वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1.महालवाड़ी बन्दोबस्त कहाँ लागू किया गया?
(A) बंगाल
(B) उत्तर प्रदेश, मध्य प्रांत
(C) बम्बई
(D) मद्रास
Ans. (B)
2. मुण्डा विद्रोह का नेता था-
(A) बिरसा मुण्डा
(B) कान्हू मुंण्डा
(C) सिद्धू
(D) गोमधर
Ans. (A)
3. ‘सर्वे ऑफ इंडिया’ का गठन किया गया था-
(A) 1767 ई. में
(B) 1878 ई. में
(C) 1888 ई. में
(D) 1898 ई. में
Ans. (A)
4. रैयतवाड़ी व्यवस्था में भूमि का स्वामी कौन होता था ?
(A) जमींदार
(B) ब्रिटिश सरकार
(C) किसान
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
5. ईस्ट इंडिया कम्पनी को बंगाल की दीवानी किसने प्रदान की ?
(A) सिराजुद्दौला
(B) शुजाउद्दौला
(C) शाह आलम द्वितीय
(D) मीर कासिम
Ans. (C)
6. औपनिवेशिक शासन सर्वप्रथम कहाँ स्थापित किया गया था ?
(A) मारवाड़
(B) बंगाल
(C) बम्बई दक्कन
(D) इनमें कहीं नहीं
Ans. (B)
7. बंगाल में द्वैध शासन की स्थापना किसने की ?
(A) क्लाइव ने
(B) वारेन हेस्टिंग्स ने
(C) लार्ड हेस्टिंग्स ने
(D) कार्नवालिस ने
Ans. (A)
8. ‘सूर्यास्त कानून’ किस पर लागू किया गया ?
(A) रैयतों पर
(B) जोतदारों पर
(C) जमींदारों पर
(D) साहूकारों पर
Ans. (C)
9. चिरस्थायी व्यवस्था किस वर्ष लागू की गयी ?
(A) 1774 में
(B) 1776 में
(C) 1785 में
(D) 1793 में
Ans. (D)
10. दामिन-इ-कोह में किन्हें बसाया गया ?
(A) पहाड़ियों को
(B) संथालों को
(C) कोलों को
(D) मुंडाओं को
Ans. (B)
11. महालवाड़ी व्यवस्था में भू-राजस्व किसके साथ निर्धारित किया गया
(A) रैयत के साथ
(B) जोतदार के साथ
(C) महाल के साथ
(D) इनमें कोई नहीं
Ans. (C)
12. कपास आपूर्ति संघ की स्थापना कहाँ की गयी ?
(A) ब्रिटेन में
(B) अमेरिका में
(C) भारत में
(D) इनमें कहीं नहीं
Ans. (A)
13. बंगाल में एशियाटिक सोसाइटी की स्थापना किसने की ?
(A) कार्नवालिस ने
(B) डलहौजी ने
(C) विलियम जोंस ने
(D) वारेन हेस्टिंग्स ने
Ans. (C)
14. कलकत्ता में सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना कब की गयी ?
(A) 1771 ई. में
(B) 1773 ई. में
(C) 1775 ई. में
(D) 1785 ई. में
Ans. (B)
15. कोल विद्रोह के नेता कौन थे ?
(A) सिद्ध-कान्हू
(B) बिरसा मुण्डा
(C) बुद्धो भगत
(D) तीरत सिंह
Ans. (C)
16. संथालों के विद्रोह और 1857 के विद्रोह के दौरान अंग्रेजी हुकूमत का साथ किसने दिया था ?
(A) बुद्धो भगत
(B) मेहताब चंद
(C) तीरत सिंह
(D) बहादुर शाह
Ans. (B)
17. महालबाड़ी भूराजस्व व्यवस्था किसके द्वारा लागू की गयी ?
(A) लॉर्ड डलहौजी
(B) लॉर्ड वेलेस्ली
(C) विलियम बेंटिक
(D) ऑकलैंड
Ans. (B)
18. विलियम जोन्स ने एशियाटिक सोसाइटी की स्थापना कब की थी ?
(A) 1784 ई० में
(B) 1835 ई० में
(C) 1861 ई० में
(D) 1902 ई० में
Ans. (A)
19. ‘दामिन-इ-कोह’ क्या था ?
