वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1.शरीर में मुख्य अंत:स्रावी ग्रंथियों की संख्या है-
(A) 6
(B) 7
(C) 8
(D) 10
Answer ⇒ (C)
2. इनमें से कौन, पुरुष प्रजनन तंत्र का भाग नहीं है ?
(A) शुक्राशय
(B) वृषण
(C) प्रोस्टेट ग्रंथि
(D) अंडाशय
Answer ⇒ (D)
3. गर्भावस्था की अवधि कितने दिनों की होती है ?
(A) 280 दिन
(B) 180 दिन
(C) 160 दिन
(D) 140 दिन
Answer ⇒ (A)
4. इनमें से किस हार्मोन के कम स्राव से पुरुष में पुरुषत्व की कमी हो जाती है ?
(A) एस्ट्रोजेन
(B) प्रोजेस्ट्रोन
(C) एन्ड्रोजेन
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
5. रजोधर्म/मासिक धर्म स्त्रियों में सामान्यतः कब समाप्त हो जाता है ?
(A) 30-35 वर्ष
(B) 30-40 वर्ष
(C) 40-45 वर्ष
(D) 45-50 वर्ष
Answer ⇒ (D)
6. “स्वच्छ भारत अभियान” भारत सरकार द्वारा किस तिथि को आरंभ किया गया ?
(A) 2 अक्टूबर, 2013
(B) 2 अक्टूबर, 2014
(C) 2 अक्टूबर, 2015
(D) 2 अक्टूबर, 2016
Answer ⇒ (B)
7. माँ का दूध बच्चों को प्रदान करता है
(A) प्राकृतिक प्रतिकारिता
(B) सुरक्षा एवं स्नेह
(C) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
8. शिशु को जन्म के उपरान्त देना चाहिए –
(A) माता का दूध
(B) गाय का दूध
(C) बकरी का दूध
(D) भैंस का दूध
Answer ⇒ (A)
9. स्तनपान आवश्यक है –
(A) शिशु तथा माता दोनों के लिए
(B) केवल शिशु के लिए
(C) केवल माता के लिए
(D) न शिशु न. माता के लिए
Answer ⇒ (A)
10. दो वर्ष से छः वर्ष तक की आयु को कहते हैं।
(A) शैशवावस्था
(B) बाल्यावस्था
(C) किशोरावस्था
(D) प्रौढ़ावस्था
Answer ⇒ (B)
11. नवजात शिशु को स्तनपान कब से कराना चाहिए ?
(A) जन्म के दिन से
(B) जन्म के एक दिन बाद से
(C) जन्म के दो दिन बाद से
(D) जन्म के तीन दिन बाद से
Answer ⇒ (A)
12. बच्चे की वैकल्पिक देख-रेख की आवश्यकता होती है –
(A) माता-पिता के बीमार पड़ने पर
(B) पिता के नौकरी पर जाने पर
(C) माता-पिता की अनुपस्थिति में
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (C)
13. जन्म के समय नवजात शिशु की औसत भार होती है –
(A) 1 किग्रा० – 2 किग्रा०
(B) 2.5 किग्रा० – 3.5 किग्रा०
(C) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
14. राष्ट्रीय प्रतिरक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों को किस रोग से बचाने के लिए विटामिन ‘ए’ दी जाती हैं ?
(A) रतौंधी
(B) पीलिया
(C) हैजा
(D) टायफाइड
Answer ⇒ (A)
15. भारत में स्वास्थ्य की समस्या क्या है ?
(A) संक्रमण रोग की समस्या
(B) बढ़ती जनसंख्या की समस्या
(C) पोषण की समस्या
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (D)
16. निम्न में से कौन क्रियात्मक विकास नहीं है ?
(A) सिर संभालना
(B) बोलना
(C) घुटनों के बल चलना
(D) पकडना
Answer ⇒ (B)
17. वृद्धि से तात्पर्य है—
(A) शारीरिक आकार में परिवर्तन
(B) वृद्धि निश्चित अवधि के लिए होता है
(C) वृद्धि मापी जा सकती है
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (D)
18. विवृद्धि से अभिप्राय है-
(A) गुणात्मक विकास
(B) संख्यात्मक विकास
(D) ज्ञानात्मक विकास
Answer ⇒ (B)
19. किस बीमारी से बचने के लिए वैक्सीन को मुँह द्वारा बूंदों के रूप में डाला जाता है ?
(A) खसरा
(B) पोलियो
(C) टिटनेस
(D) डिफ्थीरिया
Answer ⇒ (B)
20. मानव शरीर में सबसे छोटी ग्रंथि कौन सी है ?
(A) यकृत
(B) थायराइड
(C) पियूष
(D) लार
Answer ⇒ (C)
21. कितना प्रतिशत पानी की कमी होने पर बच्चे की मृत्यु हो जाती है ?
(A) 10 प्रतिशत
(B) 15 प्रतिशत
(C) 20 प्रतिशत
(D) 25 प्रतिशत
Answer ⇒ (C)
22. पशुओं से मनुष्य तक पहुँचने वाला छूत रोग है-
(A) हाइड्रोफोबिया
(B) रैबीज़
(C) मियादी
(D) यूकहा
Answer ⇒ (A)
23. निम्न में से कौन माता के दूध के साथ नवजात की जरूरत होती हैं ?
