वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. अमोनिया को निम्नलिखित में किसके द्वारा शुष्क किया जाता है ?
(A) CaO
(B) P4O10
(C) conc. H2SO4
(D) CaCl2 (anh)
Answer ⇒ (C)
2. निम्नलिखित में किसका बन्ध ऊर्जा सबसे अधिक है ?
(A) O-O
(B) s-s
(C) Se – Se
(D) Te – Te
Answer ⇒ (B)
3. निम्नलिखित में कौन-सा आयन रंगहीन है ?
(A) Cu+
(B) Co2+
(C) Ni2+
(D) Fe3+
Answer ⇒ (A)
4. Ni(co)4 में Ni का प्रसंकरण है ।
(A) sp
(B) sp2
(C) sp3
(D) dsp2
Answer ⇒ (C)
5. K3IFe(CN)6] का IUPAC नाम है।
(A) पोटैशियम फेरासाइनाइड
(B) पोटैशियम फेरीसायनाइड
(C) पोटैशियम हेक्सासायनो फेरेट (II)
(D) पोटैशियम हेक्सासायनोफेरेट (III)
Answer ⇒ (D)
6. निम्नलिखित में कौन निर्बल अम्ल है ?
(A) HCI
(B) HBr
(C) HF
(D) HI
Answer ⇒ (C)
7. जटिल यौगिक [CONH3)6]CI2 के विलयन में आयनों की संख्या होती है।
(A) 3
(B) 4
(C) 2
(D) 6
Answer ⇒ (A)
8. [Cr(NH3)4Cl2]CI में लीगैण्ड है
(A) सिर्फ NH3
(B) सिर्फ Cl–
(C) NH3 और Cl
(D) CO, NH3 और Cl–
Answer ⇒ (C)
9. [Pt(C2H4)CI3]– में Pt की ऑक्सीकरण संख्या है
(A) +1
(B) +2
(C) +3
(D) +4
Answer ⇒ (B)
10. जटिल आयन [Cu(NH3)4]2+ की संरचना वर्ग तलीय है, तो उस जटिल आयन में Cu2+ का प्रसकरण है
(A) sp3
(B) sp3d2
(C) dsp2
(D) dsp3
Answer ⇒ (C)
11. एथिलीन डाइऐमीन है
(A) यूनिडेंटेड लिगेंड
(B) वाइडेंटेट लिगेंड
(C) ट्राइडेंटेट लिगेंड
(D) ऐम्बीडेंटेट लिगेंड
Answer ⇒ (B)
12. दिये गये केन्द्रीय परमाणु आयन के लिए निम्नलिखित किस लिगेंड का CFSE (Δ०) अधिकतम होगा ?
(A) Cl
(B) NH3
(C) CO
(D) F
Answer ⇒ (C)
13. ऐलुमिनियम के साथ कौन तत्व त्रिर्यक संबंध दिखाता है?
(A) Li
(B) Be
(C) N
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
14. अम्लीय K2Cr2O7 घोल में हाइड्रोजन परऑक्साइड डाला जाता है तो नीला रंग उत्पन्न होने का कारण है :
(A) CrO3 का निर्माण
(B) Cr2O3 का निर्माण
(C) Cro2-4 का निर्माण
(D) Cro5 का निर्माण
Answer ⇒ (D)
15. हैलोजन के आबंध वियोजन एन्थैल्पी का सही क्रम है :
(A) F2 > Cl2 > Br2 SI2
(B) F2 <Cl2 < Br2 <I2
(C) Cl2 > Br2 > F2 > I2
(D) I2 <Br2 <Cl2 < F2
Answer ⇒ (C)
16. ऑक्सीजन का आयनन विभव उसके आयनन विभव के बराबर है :
(A) He
(B) Ne
(C) Ar
(D) Xe
Answer ⇒ (D)
17. निकेल का [Ni(CO)4] में ऑक्सीकरण अवस्था होती है
(A) 4
(B) 0
(C) 2
(D) 3
Answer ⇒ (B)
18. K4[Fe(CN)6] है
(A) डबल साल्ट
(B) जटिल लवण
(C) अम्ल
(D) भस्म
Answer ⇒ (B)
19. जटिल लवण [M(en)2 (C2O4)CI(जहाँ en, इथाइलीनडाईएमीन है) में धातु M के ऑक्सीकरण संख्या तथा उपसहसंयोजन संख्या का योग है
(A) 9
(B) 6
(C) 7
(D) 8
Answer ⇒ (A)
20. जटिल यौगिक [Co(en)2Cl2]CI के सम्भावित समावयवी की संख्या है
(A) 2
(B) 1
(C) 3
(D) 4
Answer ⇒ (C)
21. कोबाल्ट (III) क्लोराइड अमोनिया के साथ कई प्रकार का ऑक्टाहेडॉल जटिल यौगिक बनाता है। इनमें से कौन सिल्वर नाइट्रेट के साथ क्लोराइड आयन की जाँच नहीं देता है।
(A) COCl3 . 5NH3
(B) COCl3 . 6NH3
(C) COCl3 . 3NH3
(D) COCl3 . 4NH3
Answer ⇒ (C)
22. निम्न में कौन सबसे अधिक स्थायी जटिल यौगिक है
(A) [Fe(H2O)6]3+
(B) [Fe(NH3)6]3+
(C) [Fe(C2O4)3]3-
(D) [FeCl6]3-
Answer ⇒ (C)
23. [CO(NH3)6]Cl2 विलयन में कितने आयन उत्पन्न करेगा ?
(A) 6
(B) 4
(C) 3
(D) 2
Answer ⇒ (C)
24. किसका चुम्बकीय आघूर्ण अधिकतम होता है ?
(A) [Cr(H2O)6]3+
(B) [Fe(H2O)6]2+
(C) [Zn(H2O)6]2+
(D) [Ni(CN)4]2-
Answer ⇒ (B)
25. निम्न में किसकी संरचना वर्ग समतलीय है
(A) [NiCl4]2-
(B) [Ni(CO)4]
(C) [Ni(CN)4]2-
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
26. इनमें कौन सा अनुचुम्बकीय है ?