(A) भूभाग
(B) तलवार
(C) उपाधि
(D) घोड़ा
Ans. (A)
20. स्थाई बन्दोबस्त जुड़ा था-
(A) वारेन हेस्टिंग्स से
(B) वेलजली से
(C) कॉर्नवालिस से
(D) रिपन से
Ans. (C)
21. सिद्धू कान्हू ने किस विद्रोह का नेतृत्व किया ?
(A) मुण्डा विद्रोह
(B) संथाल विद्रोह
(C) संन्यासी विद्रोह
(D) हो विद्रोह
Ans. (B)
22. भारत में स्थायी बन्दोबस्त कहाँ लागू किया गया था ?
(A) बंगाल
(B) पंजाब
(C) दक्षिण भारत
(D) इनमें से सभी
Ans. (A)
23. संथाल विद्रोह कब हुआ ?
(A) 1855 ई० में
(B) 1851 ई० में
(C) 1841 ई० में
(D) 1832 ई० में
Ans. (A)
24. ईस्ट इंडिया कंपनी की स्थापना कब हुई ?
(A) 1600 AD
(B) 1605 AD
(C) 1610 AD
(D) 1615 AD
Ans. (A)
25. कॉर्नवालिस कोड बना-
(A) 1797 ई० में
(B) 1775 ई० में
(C) 1805 ई० में
(D) 1793 ई० में
Ans. (D)
26. राजमहल की पहाड़ियों में मुख्यतया जो लोग रहे थे। वे थे-
(A) पहाड़िया और संथाल लोग
(B) पहाड़िया और भील लोग
(C) पहाड़िया तथा अंग्रेज लोग
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
27. कंपनी काल में अकसर शक्तिशाली जमींदारों के लिए जो शब्द
प्रयोग किया जाता था, वह था-
(A) कोतवाल
(B) राजा
(C) रैयत
(D) जोतदार
Ans. (B)
28. 18वीं शताब्दी में बंगाल में नीलामी में कितने प्रतिशत से अधिक बिक्री फर्जी होती थी ?
(A) 95 प्रतिशत
(B) 99 प्रतिशत
(C) 75 प्रतिशत
(D) 39 प्रतिशत
Ans. (A)
29. इस्तमरारी बंदोबस्त लागू किए जाने के बाद कितने प्रतिशत से अधिक जमींदारियाँ हस्तांतरित कर दी गई थीं ?
(A) 75 प्रतिशत
(B) 95 प्रतिशत
(C) 15 प्रतिशत
(D) 45 प्रतिशत
Ans. (A)
30. चार्ल्स कॉर्नवालिस का जीवन-काल था-
(A) 1838-1905
(B) 1738-1805
(C) 1638-1705
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
31. शिकमी-रैयत को बंगाल में जमीन कौन पट्टे पर देता था ?
(A) रैयत
(B) कंपनी
(C) जमींदार
(D) इक्तेदार
Ans. (A)
32. ‘अमला’ किसके द्वारा भेजा अधिकारी होता था ?
(A) दीवान
(B) जमींदार
(C) कोतवाल
(D) मनसबदार
Ans. (B)
33. प्रायः जोतदार कहाँ रहते थे ?
(A) गाँव में
(B) शहरों में
(C) महानगरों में
(D) कस्बों में
Ans. (A)
34. महाराजा मेहताब चंद्र का जीवनकाल था-
(A) 1820-1879
(B) 1920-1939
(C) 1729-1799
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
35. बंगाल और बिहार में स्थायी बन्दोबस्त शुरू करने का श्रेय किसे दिया जाता है ?
(A) लार्ड कार्नवालिस
(B) लार्ड वेलेस्ली
(C) लार्ड रिपन
(D) लार्ड कर्जन
Ans. (A)
36. भारत आने वाले प्रथम यूरोपियन कौन थे ?
(A) पुर्तगाली
(B) ब्रिटिश
(C) डच
(D) फ्रांसीसी
Ans. (A)
37. अंग्रेजों ने सर्वप्रथम अपनी फैक्ट्री कहाँ स्थापित किया था ?
(A) हल्दियाँ
(B) सूरत
(C) कोचीन
(D) इनमें से सभी
Ans. (B)
38. पुर्तगालियों ने गोवा पर कब अधिकार किया ?
(A) 1515
(B) 1512
(C) 1510
(D) 1509
Ans. (C)
39. फ्रांसिस बुकानन कौन था ?
(A) सैनिक
(B) गायक
(C) अभियन्ता
(D) सर्वेक्षक
Ans. (D)
40. फ्रांसिस बुकानन के विवरण की तुलना इतिहास के किस स्कूल से की गयी है ?
