजी बजट का अन्तर क्या है ?
Ans. राजस्व बजट सरकार की राजस्व प्राप्तियों एवं राजस्व के विवरण को राजस्व बजट कहते हैं।
राजस्व प्राप्तियाँ दो प्रकार की होती हैं-
1.कर राजस्व एवं
2. गैर कर राजस्व ।
राजस्व व्यय सरकार की सामाजिक, आर्थिक एवं सामान्य गतिविधियों के संचालन पर किए गए खर्चों का विवरण है।
राजस्व बजट में वे मदें आती हैं जो आवृत्ति किस्म की होती हैं और इन्हें चुकाना नहीं पड़ता है।
राजस्व घाटा = राजस्व व्यय – राजस्व प्राप्तियाँ
पूँजी बजट : सरकार की पूँजी प्राप्तियों एवं पूँजी व्यय के विवरण को पूँजी बजट कहते हैं। पूँजी प्राप्तियाँ दो प्रकार की होती है-
1.ऋण प्राप्तियाँ एवं
2. गैर ऋण प्राप्तियाँ।
पूँजी व्यय सरकार की सामाजिक, आर्थिक एवं सामान्य गतिविधियों के लिए पूँजी निर्माण पर किये गये व्यय को दर्शाता है।
पूँजीगत प्राप्तियाँ
पूँजी घाटा = पूँजीगत व्यय पूँजीगत राजस्व सरकार के दायित्वों को बढ़ाता व पूँजीगत व्यय से परिसंपत्तियों का अर्जन होता है।
10. राजकोषीय नीति के प्रयोग बताएँ ।
Ans. General Theory of Income, Employment, Interest and Money में जे० एम० कीन्स ने राजकोषीय नीति के निम्नलिखित प्रयोग बताएँ हैं-
1.इस नीति का प्रयोग उत्पादन – रोजगार स्थायित्व के लिए किया जा सकता है। व्यय एवं कर नीति में परिवर्तन के द्वारा सरकार उत्पादन एवं रोजगार में स्थायित्व पैदा कर सकती है।
2. बजट के माध्यम से सरकार आर्थिक उच्चावचनों को ठीक कर सकती है।
11. राजकोषीय नीति के उपकरणों का उल्लेख करें।
Ans. राजकोषीय नीति के उपकरण निम्नलिखित हैं-
1.करारोपण – करारोपण करदान क्षमता के आधार पर किया जाना उचित है। करारोपण इस प्रकार से किया जाय कि उसका बुरा प्रभाव काम करने की इच्छा व योग्यता पर न पड़े, साथ ही सरकार को आय भी प्राप्त हो सके।
2. सार्वजनिक व्यय – राजकोषीय नीति का यह महत्वपूर्ण उपकरण है, सार्वजनिक व्यय का उद्देश्य लोक कल्याण होना चाहिए। सार्वजनिक व्यय उत्पादक होना चाहिए जिससे आधारभूत ढाँचे को व्यवस्थित किया जा सके।
3. सार्वजनिक ऋण नीति- राजकोषीय नीति के अन्तर्गत सार्वजनिक ऋणों का भी महत्वपूर्ण स्थान होता है। ये ऋण आन्तरिक एवं बाह्य दोनों प्रकार के होते हैं। एक विकासशील देश साधनों की कमी के कारण अपना समुचित विकास नहीं कर पाता है फलतः उसे ऋण लेकर अपनी अर्थव्यवस्था का संचालन करना होता है।
12. राजकोषीय घाटे से आप क्या समझते हैं ?
