जैव प्रोद्योगिकी एवं उपयोग

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. इनमें से कौन पहला कृत्रिम रूप से बना जैविक पदाथ है

(A) इन्सुलिन
(B) कार्मीनी
(C) थैरोक्सिन
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

2. गोल्डेन धान में कौन-सा विटामिन पाया जाता है ?

(A) A
(B) B
(C) C
(D) D

Answer ⇒ (A)

3. Ti-प्लाज्मिड पाया जाता है :

(A) एग्रोबैक्टिरियम ट्यूमीफेसीयन्स में
(B) ई० कोलाई में
(C) जीवाणु भोजी में
(D) इनमें से सभी में

Answer ⇒ (A)

4. पौधों में पिण्कनाशी प्रतिरोधक जीन होता है :

(A) Bt
(B) Ct
(C) Mt
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (A)

5. जीन अभियंत्रित फसलें कृषि में काफी फायदेमंद हैं, क्योंकि :

(A) इनकी पोषक क्षमता कम होती है।
(B) यह रासायीन उर्वरक का पैदावार बढ़ाते हैं।
(C) ये अजैविक दबाव के प्रति ज्यादा सहनशील हैं।
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (C)

6. क्राई IAb जीन एक प्रोटीन उत्पादित करता है जो रोकथाम करता है :

(A) कॉर्न बोरर
(B) कपास बॉल कृमि
(C) नीमैटोड को
(D) जीवाणु

Answer ⇒ (A)

7. एग्रोबैक्टीरीयम ट्यूमीफेसियंस में पाया जाता है :

(A) A-प्लाज्मिड
(B) Ti-प्लाज्मिड
(C) C-प्लाज्मिड
(D) G-प्लाज्मिड

Answer ⇒ (B)

8. टमाटर का टांसजेनिक किस्म है :

(A) बीटी कपास
(B) पामफ्रेट
(C) फ्लैवर सेवर
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (C)

9. ‘जीन अभियंत्रित मानव इंसुलीन किससे बनता है?

(A) जीवाणु
(B) फफूंद
(C) पादप
(D) यीस्ट

Answer ⇒ (A)

10.गोल्डेन राइस किस विटामिन से परिपूर्ण रहता है :

(A) A
(B) C
(C) D
(D) E

Answer ⇒ (A)

11.नांकित में से कौन क्राई जीन फसल को छेदक से बचाता है ?

(A) Cry I Ab
(B) Cry II Ab
(A) Cry Ac
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

12. Bt cotton किससे प्रतिरोधी है ?

(A) कीट
(B) खरपतवारनाशी
(C) लवण
(D) सूखा

Answer ⇒ (A)

13. आनुवंशिकीय अभियांत्रिकी में प्रयुक्त आण्विक कैंची है :

(A) DNA लाइगेज
(B) DNA पॉलीमरेज
(C) हेलिकेज पिया
(D) रिस्ट्रिक्शन एन्डोन्यूक्लिऐज

Answer ⇒ (D)

14. पौधों में आनुवंशिकीय अभियांत्रिकी के लिए किसका बहुतायत में प्रयोग होता है?

(A) एग्रोबैक्टीरियम ट्यूमेफेशियन्स
(B) जेन्थोमोनॉस सिट्राई
(C) बैसिलस कॉग्यूलेन्स
(D) क्लॉस्ट्रीडियम सेप्टीकम

Answer ⇒ (A)

15. वीर्य को किसमें हिमीकृत किया जाता है ?

(A) तरल नाइट्रोजन में
(B) रेफ्रीजेटर
(C) बर्फ में
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (A)

16. प्रोटोप्लास्ट कल्चर का फ्यूजोजेन क्या है ?

(A) तरल नाइट्रोजन
(B) PEG
(C) लैक्टिक अम्ल
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (B)

17. प्रथम ट्रांसजेनिक फसल है :

(A) रूई
(B) मटर का कि
(C) तम्बाकू
(D) फ्लैक्स

Answer ⇒ (C)

18. निम्नलिखित में कौन-सा ट्रांसजेनिक पौधा नहीं है?

(A) सोयाबीन
(B) मक्का राम
(C) गोल्डेन राइस
(D) खीरा

Answer ⇒ (D)

19. ट्रांसजेनिक जानवर का उदाहरण है :

(A) गाय
(B) चूहा
(C) सूअर
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

20. निम्नलिखित में कौन-सा जैव तकनीक से संबंधित है :

(A) प्लास्टिड्स
(B) प्लाज्मिड्स
(C) उत्परिवर्तन
(D) हाइब्रिड भिगौर

Answer ⇒ (B)

21. जैव तकनीक में प्रयुक्त “आण्विक कैंची” है :

(A) DNA पोलिमिरेज
(B) DNA लाइगेज
(C) रिस्ट्रक्सन एन्डोन्यूक्लियेज
(D) हेलिकेज

Answer ⇒ (C)

22. निम्नलिखित में कौन-सा प्लामिड्स के लिए सही है ?

(A) ये विषाणु में पाए जाते हैं
(B) ये गुणसूत्र के मुख्य भाग हैं
(C) ये जीन स्थानान्तरण में सर्वत्र उपयोग में लाये जाते हैं
(D) ये जैविक गतिविधियों के जीन का वहन करते हैं

Answer ⇒ (C)

23. 1928 में, एक वैज्ञानिक ने प्रथम प्रभावी प्रतिजैविक पदार्थ की खोज की , बैज्ञानिक व प्रतिजैविक पदार्थ हैं :

(A) फ्लेमिंग-स्ट्रेप्टोमायसीन
(B) फ्लेमिंग-पेनिसिलीन
(C) वाक्समेन-पेनिसिलीन
(D) वाक्समेन-स्ट्रेप्टोमायसीन

Answer ⇒ (C)

24. क्लोरेला निम्न में से क्या है ?

(A) जीवाणु
(B) शैवाल
(C) प्रोटोजोआ
(D) एकल कोशिका प्रोटीन

Answer ⇒ (B)

25. ‘क्राई-जीन’ बॉलकृमि से किस फसल को बचाता है ?