(A) शहद
(B) ग्लूकोज
(C) पानी
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
24. शैशवावस्था कितने वर्षों की होती हैं ।
(A) 0 – 2 वर्ष
(B) 0- 4 वर्ष
(C) 0 – 3 वर्ष
(D) 0 – 6 माह
Answer ⇒ (A)
25. भय, क्रोध और प्यार बच्चे के लक्षण के –
(A) क्रियात्मक
(B) ज्ञानात्मक
(C) शारीरिक
(D) संवेगात्मक
Answer ⇒ (D)
26. रोगमुक्त रहने से प्राप्त होता है –
(A) अच्छा स्वास्थ्य
(B) खुशहाल और दीर्घायु जीवन
(C) व्यक्ति तथा देश की आर्थिक उन्नति
(D) उपरोक्त सभी
Answer ⇒ (D)
27. बी० सी० जी० का टीका किससे संबंधित हैं –
(A) टी०बी०
(B) हैजा
(C) बुखार
(D) चेचक
Answer ⇒ (A)
28. I.C.D.S. कार्य करती हैं –
(A) पुरुषों के लिए
(B) पशुओं के लिए
(C) पक्षियों के लिए
(D) बच्चों एवं महिलाओं के लिए
Answer ⇒ (D)
29. समेकित बाल विकास सेवाएँ (I.C.D.S.) की स्थापना किस वर्ष हुई ?
(A) 1975 में
(B) 1979 में
(C) 1960 में
(D) 1990 में
Answer ⇒ (A)
30. रक्त कोशिकाएँ नहीं हैं –
(A) लाल रक्त कण
(B) सफेद रक्त कण
(C) स्पलीन
(D) प्लेटलेट्स
Answer ⇒ (C)
31. वृद्धि और विकास को प्रभावित करने वाला कारक हैं –
(A) पोषण
(B) वातावरण
(C) अतःस्रावी ग्रंथियाँ
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (D)
32. पीलिया रोग में –
(A) आँखें पीली पड़ जाती है
(B) त्वचा उजला हो जाता है
(C) आँखें लाल हो जाती है
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
33. हैजा किसके द्वारा फैलता हैं ?
(A) विवियो द्वारा
(B) टिटनस
(C) इन्फ्लूएन्जा
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
34. रोगाणुओं के हमारे शरीर में प्रवेश करने और उस रोग के लक्षणों के प्रकट होने के बीच की अवधि को क्या कहते हैं ?
(A) समय अवधि
(B) उद्भवन अवधि
(C) संक्रमण काल
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
35. बालक का प्रथम सामाजिक समूह कौन होता है ?
(A) समाज
(B) पड़ोसी
(C) परिवार
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
36. डिप्थीरिया रोग के जीवाणु शरीर में पहुँच कर किस अंग में पनपते हैं ?
(A) आँख
(B) नाक
(C) पेट
(D) गला
Answer ⇒ (D)
37. खसरा रोग का संप्राप्ति काल कितने दिनों का होता हैं ?
(A) 2-3 दिन
(B) 7-10 दिन
(C) 3-5 दिन
(D) 1-2 दिन
Answer ⇒ (B)
38. चार वर्ष के बालक किस प्रकार के रंगों को पहचानने में समर्थ हो जाते हैं ?
(A) प्राथमिक रंग
(B) माध्यमिक रंग
(C) तृतीयक रंग
(D) स्थानिक रंग
Answer ⇒ (A)
39. एक नवजात शिशु की औसत ऊँचाई होती है –
(A) 10 इंच
(B) 15 इंच
(C) 20 इंच
(D) 25 इंच
Answer ⇒ (C)
40. जन्म से तीन वर्ष की आयु तक बालक का भार होता है-
(A) दो गुना
(B) तिगुना
(C) चौगुना
(D) पाँच गुना
Answer ⇒ (B)
41. पेचिस से पीड़ित बच्चों को दिया जाना चाहिए –
(A) दूध
(B) चीनी युक्त गर्म दूध
(C) नमक युक्त ठंडा पानी
(D) नमक एवं चीनी युक्त पानी का घोल
Answer ⇒ (D)
42. बच्चे के स्कूल का टिफिन होना चाहिए –
(A) संतुलित
(B) जिससे बच्चों का स्कूल बैग, पुस्तके खराब न हो
(C) प्रतिदिन विभिन्नता लिए हुए
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (D)
43. एड्स फैलता है –
(A) हाथ मिलाने से
(B) साथ-साथ खेलने से
(C) संक्रमित सूइयों से
(D) जल तथा भोजन से
Answer ⇒ (C)
44. क्षय रोग के लक्षण हैं-
(A) लगातार सूखी खाँसी होना
(B) 99-100° तक बुखार रहना
(C) छाती में दर्द रहना
(D) उपर्युक्त सभी
Answer ⇒ (D)
45. जन्म से ही शिशु में किस संवेग का प्रदर्शन होता है ?
(A) प्यार
(B) भय
(C) क्रोध
(D) नापसंद
Answer ⇒ (A)
46. बच्चों में असमर्थता हो सकती है—
(A) जन्म के पूर्व से
(B) जन्म के समय से
(C) जन्म के पश्चात् से
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (D)
47. टेटनेस से बचने के लिए बच्चे को कौन-सा टीका लगाया जाता है ?
(A) डी०पी० टी०
(B) एम० एम० आर०
(C) पोलियो
(D) बी०सी०जी०
Answer ⇒ (A)
48. समेकित बाल विकास परियोजना प्रदान करता है –
(A) पूर्व शालेय शिक्षा
(B) टीकाकरण
(C) पोषण
(D) उपर्युक्त सभी
Answer ⇒ (D)
49. निम्नलिखित में से कौन-सा सामाजिक व्यवहार बाल्यावस्था में विकसित होता है ?