(A) [Ni(CO)4]2+
(B) [CO(NH3)6]3+
(C) [Ni(CN)4]2-
(D) [NiCl4]2-
Answer ⇒ (D)
27. निम्न में से किसे कार्बधात्विक यौगिक (Organometallic compound) नहीं कहते है
(A) सिस-प्लैटिन
(B) फेरोसीन
(C) जेइसी (Zeise’s) लवण
(D) गिग्रनार्ड अभिकर्मक
Answer ⇒ (A)
28. आन्तरिक कक्षक संकुल के साथ प्रतिचुम्बकीय है
(A) [Fe(NH3)6]2+
(B) [Cr(NH3)6]3+
(C) [CO(NH3)6]3+
(D) [Ni(NH3)6]2+
Answer ⇒ (C)
29. Fe4 [Fe(CN)6]3 में Fe की ऑक्सीकरण अवस्था है
(A) +2
(B) +3
(C) +2 तथा +3
(D) +4
Answer ⇒ (C)
30. पोटैसियम फेरोसायनाइड तथा पोटैसियम फेरिसायनाइड में Fe की ऑक्सीकारण अवस्था क्रमशः है
(A) +2, +3
(B) +3, +2
(C) +1, +2
(D) +2, +4
Answer ⇒ (A)
31. पोटास एलम (फिटकिरी), K2SO4 .Al2(SO4)3 . 24H2O
(A) द्विलवण है
(B) जटिल लवण है
(C) सामान्य लवण है
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
32. जल की कठोरता के निर्धारण में अनुमापन विधि में प्रयुक्त पदार्थ
(A) CaEDTA
(B) MgEDTA
(C) Na2EDTA
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (C)
33. [NiCl4]—तथा [Ni(CO)4] क्रमशः हैं
(A) अनुचुम्बकीय, प्रतिचुम्बकीय
(B) प्रतिचुम्बकीय, अनुचुम्बकीय
(C) फेरोचुम्बकीय, फेरीचुम्बकीय
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
34. [Cu(H2O]4]2+संकुल आयन का रंग है
(A) लाल
(B) भूरा
(C) नीला
(D) काला
Answer ⇒ (C)
35. K3[Cr(C2O4)3 का IUPAC नाम है
(A) पोटैसिम ट्राइआक्जलेटोक्रोमेट (II)
(B) पोटैसियम ट्राइआक्जलेटोक्रोमियम (III)
(C) पोटैसियम ट्राइआक्जलेटोक्रोमेट (III)
(D) पोटैसियम हेक्सा ऑक्जलेटक्रोमियम (IV)
Answer ⇒ (C)
36. हीमोग्लोबीन (Haemoglobin) संकुल लवण है ।
(A) Fe
(B) Mg
(C) CO
(D) Cu
Answer ⇒ (A)
37. Ni(CO)4 में निकेल की ऑक्सीकरण संख्या है।
(A) 1
(B) 3
(C) 0
(D) 2
Answer ⇒ (C)
38. Ti का मैगनेटिक मोमेन्ट इसके यौगिक 1.73 BM है तो Ti का ऑ० संख्या होगा।
(A) +1
(B) +4
(C) +3
(D) +2
Answer ⇒ (C)
39. निम्नलिखित में कौन पाराचुम्बकीय है ?
(A) Zn2+
(B) Cu+
(C) Sc3+
(D) Mn2+
Answer ⇒ (D)
40. निम्न में कौन-सा CN-आयन की अधिकता के साथ दो उप-सहसंयोजन संख्या वाला संकुल बनाता है ?
(A) Cu+
(B) Ag+
(C) Ni2+
(D) Fe2+
Answer ⇒ (B)
41. भूरे वलय संकुल (Brownring complex) [Fe(H2O)5NOSO4 में Feकी ऑक्सीकरण अवस्था है।
(A) +1
(B) +2
(C) +3
(D) +4
Answer ⇒ (B)
42. संकुल [CO(en)2Cl2]+ रहता है ?
(A) समपक्ष एवं विपक्ष समावयव के रूप में
(B) प्रकाशिक समावयव के युग्म के रूप में
(C) दोनों सही हैं
(D) कोई सही नहीं है
Answer ⇒ (C)
43. सबसे स्थायी आयन है:
(A) [Fe(OH)3]3-
(B) [Fe(Cl)6]3-
(C) [Fe(CN)6]3-
(D) [Fe(H2O)6]3+
Answer ⇒ (B)
44. जटिल यौगिक [CO(C2O4)2(NH3)2] के कितने संभव समावयव हैं ?
(A) 1
(B) 2
(C) 3
(D) 4
Answer ⇒ (B)
45. [Cr(H2O)4Cl2]+ संकुल में Cr की ऑक्सीकरण संख्या है।
(A) 1
(B) 3
(C) 5
(D) 6
Answer ⇒ (B)
46. प्रतिचुम्बकीय स्पीशीज है ?
(A) [Ni(CN4)2-]
(B) [Nicl4)]2-
(C) [COCl4]2-
(D) [COF6]2-
Answer ⇒ (B)
47. कॉपर सल्फेट KCN आधिक्य (excess) में घुलकर देता है:
(A) Cu(CN)2
(B) CuCN
(C) [Cu(CN)4]3–
(D) [Cu(CN)4]2-
Answer ⇒ (C)
48. संकुल [CO(NH)3]4(NO2)2]Cl दर्शाता है:
(A) बंधन, ज्यामितीय एवं प्रकाशिक समावयता
(B) बंधन, आयतन एवं ज्यामितीय समावयता
(C) बंधन, आयनन एवं प्रकाशिक समावयता
(D) आयनन, प्रकाशिक एवं ज्यामितीय समावयता
Answer ⇒ (B)
49. निम्न में से कौन-सा लिगन्ड, चीलेट बनाता है ?
(B) ऑक्सेलेट
(A) एसीटेट
(C) सायनाइड
(D) अमोनिया
Answer ⇒ (B)
50. [CO(en)2Cl2] के कितने समावयवी संभव हैं ?