(A) कपास
(B) आम
(C) चाय
(D) गेहूँ

Answer ⇒ (A)

26. प्रतिमाजक (Anti-cogulant) हिरुडिन पायी जाती है :

(A) सर्प में
(B) छिपकली में
(C) जोक में
(D) बिच्छू में

Answer ⇒ (C)

27. वंशानुगत दोष एडिनोसिन डिएमिनेज ADA की कमी का स्थायी उपचार किया जाता है :

(A) एन्जाइम प्रतिस्थापन चिकित्सा दारा
(B) आनुवंशिक अभियांत्रिकी द्वारा लसीकाणु का साम्यक प्रवेश, जिनमें सक्रिय ADA 1 एवं cDNA हो
(C) एडिनोसिन डिएमिनेज का सक्रियक देना
(D) अस्थि-मज्जा को कोशिकाओं को आरंभिक भ्रूणीय अवस्था में प्रवेश

Answer ⇒ (D)

28. Bt टॉक्सिन के बारे में सच क्या है ?

(A) इसके बैसीलस के अन्दर एंटीटॉक्सिन होता है
(B) निष्क्रिय प्रोटोटॉक्सिन कीट के आँत में सक्रिय हो जाता है
(C) Bt प्रोटीन टॉक्सिन बैसीलम में सक्रिय रहता है
(D) सक्रिय टॉक्सिन पीड़क के अण्डाशय में जाकर प्रजनन में बाधा डालता है।

Answer ⇒ (B)

29. ELISA का प्रयोग किन बीमारियों का पता लगाने के लिए किया जाता है ?

(A) हीपैटाइटिस
(B) AIDS
(C) थायरॉइड डिसऑर्डर
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

30. ट्रांसजेनिक जन्तुओं में :

(A) विदेशी RNA इनके सभी कोशिकाओं में होता है
(B) विदेशी DNA इनके सभी कोशिकाओं में होता है
(C) विदेशी DNA इनके कछ कोशिकाओं में होता है
(D) (B) एवं (C) दोनों

Answer ⇒ (B)

31.अल्जाइमर रोग मनुष्य में निम्न में से किसकी कमी से सम्बन्धित है ?

(A) डोपामाइन
(B) ग्लूटेमिक अम्ल
(C) एसीटाइलकोलिन
(D) गामा एमीनो ब्यूटरिक अम्ल

Answer ⇒ (C)

32. टान्सजेनिक फसल में निम्न के लिए जीन होते हैं :

(A) नये प्रोटीन के संश्लेषण के लिए
(B) एन्टीबायोटिक के प्रतिरोध के लिए
(C) एन्टीबायोटिक्स के लिए एन्जाइम के निर्माण में
(D) उपरोक्त सभी

Answer ⇒ (D)

33. मोनोक्लोनल एन्टीबॉडीज प्राप्त की जाती है : –

(A) एक प्रतिजन के लिए एक पैतृक से
(B) एक प्रतिजन के लिए भिन्न पैतकों से
(C) अनेक प्रतिजनों के लिए एक पैतृक से
(D) अनेक प्रतिजनों के लिए अनेक पैतृकों से

Answer ⇒ (B)

34. सोमैटिक संकरण का कार्य किया जा सकता है :

(A) प्रोटोप्लास्ट के फ्यूजन द्वारा
(B) अर्धगुणित परागकोष द्वारा
(C) कोशिका के कल्चर द्वारा
(D) परागकण के कल्चर द्वारा

Answer ⇒ (A)

35. इनमें कौन क्राई जीन फसल को छेदक से बचाता है ?

(A) cry I Ac
(B) cry II Ab
(C) cry I Ab
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (D)

36. एडीनोसीन डिएमीनेज की कमी को किस प्रकार दूर किया जा सकता है ?

(A) जीन थेरेपी द्वारा
(B) एंटि बायोटिक्स बनाकर
(C) मानव-वृद्धि हॉर्मोन द्वारा
(D) इंटरफेरॉन का उत्पादन कर

Answer ⇒ (A)

37. गोल्डेन राइस में किस विटामिन को स्थानांतरित किया गया है ?

(A) विटामिन A
(B) विटामिन B12
(C) विटामिन C
(D) विटामिन D

Answer ⇒ (A)

38. निम्न में से कपास का वॉल वर्म है :

(A) cry I Ac
(B) cry II Ab
(C) cry I Ab
(D) cry I Ac cry II Ab

Answer ⇒ (D)

39. जैव डकैती निम्न में किससे संबंधित है ?

(A) पारम्परिक ज्ञान
(B) जैव अणु तथा जैव संसाधन, जैव संसाधनों से जीन को निकालना
(C) जैव संसाधन
(D) उपरोक्त सभी

Answer ⇒ (D)

40. निम्न में से किसके द्वारा कीटनाशी पाइरेश्रम बनाया जाता है ?

(A) साइमोपोगोन
(B) टेफ्रोसिया
(C) क्राइसेन्थीमस
(D) विटीवेरिया

Answer ⇒ (C)

41. ‘डॉली’ नामक भेड़ एक क्लोन था, इसके लिए दांत्र कोशिका थी:

(A) उदर की
(B) त्वचा की
(C) जीभ की
(D) कर्ण उभार की

Answer ⇒ (C)

42. प्राकृतिक आनुवंशिक अभियंता है :

(A) बैसीलस सबटिलस
(B) स्यूडोमोनस प्रजाति
(C) ईश्चेरिचिया कोलाई
(D) एग्रोबैक्टीरियम ट्यूमीफेसिएन्स

Answer ⇒ (A)

43. पहली ट्रान्सजेनिक फसल थी :

(A) सूत
(B) अलसी
(C) मटर
(D) तम्बाकू

Answer ⇒ (D)

44. तेल अधिप्लाव (छलकन) के जैवोपचार में सफलतापूर्वक उपयोग की आनुवंशिकता इंजीनियरित सूक्ष्मजीव स्पीशीज किसकी है ?

(A) स्यूडोमोनास
(B) ट्राइकोडर्मा
(C) जैथोमोनास
(D) बेसिलस

Answer ⇒ (A)

45. पौधों में, नीमैटोडों से होने वाले रोगों को जैविकीय नियंत्रण निम्नलिखित में किसके द्वारा कारगर सिद्ध हुआ ?

