शिक्षा और संस्कृति

महत्त्वपूर्ण तथ्य :

1.’शिक्षा और संस्कृति’ पाठ एक शिक्षाशास्त्र है।

2. प्रस्तुत पाठ के लेखक महात्मा गाँधी हैं।

3. महात्मा गाँधी को हम ‘बापू’ या ‘राष्ट्रपिता’ भी कहते हैं।

4. महात्मा गाँधी का जन्म 2 अक्टूबर, 1869 ई० में पोरबंदर, गुजरात. में हुआ था।

5. गाँधीजी के जीवन में दक्षिण अफ्रीका (1893 – 1914 ई०) के प्रवास का ऐतिहासिक महत्त्व है।

6. वहीं उन्होंने अँग्रेजों के खिलाफ अहिंसा का पहला प्रयोग किया।

7. 1915 ई० में गाँधीजी भारत लौट आए और स्वाधीनता संग्राम में कूद पड़े।

8. अहिंसा और सत्याग्रह उनका सबसे बड़ा हथियार था ।

9. गाँधीजी को रवीन्द्रनाथ ठाकुर ने ‘महात्मा’ कहा।

10. गाँधीजी ने ‘हिन्द स्वराज’, ‘सत्य के साथ मेरे प्रयोग’ आदि पुस्तकें लिखीं।

11. शिक्षा और संस्कृति जैसे विषय पर यहाँ ‘हरिजन’, ‘यंग इंडिया’ जैसे ऐतिहासिक पत्रों के अग्रलेखों से संकलित-संपादित राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी के विचार प्रस्तुत है ।

12. अहिंसक प्रयोग सबसे उदात्र और बढ़िया शिक्षा है।

13. शिक्षा का जरूरी अंग यह होना चाहिए कि बालक जीवन-संग्राम में प्रेम से घृणा को, सत्य से असत्य को और कष्ट सहन से हिंसा को आसानी के साथ जीतना सीखें।

14. मेरी राय में बुद्धि की सच्ची शिक्षां शरीर की स्थूल इन्द्रियों, अर्थात् हाथ, पैर, आँख, कान, नाक बगैरह के ठीक-ठीक उपयोग उसकी बुद्धि के द्वारा ही हो सकती है।

15. शिक्षा से मेरा अभिप्राय यह है कि बच्चे और मनुष्य के शरीर, बुद्धि और आत्मा के सभी उत्तम गुणों को प्रगट किया जाए।

16. मैं चाहता हूँ कि सारी शिक्षा किसी दस्तकारी या उद्योगों के द्वारा दी जाए।

17. प्रारंभिक शिक्षा में सफाई, तन्दुरूस्ती, भोजनशास्त्र, अपना काम आप करने और घर पर माता-पिता को मदद देने वगैरह के मूल सिद्धांत हों।

18. मैं साहस, बल, सदाचार और बड़े लक्ष्य के लिए काम करने में आत्मोत्सर्ग की शक्ति का विकास कराने की कोशिश करूँगा।

19. मेरा ख्याल है कि अगर व्यक्ति का चरित्र-निर्माण करने में हम सफल हो जाएँगे, तो समाज अपना काम आप सँभाल लेगा।

20. अँग्रेजों को यह गर्व है कि संसार में जो उत्तम साहित्य होता है, वह प्रकाशित होने के एक सप्ताह के भीतर सीधी-सादी अँग्रेजी में उस राष्ट्र के हाथों आ जाता है।

21. दूसरी संस्कृतियों की समझ और कद्र स्वयं अपनी संस्कृति की कद्र होने और उसे हजम कर लेने के बाद होनी चाहिए, पहले हरगिज नहीं।

22. मेरा दृढ़ मत है कि कोई संस्कृति इतने रत्न भंडार से भरी हुई नहीं है, जितनी हमारी अपनी संस्कृति है।

23. कोई संस्कृति जिन्दा नहीं रह सकती, अगर वह दूसरों का बहिष्कार करने की कोशिश करती है।