(A) 2
(B) 4
(C) 6
(D) 1
Answer ⇒ (A)
51. [Ni(CO4) की ज्यामितीय है
(A) चतुष्फलकीय
(B) वर्ग-समतलीय
(C) अष्टफलकीय
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
52. निम्नलिखित में सबसे शक्तिशाली ऑक्सीकारक पदार्थ है
(A) CO2+
(B) Ni2+
(C) Cu2+
(D) Zn2+
Answer ⇒ (D)
53. K3Cr(Ox)3] में Cr की उपसहसंयोजक संख्या क्या होगी ?
(A) 6
(B) 5
(C) 4
(D) 3
Answer ⇒ (A)
54. कोबाल्ट की प्रभावी परमाणु संख्या [Co(en)2Cl2]⊕ काम्पलेक्स आयन में क्या होगी ?
(A) 27
(B) 36
(C) 33
(D) 35
Answer ⇒ (B)
55. लीथियम टेट्राहाइड्रो ऐलुमिनेट यौगिक में लिगेन्ड है:
(A) H+
(B) H
(C) H–
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
56. जटिल यौगिक [Cu(NH3)4][PtCl4] के सम्भव समावयवियों की संख्या है:
(A) 3
(B) 6
(C) 5
(D) 4
Answer ⇒ (D)
57. [Pt(NH3)3Br(NO2)Cl]Cl का IUPAC नाम हैः
(A) ट्राइऐमीनक्लोरोब्रोमोनाइट्रोप्लैटिनम (IV) क्लोराइड
(B) ट्राईऐमीनक्लोरोब्रोमोनाइट्रोक्लोरोप्लैटिनम (IV) क्लोराइड
(C) ट्राइऐमीनब्रोमोक्लोरोनाइट्रोप्लैटिनम (IV) क्लोराइड
(D) ट्राइऐमीननाइट्रोक्लोरोब्रोमोप्लैटिनस (IV) क्लोराइड
Answer ⇒ (C)
58. निम्न में से कौन-सा लिगेन्ड कीलेट बनाता है?
(A) ऐसीटेट
(B) ऑक्जेलेट
(C) सायनाइड
(D) अमोनिया
Answer ⇒ (B)
59. निम्न जटिल किस प्रकार की समावयवता दर्शाते हैं ? [Co(NH3)5Br]SO4 व [Co(NH3)5SO4]Br
(A) आयनन
(B) बन्धन
(C) उपसहसंयोजन
(D) प्रकाशीय
Answer ⇒ (A)
60. Fe(CO)5 की सही संरचना है:
(A) अष्टफलकीय
(B) चतुष्फलकीय
(C) वर्ग पिरैमिडी
(D) त्रिकोणीय द्विपिरैमिडि
Answer ⇒ (D)
61. निम्न में से किसमें मैग्नीशियम है ?
(A) क्लोरोफिल
(B) हीमोसायनिन
(C) कार्बोनिक एनाहाइड्रेज
(D) विटामिन B12
Answer ⇒ (A)
62. निम्न में से कौन अष्टफलकीय संकुल बनाएगा ?
(A) d4 (निम्न चक्रण)
(B) d8 (उच्च चक्रण)
(C) d6 (निम्न चक्रण)
(D) उपर्युक्त सभी
Answer ⇒ (D)
63. K4[Fe(CN)6] है:
(A) द्विक लवण
(B) संकुल यौगिक
(C) उदासीन अणु
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
64. [Cr(H2O)4Cl2]4+ संकुल में Cr की ऑक्सीकरण संख्या है।
(A) 1
(B) 3
(C) 5
(D) 6
Answer ⇒ (B)
65. निम्न में कौन अनुचुम्बकीय संकुल है ?
(A) [Ni(H2O)6]2+
(B) [Ni(CO)4]
(C) [Zn(NH3)4]2+
(D) [Co(NH3)6]3+
Answer ⇒ (A)
66. Na3[Co(NO2)6] का IUPAC नाम है:
(A) सोडियम कोबाल्टनाइट्राइट
(B) सोडियम हेक्सानाइट्रोकोबाल्टेट (III)
(C) सोडियम हेक्सानाइट्रोकोबाल्ट (III)
(D) सोडियम हेक्सानाइट्रिटोकोबाल्टेट (III)
Answer ⇒ (B)
67. परमाणुओं का समूह लिगेन्ड का कार्य करता है, जबः
(A) यह एक छोटा अणु है
(B) इसके पास अयुग्मित इलेक्ट्रॉन्स का एक युग्म हो
(C) यह एक ऋणावेशित आयन हो
(D) यह एक धनावेशित आयन हो
Answer ⇒ (B)
68. उपसहसंयोजन यौगिकों के वर्नर सिद्धांत के अनुसारः
(A) प्राथमिक संयोजकता आयनन योग्य होती है
(B) द्वितीयक संयोजकता आयनन योग्य होती है
(C) प्राथमिक व द्वितीयक संयोजकताएँ आयनन योग्य होती है
(D) केवल प्राथमिक संयोजकता आयनन योग्य नहीं होती है
Answer ⇒ (A)
69. [Ti(H2O)6]3+ अनुचुम्बकीय प्रकृति का है
(A) एक अयुग्मित इलेक्ट्रॉन के कारण
(B) अयुग्मित इलेक्ट्रॉनों की अनुपस्थिति के कारण
(C) तीन अयुग्मित इलेक्ट्रॉन के कारण
(D) दो अयुग्मित इलेक्ट्रॉन के कारण
Answer ⇒ (A)
70. सोडियम नाइट्रोपुसाइड का IUPAC नाम हैः
(A) सोडियम नाइट्रोफेरीसायनाइड
(B) सोडियम नाइट्रोफेरोसायनाइड
(C) सोडियम पेन्टासायनोनाइट्रोसिलफेरेट (II)
(D) सोडियम पेन्टासायनोनाइट्रोसिल फेरेट (III)
Answer ⇒ (D)
71. निम्न में कौन-सा CN-आयन की अधिकता के साथ दो उप-सहसंयोजन संख्या वाला संकुल बनाता है ?
(A) Cu+
(B) Ag+
(C) Ni+
(D) Fe2+
Answer ⇒ (B)
72. निम्न में से कौन-सा आन्तरिक कक्षक संकुल के साथ ही प्रतिचुम्बकीय प्रकृति का है ?