(A) पाइसोलिथस टिक्टोरियस
(B) स्यूडोमोनास सेपैसिया
(C) ग्लाइओक्लैडियम वाइरस
(D) पीसिलोमाइसीज लिलैसिनस

Answer ⇒ (D)

46. कृषि जैव प्रौद्योगिकी में प्रयुक्त प्रमुख तकनीक है :

(A) ऊतक संवर्धन
(B) रूपान्तरण
(C) पादप प्रजनन
(D) DNA प्रतिलिपिकरण

Answer ⇒ (A)

47. जैव प्रौद्योगिकी द्वारा निर्मित औषधि जिसका प्रयोग कैंसर निदान में किया जाता है :

(A) इण्टरफेरोन का
(B) HGH 1
(C) TSH
(D) इन्सुलिन

Answer ⇒ (A)

48. सोमाक्लोनी विधिताएँ :

(A) उत्परिवर्तन कारकों द्वारा उत्पन्न होती है
(B) गामा किरणों द्वारा उत्पन्न होती है
(C) ऊतक संवर्धन में निर्मित होती है
(D) लैंगिक जनन के समय उत्पन्न होती है

Answer ⇒ (C)

49. एथेनॉल के औद्योगिक उत्पादन में प्रयुक्त होता है :

(A) लेक्टोबेसिलस
(B) एजोबैक्टर
(C) पेनिसिलियम
(D) सैकेरोमाइसीज

Answer ⇒ (D)

50. कीट प्रतिरोधी पराजीनी कपास का निर्माण किसके DNA टुकड़े को प्रविष्ट कराक किया गया है ?

(A) एक कीट के
(B) एक जीवाण के
(C) कपास के जंगली सम्बन्धी के
(D) एक विषाण के

Answer ⇒ (D)

51. इंसुलिन उत्पादन और शरीर में इसकी क्रिया, डायबिटिज के स्तर के लिए उत्तरदायी है। यह यौगिक निम्नलिखित में से किस वर्ग से संबंधित है ?

(A) सह-एंजाइम
(B) एंटीबायोटिक
(C) एंजाइम
(D) हार्मोन

Answer ⇒ (D)

52. प्रोटीन की मुख्य संरचनात्मक विशेषता है:

(B) इस्टर बंधन
(A) ईथर बंधन
(C) पेप्टाइड बंधन
(D) उपरोक्त सभी

Answer ⇒ (C)

53.निम्नलिखित में से कौन-सा रेशेदार प्रोटीन का उदाहरण है ?

(A) इंसुलिन
(B) हीमोग्लोबिन
(C) फाइब्रोइन
(D) ग्लूकोजन

Answer ⇒ (C)

54. ‘नियासीन’ विटामिन है :

(A) B1
(B) B2
(C) B12
(D) B4

Answer ⇒ (D)

55. दूध में कौन-सा डाइसैकेराइड उपस्थित होता है ?

(A) माल्टोज
(B) ग्लैक्टोज
(C) सुक्रोज
(D) लैक्टोज

Answer ⇒ (D)

56. RNA अंतरक्षेप क्या है ?

(A) पीड़कनाशी
(B) कोशिकीय सुरक्षा की विधि
(C) प्रोटीन
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (D)

57. सत्रकमि विशिष्ट जीनों को परपोषी पौधों में किसके उपयोग द्वारा प्रवेश कराया गया है ?

(A) एग्रोबैक्टिरियम संवाहक
(B) कवक
(C) यीस्ट
(D) खरपतवार

Answer ⇒ (A)

58. मधुमेह रोगियों के द्वारा उपयोग में लाया जाने वाला इंसुलिन किसके अग्नाशय से निकाला जाता है ?

(A) सूअर
(B) बकरी
(C) मुर्गा
(D) भैंस

Answer ⇒ (A)

59. जीन चिकित्सा का प्रथम बार प्रयोग कब किया गया था ?

(A) 1990 में
(B) 2000 में
(C) 1890 में
(D) 1999 में

Answer ⇒ (A)

60. निम्न में परजीवी जंतु कौन-सा है ?

(A) मछली
(B) खरगोश
(C) सूअर
(D) उपरोक्त सभी

Answer ⇒ (D)

61. प्रथम परजीवी गाय का नाम क्या था ?

(A) रोजी
(B) बबली
(C) हीरा
(D) मोती

Answer ⇒ (A)

62. Bt क्या है ?

(A) एक जीवविष प्रोटीन
(B) एक प्रतिरोधक
(C) पीड़कनाशक
(D) उपरोक्त सभी

Answer ⇒ (D)

63. निम्न में से जैव प्रौद्योगिकी का अनुसंधान क्षेत्र कौन-सा है ?

(A) उन्नत जीवों का निर्माण करना
(B) सर्वोत्तम परिस्थितियों का निर्माण करना
(C) प्रोटीन/कार्बनिक यौगिक के शुद्धिकरण में उपयोग करना
(D) उपरोक्त सभी

Answer ⇒ (D)

64. खाद्य उत्पादन में वृद्धि हेतु कौन-सी संभावना हम सोच सकते है ?

(A) कृषि रसायन आधारित कृषि
(B) कार्बनिक कृषि
(C) आनुवंशित आधारित कृषि
(D) उपरोक्त सभी

Answer ⇒ (D)

65. निम्न में से कौन-सा जैव पीड़कनाशी है ?

(A) बीटी कपास
(B) बीटी मक्का
(C) बीटी धान
(D) उपरोक्त सभी

Answer ⇒ (D)

66. मानव प्रोटीन अल्फा-1 एंटीट्रिप्सीन का उपयोग कौन-सी बीमारी के निदान जाता है ?

(A) एड्स
(B) कैंसर
(C) इम्फायसेमा
(D) उपरोक्त  सभी

Answer ⇒ (C)

67. कौन-सा ‘थियामिन’ विटामिन है

(A) B1
(B) B2
(C) B6
(D) B12

Answer ⇒ (A)

68. किसी आनुवंशिक रोग को किस चिकित्सा पद्धति से दुरुस्त किया जा सकता है ?

(A) एलोपैथी
(B) शल्य पद्धति
(C) जीन चिकित्सा
(D) अन्य विधि

Answer ⇒ (C)

69. इंसुलिन के आण्विक रचना की खोज किसने की थी ?

(A) कोरेनबर्ग
(B) स्वीमानाथन
(C) रिजार्डसन
(D) सैंगरा

Answer ⇒ (D)

70. अल्कोहल उद्योग में उत्पन्न बैक्टीरिया का नया स्ट्रेन कौन-सा है ?

(A) ई० कोलाई
(B) सैक्रोमायसीन
(C) बैसीलस सबटायलिस
(D) स्यूडोमोनास पुटीडा

Answer ⇒ (C)

71. किसी सुगर रोग व्यक्ति में इंसुलिन को सीधे तौर पर मुख द्वारा नहीं दिया जाता है, क्योंकि इसमें होते हैं :

(A) C-peptide
(B) डायसल्फाइड
(C) पोलिपेप्टाइड
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

72. जीन क्लोनिंग में प्रयुक्त ‘gene taxi’ किसे कहते हैं ?