24. मैं नहीं चाहता कि मेरे घर के चारों ओर दीवारें खड़ी कर दी जाएँ और खिड़कियाँ बंद कर दी जाएँ।

25. मैं चाहता हूँ सब देशों की संस्कृतियों की हवा मेरे घर के चारों ओर अधिक-से-अधिक स्वतंत्रता के साथ बहती रहे।

26. मैं यह नहीं चाहूँगा कि एक भी भारतवासी अपनी मातृभाषा को भूल जाए, उसकी उपेक्षा करे, उसपर शर्मिन्दा हो या यह अनुभव करे कि वह अपनी खुद की देशी भाषा में विचार नहीं कर सकता या अपने उत्तम विचार प्रकट नहीं कर सकता।

27. मेरा धर्म कैदखाने का धर्म नहीं है।

28. भारतीय संस्कृति उन भिन्न-भिन्न संस्कृतियों के सामंजस्य की प्रतीक हैं, जिनके हिन्दुस्तान में पैर जम गए हैं, जिनका भारतीय जीवन पर प्रभाव पड़ चुका है और जो स्वयं की भी भारतीय जीवन से प्रभावित हुई हैं।

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1 .गाँधीजी को ‘महात्मा’ की उपाधि किसने दी ?

(B) रवीन्द्रनाथ ठाकुर
(C) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(D) जवाहर लाल नेहरू

  Ans ⇒ B 

2. महात्मा गाँधी का जन्म स्थान है-

(A) पोरबंदर
(B) सूरत
(C) साबरमती
(D) इनमें से कोई नहीं

  Ans ⇒ A

3. महात्मा गाँधी की रचना है-

(A) शिक्षा में हेरफेर
(B) शिक्षा और संस्कृति
(C) गेहूँ और गुलाब
(D) इनमें से कोई नहीं

  Ans ⇒ B

4. गाँधीजी की पत्नी का नाम था ?

(A) कस्तूरबा
(B) कमला
(C) विमला
(D) सरला

  Ans ⇒ A 

5. गाँधीजी की माता का नाम क्या था ?

(A) बतूलन बाई
(B) पुतली बाई
(C) जानकी बाई
(D) देवमती बाई

  Ans ⇒ B 

6. गाँधीजी द्वारा रचित पुस्तक है-

(A) महाविद्यालय
(B) भारत में अंग्रेजी राज और मार्क्सवाद
(C) द कास्ट्स इन इंडिया
(D) सत्य के साथ मेरे प्रयोग

  Ans ⇒ D 

7 ‘शिक्षा और संस्कृति’ पाठ में किनके विचार प्रस्तुत हैं?

(A) रवीन्द्रनाथ ठाकुर के
(B) विनोबा भावे के
(C) महात्मा गाँधी के
(D) जवाहरलाल नेहरू के

  Ans ⇒ C

8. गाँधीजी ने किस पत्रिका का संपादन किया ?

(A) पाञ्चजन्य
(B) शंखनाद
(C) हरिजन
(D) अर्चना

  Ans ⇒ C 

9. ‘हिंद स्वराज’ के रचनाकार है-

(A) डॉ० राजेन्द्र प्रसाद
(B) भीमराव अंबेदकर
(C) महात्मा गाँधी
(D) जवाहरलाल नेहरू

  Ans ⇒ C 

10. गाँधीजी के जन्म-दिवस को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर किस दिवस के रूप में मनाया जाता है?

(A) बापू दिवस
(B) न्याय दिवस
(C) अहिंसा दिवस
(D) समरसता दिवस

  Ans ⇒ C 

11. गाँधीजी ने सबसे उदात्त और बढ़िया शिक्षा किसे कहा है ?

(A) यांत्रिक शिक्षा
(B) अहिंसक प्रतिरोध
(C) योगाभ्यास
(D) इनमें से कोई नहीं

  Ans ⇒ B 

12. गाँधीजी के अनुसार स्वराज्य प्राप्ति के पश्चात शिक्षा का क्या ध्येय होना चाहिये?