(A) [Zn(NH3)6]2+
(B) [Cr(NH3)6]3+
(C) [Co(NH3)6]3+
(D) [Ni(NH3)6]2+
Answer ⇒ (C)
73. प्रतिचुम्बकीय स्पेशीज है:
(A) [Ni(CN)4]2-
(B) [NiCl4]2-
(C) [CoCl4]2-
(D) [Cu(CN)4]2-
Answer ⇒ (A)
74. कॉपर सल्फेट KCN के आधिक्य (excess) में घुलकर देता हैः ।
(A) Cu(CN)2
(B) CuCN
(C) [Cu(CN)4]2-
(D) [Cu(CN)4]2-
Answer ⇒ (C)
75. संकुल [Co(NH3)4(NO2)2]Cl दर्शाता है।
(A) बंधन, ज्यामिति एवं प्रकाशिक समावयवता
(B) बंधन, आयनन एवं ज्यामितीय समावयवता
(C) बंधन, आयनन एवं प्रकाशिक समावयवता
(D) आयनन, प्रकाशिक एवं ज्यामितीय समावयवता
Answer ⇒ (B)
76. अष्टफलकीय संकुल [Co(C2O4)2(NH3)2] में संभव समावयवों की संख्या कितनी है ?
(A) 1
(B) 2
(C) 3
(D) 4
Answer ⇒ (C)
77. निम्न में से किस संकुल से Fac-mer (फलकीय-रेखांशिक या facial-meridional) समावयवता सम्बद्ध है।
(A) [M(AA)2]
(B) [M(A3B3)]
(C) [M(AA)3]
(D) [MABCD]
Answer ⇒ (B)
78. कुछ सामान्य लिगेन्डों के क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन शक्ति का आरोही (Increasing) क्रम है:
(A) H2O < OH– < Cl– <F- < CN–
(B) H2O < Cl– < OH- <CN– < F–
(C) CN– < H2O < OH– <F– < Cl–
(D) Cl– < F– <OH– < H2O < CN–
Answer ⇒ (D)
79. Cr2+, Mn2+, Fe2+ एवं Ni2+ के d-इलेक्ट्रॉन के विन्यास क्रमश: 3d4, 3d5,3d6 एवं 3d8 हैं। निम्न में से कौन-सा जलीय संकुल (aqua complex) अधिकतम अनुचम्बकीय लक्षण दर्शाएगा ?
(A) [Fe(H2O)6]2+
(B) [Ni(H2O)6]2+
(C) [Cr(H2O)6]2+
(D) [Mn(H2O)6]2+
Answer ⇒ (D)
80. संकुल [Co(en)2Cl2]+ रहता है।
(A) समपक्ष एवं विपक्ष समावयवी के रूप में
(B) प्रकाशिक समावयवी के युग्म के रूप में
(C) दोनों सही हैं
(D) कोई सही नहीं है
Answer ⇒ (C)
81. निम्न में से कौन-सा लिगेन्ड बंधन समावयवता दर्शाता है।
(A) NO–2
(B) CN–
(C) SCN–
(D) सभी तीनों
Answer ⇒ (D)
82. निम्न में से कौन-सा संकुल प्रति सूत्र इकाई तीन क्लोराइड आयन देता है ?
(A) CrCl3.6H2O
(B) CrCl3.5H2O
(C) CrCl3.4H2O
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
83. संकुल CoCl3.4NH3 में
(A) उपसहसंयोजन सत्ता [Co(NH3)4Cl2]+
(B) Cl–आयन प्रति आयन है
(C) दोनों सही हैं
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
84. निम्न में से किस परमाणु कक्षकों के संकरण से वर्ग समतलीय संकुल बनाता है ?
(A) s, px, py, dyz
(B) s, px, py, dx2 – y 2
(C) s, px, py,dz2
(D) s, px, py,dxy
Answer ⇒ (B)
85. सबसे स्थायी आयन है:
(A) [Fe(OH)3]3-
(B) [Fe(CI)6]3-
(C) [Fe(CN)6]3-
(D) [Fe(H2O)6]3+
Answer ⇒ (C)
86. उपसहसंयोजन यौगिक K4[Ni(CN)4] में निकेल की ऑक्सीकरण अवस्था है:
(A) 0
(B) +1
(C) +2
(D) -1
Answer ⇒ (A)
87. निम्न में से कौन-सा संकल बाहय कक्षक संकल है ?
(A) [Co(NH3)6]3+
(B) [Mn(CN)6]4+
(C) [Fe(CN)6]4–
(D) [Ni(NH3)6]2+
Answer ⇒ (D)
88. जैविक तंत्र में उपसहसंयोजन यौगिकों का अत्यधिक महत्त्व है इस संदर्भ में निम्न में से कौन-सा कथन गलत है ?
(A) सायनों कोबालामीन विटामिन B12है और इसमें कोबाल्ट होता है
(B) हीमोग्लोबिन रक्त का लाल रंजक है और इसमें आयरन होता है
(C) क्लोरोफिल पौधों का हरा रंजक होता है और इसमें कैल्सियम होता है
(D) कार्बो डाईपेप्टिडेज -A का इन्जाइम है और इसमें जिंक होता है
Answer ⇒ (C)
89. निम्न में से कौन-सा यौगिक प्रकाशीय समावयवता दर्शाता है ?
(A) [Cu(NH3)4]3-
(B) [ZnCl4]2-
(C) [Cr(C2O43]3-
(D) [Co(CN)6]3-
Answer ⇒ (C)
90. उपसहसंयोजन यौगिक K3[Fe(CN)6] का IUPAC नाम हैः
(A) पोटैशियमहेक्सासायनोफेरेट (II)
(B) पोटैशियमहेक्सासायनोफेरेट (III)
(C) पोटैशियमहेक्सासायनोआयरन (II)
(D) ट्राइपोटैशियमहेक्सासायनोआयरन (III)
Answer ⇒ (B)
91. निम्न में से किस अनुचुम्बकीय व्यवहार का मान न्यूनतम होगा ?
(A) [Cr(CN)6]3-
(B) [Mn(CN)6]3-
(C) [Fe(CN)6]3–
(D) [Co(CN)6]3-
Answer ⇒ (A)
92. निम्न में किसकी ज्यामिति वर्ग समतलीय है ?