(A) सामाजिक विभेदन
(B) मित्रता
(C) सहानुभूति
(D) प्रतियोगिता
Answer ⇒ (B)
50. विकास होता है –
(A) सामान्य से विशिष्ट की तरफ
(B) विशिष्ट से सामान्य की तरफ
(C) सामान्य तथा विशिष्ट दोनों बराबर
(D) कोई भी नहीं
Answer ⇒ (A)
51. मानसिक विकास होता है –
(A) नियमित एवं क्रमबद्ध रूप से
(B) अनियमित एवं क्रमबद्ध रूप से
(C) अनियमित तथा अव्यवस्थित रूप से
(D) किसी भी तरह से नहीं बच्चे के वंशानुक्रम से
Answer ⇒ (A)
52. संबंधित शारीरिक क्षमताओं के विकास को कहा जाता है –
(A) परिपक्वता
(B) अपरिपक्वता
(C) यौवनावस्था
(D) कोई भी नहीं
Answer ⇒ (A)
53. आकार, लंबाई एवं वजन में होने वाले प्रत्येक परिवर्तन कहलाते हैं –
(A) वृद्धि
(B) उतार
(C) चढ़ाव
(D) कमी
Answer ⇒ (A)
54. किस अवस्था में यौन-परिपक्वता के कारण बालक के शरीर में अनेक परिवर्तन होते हैं ?
(A) बाल्यावस्था में
(B) किशोरावस्था में
(C) युवावस्था में
(D) बुढ़ापा में
Answer ⇒ (B)
55. किस अवस्था में मेल-जोल और सामाजिक संपर्क बनता है ?
(A) 1 से 2 वर्ष की अवस्था में
(B) 2 से 6 वर्ष की अवस्था में
(C) 8 से 10 वर्ष की अवस्था में
(D) उपुर्यक्त में से किसी अवस्था में नहीं
Answer ⇒ (C)
56. किसमें सहयोग, त्याग, अनुकूलता तथा प्रतिस्पर्धा आदि सामाजिक गुणों को अर्जित किया जाता है ?
(A) भाषा में
(B) परिवार में
(C) खेल में
(D) किसी में भी नहीं
Answer ⇒ (C)
57. अंतःस्रावी ग्रंथियों का केन्द्र है –
(A) मस्तिष्क
(B) आँख
(C) नाक
(D) गला
Answer ⇒ (A)
58. किस बीमारी में 104 से 105°F तक तीव्र ज्वर होता है ?
(A) क्षय रोग
(B) टेटनस
(C) खसरा
(D) हैजा
Answer ⇒ (B)
59. अल्पकालीन ज्वर होता है –
(A) क्षयरोग
(B) मलेरिया
(C) टायफायड
(D) इंफ्लुएंजा
Answer ⇒ (D)
60. क्षयरोग से उत्पन्न घावों को भरने के लिए आवश्यक है –
(A) कैल्सियम
(B) प्रोटीन
(C) विटामिन
(D) वसा
Answer ⇒ (A)
61. टीकाकरण बच्चों को बचाता है –
(A) पोलियो से
(B) हैपेटाइटिस से
(C) चेचक से
(D) उपर्युक्त सभी
Answer ⇒ (D)
62. संक्रमण की पहली अवस्था है –
(A) उद्भव काल
(B) संक्रमण काल
(C) टीकाकरण
(D) पृथक्करण काल
Answer ⇒ (A)
63. कीटनाशक दवाइयों का कुप्रभाव दूर करने के लिए सामग्री को अच्छी तरह चाहिए –
(A) रखना
(B) पकाना
(C) सजाना
(D) धोना
Answer ⇒ (D)
64. शिशुओं के लिए स्तनपान आवश्यक क्यों हैं ?
(A) माता के दूध में सभी पोषक तत्त्व शिशु की आवश्यकता के अनुसार विद्यमान होते हैं
(B) माता का दूध साफ, शुद्ध और प्रति द्रव्ययुक्त होता है
(C) माता के दूध से शिशु को रोगाणुओं की प्रतिकारिता प्राप्त होती है
(D) उपर्युक्त सभी
Answer ⇒ (D)
65. बालबाडी कितने वर्ष तक की आय के बच्चों की आवश्यकताओं को पूरा करती है ?
(A) तीन वर्ष
(B) पाँच वर्ष
(C) छः वर्ष
(D) नौ वर्ष
Answer ⇒ (C)
66. खुशी एक संवेग है-
(A) धनात्मक
(B) ऋणात्मक
(C) (A) एवं (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
67. मानसिक विकास की प्रक्रिया प्रारंभ होती है –
(A) जन्म के पहले
(B) जन्म के बाद
(C) जन्म से ही
(D) उपर्युक्त में कोई भी नहीं
Answer ⇒ (B)
68. किस काल में बालक अधिकांश बातें . घरवालों के अनुकरण द्वारा सीखता है ?
(A) शैशवावस्था
(B) बाल्यावस्था
(B) किशोरावस्था
(D) बुढ़ापा
Answer ⇒ (A)
69. बच्चों के स्थायी दाँत कब से निकलने लगते हैं ?
(A) 2 वर्ष की उम्र से
(B) 4 वर्ष की उम्र से
(C) 6 वर्ष की उम्र से
(D) 8 वर्ष की उम्र से
Answer ⇒ (C)
70. पोलियो रोग प्रायः किस उम्र के बच्चे को अधिक होता है ?