(A) आर्थिक विकास
(B) कृषि विकास
(C) भौतिक विकास
(D) चरित्र निर्माण

  Ans ⇒ D 

13. कोई संस्कृति कब जिन्दा नहीं रह सकती ?

(A) अगर वह दूसरों का बहिष्कार करने की कोशिश करे
(B) अगर वह दूसरों को स्वयं में समाहित करे।
(C) अगर वह अपनी प्राचीनता का त्याग कर दे।
(D) अगर वह नवीनता की प्राप्ति कर ले।

  Ans ⇒ A 

14. दस्तकारी का अर्थ है-

(A) यंत्र पर आधारित
(B) कौशल
(C) हस्त कोशल
(D) दस्तक देनेवाला

  Ans ⇒ C 

15. अमल का अर्थ है-

(A) व्यवहार
(B) अव्यावहारिक
(C) स्वच्छ
(D) अस्वच्छ

  Ans ⇒ A 

16. गाँधीजी किस माध्यम से शिक्षा देने के पक्षधर थे ?

(A) किताब
(B) विद्यालय
(C) दस्तकारी या उद्योग
(D) इनमें से कोई नहीं

  Ans ⇒ C 

17. ‘सत्य के साथ मेरे प्रयोग’ किसकी रचना है ?

(A) डॉ. राजेन्द्र प्रसाद की
(B) डॉ. सम्पूर्णानन्द की
(C) महर्षि अरविन्द की
(D) महात्मा गाँधी की

  Ans ⇒ D 

18. ‘हिन्द स्वराज’ के रचनाकार हैं-

(A) महात्मा गाँधी
(B) सुभाषचन्द्र बोस
(C) मुंशी प्रेमचन्द
(D) राष्ट्रकवि ‘दिनकर’

  Ans ⇒ A 

19. ‘हरिजन’ के सम्पादक कौन थे ?

(A) माखनलाल चतुर्वेदी
(B) महात्मा गाँधी
(C) डॉ. विद्यानिवास मिश्र
(D) अज्ञेय

  Ans ⇒ B 

20. ‘अहिंसा दिवस’ किस तारीख को मनाया जाता है ?

(A) 20 जनवरी
(B) 18 फरवरी
(C) 2 अक्टूबर
(D) 15 अगस्त

  Ans ⇒ C 

21. भारतीय संस्कृति किसका प्रतीक है ?

(A) एकता का
(B) भिन्न-भिन्न संस्कृतियों के सामंजस्य का ।
(C) मानवता का
(D) विविधता का

  Ans ⇒ B  

22. गाँधीजी के अनुसार शिक्षा सहायक होती है-

(A) शरीर के विकास में
(B) बुद्धि के विकास में
(C) आत्मा के विकास में
(D) इन सभी के विकास में

  Ans ⇒ D 

23. शेक्सपीयर किस भाषा के कवि हैं ?

(A) ग्रीक
(B) अंग्रेजी
(C) फ्रेंच
(D) जापानी

  Ans ⇒ B

24. टॉल्स्टॉय किस देश के साहित्यकार थे?

(A) अमेरिका के
(B) इटली के
(C) रूस के
(D) दक्षिण अफ्रीका के

  Ans ⇒ C 

25. ‘शिक्षा और संस्कृति’ के लेखक कौन हैं?

(A) महात्मा गाँधी
(B) शेक्सपीयर
(C) टॉल्स्टॉय
(D) इनमें कोई नहीं

  Ans ⇒ A 

26. महात्मा गाँधी का जन्म कब हुआ था?

(A) 2 अक्टूबर, 1867 को
(B) 2 अक्टूवार, 1869 को
(C) 2 अक्टूबर, 1877 को
(D) 2 अक्टूबर, 1879 को

  Ans ⇒ B 

27. महात्मा गाँधी का जन्म कहाँ हुआ था?