(A) [PtCl4]2-
(B) [CoCl4]2-
(C) [FeCl4]2-
(D) [NiCl4]2-
Answer ⇒ (A)
93. सकुल में केन्द्रीय धातु आयन की उप-सहसंयोजन संख्या किसके द्वारा ज्ञात की जाती है।
(A) सिग्मा बन्ध द्वारा बंधित धातु आयन के चारों ओर लिगेन्डों की संख्या है।
(B) पाई बन्ध द्वारा बंधित धातु आयन के चारों ओर लिगेन्डों की संख्या ।
(C) सिग्मा और पाई बन्ध द्वारा बंधित धातु आयन के चारों ओर लिगेन्डों की संख्या
(D) केवल धात् आयन से बंधित ऋणायन की संख्या
Answer ⇒ (C)
94. Fe(CO)5 में Fe-C बंध में होता है:
(A) केवल π अभिलक्षण
(B) σ एवं π दोनों अभिलक्षण
(C) आयनिक अभिलक्षण
(D) s अभिलक्षण
Answer ⇒ (B)
95. K4[Fe(CN)6] में Fe का प्रसंकरण क्या है
(A) dsp3
(B) sp3
(C) d2sp3
(D) sp3d2
Answer ⇒ (C)
96. निम्न में किसकी आकृति चतुष्फलकीय होती है ?
(A) [Ni(CN)4]2-
(B) [Pd(CN)4]2-
(C) [PtCl4]2-
(D) [NiCl4]-2
Answer ⇒ (D)
97. निम्न में से कौन ऋणात्मक लिगेन्ड है ?
(A) NH3
(B) CO
(C) F–
(D) एथिलीन डाइऐमीन
Answer ⇒ (C)
98. निम्न में से कौन-सा पारा चुम्बकीय है ?
(A) [Ni(CO)4]2+
(B) [Co(NH3)6]3+
(C) [Ni(CN)4]2-
(D) [NiCl4]2-
Answer ⇒ (D)
99. निम्न में से किसकी संरचना वर्ग समतलीय है ?
(A) [NiCl4]2-
(B) [Ni(CO)4]
(C) [Ni(CN)4]2-
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
100.निम्न में से कौन एक कार्बधात्विक यौगिक है?
(A) Ti(C2H4)4
(B) Ti(OC2H5)
(C) Ti(OCOCH3)4
(D) Ti(OC6H5)4
Answer ⇒ (A)
101. C2 अणु में σ और π बन्धन की संख्या है –
(A) 1σ और 1π
(B) 1σ और 2π
(C) सिर्फ 2π
(D) 1σ और 3π
Answer ⇒ (C)
102.किसका +2 ऑक्सीकरण अवस्था सबसे स्थिर है ?
(A) Sn
(B) Ag
(C) Fe
(D) Pb
Answer ⇒ (D)
103.किस यौगिक या यौगिकों की चतुष्फलक आकृति है ?
(A) [Ni Cl4]2-
(B) [Ni(CN)4]2-
(C) [PdCl4]2-
(D) [NiC14]2- और [PdCl4]2- दोनों
Answer ⇒ (D)
104.जब Fe (OH)3 सॉल में NaCl का घोल मिलाया जाता है तो –
(A) [Fe (OH3)] Fe3+ प्राप्त होता है
(B) [Fe (OH3)] Cl– प्राप्त होता है
(C) [Fe (OH)3] Na+ प्राप्त होता है
(D) Fe (OH)3 अवक्षेपित हो जाता है
Answer ⇒ (D)
105.निम्नलिखित जटिल यौगिक में किसका अणुचुम्बकीय आघूर्ण सबसे अधिक है –
(A) [Cr (H2O)6]3+
(B) [Fe (H2O)6]Cl2
(C) [FE (CN)6]4-
(D) [NI (CO)4]
Answer ⇒ (B)
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1. [Ni(CO)4] यौगिक को कैसे तैयार करते हैं ? निकेल की ऑक्सीकरण संख्या क्या है ? इसके मुख्य उपयोग बताएँ।
उत्तर⇒ Ni + 4CO→[Ni(CO)4]
ऑक्सीकरण संख्या Ni = 0
निकेल के शुद्धिकरण में इसका उपयोग होता है।
प्रश्न 2. [Pt(NH3)6]Cl4 [Pt(NH3)6]4++ Cl– यौगिक CoBr34NH3 2H2O की मोलर चालकता 3 : 1 है। आण्विक और IUPAC नाम लिखें।
उत्तर⇒ क्योंकि मोलर चालकता 3 : 1 है इसलिए आण्विक सूत्र [Co(NH3)4 (H2O)2] Br2[Co(NH3)4 (H2O)2]3++ 3Br– ।
प्रश्न 3. सल्फ्यूरिक अम्ल की तुलना में परक्लोरिक अम्ल क्यों शक्तिशाली होता है ?
उत्तर⇒ HClO4 (परक्लोरिक अम्ल) में क्लोरीन (Cl) की ऑक्सीकल संख्या +7 होती है, जबकि सल्फ्यूरिक अम्ल (H2SO4) में सल्फर (S) की ऑक्सीजन संख्या +6 होती है।
अतः परक्लोरिक अम्ल का ClO3 भाग OH बंध को सल्फ्यूरिक अम्ल की अपेक्षा अधिक आसानी से तोड़कर प्रोटॉन को मुक्त करता है।
प्रश्न 4. निम्न यौगिकों का IUPAC नामकरण करें-
(a) [Zn(OH)4]2-
(b) [CO (NH3)6]2 SO4)3
(c) K2 [Ni(CN)4]
(d) [Co (ONO) (NH3)5]2+
(e) [Ni(CO)4]
(f) K3 [Fe(C2O4)3]
(g) [Pt (NH3)6] Cl4
(h) K4 [Mn(CN)6]
(i) [CO (NH3)4 Cl (NO2) Cl]
उत्तर⇒ (a) Tetrahydroxozincate (II).
(b) Hexammine Cobalt (III) Sulphate.
(c) Potassium tetracyanonickelate (II).
(d) Pentaamine nitrito-O-Cobalt (III).
(e) Tetracarbonjyl nickel (0).
(f) Potassium trioxalao ferrate (III).
(g) Hexaammine platinum (N) Chloride.
(h) Potassium hexacyanomanganate (II).
(i) Tetra amine chloronitrol-N-Cobalt (III) Chloride.
प्रश्न 5. अपचयन से पहले भर्जन की क्या उपयोगिता है ?