(A) 1 से 2 वर्ष के बच्चे को
(B) 3 से 4 वर्ष के बच्चे को
(C) नवजात शिशु को
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
71. बच्चों के शरीर में होने वाले विकास में प्रभाव रहता है –
(A) वंशानुक्रम का
(B) वातावरण का
(C) (A) तथा (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
72. गर्भावस्था किन अवस्थाओं में नहीं विभाजित है ?
(A) बीजावस्था
(B) भ्रूणावस्था
(C) किशोरावस्था
(D) गर्भस्थ शैशवावस्था
Answer ⇒ (C)
73. WHO का पूरा नाम क्या है ?
(A) वर्ल्ड हेल्थ आर्गनाइजेशन
(B) वीमेन्स हेल्थ आर्गनाइजेशन
(C) फुड एण्ड एग्रीकल्चर आर्गनाइजेशन
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
74. रोग निरोधी क्षमता कितने प्रकार की होती है ?
(A) 3
(B) 2
(C) 4
(D) 6
Answer ⇒ (B)
75. माँ के स्तन से निकलने वाला पहला दूध क्या कहलाता है ?
(A) विटामिन
(B) प्रोटीन
(C) कैल्शियम
(D) कोलोस्ट्रम
Answer ⇒ (D)
76. बच्चों को पूरक आहार कितने माह के बाद से देना चाहिए ?
(A) 6 माह
(B) 8 माह
(C) 3 माह
(D) 9 माह
Answer ⇒ (A)
77. विकासात्मक मनोविज्ञान लाभदायक है –
(A) बच्चों के लिए
(B) शिक्षकों के लिए
(C) अभिभावकों के लिए
(D) इन सभी के लिए
Answer ⇒ (A)
78. मोटापे की स्थिति है –
(A) मांसपेशियाँ बढ़ जाती है
(B) रक्त बढ़ जाता है
(C) वसामय ऊतको में वसा की मात्रा एकत्र हो जाती है
(D) शरीर की अस्थियाँ बढ़ जाती है
Answer ⇒ (C)
79. शारीरिक विकास की सबसे महत्त्वपूर्ण अवस्था है –
(A) शैशवावस्था
(B) बाल्यावस्था
(C) प्रौढ़ावस्था
(D) वृद्धावस्था
Answer ⇒ (B)
80. क्षय रोग फैलाने का माध्यम है –
(A) दूषित वायु
(B) दूषित भोजन
(C) दूषित मिट्टी
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (A)
81. ब्रेल लिपि का प्रयोग किस प्रकार के बच्चों को पढ़ाने के लिए किया जाता है ?
(A) नेत्रहीन
(B) कम सुनने वाले
(C) गूंगे
(D) अपराधी
Answer ⇒ (A)
82. कितने प्रतिशत स्कूली बच्चों में असमर्थताएँ होती है ?
(A) 20%
(B) 5%
(C) 15%
(D) 18%
Answer ⇒ (C)
83. प्राकृतिक असमर्थता होती है –
(A) पोलियो के कारण अपंगता
(B) जो जन्म से होती है
(C) वयस्कावस्था में विकलांगता
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
84. अंधे बच्चों को पढ़ाने के लिए किस विधि का प्रयोग करना चाहिए ?
(A) ब्रेल विधि
(B) खेल विधि
(C) इतिहास विधि
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
85. किस रोग में ज्वर के साथ-साथ जीभ सूखती है और उस पर सफेद पदार्थ जमने लगता है ?
(A) टिटनेस
(B) हैजा
(C) टायफाइड
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
86. निम्न में से कौन शारीरिक विकास के अंतर्गत नहीं आता ?
(A) लंबाई
(B) वजन
(C) दाँत
(D) भाषा
Answer ⇒ (D)
87. शरीर के ऊतकों का मूल आधार है-
(A) सोडियम
(B) वसा
(C) प्लोराइड
(D) जल
Answer ⇒ (D)
88. डी०पी०टी० का टीका किन तीन रोगों से बचाव के लिए लगाया जाता है ?
(A) पोलियो, खसरा, हैपेटाइटिस B
(B) डिप्थीरिया, काली खाँसी, टेटनस
(C) एम० एम० आर०, टायफायड, रतौंधी
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (B)
89. नेत्रहीन बच्चों की विशेष आवश्यकताएँ कौन-सी नहीं हैं ?
(A) शारीरिक आवश्यकताएँ
(B) शैक्षिक आवश्यकताएँ
(C) ओंठ स्फुरण
(D) प्रेम पाने और करने की आवश्यकता
Answer ⇒ (C)
90. किस अवस्था को तूफान तथा तनावों की अवस्था कहा जाता है ?
(A) शैशवावस्था
(B) बाल्यावस्था
(C) किशोरावस्था
(D) युवावस्था
Answer ⇒ (C)
91. अतिसार किससे फैलता है ?
(A) विषाणु से
(B) जीवाणु से
(C) बिबरियोकोमा से
(D) न्यूयोकिकस से
Answer ⇒ (B)
92. मानव शरीर रचना की इकाई होती है-
(A) कोशिका
(B) ऊतक
(C) अस्थि
(D) तंत्र
Answer ⇒ (A)
93. भाषा आदान-प्रदान करने के लिए सामान्यतया शिशु किस आयु में एक शब्द वाले वाक्यों का प्रयोग करने लगता है ?