(A) एनाल्स
(B) सवाल्टर्न
(C) मार्क्सवादी
(D) साम्राज्यवादी
Ans. (A)
41. फ्रांसिस बुकानन के विवरणों से किस जनजाति के बारे में पता चलता है ?
(A) गौड़
(B) संथाल
(C) कोल
(D) हुम्मार
Ans. (B)
42. किस रिपोर्ट का संबंध भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी के क्रिया कलापों से है ?
(A) 11वीं रिपोर्ट
(B) 21वीं रिपोर्ट
(C) 5वीं रिपोर्ट
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
43. रैयतवाड़ी बन्दोबस्त के जनक थे-
(A) मार्टिन बर्ड
(B) बुकानन
(C) मुनरो एवं रीड
(D) इनमें से सभी
Ans. (C)
44. किस युद्ध में विजय के पश्चात् ईस्ट इंडिया कंपनी ने बंगाल, बिहार एवं उड़ीसा के दीवानी अधिकार प्राप्त कर लिये-
(A) प्लासी
(B) बक्सर
(C) पानीपत
(D) हल्दीघाटी
Ans. (B)
45. भारत में स्थायी रूप से 10 वर्षीय जनगणना का आरम्भ 1881 में किस गर्वनर जनरल के काल में हुआ ?
(A) क्लाइव
(B) वारेन हेस्टिंग्स
(C) रिपन
(D) मेयो
Ans. (C)
46. दक्कन दंगा आयोग कब गठित हुआ ?
(A) 1875 ई० में
(B) 1880 ई० में
(C) 1885 ई० में
(D) 1890 ई० में
Ans. (A)
47. किस सरकारी रिपोर्ट से भारतीय कृषक जनजातियों की स्थिति का पता चलता है ?
(A) बुकानन की रिपोर्ट
(B) पाँचवीं रिपोर्ट
(C) दक्कन दंगा आयोग रिपोर्ट
(D) उक्त सभी से
Ans. (D)
48. उलगुलान विद्रोह का नेता कौन था ?
(A) सिद्ध
(B) गोमधर कुंवर
(C) चित्तर सिंह
(D) विरसामुण्डा
Ans. (D)
49. रैयतवाड़ी व्यवस्था सर्वप्रथम कहाँ लागू की गई ?
(A) कलकत्ता
(B) बम्बई
(C) मद्रास
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
50. भारत में आनेवाला प्रथम पुर्तगाली कौन था ?
(A) कोलम्बस
(B) रियो-डी
(C) वास्को-डी-गामा
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. सहायक संधि से आप क्या समझते हैं ?
Ans. सहायक संधि मूल रूप से ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी और भारतीय रियासतों के बीच एक संधि थी, जिसके आधार पर भारतीय राज्यों ने अंग्रेजों के हाथों अपनी संप्रभुता खो दी थी। यह एक बड़ी प्रक्रिया थी जिसके कारण भारत में ब्रिटिश साम्राज्य का निर्माण हुआ। इसे 1798 से 1805 तक भारत के गवर्नर जनरल लॉर्ड वेलेजली द्वारा बनाया गया था।
2. प्लासी का युद्ध कब और किसके मध्य हुआ था ?
Ans. प्लासी का युद्ध 23 जून, 1757 को ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी और बंगाल के नवाब सिराजुद्दौला के मध्य हुआ।
3. बुकानन कौन था ? उसका संक्षिप्त परिचय दीजिए।
Ans. फ्रांसीसी बुकानन एक चिकित्सक था जो भारत में 1794 में आया। उन्होंने 1794 से 1815 तक बंगाल चिकित्सा सेवा में कार्य किया। कुछ वर्षों तक वे भारत के गवर्नर जनरल लार्ड वेलेजली के शल्य-चिकित्सक रहे। उन्होंने अपने प्रवास के दौरान कलकत्ता (अब कोलकाता) में एक चिड़ियाघर की स्थापना की जो अलीपुर चिड़ियाघर कहलाया। वे कुछ समय के लिए वानस्पतिक उद्यान के प्रभारी रहे। उन्होंने बंगाल सरकार के अनुरोध पर ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कम्पनी के अधिकार क्षेत्र में आने वाली भूमि का विस्तृत सर्वेक्षण किया। वे 1815 में बीमार हो गए और इंग्लैंड चले गए! बुकानन अपनी माताजी की मृत्यु के पश्चात् उनकी जायदाद के वारिस बने और उन्होंने उनके वंश का नाम ‘हैमिल्टन’ को अपना लिया। इसलिए उन्हें अक्सर बुकानन – हैमिल्टन भी कहा जाता है।
4. स्थायी बन्दोबस्त से आप क्या समझते हैं ?