उत्तर⇒ लगभग सभी सल्फाइड AG° मान CS2 और H2S से अधिक है। CS2 तथा H2S उफष्माशोषी यौगिक है। इसलिए न तो C तथा न ही H2 सल्फाइड को अपचयित नहीं कर सकता। इसके विपरीत ऑक्साइड के लिए गिब्ज उफर्जा SO2 से कम है। अतः धातु सल्फाइड का ऑक्सीकरण ऊष्मागतिकी रूप से संभव है।
प्रश्न 6. प्रथम संक्रमण श्रेणी के ऑक्सो धातु ऋणायनों का नाम लिखिए, जिसमें धातु संक्रमण श्रेणी की वर्ग संख्या के बराबर ऑक्सीकरण अवस्था प्रदर्शित करती है।
उत्तर⇒ (i) डाइक्रोमेट आयन (Cr2O-27) और क्रोमेट आयन Cr2O4-2 में Cr को ऑक्सीकरण अवस्था (VI) है तथा इसका वर्ग संख्या 6 है।
(ii) MnO–4 अनुचुंबकीय आयन है यहाँ Mn की ऑक्सीकरण अवस्था VI है और इसकी वर्ग संख्या 7 है।
(ii) वन्डेट VO–3 में V की ऑक्सीकरण अवस्था + 5 है वर्ग संख्या भी 5 है।
प्रश्न 7. निम्न में दिए गए यौगिकों के IUPAC नाम लिखें-
(क) [Cu (NH3)4] Cl2
(ख) K4 [Fe(CN)6]
उत्तर- (क) टेट्राएमीन कॉपर (ii) क्लोराइड
(ख) पोटैशियम हेक्सासायनोफेरेट (ii)
प्रश्न 8. निम्न पदों को परिभाषित करें-
(a) लिगेण्ड (b) समन्वयी संख्या और ऑक्सीकरण संख्या।
उत्तर⇒ लिगेण्ड वैसा उदासीन अणु या आयन जो धात्विक आयन को किसी उपसहसंयोजक यौगिक में घेरे रहते हैं, लिगेण्ड कहलाते हैं।
e.g.- [Cu(NH3)4SO4 → NH3 → लिगेण्ड
Na[Ag(CN)2] → (CN) → लिगेण्ड
समन्वयी संख्या- उपसहसंयोजक यौगिक के धातुयी आयन को घेरने वाले लिगण्ड की संख्या ही धातु परमाणु की समन्वयी संख्या कही जाती है।
उदाहरणस्वरूप-
[Cu(NH3)4SO4, समन्वयी संख्या = 4
Na[Ag(CN)2], समन्वयी संख्या = 2
ऑक्सीकरण संख्या- किसी जटिल यौगिक में केन्द्रीय धात्विक परमाणु पर उपस्थित आवेश ही उसकी ऑक्सीकरण संख्या कही जाती है।
उदाहरणस्वरूप- [Cu(NH3)4SO4, ऑक्सीकरण संख्या (Cu-) = + 2
Na[Ag(CN)2], Ag- की ऑक्सीकरण संख्या = + 1
प्रश्न 9. निम्नलिखित उपसहसंयोजक यौगिक के रासायनिक सूत्र को लिखें-
(i) टेट्राहाइड्रोऑक्सो जिंकेट (II)
(ii) टेट्राब्रोमो क्यूपरेट (III)
(iii) पोटैशियम टेट्रासायनोक्यूपरेट (III)
(iv) पेंटा कार्बोनाइल आयन (O)|
उत्तर⇒ (i) [Zn(OH)4]2- (ii) [CuBr4]2- (iii) K2[Cu(CN)4], (iV) [Fe(CO)5].
प्रश्न 10. प्रदत्त जटिल यौगिकों के IUPAC नाम लिखें-
(a) [Pt(NH3)4Cl2] [PtCl4]
(b) [Co(en)2Cl2]2SO4
(c) Na2[CrOF4]
(d) K3[Fe(C2O4)3]
(e) Fe4[Fe(CN)6]3
(f) K[Fe(BF4)]
उत्तर⇒ (a) टेट्राएमीन डाईक्लोरो प्लैटिनम (IV) टेट्राक्लोरो प्लैटिनम (II)
(b) डाईक्लोरोलीस (इथीलिन डाइएमीन) कोबॉल्ट (III) सल्फेट ।
(c) सोडियम टेट्रा फ्लोरो ऑक्सो क्रोमेट (IV) (d) पोटैशियम ट्राई (आक्जेलेट) फॉरमेट (II)
(e) पोटैशियम टेट्राफ्लोरो बोरेट (III)
प्रश्न 11. समन्वय संख्या क्या है ? यह किस प्रकार आयनिक ठोस के त्रिज्या अनुपात से संबंधित है ?
उत्तर⇒ क्रिस्टल में परमाणु एक गोले की सतह माना जाता है तथा किसी परमाणु में पड़ोसी गोले की संख्या को उस परमाणु की समन्वय संख्या कहा जाता है।
अगर संकलन गोलक पर विचार किया जाय तो उनकी समन्वय संख्या 12 होती है। अगर त्रिज्या अनुपात किसी ठोस का अधिक होगी तो समन्वय संख्या धन आवेशित गोले का अधिक होगी।
उदाहरण- अगर r+/r– = 0.414 होगा तो समन्वय संख्या आयनिक ठोस का = 6 उसी प्रकार यदि r+/r– का अनुपात 0.414 से कम हो तो समन्वय संख्या 4 होगा और यदि r+/r– > 0.414 तो समन्वय संख्या किसी आयनिक ठोस का 8 होगी।
प्रश्न 12. आयनिक ठोस के लिए “त्रिज्या अनुपात” और “समन्वयी-संख्या क्या है ? ये दोनों एक-दूसरे से किस प्रकार संबंधित हैं ?