(A) 8 से 10 माह
(B) 10 से 12 माह
(C) 12 से 14 माह
(D) 14 से 16 माह
Answer ⇒ (B)
94. किस अवस्था में बच्चा अपने को सामाजिक एवं मनोवैज्ञानिक वातावरण से समायोजित करता है ?
(A) बाल्यावस्था
(B) किशोरावस्था
(C) शैशवावस्था
(D) कोई भी अवस्था नहीं
Answer ⇒ (A)
95. जन्म के समय शिशु के सिर की लंबाई पूरे शरीर की लंबाई की कितनी होती है।
(A) एक-चौथाई
(B) आधी
(C) दो-तिहाई
(D) एक-तिहाई
Answer ⇒ (A)
96. सामाजिक विकास की चरम-सीमा कब प्रकट होती है ?
(A) बाल्यावस्था में
(B) युवावस्था में
(C) शैशवावस्था में
(D) किशोरावस्था में
Answer ⇒ (B)
97. इनमें से कौन हार्मोन केवल पुरुषों में स्रावित होता है ?
(A) एन्ड्रोजेंस
(B) थाइरॉक्सिन
(C) प्रोलैक्टिन
(D) एस्ट्रोजन
Answer ⇒ (B)
98. एक दूध पिलाने वाली माता को पहले छः महीने प्रतिदिन के आहार में कितना अतिरिक्त प्रोटीन देना चाहिए ?
(A) 10 ग्राम
(B) 15 ग्राम
(C) 20 ग्राम
(D) 25 ग्राम
Answer ⇒ (D)
99. परिवार कल्याण कार्यक्रम प्रारंभ हुआ –
(A) 1976 में
(B) 1980 में
(C) 1977 में
(D) 1984 में
Answer ⇒ (C)
100. निम्न में से कौन बच्चे का पारिवारिकसमाजीकरण का साधन नहीं है ?
(A) बच्चे का जन्मक्रम
(B) माता-पिता से संबंध
(C) दोस्तों से संबंध
(D) भाई-बहनों से संबंध
Answer ⇒ (A)
101. शरीर में रोगाणु प्रवेश पाते हैं –
(A) हवा एवं पानी द्वारा
(B) सिर के बाल
(C) शरीर के कोमल होने से
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
102. मच्छरों से कौन-सी बीमारी होती है ?
(A) डेंगू
(B) अलसर
(C) हैजा
(D) पेचिश
Answer ⇒ (A)
103. जन्म से कितने समय बाद माँ का दूध शिशु को पिलाना चाहिए ?
(A) दो घंटे बाद
(B) आठ घंटे बाद
(C) बारह घंटे बाद
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
104. ओ० आर० एस० घोल के अभाव में डायरिया पीड़ित बच्चों को क्या पिलाना चाहिए ?
(A) नमक का घोल
(B) दूध
(C) नमक तथा चीनी का घोल
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
105. अपंगता का कारण है –
(A) जन्मजात
(B) दुर्घटना
(C) बीमारी
(D) उपर्युक्त सभी
Answer ⇒ (D)
106. सामाजिक रूप से असमर्थ बालक होते है ?
(A) आवारा बालक
(B) बाल श्रमिक
(C) अपंग बालक
(D) कम सुनने वाला बालक
Answer ⇒ (A)
107. किस जीवाणु के संक्रमण से कुक्कुर खाँसी रोग होता है ?
(A) बैसीलस परट्यूसिस
(B) न्यूसोकोकस
(C) स्टैप्टोकोकस
(D).स्टेलेफाइलोका
Answer ⇒ (A)
108. सांकेतिक भाषा का प्रयोग होता है –
(A) अंधों के लिए
(B) असामाजिक बच्चों के लिए
(C) विकलांग बच्चों के लिए
(D) गुंगे तथा बहरे बच्चों के लिए
Answer ⇒ (D)
109. असहाय बच्चे कहे जाते हैं –
(A) मंदबुद्धि
(B) बहरा एवं गूंगा
(C) अंधा
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (D)
110. कितने माह में बच्चा गलगलाना सीख लेता है ?
(A) तीन माह
(B) पाँच माह
(C) आठ माह
(D) दस माह
Answer ⇒ (A)
111. व्यक्ति की रोग तथा मृत्यु से लड़ने की क्षमता को कहते हैं –
(A) प्रतिकारक
(B) इनोकुलेशन
(C) रोग निरोधी क्षमता
(D) उपचार
Answer ⇒ (C)
112. निम्नलिखित में से कौन वायु द्वारा संवाहित रोग नहीं है ?
(A) खसरा
(B) इन्फ्लुएंजा
(C) निमोनिया
(D) अतिसार
Answer ⇒ (D)
113. उच्च तापमान तथा त्वचा पर लाल दाने किस रोग का लक्षण है ?
(A) तपेदिक
(B) टेटनस
(C) खसरा
(D) गलघोंट
Answer ⇒ (C)
114. अतिसार का प्रकोप ज्यादा कब होता है ?
(A) शीतकालीन में
(B) गर्मी तथा बरसात में
(C) वसंत ऋतु में
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
115. जनसंख्या शिक्षा का प्रमुख रूप से किससे संबंध है –
(A) परिवार नियोजन से
(B) छोटे परिवार से
(C) जनसंख्या की स्थिति से
(D) सभी परिवारों के लिए
Answer ⇒ (C)
116. कोटीने बैक्टीरियम डिपीथीरिए नामक जीवाणु से कौन रोग फैलता है ?