Ans. बंगाल की राजस्व व्यवस्था में सुधार करके लॉर्ड कॉर्नवालिस ने अत्यन्त महत्त्वपूर्ण कार्य किया। उसके द्वारा प्रतिपादित व्यवस्था ही बाद में “स्थायी बन्दोबस्त” के नाम से प्रसिद्ध हुई। बंगाल में बिहार, उड़ीसा, उत्तर प्रदेश तथा बनारस खण्ड, उत्तरी कर्नाटक तथा उत्तर प्रदेश के बनारस खण्ड में लगभग 19% भाग इसके अन्तर्गत था। वारेन हेस्टिंग्ज के समय 1777 में इस भू-राजस्व ठेके पद्धति को पंचवर्षीय रखा था। लेकिन लॉर्ड कार्नवालिस ने 1793 ई० में इसको स्थायी ठेका पद्धति कर दिया।
5. स्थायी बंदोबस्त से कम्पनी को हुए लाभों का वर्णन करें।
Ans. स्थायी व्यवस्था से पूर्व राज्य की होने वाली आय निश्चित न थी । उच्चतम बोली देने वाले ऐसे बहुत कम होते थे जो समय पर अपने धन की अदायगी कर पाते थे। इससे सरकार की आय अनिश्चित बनी रहती थी। अब सरकार को जमींदारी द्वारा प्राप्त धन का एक निश्चित भाग प्राप्त होने लगा । यदि कोई जमींदार धन की अदायगी राज्य को समय पर न कर पाता था तो उसकी भूमि कुर्क कर दी जाती थी। क्योंकि भू-राजस्व राज्य की आय का प्रमुख स्रोत था, अतः कम्पनी के योग्य कर्मचारियों को इस राजस्व को वसूल करने के लिए लगाया जाता था, फलतः दूसरे विभागों का कार्य ठीक प्रकार से न हो पाता था परंतु इस व्यवस्था के कारण सरकार इस ओर से निश्चित हो गई और अन्य योग्य व्यक्तियों को अन्य विभागों में लगाया जाने लगा जिससे शासन व्यवस्था की क्षमता का बढ़ना निश्चित था ।
6. महालबाड़ी व्यवस्था क्या थी ?
Ans. महालबाड़ी नामक भू-व्यवस्था जमींदारी व्यवस्था (स्थायी व्यवस्था) का ही संशोधित रूप था। यह 1801 ई० में अवध क्षेत्र तथा 1803-04 में मराठे अधिकृत प्रदेशों में लागू किया गया था। इस व्यवस्था के अन्तर्गत प्रति खेत के आधार पर लगान नहीं निश्चित कर प्रत्येक महाल (गाँव या जागीर) के आधार पर निश्चित किया गया। पूरा गाँव सम्मिलित रूप से लगान चुकाने के लिए उत्तरदायी था । इस व्यवस्था में भूमि पर व्यक्तिगत स्वामित्व नहीं रहता था बल्कि समस्त गाँव का रहता था । इसीलिए इसे महालबाड़ी व्यवस्था कहा गया।
7. रैयतवाड़ी व्यवस्था क्या थी ? इससे क्या सामाजिक और आर्थिक प्रभाव उत्पन्न हुए ?