(A) बैक्सीन
(B) प्लाज्मिड
(C) बैक्टीरियम
(D) प्रोटोजोआ

Answer ⇒ (B)

73. एलिजा टेस्ट में प्रयुक्त प्रतिरोधक (Reagent) को कहते हैं :

(A) एन्डोन्यूक्लियेज
(B) पोलिमिरेज
(C) लाइगेज
(D) पेरोक्सिडेज

Answer ⇒ (D)

74. किसी हत्या (Murder) की जगह खून के धब्बे मिले। यदि DNA प्रोफाइल करना हो तो जाँच के लिए निम्नलिखित में से क्या सबसे उपयुक्त रहेगा ?

(A) RBC
(B) WBC
(C) प्लेटलेट्स
(D) प्लाज्मा

Answer ⇒ (B)

75. निम्नलिखित में कौन-सा थर्मोफिलिक बैक्टीरिया से निकर्षित ताप स्थिरी (Thermostable) एंजाइम है :

(A) RNA पोलिमिरेज
(B) DNA polymerase
(C) रिस्ट्रीक्सन इन्डोन्यूक्लियेज
(D) DNA लिगेज

Answer ⇒ (B)

76. पष्चविषाणु (रीटोवायरस) सामान्य जंत कोशिकाओं को किन कोशिका रूपांतरित कर देता है ?

(A) लीवर कोशिका
(B) मृत कोशिका
(C) कैंसर कोशिका
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (C)

77. बड़े पैमाने पर वांछित प्रोटीन के निर्माण के लिए उत्पादक द्वारा किस पात्र का उपयोग किया जाता है ?

(A) बायारिएक्टर
(B) फालस्क फालस्क
(C) टेस्ट ट्सूब
(D) पेटरी प्लेट्स

Answer ⇒ (A)

78. अनुप्रवाह संसाधन में शामिल है।

(A) पृथक्करण
(B) शोधन
(C) दोनों (A) और (B)
(D) उत्पादन

Answer ⇒ (C)

79. ऐसे जीवाणु का नाम बताइए जिसे संवाहक के रूप में, पौधों में जीन का प्रवेश कराने के लिए प्रयोग किया जाता है मनोनिगम काली

(A) एजोटोबैक्टर
(B) एग्रोबैक्टिरियम ट्यूमिफेसियंस
(C) बैसिलस थूरीनजियेंसिस
(D) ई० कोलाई

Answer ⇒ (B)

80. बीटी (Bt) आविष (Toxin) किससे प्राप्त होती है ?

(A) प्रोकैरियोट काम की
(B) यूकैरियोट की कम से कम
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

81. गोल्डेन राइस में कौन-कौन सा पदार्थ अधिक मात्रा में पाया जाता है ?

(A) थाइमिन
(B) फोलिक एसिड
(C) बीटा-कैरोटीन
(D) राइबोफ्लेविनी

Answer ⇒ (C)

82. निम्नलिखित में से कौन-सा जीवाणु नाइट्रोजन स्थिरीकरण करने में समर्थ है ?

(A) इ० कोलाई
(B) राइजोबियम
(C) एग्रोबैक्टिरियम
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (B)

83. बीटी (Bt) अविष के रवे कुछ जीवाणुओं द्वारा बनाये जाते है , लकिन जीवाणुओं स्वयं को नहीं मारते हैं क्योंकि

(A) आविष निष्क्रिय होता है
(B) जीवाणु आविष के प्रति प्रतिरोधी है
(C) आविष अपरिपक्व है
(D) आविष जीवाणु की विशेष थैली में मिलता है

Answer ⇒ (A)

84. आविष प्रोटीन का नाम बताइए जो बैसिलस थूरीनजियेंसिस द्वारा बनाया जाता है

(A) ट्यूबलीन
(C) क्राई प्रोटीन
(B) इंसलीन
(D) उपर्युक्त सभी

Answer ⇒ (C)

85. निम्न में से कौन-सा छोटी पालीपेप्टाइड मानव इंसुलिन में पाया जाता है ?

(A) ‘ए’ और ‘बी’
(B) ‘ए’ और ‘सी’
(C) ‘बी’ और ‘सी’
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

86. जीन चिकित्सा का पहले प्रयोग किस वर्ष किया गया था ?

(A) 1988
(B) 1989
(C) 1990
(D) 1992

Answer ⇒ (A)

87. निम्न में से कौन-सी विधि के द्वारा रोग की प्रारंभिक पहचान की जा सकती

(A) मूत्र विश्लेषण
(B) रक्त विश्लेषण
(C) पीसीआर
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (B)

88. जीवाणु और विषाणु द्वारा मनुष्य में होने वाले रोग का पता करने के लिए उपयक्त एलाइजा विधि किस सिद्धांत पर आधारित है ?

(A) प्रतिजन-प्रतिरक्षी क्रिया
(B) प्रतिजन-प्रतिजन क्रिया माता
(C) प्रतिरक्षी-प्रतिरक्षी क्रिया
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

89. कौन जैव उर्वरक है ?

(A) माइकोराइजा
(B) नाइट्रोजन स्थिरीकारक जीवाणु
(C) नाइट्रोजन स्थिरीकारक सायनोजीवाणु
(D) उपर्युक्त सभी

Answer ⇒ (D)

90. कुछ नीले हरे शैवाल जैव उर्वरक के रूप में प्रयुक्त होते हैं क्योंकि ये कर सकते है :

(A) नाइट्रोजन स्थिरीकरण
(B) न्यूसीलेज स्रावण
(C) प्रकाश संश्लेषण
(D) प्रत्येक स्थान पर वृद्धि

Answer ⇒ (A)

91. कीटों को भगाने वाला नीम का उत्पाद है :

(A) रेटिनोन
(B) एजाडारेचटिन
(C) पेराथिआन
(D) एन्ड्रिन

Answer ⇒ (B)

92. जीन क्लोनिंग के समय जीन टैक्सी किसे कहा जाता है ?

(A) वेक्सीन
(B) प्लाज्मिड
(C) जीवाणु
(D) प्रोटोजोअन

Answer ⇒ (B)

93. सूक्ष्म प्रजनन में कराया जाता है :

(A) अलैंगिक प्रजनन
(B) समान अनुवांशिक गुणों वाले पौधे
(C) लैंगिक प्रजनन
(D) (A) और (B) दोनों

Answer ⇒ (D)

94. किसमें कृत्रिम बीज का निर्माण किया जाता है ?