(A) खसरा
(B) गलाघोंटू
(C) हैजा
(D) पेचिस
Answer ⇒ (B)
117. अतिसार में क्या वर्जित करना चाहिए ?
(A) तले भोज्य पदार्थ
(B) नींबू पानी
(C) उबला पानी
(D) खिचड़ी
Answer ⇒ (A)
118. अति सूक्ष्म जीवों को निष्क्रिय किया जा सकता है —
(A) उबाल कर
(B) बर्फ जमाकर
(C) निर्जलीकरण द्वारा
(D) उपर्युक्त सभी के द्वारा
Answer ⇒ (D)
119. बैक्टीरिया पर्यावरण के कितने तापक्रम पर निष्क्रिय होता है ?
(A) 0°C
(B) 10°C
(C) 4°C
(D) 36°C
Answer ⇒ (A)
120. टायफॉयड एवं हैजा बीमारियाँ किसके संदूषण से होती हैं ?
(A) जल
(B) भोजन
(C) उपर्युक्त दोनों
(D) दोनों में से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
121. ओ० आर० एस० पेय बनाने के लिए इसे किसके साथ मिलाना चाहिए ?
(A) दूध
(B) सूप
(C) जूस
(D) पानी
Answer ⇒ (D)
122. 12 से 18 वर्ष तक की आयु को कहते हैं –
(A) शैशवावस्था
(B) बाल्यावस्था
(C) किशोरावस्था
(D) प्रौढ़ावस्था
Answer ⇒ (C)
123. बच्चे की समाजीकरण की प्रक्रिया शुरू होती है-
(A) पाठशाला
(B) पड़ोस
(C) घर
(D) मित्र-समूह
Answer ⇒ (C)
124. समेकित बाल विकास सेवाओं का लक्ष्य है ?
(A) माता-पिता
(B) कर्मचारी
(C) बच्चे एवं महिलाएँ
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
125. बच्चों को किस रोग से बचाने के लिए विटामिन ‘A’ की खुराक दी जाती है ?
(A) रतौंधी
(B) पोलियो
(C) अतिसार
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (A)
126. एड्स नामक रोग का मुख्य वाहक है—
(A) नशे के आदी व्यक्ति
(B) वेश्यावृति में संलिप्त व्यक्ति
(C) पेशेवर रक्तदाता
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (D)
127. अतिसार किससे फैलता है ?
(A) विषाणु से
(B) जीवाणु से
(C) विवरियो कोमा से
(D) त्वचा से
Answer ⇒ (B)
128. निम्न में से कौन कीड़ा द्वारा संवाहित रोग है ?
(A) मलेरिया
(B) प्लेग
(C) कालाजार
(D) उपर्युक्त सभी
Answer ⇒ (D)
129. निम्न में से कौन जल तथा खाद्य पदार्थों द्वारा संवाहित रोग हैं ?
(A) तपेदिक
(B) खसरा
(C) हैजा
(D) डिप्थीरिया
Answer ⇒ (C)
130. शिशु सदन को किस नाम से बुलाते हैं ?
(A) स्कूल
(B) आँगनबाड़ी
(C) अस्पताल
(D) क्रैक
Answer ⇒ (D)
131. संक्रमण रोग से तात्पर्य है
(A) रोग का बार-बार होना
(B) रोग का लम्बे समय तक बने रहना
(C) एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति को लगना
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
132. किस महीने में बच्चा बिना सहारे खडा हो सकता है ?
(A) 6 महीने में
(B) 7 महीने में
(C) 9 – 12 महीने में
(D) 12 महीने में
Answer ⇒ (C)
133. बच्चों को पोलियो और डी० पी० टी० का बुस्टर डोज किस आयु में दिया जाता है ?
(A) 2-4 माह
(B) 16-24 माह
(C) 0-3 माह
(D) 6-9 माह
Answer ⇒ (B)
134. कुकुर खाँसी से बचाव के लिए कौन-सा टीका लगाया जाता है ?
(A) बी०सी०जी०
(B) डी०पी०टी०
(C) पोलियो
(D) टिटनस
Answer ⇒ (B)
135. नवजात शिशु के जन्म के 48 घंटे के अंदर कौन-सा टीका लगता है ?
(A) डी०पी०टी०
(B) बी०सी०जी०
(C) पोलियो
(D) एम० एम० आर०
Answer ⇒ (B)
136. डी० पी० टी० का पहला टीका कब लगाया जाता है ?
(A) एक माह की आयु में
(B) दो माह की आयु में
(C) तीन माह की आयु में
(D) चार माह की आयु में
Answer ⇒ (A)
137. नमी के कारण होता है
(A) रक्ताल्पता में
(B) रिहाइड्रेशन में
(C) डिहाइड्रेशन में
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
138. बच्चों में विकलांगता के क्या कारण हैं ?
(A) वंशानुक्रम
(B) माता-पिता का अरुचिपूर्ण व्यवहार
(C) जन्म के समय चोट लगना
(D) उपर्युक्त सभी
Answer ⇒ (D)
139. बलबलाना प्रक्रिया है
(A) भाषा विकास का
(B) सामाजिक विकास का
(C) ‘A’ एवं ‘B’ दोनों का
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
140. निम्न में से कौन विशिष्ट बालकों का प्रकार नहीं हैं ?