Ans. राजकोषीय घाटे कुल व्ययों और कुल प्राप्तियों (उधार के अतिरिक्त) के अंतर के समान होता है। सांकेतिक रूप में,
राजकोषीय घाटा = कुल बजटीय व्यय – राजस्व प्राप्तियाँ + पूँजी प्राप्तियाँ जिसमें ऋण शामिल नहीं है।
यहाँ कुल बजट व्यय = राजस्व व्यय + पूँजी व्यय
राजस्व प्राप्तियाँ = कर राजस्व + गैर कर राजस्व
पूँजी प्राप्तियाँ = पूँजी प्राप्तियाँ ऋण प्राप्तियों के अतिरिक्त
= ऋणों की अदायगी + अन्य प्राप्तियाँ (विनिवेश से प्राप्त)
अतः संक्षेप में राजकोषीय घाटा उधार के बराबर होता है।
13. वितरण फलन को संक्षेप में समझाइए |
Ans. प्रत्येक सरकार की एक राजकोषीय नीति होती है। राजकोषीय नीति के माध्यम से प्रत्येक सरकार समाज में आय के वितरण में समानता या न्याय करने की कोशिश करती हैं। सरकार उच्च आय वर्ग या अधिक संपत्ति के स्वामियों पर उच्च कर लगाती है तथा कमजोर वर्ग को हस्तांतरण भुगतान प्रदान करती है। कर एवं हस्तांतरण भुगतान दोनों प्रयोज्य आय को प्रभावित करते हैं। इस प्रकार आय व संपति के वितरण को वितरण फलन कहते हैं।
14. सार्वजनिक व्यय का वर्गीकरण करें।
Ans. सार्वजनिक व्यय को तीन वर्गों में बाँटते हैं-
1.राजस्व व्यय एवं पूँजीगत व्यय – राजस्व व्यय सरकार की सामाजिक आर्थिक एवं सामान्य गतिविधियों के संचालन पर किया गया व्यय होता है। इस व्यय से परिसंपत्तियों का निर्माण नहीं होता है।
पूँजीगत व्यय भूमि, यंत्र – संयंत्र आदि पर किया गया निवेश होता है। इस व्यय से परिसंपत्तियों का निर्माण होता है।
2. योजना व्यय एवं गैर योजना व्यय-योजना व्यय में तात्कालिक विकास और निवेश मदें शामिल होती हैं। ये मदें योजना प्रस्तावों के द्वारा तय की जाती है। बाकी सभी खर्च गैर योजना व्यय होते हैं।
3. विकास व्यय तथा गैर विकास व्यय-विकास व्यय में रेलवे, डाक एवं दूरसंचार तथा गैर विभागीय उद्यमों के गैर बजटीय स्रोतों से योजना व्यय, सरकार द्वारा गैर विभागीय उद्यमों एवं स्थानीय निकायों को प्रदत ऋण भी शामिल किए जाते हैं।
गैर विकास – व्यय में प्रतिरक्षा, आर्थिक अनुदान आदि भी इसी श्रेणी में आते हैं।
15. प्रत्यक्ष कर की परिभाषा दीजिए।
Ans. प्रत्यक्ष कर वह कर है जो जिस व्यक्ति पर लगाया जाता है, वह व्यक्ति ही उसका भार उठाता है। इस कर को टाला नहीं जा सकता है, न ही इसका भार आंशिक या पूर्ण रूप में किसी अन्य व्यक्ति पर हस्तान्तरित किया जा सकता है। दूसरे शब्दों में, जब किसी कर का कराघात तथा करापात एक ही व्यक्ति पर पड़ता है, तब यह कर प्रत्यक्ष कर कहलाता है। प्रत्यक्ष कर का सबसे अच्छा उदाहरण आयकर है क्योंकि यह जिस व्यक्ति पर लगाया जाता है, वही व्यक्ति उसे अदायगी करता है। प्रत्यक्ष कर के अन्य उदाहरण हैं, निगम कर, सम्पत्ति कर, व्यय कर, सम्पदा शुल्क आदि ।
16. प्रत्यक्ष कर के कौन-कौन गुण हैं ?