(A) कायिक भ्रूण
(B) बहुभ्रूण
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

95. निम्न में परजीवी जंतु कौन-सा है ?

(A) मछली
(B) खरगोश
(C) सूअर
(D) उपरोक्त सभी

Answer ⇒ (D)

96. PCR से जाँच होती है

(A) HIV का
(B) कैंसर का
(C) क्षय रोग का
(D) हैजा का

Answer ⇒ (A)

97. प्रत्येक पादप कोशिका से पूर्ण पौधा बन सकता है। इस गुण को कहते है

(A) क्लोनिंग
(B) सोमाक्लोनल
(C) टोटीपोटेन्सी
(D) इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (C)

98. प्रोटोप्लास्ट कल्चर का फ्यूजोजेन क्या है ?

(A) तरल नाइट्रोजन
(B) PEG
(C) लैक्टिक अम्ल
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (B)

99. निम्न में से कौन एकल कोशिका प्रोटीन है ?

(A) स्पाइरूलीना
(B) क्लोरेला
(C) सिनेडेस्मस
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (A)

100. फ्लेवर सेवर’ इनमें से क्या है ?

(A) पीड़कनाशी
(B) चूजों की प्रजाति
(C) पारजीवी टमाटर
(D) कीटनाशी प्रोटीन

Answer ⇒ (C)

101.सर्वप्रथम क्लीनिकल जीन चिकित्सा का उपयोग किसके लिए किया गया था ?

(A) एडिनोसिन डीएमिनेज की कमी
(B) चिकेन पॉक्स
(C) डायबिटीज मेलिटस
(D) रूमेटॉयड अर्थराइटिस

Answer ⇒ (A)

102.सर्वप्रथम निर्मित पारजीवी गाय का नाम इनमें से कौन था ?

(A) डेजी
(B) मेजी
(C) डॉली
(D) रोजी

Answer ⇒ (D)

103.इनमें से कौन सा निमेटोडा तम्बाकू के पौधों की जड़ों को संक्रमित करता है ?

(A) बैसिलस थुरिजिएन्सिस
(B) क्राई आइ ए सी
(C) मेलॉयडॉजिन इन्कोग्निटा
(D) ‘A’ एवं ‘B’ दोनों

Answer ⇒ (C)

104.बैसिलस थुरिन्जिएंसिस द्वारा स्रावित आविष प्रोटीन इनमें से कौन है ?

(A) ट्युबुलीन
(B) इन्सुलिन
(C) क्राइ प्रोटीन
(D) इनमें से सभी

Answer ⇒ (C)

लघु उत्तरीय प्रश्न

प्रश्न 1. बायोपाइरेसी किसे कहते हैं? 
उत्तर:- मल्टीनेशनल कम्पनियों व दूसरे संगठनों द्वारा किसी राष्ट्र या उससे सम्बन्धित लोगों से बिना व्यवस्थित अनुमोदन वे क्षतिपूरक के जैव संसाधनों का उपयोग करना बायोपाइरेसी कहलाता है।

प्रश्न 2. पारजीनी जीवाणु क्या है? किसी एक उदाहरण द्वारा सचित्र वर्णन कीजिए।
उत्तर :- जब किसी इच्छित लक्षण वाली जीन (gene) को जीवाणु के जीनोम में प्रविष्ट कराकर कोई उत्पादन प्राप्त किया जाता है तो विदेशी जीन युक्त जीवाणु को पारजीनी जीवाणु (transgenic bacteria) कहते हैं।

उदाहरण – मानव इन्सुलिन आनुवंशिक प्रौद्योगिकी के द्वारा तैयार किया गया है। इन्सुलिन दो छोटी पॉलिपेप्टाइड श्रृंखलाओं का बना होता है, श्रृंखला ‘ए’ व श्रृंखला ‘बी’ जो आपस में डाइसल्फाइड बन्धों द्वारा जुड़ी होती हैं। मानव इन्सुलिन में प्राक् हॉर्मोन संश्लेषित होता है जिसमें पेप्टाइड-सी’ होता है। यह पेप्टाइड ‘सी’ परिपक्व इन्सुलिन में नहीं पाया जाता, यह परिपक्वता के समय इन्सुलिन से पृथक् हो जाता है। सन् 1983 में मानव इन्सुलिन की श्रृंखला ‘ए’ और ‘बी’ के अनुरूप दो डी०एन०ए० अनुक्रमों को तैयार किया गया जिसे ई० कोलाई के प्लाज्मिड (plasmid) में प्रवेश कराकर इन्सुलिन श्रृंखलाओं का उत्पादन किया गया। इन अलग-अलग निर्मित श्रृंखलाओं ‘ए’ और ‘बी’ को निकालकर डाइसल्फाइड बन्ध (disulphide bonds) द्वारा आपस में संयोजित कर मानव इन्सुलिन को तैयार किया गया। इन्सुलिन डायबिटीज को नियन्त्रित करने के लिए एक उपयोगी औषधि है। इन्सुलिन के जीन की क्लोनिंग करने का श्रेय भारतीय मूल के डॉ० शरण नारंग (Dr. Saran Narang) को जाता है। इन्होंने अपना प्रयोग कनाडा के ओटावा (Ottava) में किया था।
प्रश्न 3. आनुवंशिक रूपांतरित फसलों के उत्पादन के लाभ व हानि का तुलनात्मक विभेद कीजिए।
उत्तर :- 
लाभ

1.फसली पौधे आनुवंशिक रूपांतरण के द्वारा उत्पादकता की दर को बढ़ाते हैं।

2. आनुवंशिक रूप से रूपांतरित पौधे प्रतिकूल परिस्थितियों; जैसे- सूखे, अत्यधिक ठण्ड को सहने की क्षमता विकसित करते हैं।

3. आनुवंशिक रूप से रूपांतरित पौधों में विषाणु प्रतिरोधकता व हानिकारक कीट से प्रतिरोधकता | का गुण विकसित किया जाता है।

4. फसली पौधों में आनुवंशिक रूपांतरण करके खनिज लवण को अवशोषित करने व प्रयुक्त करने के लिए पौधे विकसित किये गये हैं।

5. आनुवंशिक रूपान्तरण से पौधे विकसित किए गये ताकि मण्ड व अन्य व्यावसायिक उत्पाद की उच्च मात्रा प्राप्त हो सके।

6. आनुवंशिक रूप से रूपांतरित पौधों की रासायनिक पीड़कनाशी पर निर्भरता कम होती है।

7. आनुवंशिक रूपान्तरित फसलें कटाई के पश्चात् होने वाले नुकसान को कम करने में सहायक होती हैं।