(A) अहमदाबाद
(B) मध्यप्रदेश
(C) राजस्थान
(D) गुजरात

  Ans ⇒ D 

28. ‘यंग इंडिया’ क्या है?

(A) पत्रिका
(B) नौजवानों का समूह
(C) संस्था
(D) पुरस्कार

  Ans ⇒ A 

29. ‘शेक्सपीयर’ को किस रूप में जाना जाता है ?

(A) कवि
(B) नाटककार
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं

  Ans ⇒ C 

30. गाँधीजी ने बच्चों को किस ढंग की तालीम देने की भरसक कोशिश की थी?

(A) हिंसक प्रतिरोध
(B) अहिंसक प्रतिरोध
(C) सहनशील प्रतिरोध
(D) आक्रामक प्रतिरोध

  Ans ⇒ B 

31. गाँधीजी वकालत की पढ़ाई के लिए कहाँ गये थे?

(A) दक्षिण अफ्रीका
(B) अमेरिका
(C) लंदन
(D) श्रीलंका

  Ans ⇒ C 

32. गाँधीजी दक्षिण अफ्रीका में कब-से-कब तक रहे? .

(A) 1893 से 1914 तक
(B) 1895 से 1916 तक
(C) 1897 से 1918 तक
(D) 1899 से 1920 तक

  Ans ⇒A 

33. गाँधीजी के दो हथियार थे-

(A) लाठी और हिंसा
(B) हिंसा और अहिंसा
(C) हिंसा और सत्याग्रह
(D) अहिंसा और सत्याग्रह

  Ans ⇒ D 

34. गाँधीजी के अनुसार, ‘शिक्षा’ का माध्यम होना चाहिए-

(A) नाट्यकला
(B) हस्तकला
(C) अहिंसा:
(D) सत्याग्रह

  Ans ⇒ B 

35. ‘उदात्त’ का शाब्दिक अर्थ है-

(A) श्रेष्ठ ‘
(B) जागरण
(C) व्यवहार
(D) पालन

  Ans ⇒ A 

36. महात्मा गाँधी का निधन कब हुआ था?

(A) 30 जनवरी, 1947 को
(B) 30 जनवरी, 1948 को
(C) 30 जनवरी, 1949 को
(D) 30 जनवरी, 1950 को

  Ans ⇒ B 

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. गाँधीजी बढ़िया शिक्षा किसे कहते हैं ?

उत्तर :- आहिसक प्रतिरोध का गाधाजी बढ़िया शिक्षा कहते हैं। यह शिक्षा अक्षर-ज्ञान से पूर्व मिलना चाहिए।

उत्तर :- इन्द्रियों का बुद्धिपूर्वक उपयोग उसकी बुद्धि के विकास का जल्द-से-जल्द और उत्तम तरीका है।

3. मस्तिष्क और आत्मा का उच्चतम विकास कैसे संभव है ?

उत्तर :- शिक्षा का प्रारंभ इस तरह किया जाए कि बच्चे उपयोगी दस्तकारी सीखें और जिस क्षण से वह अपनी तालीम शुरु करें उसी क्षण उन्हें उत्पादन का काम करने योग्य बना दिया जाए। इस प्रकार की शिक्षा-पद्धति में मस्तिष्क और आत्मा का उच्चतम विकास संभव है।

4. शिक्षा का ध्येय गाँधीजी क्या मानते थे और क्यों ?

उत्तर :- शिक्षा का ध्येय गाँधीजी चरित्र-निर्माण करना मानते थे। उनके विचार से शिक्षा के माध्यम से मनुष्य में साहस, बल, सदाचार जैसे गुणों का विकास होना -चाहिए, क्योंकि चरित्र-निर्माण होने से सामाजिक उत्थान स्वयं होगा । साहसी और सदाचारी व्यक्ति के हाथों में समाज के संगठन का काम आसानी से सौंपा जा सकता है ।

5. गाँधीजी किस तरह के सामंजस्य को भारत के लिए बेहतर मानते हैं और क्यों ?