(A) आर्थिक अक्षमता
(B) शारीरिक अक्षमता
(C) मानसिक अक्षमता
(D) सामाजिक अक्षमता
Answer ⇒ (A)
141. प्रसवोपरांत अवधि गंभीर है
(A) माता के लिए
(B) बच्चा के लिए
(C) दोनों के लिए
(D) दोनों के लिए नहीं
Answer ⇒ (C)
142. इनमें से कौन प्रसवोपरांत अवधि में माँ की प्रत्यक्ष देखभाल नहीं है ?
(A) स्तनपान
(B) व्यक्तिगत स्वच्छता
(C) विश्राम एवं निद्रा
(D) उत्तम पोषाहार
Answer ⇒ (A)
143. इनमें से कौन शुरू के कुछ दिनों में बच्चे की देखभाल के अंतर्गत आता है ?
(A) बच्चे को गर्म रखना
(B) गर्भनाल की देखभाल
(C) सिर्फ माँ का दूध देना
(D) उपर्युक्त सभी
Answer ⇒ (D)
144. एक नवजात के लिए 24 घंटे के अंदर दिया जाने वाला कौन-सा टीका नहीं है ?
(A) बी० सी० जी०
(B) ओ० पी० वी० (ओरल पोलियो वैक्सीन)
(C) डी० टी० पी० (डिप्थिरिया, टिटनस एवं परटयूसेस)
(D) हेपेटाइटस बी
Answer ⇒ (B)
145. अंडग्रंथि कहा जाता है—
(A) वृषण को
(B) शिश्न को
(C) शुक्राशय को
(D) अधिवृषण को
Answer ⇒ (D)
146. निजी स्वच्छता के अभाव में निम्न में से कौन सी बीमारी होती है ?
(A) डायरिया
(B) फाइलेरिया
(C) हृदय रोग
(D) मधुमेह
Answer ⇒ (A)
147. शौचालय निर्माण करने का सबसे महत्वपूर्ण उद्देश्य क्या है ?
(A) लोगों को सुविधा प्रदान करना
(B) प्रतिष्ठा (स्टेटस) प्रदान करना
(C) मल-मूत्र से मानव संपर्क को रोकना
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (C)
148. इनमें से कौन बीमारी वायु प्रदूषण से होता है ?
(A) मधुमेह
(B) अस्थमा
(C) टाइफाइड
(D) पीलिया
Answer ⇒ (B)
149. गोलकृमि (राउंडवर्म)रोग किसके कारण होता है ?
(A) मिट्टी
(B) फल
(C) सब्जी
(D) अनाज
Answer ⇒ (A)
150. गर्भावस्था का लक्षण है—
(A) प्रातः काल जी मिचलाना
(B) बार-बार मूत्र त्याग होना
(C) माहवारी का बंद होना
(D) इनमें से सभी
Answer ⇒ (D)
151. जन्म के समय स्वस्थ नवजात शिशु का वजन होता है—
(A) 2 – 2.5 किलो
(B) 3 – 3.5 किलो
(C) 4 – 4.5 किलो
(D) 5 – 5.5 किलो
Answer ⇒ (A)
152. निर्जलीकरण होने पर बच्चों को क्या पिलाया जाता है ?
(A) ओ०आर०एस०घोल
(B) उबला पानी
(C) चाय
(D) नींबू पानी
Answer ⇒ (A)
लघु उत्तरीय प्रश्न
1.गृह विज्ञान शिक्षा से लाभ क्या है ? (What are the benefits of Home science ?)
उत्तर⇒ गृह विज्ञान विषय में आहार एवं पोषण, स्वास्थ्य, सफाई व शिशु कल्याण आदि का वैज्ञानिक ज्ञान दिया जाता है जिससे वह व्यक्ति प्रतिदिन के प्रत्येक कार्य को वैज्ञानिक रूप से कर सकते हैं।
2. गृह विज्ञान का महत्त्व बताइए। (Describe the importance of home science.)
उत्तर⇒ गृह विज्ञान का महत्त्व इस प्रकार है
(i) गृह संबंधी कार्यों की समुचित जानकारी प्राप्त होती है।
(ii) बच्चों एवं पारिवारिक सदस्यों की देखभाल की जानकारी प्राप्त होती है।
(iii) सिलाई, गृह विज्ञान, गृह वाटिका आदि की जानकारी प्राप्त होती है।
3. गृह-प्रबंध से आप क्या समझती हैं ? (What do you mean by Home Management ?)