Ans. दक्षिण और दक्षिण-पश्चिमी भारत में रैयतवाड़ी बंदोबस्त लागू किया गया, जिसके अंतर्गत किसान भूमि का मालिक था यदि वह भू-राजस्व का भुगतान करता रहे। इस व्यवस्था के समर्थकों का कहना था कि यह वही व्यवस्था है, जो भारत में पहले थी। बाद में यह व्यवस्था मद्रास और बंबई प्रेसिडेंसियों में भी लागू कर दी गई। इस व्यवस्था में 20-30 वर्ष बाद संशोधन कर दिया जाता था तथा राजस्व की राशि बढ़ा दी जाती थी। रैयतवाड़ी व्यवस्था में निम्नलिखित त्रुटियाँ थीं- (i) भू-राजस्व 45 से 55 प्रतिशत था, जो बहुत अधिक था। (ii) भू-राजस्व बढ़ाने का अधिकार सरकार ने अपने पास रखा था। (iii) सूखे अथवा बाढ़ की स्थिति में भी पूरा राजस्व देना पड़ता था। इससे भूमि पर किसान का प्रभुत्व कमजोर पड़ गया।
प्रभाव- (i) इससे समाज में असंतोष और आर्थिक विषमता का वातावरण छा गया। (ii) सरकारी कर्मचारी किसानों पर अत्याचार करते रहे तथा किसानों का शोषण पहले जैसा ही होता रहा।
8. संथाल विद्रोह पर एक टिप्पणी लिखें।
Ans. सरकारी अधिकारियों, जमींदारों, व्यापारियों तथा महाजनों द्वारा शोषित होकर संथालों ने विद्रोह कर दिया। यह विद्रोह 1855-56 में प्रारम्भ हो गया। इस विद्रोह का नेतृत्व सिद्धू तथा कान्हू ने किया था। विद्रोही गतिविधियों के तहत संथालों ने जमींदारों तथा महाजनों के घरों को लूटा, खाद्यान्न को
छीना, सरकारी अधिकारियों ने विद्रोह को दबाने के लिये मारपीट करके उनका दमन प्रारम्भ किया जिससे ये विद्रोही और अधिक उग्र हो गये। सिद्धू तथा कान्हू को संथालों ने ईश्वर के भेजे हुए दूत माना और इन्हें विश्वास था कि ये इन शोषणों से मुक्ति दिलायेंगे ।
9. उपनिवेशवाद का क्या अर्थ है ?
Ans. उपनिवेश का अर्थ है- किसी समृद्ध एवं शक्तिशाली राष्ट्र द्वारा अपने विभिन्न हितों को साधने के लिये किसी निर्बल किन्तु प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण राष्ट्र के विभिन्न संसाधनों का शक्ति के बल पर उपभोग करना । उपनिवेशवाद में उपनिवेश की जनता शक्तिशाली विदेशी राष्ट्र द्वारा शासित होती है। वस्तुतः किसी शक्तिशाली राष्ट्र द्वारा निहित स्वार्थवश किसी निर्बल राष्ट्र के शोषण को हम उपनिवेशवाद कहते हैं।
10. भारत में उपनिवेशों की स्थापना के चार कारण लिखें।
Ans. यूरोपीय देशों ने निम्नलिखित कारणों से भारत में उपनिवेशों की स्थापना की –
(i) कच्चे माल की प्राप्ति
(ii) निर्मित माल की खपत
(iii) इसाई धर्म का प्रचार तथा
(iv) समृद्धि की लालसा ।
कुल मिलाकर यूरोपियन अपने उद्योगों के लिये आवश्यक कच्चे माल एवं इन कच्चे मालों से तैयार सामानों के बाजार की तलाश में ही भारत की ओर आये और इसके माध्यम से उनका उद्देश्य था – अपनी समृद्धि ।
11. यूरोपीय व्यापारिक कम्पनियों ने भारत में नगरीकरण को कैसे बढ़ावा दिया ?
Ans. मुगल साम्राज्य के पतन के कारण मुगल राजधानी वाले केन्द्र विखंडित होने लगे। नई क्षेत्रीय ताकतों का विकास होने लगा। ग्रामीण जनता शहरों की ओर आने लगी। यूरोपीय कंपनियों ने अपनी सुविधा के लिए बिजली, सड़क, यातायात बढ़ाए। इससे लोगों इन क्षेत्रों में बसने लगे , इस प्रकार यूरोपीय कंपनियों ने नगरीकरण को बढ़ावा दिया
12. ‘पाँचवीं रिपोर्ट’ पर टिप्पणी लिख ।
Ans. भारत में ईस्ट इंडिया कम्पनी के प्रशासन और गतिविधियों से संबद्ध यह पाँचवीं रिपोर्ट थी जिसे 1813 में ब्रिटिश संसद में पेश किया गया। इसे एक प्रवर समिति ने तैयार किया था। रिपोर्ट 1002 पृष्ठों में थी। इनमें मुख्यत: जमींदारों, रैयतों की अर्जियाँ, कलक्टर की रिपोर्ट बंगाल- मद्रास के राजस्व और न्यायिक और न्यायिक अधिकारियों पर टिप्पणियाँ थी। रिपोर्ट द्वारा ब्रिटिश संसद लम्बी बहस हुई।