Ans. प्रत्यक्ष कर के गुण इस प्रकार हैं-
1.प्रत्यक्ष कर न्यायपूर्ण होता है।
2. इसमें मितव्ययिता पायी जाती है।
3. इसमें निश्चितता का गुण भी पाया जाता है।
4. यह लोचदार होता है।
5. यह उत्पादक होता है।
6. यह प्रगतिशील होता है।
7. यह नागरिकता एवं कर्त्तव्यपरायणता की भावना जागृत करता है।
17. प्रत्यक्ष कर के तीन विशेषताओं का वर्णन करें।
Ans. प्रत्यक्ष कर की तीन विशेषताएँ निम्नलिखित हैं-
1.ये कर जिस व्यक्ति पर लगाये जाते हैं, वही इन करों का भुगतान करता है। ये किसी अन्य व्यक्ति पर टाला नहीं जा सकता।
2. ये कर प्रगतिशील होते हैं।
3. ये कर अनिवार्य होते हैं।
18. प्रत्यक्ष कर तथा अप्रत्यक्ष कर में अंतर करें।
Ans. प्रत्यक्ष कर तथा अप्रत्यक्ष कर में निम्नलिखित अंतर है-
प्रत्यक्ष कर
1.इस कर को टाला नहीं जा सकता है।
2. यह कर प्रगतिशील होता है। आय में वृद्धि के साथ इसमें वृद्धि होती है।
3. आय कर, सम्पत्ति कर, निगम कर इसके उदाहरण हैं।
अप्रत्यक्ष कर
1.जिसे व्यक्ति को यह कर चुकाना पड़ता है वह इसे दूसरे व्यक्ति पर टाल सकता
2. यह प्रगतिशील नहीं होता है।
3. बिक्री कर, उत्पाद शुल्क और सीमा शुल्क अप्रत्यक्ष कर के उदाहरण हैं।
19. कर अपवंचन क्या है ?
Ans. व्यक्तियों, कम्पनियों और अन्य संस्थाओं द्वारा गैर-कानूनी रूप से कर न देने को कर अपवंचन कहा जाता है।
20. राजस्व प्राप्तियों से क्या अभिप्राय है ? राजस्व प्राप्तियों के किन्हीं दो घटकों को लिखें।
Ans. राजस्व प्राप्तियाँ सरकार की उन प्राप्तियों को कहते हैं, जिनसे न तो देनदारियाँ उत्पन्न होती हैं और न ही परिसंपत्तियाँ कम होती हैं। राजस्व प्राप्तियों में कर, ब्याज, लाभ, विदेशी अनुदान आदि आते हैं। राजस्व प्राप्ति के दो घटक हैं-
1. कर राजस्व या प्राप्तियाँ,
2. गैर कर राजस्व या प्राप्तियाँ।
21. गैर कर राजस्व के कौन-कौन प्रमुख स्रोत हैं ?
Ans. गैर कर राजस्व के मुख्य स्रोत हैं- मुद्रा तथा टकसाल, रेलवे, ऋण सेवाएँ, नदी घाटी योजनाएँ, प्रशासनिक सेवाएँ डाक-तार तथा सार्वजनिक उद्यम ।
22. सरकार के कर राजस्व के क्या-क्या स्रोत हैं ?
Ans. सरकार के कर राजस्व के स्रोत हैं-आय कर, निगम कर, सीमा शुल्क, मृत्यु कर, केंद्रीय उत्पादन कर आदि ।
23. वस्तु एवं सेवा कर (GST) क्या है ?
Ans. वस्तु एवं सेवा कर (GST) एक नव सृजित राष्ट्रीय बिक्री कर है जिसमें देश के सभी अप्रत्यक्ष करों को सम्मिलित कर दिया गया है। इस कर की दर देश के सभी राज्यों में एकसमान है। वस्तु एवं सेवा कर (GST) का नारा है-एक कर, एक राष्ट्र, एक बाजार । GST अनिवार्य रूप से मूल्य वृद्धि पर लगाया गया एक कर है, जो निर्माता से उपभोक्ता तक की सभी उत्पादन गतिविधि की श्रृंखला को सम्मिलित करता है।
24. वस्तु एवं सेवा में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
Ans. वस्तु एवं सेवा में निम्नलिखित अन्तर है-
वस्तु
1.वस्तु भौतिक होती है अर्थात् वस्तु का आकार होता है। उसे छू सकते हैं।
2. वस्तु के उत्पादन काल एवं उपभोग काल में अन्तर पाया जाता है।
3. वस्तु का भविष्य के लिए भण्डारण कर सकते हैं।
4. उदाहरण मेज, किताब, वस्त्र आदि ।
सेवा
1.सेवा अभौतिक होती है। वस्तु सेवा का कोई आकार नहीं होता है। उसे छू नहीं सकते हैं।
2. सेवा का उत्पादन एवं उपभोग काल एक ही होता है।
3. सेवा का भविष्य के लिए भण्डारण नहीं कर सकते हैं।
4. उदाहरण डॉक्टर की सेवा, अध्यापक की सेवा ।