उत्तर⇒ आयनिक ठोस का गोला पड़ोसी परमाणुओं के जितनी संख्या के साथ स्पर्श में रहता है, वही संख्या आयन की समन्वयी संख्या कहलाती है। यह संख्या उस ठोस की संरचना पर निर्भर करता है।
उदाहरणस्वरूप-
साधारण घनाकार संरचना की समन्वयी संख्या = 6
फलक केन्द्रित कार्य की संरचना, समन्वयी संख्या = 12
क्रिया अनुपात- धनायन की त्रिज्या और ऋणायन की त्रिज्या का अनुपात ही त्रिज्या अनुपात कहलाता है।
सबध- त्रिज्या अनुपात का मान जितना अधिक होता है, उतनी ही समन्वयी संख्या भी अधिक होती है।
उदाहरणस्वरूप- त्रिज्या अनपात 10.155 – 0.255); समन्वयी संख्या = 3
त्रिज्या अनुपात (0.225 – 0.414) समन्वयी संख्या = 4
प्रश्न 13. निम्नलिखित पदों की परिभाषा दीजिए-
(i) उप-सहसंयोजक समूह, (ii) केन्द्रीय धातु, (iii) सलग्नी, (iv) दाता परमाणु, (v) उप-सहसंयोजक संख्या, (vi) ऑक्सीकरण संख्या।
उत्तर⇒ (i) किसी उप- सहसंयोजक यौगिक के बड़े कोष्ठक के अन्दर की स्पीशीज को उप-सहसंयोजक समूह कहा जाता है।
(ii) उप-सहसंयोजन समूह में, ऐसे परमाणु या आयन जिन्हें घेरे रहते हैं, केन्द्रीय परमाणु या आयन कहलाता है। जैसे-K4[Fe(CN)3] में Fe3+ केन्द्रीय आयन हैं।
(iii) उप-सहसंयोजक यौगिक में केन्द्रीय परमाणु/आयन से संलग्न अन्य परमाणु या समूह को संलग्नी कहा जाता है। जैसे-K4[Fe(CN)6] में CN– संलग्नी है।
(iv) उप- सहसंयोजक यौगिक के धातुओं में उपस्थित प्राथमिक या आयनन आबंध जो ऋणायनों द्वारा संतुष्ट होते हैं, ऑक्सीकरण संख्या के बराबर होती है। यह संख्या परमाणुओं पर उपस्थित आवेशों के बराबर होता है।
प्रश्न 14. संलग्नियों की दंतिता से क्या अभिप्राय है ? एक एकदंतीय तथा एक द्विदंतीय संलग्नी के उदाहरण दीजिए।
उत्तर⇒ उप-सहसंयोजक यौगिक में उपस्थित परमाणु या परमाणुओं का वह समूह जो केन्द्रीय धातु आयन के साथ संलग्न होता है, संलग्नी कहा जाता है। संलग्नी के परमाणु केन्द्रीय धातु आयन को इलेक्ट्रॉन युग्म प्रदान करते हैं, इसे ही संलग्नियों की दंदिता कहा जाता है।
वैसे संलग्नी जिसमें एक दाता परमाणु हो एकदंतीय संलग्नी, तथा जिनमें दो दाता परमाणु होते हैं, द्विदंतीय संलग्नी कहलाते हैं। H2O एकदंतीय तथा EDTA (NH2-CH2-CH2-NH2) द्विदंती संलग्नी के उदाहरण हैं।
प्रश्न 15. उप- सहसंयोजक यौगिकों में आबंधन की व्याख्या के लिए बर्नर के कौन-सी परिकल्पना दी ? बर्नर सिद्धांत की मुख्य कमियाँ क्या हैं ?
उत्तर⇒ बर्नर द्वारा प्रदत्त परिकल्पनाओं की मुख्य बातें निम्नलिखित हैं- (क) धातुओं में दो प्रकार के आबंध होते हैं, प्राथमिक एवं द्वितीयक । (ख) प्राथमिक आबंध ऑक्सीकरण संख्या तथा द्वितीयक आबंध उप-सहसंयोजक संख्या से संबंधित है। (ग) केन्द्रीय धातु आयन एवं संलग्नी एक-दूसरे के साथ मिलकर त्रिविम व्यवस्था का निर्माण करते हैं, जिसे उप-सहसंयोजक बहुफलक कहा जाता है। (घ) संक्रमण धातुओं के अष्टफलकीय, वर्ग समतलीय तथा चतुष्फलकीय ज्यामिति के आकार के जटिल यौगिक अधिक पाए जाते हैं।
बर्नर सिद्धांत की मुख्य कमियाँ निम्नलिखित हैं- (क) इसके सिद्धांत से यह पता नहीं चलता कि कुछ निश्चित तत्वों में ही उप- सहसंयोजक यौगिक बनाने के गुण क्या हैं ? (ख) उप- संहयोजक यौगिकों के उप-सहसंयोजक समूह में पाए जाने वाले आबंधों में दिशात्मक गुण पाए जाते हैं, इसका कारण पता नहीं चलता। (ग) उप-सहसंयोजक यौगिकों में अभिलाक्षणिक चुंबकीय एव प्रकाशीय गुण का स्पष्ट कारण इनके सिद्धांत से नहीं मिलता।
प्रश्न 16. निम्न का क्या तात्पर्य है- (क) किलेटिंग संलग्नी, (ख) उभयदंतीय संलग्नी। विशिष्ट उदाहरण देते हुए समझाइए।
उत्तर⇒ (क) किलेटिंग संलग्नी (Chelating Ligand)-वैसे संलग्नी जिनमें दो या दो से अधिक दाता परमाणु उपस्थित रहते हैं, तथा एक ही केन्द्रीय धातु आयन से जुड़े होते हैं, कलेटिंग संलग्नी कहलाते हैं। जैसे- EDTA (Ethylene Diamine Tetra Acetate) और EDA (Ethylene Diamine) इत्यादि ।
(क) उभयदंतीय संलग्नी (Ambidentate Ligand)- वैसे संलग्नी जिनमें दो प्रकार के दाता परमाणु उपस्थित होते हैं, तथा केन्द्रीय धातु आयन किसी भी परमाणु से आबंध हो सकता है तो संलग्नी को उभयदंतीय संलग्नी कहा जाता है। जैसे- NO
में ‘N’ एवं ‘O’ दो प्रकार के दाता परमाणु उपस्थित हैं। इनमें से किसके साथ भी, आबंध बन सकता है, इसलिए इसे उभयदंतीय संलग्नी कहा जाता है।
प्रश्न 17. धात्विक कार्बोनिल से आप क्या समझते हैं ? दो उदाहरण दें। इनका वर्गीकरण करें। प्रत्येक धात्विक कार्बोनिल के दो उदाहरण दें।
उत्तर⇒ वह कार्बधात्विक जिसमें एक या एक से अधिक डी-ब्लॉक के धातु जो कार्बोनिल समूह के साथ बंधन बनाते हैं। उप-सहसंयोजक बंधन के द्वारा धात्विक कार्बोनिल कहलाता है।
e.g.-Ni(CO)4, Fe3 (CO12) और MnCO(CO)4
इनके प्रकार नीचे दिए गए हैं
(a) मोनो न्यूक्लियर धात्विक कार्बोनिल जिनमें एक धात्विक परमाणु प्रति अणु होते हैं।
e.g.-Cr(CO)6Ni(CO)4
(b) पॉलीन्यूक्लियर कार्बोनिल-इसमें एक से अधिक धात्विक परमाणु प्रति अणु होते हैं।
e.g.-Fe3(CO12, MnCO(CO)9
(c) होमोन्यूक्लियर, e.g.-Fe(CO)12
हेट्रोन्यूक्लियर, e.g.-MnCO(CO)9।
प्रश्न 18. क्रिस्टल क्षेत्र विपाटन ऊर्जा क्या है ? उपसहसंयोजन सत्ता में d कक्षकों का वास्तविक विन्यास के Δ० मान के आधार पर कैसे निर्धारित किया जाता है ?