हानि

1.अपतृणनाशी जीन पौधों में प्रविष्ट कराये जाते हैं, इनसे फसली पौधों में से कोई भी स्वयं सुपर अपतृण बन सकती है।

2. आनुवंशिक रूपांतरित फसलें लोगों में एलर्जी उत्पन्न कर सकती हैं।

3. आनुवंशिक रूपांतरित फसलें बहुत महँगी पड़ती हैं।

4. ऐसी फसलें काटने की प्रक्रिया में बहुत-से पौधों के अवशेष भूमि में छोड़ दिये जाते हैं, जो जैविक वायुमण्डल को नुकसान पहुंचाते हैं।

5. इस विधि द्वारा उत्पादित कुछ फसलों में बीज पैदा करने की क्षमता का क्षय हो सकता है।

प्रश्न 4. क्राई प्रोटीन्स क्या हैं? उस जीव का नाम बताइए जो इसे पैदा करता है। मनुष्य इस प्रोटीन को अपने फायदे के लिए कैसे उपयोग में लाता है?
उत्तर:- क्राई प्रोटीन एक विषाक्त प्रोटीन है जो cry gene द्वारा कोड की जाती है। क्राई प्रोटीन्स कई प्रकार के होते हैं, जैसे- जो प्रोटीन्स जीन क्राई 1 ऐ०सी० वे क्राई 2 ए० बी० द्वारा कूटबद्ध होते हैं, वे कपास के मुकुल कृमि को नियन्त्रित करते हैं, जबकि क्राई 1 ए० बी० मक्का छेदक को नियन्त्रित करता है।

क्राई प्रोटीन बेसिलस थुरिनजिएंसिस (Bt) द्वारा बनता है। इसके निर्माण को नियन्त्रित करने वाले जीन को क्राई जीन कहते हैं, जैसे—क्राई 1 ए० वी०, क्राई 1 ए० सी०, क्राई 11 ए० वी०। यह जीवाणु प्रोटीन को एन्डोटॉक्सिन के रूप में प्रोटॉक्सिन क्रिस्टलीय अवस्था में उत्पन्न करता है।

दो क्राई (cry) जीन कॉटन (Bt कॉटन) में डाले जाते हैं, जबकि एक कॉर्न (Bt कॉर्न) में डाला जाता है। जिसके परिणामस्वरूप Bt कॉटन बॉलवार्म के लिए प्रतिरोधक बन जाता है, जबकि Bt कॉर्न प्रतिरोधकता-कॉर्नबोर के लिये विकसित करता है।

प्रश्न 5. जीन चिकित्सा क्या है? एडीनोसीन डिएमीनेज (ADA) की कमी का उदाहरण देते हुए इसका सचित्र वर्णन कीजिए। 
उत्तर:- “जीन चिकित्सा में मानव में उपस्थित दोषपूर्ण जीन को स्वस्थ्य व क्रियाशील जीन से बदला जाता है।
जीन चिकित्सा द्वारा किसी बच्चे या भ्रूण में चिह्नित किए गये जीन के दोषों को सुधार किया जा सकता है। इसमें रोग के उपचार के लिए जीन को व्यक्ति की कोशिकाओं या ऊतकों में प्रवेश कराया जाता है। इस विधि में आनुवंशिक दोष वाली कोशिकाओं के उपचार हेतु सामान्य जीन को व्यक्ति या भ्रूण में स्थानान्तरित करते हैं जो निष्क्रिय जीन की क्षतिपूर्ति कर उसके कार्यों को सम्पन्न करते हैं।
जीन चिकित्सा का पहला प्रयोग सन् 1990 में एक चार वर्षीय लड़की में एडीनोसीन डिएमिनेज (ADA) की कमी को दूर करने के लिए किया गया था। यह एंजाइम प्रतिरक्षातंत्र में कार्य के लिए अति आवश्यक होता है। कुछ बच्चों में ADA की कमी को उपचार अस्थिमज्जा में प्रत्यारोपण से होता है। जीन चिकित्सा में सर्वप्रथम रोगी के रुधिर से लसीकाणु को निकालकर शरीर से बाहर संवर्धन किया। जाता है।

सक्रिय ADA का सी०डीएनए (cDNA) संवाहक द्वारा लसीकाणु में प्रविष्ट कराकर लसीकाणु को रोगी के शरीर में वापस पहुँचा दिया जाता है। ये कोशिकाएँ मृतकाय होती हैं। इसलिए आनुवंशिक निर्मित लसीकाणु को समय-समय पर रोगी के शरीर से अलग करने की आवश्यकता होती है। यदि मज्जा कोशिकाओं से विलगित अच्छे जीन्स को प्रारंभिक भ्रूणीय अवस्था की कोशिकाओं से उत्पादित ADA में प्रवेश करा दिया जाए तो यह एक स्थाई उपचार हो सकता है।

प्रश्न 6. ई० कोलाई जैसे जीवाणु में मानव जीन की क्लोनिंग एवं अभिव्यक्ति के प्रायोगिक चरणों का आरेखीय निरूपण प्रस्तुत कीजिए।
उत्तर :- 
पुनर्योगज डी०एन०ए० तकनीक
DNA में किसी प्रकार के हेर-फेर या एक जीव के DNA में दूसरे जीव के DNA को जोड़ना, DNA पुनर्योगज (DNA recombination) कहलाता है। इस तकनीक को आनुवंशिक इंजीनियरिंग या DNA इंजीनियरिंग भी कहते हैं।

इस तकनीक द्वारा DNA खण्डों के नए क्रम तैयार किए जाते हैं। प्रकृति में यह कार्य गुणसूत्रों में विनिमय (crossing over) प्रक्रिया द्वारा सम्पन्न होता है। DNA पुनर्योगज तकनीक द्वारा उच्च जन्तु और पौधों के DNA के इच्छित भागों की अनेकों प्रतिकृतियाँ (copies) तैयार की जाती हैं। इस प्रक्रिया को प्रायः जीवाणुओं में सम्पन्न कराया जाता है।
पुनर्योगज DNA प्राप्त करने के लिए निम्न तीन विधियाँ प्रयुक्त की जाती हैं –