उतर :- गाँधीजी भिन्न-भिन्न संस्कृतियों के सामंजस्य को भारत के लिए बेहतर मानते हैं, क्योंकि भिन्न-भिन्न संस्कृतियों के सामंजस्य भारतीय जीवन को प्रभावित किया है और स्वयं भी भारतीय जीवन से प्रभावित हुई है। यह सामंजस्य कुदरती तौर पर स्वदेशी ढंग का होगा, जिसमें प्रत्येक संस्कृति के लिए अपना उचित स्थान सुरक्षित होगा।

6. गाँधीजी देशी भाषाओं में बड़े पैमाने पर अनुवाद-कार्य क्यों आवश्यक मानते थे ?

उतर :- गाँधीजी का मानना था कि देशी भाषाओं में अनुवाद के माध्यम से किसी भी भाषा के विचारों को तथा ज्ञान को आसानी से ग्रहण किया जा सकता है। अंग्रेजी या संसार के अन्य भाषाओं में जो ज्ञान-भंडार पड़ा है, उसे अपनी ही मातृभाषा के द्वारा प्राप्त करना सरल है। सभी भाषाओं से ग्राह्य ज्ञान के लिए अनुवाद की कला परमावश्यक है। अत: इसकी आवश्यकता बड़े पैमाने पर है।

7. दूसरी संस्कृति से पहले अपनी संस्कृति की गहरी समझ क्यों जरूरी है ?

उत्तर :- दूसरी संस्कृतियों की समझ और कद्र स्वयं अपनी संस्कृति की कद्र होने और उसे हजम कर लेने के बाद होनी चाहिए, पहले हरगिज नहीं। कोई संस्कृति इतने रत्न-भण्डार से भरी हुई नहीं है जितनी हमारी अपनी संस्कृति है। सर्वप्रथम हमें अपनी संस्कृति को जानकर उसमें निहित बातों को अपनाना होगा। इससे चरित्र-निर्माण होगा जो संसार के अन्य संस्कृति से कुछ सीखने की क्षमता प्रदान करेगा।

8. अपनी संस्कृति और मातृभाषा की बुनियाद पर दूसरी संस्कृतियों और भाषाओं से संपर्क क्यों बनाया जाना चाहिए ? गाँधीजी की राय स्पष्ट कीजिए।

उत्तर :- गाँधीजी के विचारानुसार अपनी मातृभाषा के माध्यम बनाकर हम अत्यधिक विकास कर सकते हैं। अपनी संस्कृति के माध्यम से जीवन में तेज गति से उत्थान किया जा सकता है । लेकिन हम कूपमंडूक नहीं बनें । दूसरी संस्कृति की अच्छी बातों को अपनाने में परहेज नहीं किया जाय । बल्कि अपनी संस्कृति एवं भाषा को आधार बनाकर अन्य भाषा एवं संस्कृति को भी अपने जीवन से युक्त करें।

9. गाँधीजी कताई और धुनाई जैसे ग्रामोद्योगों द्वारा सामाजिक क्रांति कैसे संभव मानते थे ?

उत्तर :- कताई और धुनाई जैसे ग्रामोद्योगों के संबंध में गाँधीजी की कल्पना थी कि यह एक ऐसी शांत सामाजिक क्रांति की अग्रदूत बने । जिसमें अत्यंत दूरगामी परिणाम भरे हुए हैं। इससे नगर और ग्राम के संबंधों का एक स्वास्थ्यप्रद और नैतिक आधार प्राप्त होगा और समाज की मौजूदा आरक्षित अवस्था और वर्गों के परस्पर विषाक्त संबंधों की कुछ बड़ी-से-बड़ी बुराइयों को दूर करने में बहुत सहायता मिलेगी। इससे ग्रामीण जन-जीवन विकसित होगा और गरीब-अमीर का अप्राकृतिक भेद नहीं रहेगा।

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