उत्तर⇒ किसी धातु परमाणु या आयन में पाँच d-उपकक्षकों का विपाटन होता है जब लिगेन्ड धातु परमाणु या आयन की ओर लिगेन्ड जाता है। यह सिद्धांत क्रिस्टल विपाटन क्षेत्र सिद्धांत के रूप में जाना जाता है। eg और t2g कक्षकों में ऊर्जा अन्तर क्रिस्टल विपाटन ऊर्जा कहलाती है। यदि Δ० मान उच्च होता है तब कम ध्रुवण का यौगिक बनाता है। जिसमें d2sp3 संकरण होता है जहाँ आन्तरिक संकरण यौगिक बनता है। यदि Δ० का मान कम होता है जब दो d-उपकक्षक मिलकर sp3d2 संकरण यौगिक बनाते हैं जो बाह्य कक्षक यौगिक कहलाता है।
प्रश्न 19. [Ni(H2O)6]2+ का विलयन हरा है परन्तु [Ni(CN)4]2- का विलयन रंगहीन है। समझाइए।
उत्तर⇒ [Ni(H2O)6]2- में Ni+2 आयन हरा रंग उत्पन्न करता है क्योंकि इसमें दो अयुग्मित इलेक्ट्रॉन 3d उपकक्षक में उपस्थित रहते हैं, d – d संक्रमण से यौगिक हरे रंग का होता है। दूसरी ओर [Ni(CN)4]2- आयन में कोई इलेक्ट्रॉन अयुग्मित नहीं है। अतः यह रंगहीन है।
प्रश्न 20. [Fe(CN)6]4- तथा [Fe(H2O)2+ के तनु विलयनों के रंग भिन्न होते हैं। क्यों ?
उत्तर⇒ [Fe(CN)6]4- आयन में d2sp3 संकरण के कारण इलेक्ट्रॉन अयुग्मित नहीं है। 3d उपकक्षक में सभी इलेक्ट्रॉन युग्मित हैं। जबकि [Fe(H2O)6]2+ आयन में चार इलेक्ट्रॉन अयुग्मित हैं जो sp3d2 संकरण उत्पन्न करते हैं। यौगिक में d – d संकरण से भिन्न-भिन्न रंग उत्पन्न होते हैं।
प्रश्न 21. ऐसे दो यौगिकों के नाम लिखो जो दवाइयों में उपयोग होते हैं ?
उत्तर⇒ (i) EDTA का उपयोग सीसा के प्रभाव को कम करने के लिए
(ii) समपक्ष-प्लेटिन [PtCl2(NH3)2] का उपयोग कैंसर के उपचार में होता है।
प्रश्न 22. [NiCI4]2- आयन के ज्यामिति व चुम्बकीय गुण लिखो ?
उत्तर⇒ चतुष्फलक, अनुचुंबकीय।
प्रश्न 23. गोल्ड नम्बर (Gold Number) क्या है ?
उत्तर⇒ गोल्ड नम्बर किसी संरक्षी कोलॉइड की मिलीग्राम में वह मात्रा है जो 10 मिली प्रामाणिक गोल्ड सॉल को 10% नमक के घोल के 1 मिली शीघ्रता से मिलाने पर संकेन्द्रित होने से संरक्षित होने योग्य हो जाता है।
प्रश्न 24. संलग्नी (Ligand) क्या है ?
उत्तर⇒ उप–सहसंयोजक यौगिक में केन्द्रीय परमाणु/आयन से संलग्न अन्य परमाणु या समूह को संलग्नी कहा जाता है जैसे-K4[Fe(CN)6] में CN- संलग्नी है।
प्रश्न 25. उप-सहसंयोजक संख्या (Co-ordination Number) क्या है ?
उत्तर⇒ केन्द्रीय परमाणु आयन एवं संलग्नियों के बीच बने सिग्मा (σ) आबंधों की संख्या, उप-सहसंयोजक यौगिक के केन्द्रीय परमाणु आयन की उप-सहसंयोजन संख्या कहलाती है।
प्रश्न 26. किलेटन (Chelation) क्या है ?
उत्तर⇒ वैसी संलग्नी जिनमें दो या दो से अधिक दाता परमाणु होते हैं, किलेटन कहलाता है। जैसे-EDTA CO इत्यादि ।
प्रश्न 27. समावयता क्या है ?
उत्तर⇒ वैसे यौगिक जिनके अणुसूत्र समान परन्तु संरचना सूत्र अलग-अलग होते हैं, समावयवी कहलाते हैं तथा इस घटना को समावयवता कहा जाता है।
प्रश्न 28. त्रिविम समावयव से आप क्या समझते हैं ?
उत्तर⇒ त्रिविम समावयव के अणु होते हैं जिनके अणुओं में समान परमाणु बंध होते हैं, परन्तु परमाणुओं अथवा समूहों की त्रिविम में भिन्न स्थिति होती है।