(i) DNA की दो शृंखलाओं के अन्तिम छोर पर नई DNA श्रृंखलाएँ जोड़कर (By joining new DNA chains at the end point of two chains of DNA) – यदि DNA के सिरे पर कुछ क्षारक (जैसे- CCCCC) जोड़ दें तथा दूसरे DNA के सिरे पर इसके संयुग्मी क्षारक (GGGGG) जोड़ दें और फिर इन दोनों प्रकार के DNA को मिलाएँ तो नई श्रृंखला आपस में हाइड्रोजन बन्ध बनाकर दो भिन्न DNA अणुओं को संयुक्त कर देगी। इस कार्य के लिए विशेष एन्जाइम टर्मिनल ट्रान्सफरेज (terminal transferase) का उपयोग किया जाता है। अनजुड़े स्थानों को डी०एन०ए० लाइगेज (DNA ligase) नामक एन्जाइम द्वारा जोड़ देते हैं।
(ii) प्रतिबन्ध एन्जाइम्स की सहायता से (With the help of restriction enzymes) – इस विधि में संयुग्मी क्षारकों के बीच हाइड्रोजन बन्ध बनाकर संकर DNA का निर्माण किया जाता है। इस विधि में एक विशेष एन्जाइम, प्रतिबन्ध एण्डोन्यूक्लिएज टाइप-II एन्जाइम (restriction endonuclease enzyme) का उपयोग किया जाता है। ये एन्जाइम चाकू की तरह कार्य करते हैं तथा DNA श्रृंखला को विशिष्ट स्थानों पर इस प्रकार से काटते हैं कि वांछित जीन्स वाले खण्ड प्राप्त हो सकें। अब तक लगभग 350 प्रकार के प्रतिबन्ध एण्डोन्यूक्लिएज एन्जाइम ज्ञात हैं जो DNA अणु में 100 से अधिक अभिज्ञान स्थलों (recognition sites) को पहचानते हैं। पृथक् DNA खण्ड को लाइगेज एन्जाइम द्वारा आवश्यकतानुसार DNA खण्ड से जोड़कर पुनर्योगज DNA अणु के रूप में (संवाहक वेक्टर) किसी पोषद कोशिका में प्रवेश कराकर इसकी असंख्य प्रतियाँ प्राप्त की जा सकती हैं।

जैसे- ई० कोलाई प्लाज्मिड संवाहक के रूप में प्रयुक्त किया जाता है। इस विधि से दो विभिन्न जीवों; विभिन्न प्रकार के पौधों आदि के मध्य संकरण की सम्भावना बढ़ गई है। इतना ही नहीं, पौधों और जन्तुओं में संकरण की सम्भावना भी बढ़ गई है। संकरित जीन में दोनों ही जीवों के गुण उपस्थित होंगे।
(iii) क्लोनिंग (Cloning)—यह विधि सबसे सरल तथा उपयोगी है। शरीर में प्रत्येक पदार्थ के संश्लेषण के लिए कोई निश्चित जीन उत्तरदायी होता है। यदि इस विशिष्ट जीन को प्लाज्मिड के साथ संकरित करा दिया जाए और इस संकरित DNA को पुनः जीवाणु की कोशिका में स्थापित कर उपयुक्त संवर्धन माध्यम में उगने दिया जाए तो जीवाणु में वह जीन उसी पदार्थ को संश्लेषण करता है जो कि वह मूल शरीर में करता था। इस समस्त प्रक्रम को क्लोनिंग कहते हैं। पोषी जीवाणु के लिए ई० कोलाई का उपयोग किया जाता है।

प्रश्न 7. तेल के रसायनशास्त्र तथा r-DNA तकनीक के बारे में आपको जितना भी ज्ञान प्राप्त है, उसके आधार पर बीजों से तेल हाइड्रोकार्बन हटाने की कोई एक विधि सुझाइए।
उत्तर:- ग्लिसरॉल के एक अणु के साथ तीन वसीय अम्लों के संघनन द्वारा तेल बनता है। वसीय अम्ल एक एंजाइम संकर द्वारा बनते हैं जिसे वसीय अम्ल सिन्थेटेज कहते हैं। एक या ज्यादा जीन बनाने वाले वसीय अम्ल की निष्क्रियता वसीय अम्लों का संश्लेषण रोक सकती है। प्लेवट् टोमेटो में एंजाइम पॉलीग्लेक्टोमूटेनेज की निष्क्रियता से जुड़ा होता है। यह बिना तेल वाले बीज उत्पन्न करेगा।

प्रश्न 8. इण्टरनेट से पता लगाइए कि गोल्डन राइस (गोल्डन धान) क्या है?
उत्तर:- गोल्डन राइस (ओराइजा सैटाइवा) जैव प्रौद्योगिकी द्वारा उत्पन्न चावल की एक किस्म है। इस किस्म के चावल में बीटा कैरोटीन (प्रो-विटामिन A) पाया जाता है जो कि जैव संश्लेषित है। सन् 2005 में गोल्डन राइस-2 की एक और किस्म तैयार की गई जिसमें 23 गुना अधिक बीटा केरोटीन होता है।
प्रश्न 9. क्या हमारे रक्त में प्रोटिओजेज तथा न्यूक्लिएजेज हैं?
उत्तर :-  नहीं

प्रश्न 10. इण्टरनेट से पता लगाइए कि मुखीय सक्रिय औषध प्रोटीन को किस प्रकार बनाएँगे? इस कार्य में आने वाली मुख्य समस्याओं का वर्णन कीजिए।
उत्तर :-मुखीय औषध प्रोटीन के निर्माण में ड्यूटेरियम एक्सचेंज मास स्पेक्ट्रोमीटरी (DXMS : Deuterium Exchange Mass Spectrometry) तकनीक का प्रयोग किया जाता है। यह तकनीक प्रोटीन संरचना और उसके प्रकार्यों का अध्ययन करने के लिए एक शक्तिशाली माध्यम है। इस कार्य में आने वाली मुख्य समस्याएँ श्रम और समय की हैं। यह एक जटिल प्रक्रिया होती है। अत: मुखीय प्रोटीन्स का निर्माण कम ही किया जा रहा है।

जैव प्रौद्योगिकी का उपयोग करके जीवाणुओं की सहायता से पुनर्योगज चिकित्सीय औषधि मानव इन्सुलिन (ह्यूमुलिन) प्राप्त की गई है। यह एक औषध प्रोटीन है। निकट भविष्य में मानव इन्सुलिन मधुमेह रोग से पीड़ित लोगों को मुख से दिया जा सकेगा।

प्रश्न 11. प्रकृति में समजात डी०एन०ए० का पुनर्योजन कहाँ और कैसे होता है? लिखिए।
उत्तर :- प्रकृति में समजात डी०एन०ए० का पुनर्योजन डी०एन०ए० के समजात अणुओं या इन अणुओं के समजात खण्डों के बीच होता है। ये निम्नलिखित प्रक्रियाओं द्वारा होता है –

1.पारगमने

2.संयुग्मन

3.रूपान्तरण

4.पारक्रमण

5.स्थान परिवर्तन।

प्रश्न 12. असमजात डी०एन०ए० पुनर्संयोजन को परिभाषित कीजिए तथा स्थान-परिवर्ती (ट्रांसपोसॉन) या जम्पिंग जीन्स को समझाइए।
उत्तर :- 

1.असमजात डी0एन0ए0 पुनर्संयोजन – इस प्रकार के पुनर्संयोजन में एक गुणसूत्र का कोई खण्ड इससे पृथक् होकर किसी अन्य असमजात गुणसूत्र से जुड़ता है।

2. स्थान-परिवर्ती या जम्पिंग जीन्स – कोशिकाओं में स्थित DNA अणुओं के ऐसे जीनरूपी खण्ड जो अणु के एक स्थान से हटकर अन्य स्थान पर जुड़ते रहते हैं और इस प्रकार DNA अणुओं का पुनसँयोजन करते रहते हैं, स्थान-परिवर्ती या जम्पिंग जीन्स कहलाते हैं।

प्रश्न 13. पारजीनी जन्तु से आप क्या समझते हैं? 
उत्तर :- 
ऐसे जन्तु जिनके DNA में परिचालन विधि द्वारा एक अतिरिक्त जीन व्यवस्थित कर दिया जाता है तथा जो अपना लक्षण भी व्यक्त करता है, पारजीनी जन्तु कहलाते हैं।
पारजीनी जन्तुओं को रिकॉम्बीनेन्ट DNA तकनीक द्वारा विजातीय जीन को प्रवेश कराकर आनुवंशिक रूप से रूपान्तरित किया जाता है।

प्रश्न 14. डी०एन०ए० पुनर्योगज तकनीक का मानव हित में उपयोग बताइए। 
उत्तर:- इन्सुलिन एक प्रोटीन है जिसके अमीनों अम्ल अनुक्रम (प्राथमिक संरचना) के बारे में सर्वप्रथम फ्रेडरिक सेंगर, 1954 ने पता लगाया। यह प्रोटीन दो पॉलीपेप्टाइड श्रृंखलाओं का बना होता है-A श्रृंखला (A chain) तथा B श्रृंखला (B chain), जो आपस में डाइसल्फाइड बंधों द्वारा जुड़ी होती हैं। A श्रृंखला 21 अमीनो अम्ल अवशेष से जबकि B श्रृंखला 30 अमीनो अम्ल अवशेष से बनी होती है। A-श्रृंखला में एक N-छोर ग्लाइसिन (GLY) एवं एक C-छोर होता है जबकि B-श्रृंखला में एक N-छोर फिनाइल एलेनीन (Phe) एवं एक C-छोर एलेनीन (Ala) होता है। दो सल्फाइड बंध (-S-S-) A श्रृंखला की 7वीं तथा 20वीं स्थिति पर तथा B श्रृंखला की 7वीं तथा 19वीं स्थिति पर सिस्टीन अमीनो अम्लों के बीच स्थित होते हैं। एक तीसरा डाइसल्फाइड बंध (-S-S-) A श्रृंखला की 6वीं एवं 11 वीं स्थिति पर सिस्टीन (cys) अमीनो अम्लों के बीच भी स्थित होता है।

इन्सुलिन की दोनों श्रृंखलाओं का जैव संश्लेषण (bio-synthesis) एकल पॉलीपेप्टाइड श्रृंखला प्रोइन्सुलिन (proinsulin) के रूप में होता है जिसमें B श्रृंखलाएँ 33 अमीनो अम्लों के संयोजी पॉलीपेप्टाइड द्वारा अन्तरआबंध होती हैं।
प्रोइन्सुलिन के संश्लेषण का नियंत्रण क्रोमोसोम संख्या 11 की छोटी भुजा पर स्थित जीन द्वारा होता है। इसकी प्रोटियोलाइटिक संसाधन द्वारा इन्सुलिन के रूप में उत्पत्ति होती है।

आनुवंशिकतः अभियांत्रिक इन्सुलिन (Genetically Engineered Insulin) – वयस्कों में होने वाले मधुमेह का नियंत्रण निश्चित समयांतराल पर इन्सुलिन लेने से ही संभव है।
मानव सहित स्तनधारियों में इन्सुलिन प्राक्-हार्मोन (pro – hormone) के रूप में संश्लेषित होता है। जिसमें एक अतिरिक्त फैलाव होता है जिसे पेप्टाइड ‘सी’ (peptide – C) कहते हैं। संसाधन (processing) से बने इन्सुलीन में यह ‘C’ पेप्टाइड नहीं होता है। क्योंकि परिपक्वता के समय यह इन्सुलिन से अलग हो जाता है। पुनर्योगज DNA तकनीकियों का प्रयोग करते हुए इन्सुलिन के उत्पादन में मुख्य चुनौती यह है कि इन्सुलिन को एकत्रित कर परिपक्व रूप में तैयार किया जाये।

सन् 1983 में एली लिली (Eli Lilly) नामक एक अमेरिकी कम्पनी ने दो DNA अनुक्रमों को तैयार किया जो मानव इन्सुलिन की श्रृंखला A तथा B के अनुरूप होते हैं, जिसे ईश्चेरिचिया कोलाई (E.coli) के प्लास्मिड में प्रवेश कराया जाता है। अब E. coli को संवर्धन माध्यम में वृद्धि कराते हैं। यह अवश्य ध्यान दिया जाता है कि संवर्धन माध्यम (culture medium) में इन्सुलिन बनाने वाले सभी अमीनो अम्ल अवश्य हों। E.coli द्वारा दो पॉलीपेप्टाइड श्रृंखलाओं (A और B) का संश्लेषण अलग-अलग होता है।

इन अलग-अलग निर्मित श्रृंखलाओं में A और B को निकालकर डाइसल्फाइड बंध बनाकर आपस में संयोजित कर मानव इन्सुलिन का निर्माण किया गया है। यह इन्सुलिन मानव इन्सुलिन से अत्यधिक समानता रखता है; अतः इसे झूमेलिन (humalin) कहा जाता है। इसको मधुमेह रोगी द्वारा लिए जाने पर कोई साइड-इफेक्ट या एलर्जी भी नहीं होती है।

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