उत्तर⇒ गृह-प्रबंध- साधारण शब्दों में प्रबंध एक साधन है। हमारे पास जिस परिस्थिति में जो भी साधन उपलब्ध रहते हैं उसका सर्वोत्तम उपयोग करें जिससे हमारी इच्छाएँ और उद्देश्य पूरा हो सके। परिवार के लक्ष्यों को प्राप्त करने के उद्देश्य से परिवार के साधनों के प्रयोग के लिए किया गया आयोजन नियंत्रण एवं मूल्यांकन ही गृह प्रबंध है।
4. पीयूष ग्रंथि (Pituitary Gland)
उत्तर⇒ पीयूष ग्रंथि एक अंतःस्रावी ग्रंथि है, जिसका आकार एक मटर के दाने जैसा होता है। इससे पैदा होने वाला हार्मोन अन्य अंतःस्रावी ग्रंथियों की सक्रियता को उत्तेजित करता है। इसे मास्टर ग्रंथि भी कहते हैं। पीयूष विकार होने का मतलब है हार्मोन्स का बहुत अधिक या कम हो जाना।
5. मासिक धर्म(Menstruation)
उत्तर⇒ मासिक धर्म लड़कियों/ स्त्रियों को हर महीने योनि से होने वाले लाल रंग के स्राव को कहते हैं। 10 से 15 साल की आयु की लड़की का अंडाशय हर महीने एक विकसित अंडा उत्पन्न करना शुरू करता है। यह अंडा डिंबवाही नली द्वारा गर्भाशय में पहुँचता है। यदि इस डिम्ब का पुरुष के शुक्राणु से सम्मिलिन न हो तो स्राव बन जाता है, जो योनि से निष्कासित हो जाता है। इसी स्राव को मासिक धर्म या रजोधर्म या माहवारी कहते हैं। यह महीने में एक बार होता है।
6. गर्भाशय(Uterus)
उत्तर⇒ गर्भाशय लगभग नाशपाति के आकार की श्लेष्मिक कला और माँसपेशी की बनी एक खोखला थैला है जो श्रोणि के भीतर स्थित रहती है। इसके सामने मूत्राशय और पीछे मलाशय रहता है। गर्भाशय के दाएँ और बाएँ कोण पर डिम्बवाहिनी नली खुलती है। नीचे की ओर की ग्रीवा योनि के मुख में खुलती है। इस तरह गर्भाशय में दो छिद्र एक ऊपर तथा एक नीचे होता है। गर्भाशय में ही निषेचित डिम्ब का विकास होता है।
7. कान(Ear)
उत्तर⇒ कान पाँच ज्ञानेन्द्रियों में से एक है। इससे ध्वनि या बोले हुए शब्दों का बोध होता है। ध्वनि के द्वारा एक व्यक्ति का अन्य लोगों से सम्पर्क एवं सम्बन्ध स्थापित होता है। रचना की दृष्टि से कान को तीन प्रमुख भागों में बाँटा गया है-
(i) बाह्य कर्ण
(ii) मध्य कर्ण
(iii) अंतः कर्ण।
8. जीभ(Tongue)
उत्तर⇒ जीभ से स्वाद की अनभति होती है। जीभ एक मांसल अवयव है जो मुखगुहा के नीचले तल में जबड़े और ‘हाइड’ नामक अस्थि से लगा है जिसका रंग गुलाबी होता है। यह भोजन को मुख में इधर-उधर घुमाने, चबाने एवं निगलने में सहायक होता है। इससे वस्तु गर्म है या डा, एवं स्वाद का ज्ञान होता है। जीभ के अगले भाग से मिठास, पीछे के भाग से तीखापन तथा दोनों किनारे वाले भाग से खट्टेपन का ज्ञान होता है।
9. बाल्यावस्था के विभिन्न रोगों के नाम।(Names of Childhood disease.)
उत्तर⇒ बाल्यावस्था के विभिन्न रोग हैं
(i) अतिसार,
(ii) खसरा,
(iii) हैजा,
(iv) गलसुआ,
(v) सर्दी जुकाम,
(vi) न्यूमोनिया,
(vii) कान दर्द,
(viii) आँख दुखना,
(ix) गोलकृमि आदि।
10. निमोनिया(Pneumonia)
उत्तर⇒ निमोनिया शिशुओं को फेफड़ों की वायु कोशिकाओं तथा श्वास नली में संक्रमण के कारण उत्पन्न होता है। यह कोकस (cocus) नामक जीवाणुओं के कारण होता है। इससे बचने के लिए बच्चों को ठंड के दिनों में उपयुक्त कपड़े पहनाने चाहिए।
11. विकलांगता क्या है ?(What is disabiliry?)
उत्तर-विकलांगता वह है जो किसी क्षति अथवा अक्षमता से किसी व्यक्ति की होने वाला । वह नुकसान जो उसे उसकी आयु, लिंग, सामाजिक तथा सांस्कृतिक कारकों से जुड़ी सामान्य भूमिका को निभाने से रोकता है।
12. तीक्ष्ण अतिसार एवं दीर्घकालिक अतिसार(Acute Diarrhoea and chronic Diarrhea)
उत्तर⇒ (i) तीक्ष्ण अतिसार (अत्यधिक अतिसार)- यह थोड़े समय के लिए परंतु बहुत गंभीर रूप से होता है। 24-48 घंटे तक रहने वाला यह अतिसार अस्वच्छ, गले-सड़े और बासी भोजन से होता है। अत्यधिक अतिसार में रोगी को ज्वर, पेट में दर्द व पतले दस्त आते हैं। इसका प्रभाव एक से दो दिन तक रहता है।
(ii) दीर्घकालिन अतिसार- दीर्घकालीन अतिसार अधिक समय तक रहता है। जब रोगी की किसी बीमारी के कारण आँतों की अवशोषण शक्ति कमजोर हो जाती है तब यह रोग हो जाती है। इसमें इलैक्ट्रोलाइट असंतुलन के साथ-साथ पाचन तथा जठर संक्रमण भी हो सकता है। मल के साथ रक्त भी आता है।
13. डिप्थीरिया रोग(Diphtheria disease)
उत्तर⇒ डिप्थीरिया अत्यंत भयानक संक्रमण रोग है जो कोरीने बैक्टीरियम डिफ्थीरिए । (Coryne Bacterium Diptherae) नामक जीवाणु के कारण होता है। यह जीवाणु शरीर में प्रवेश करके गले में पनपते हैं और बच्चे में रोग के लक्षण उत्पन्न करते हैं।
14. चेचक(Chicken pox)
उत्तर⇒ चेचक वायु के माध्यम से होने वाला एक रोग है। चेचक से मानव जाति को मुक्त कराने का श्रेय एडवर्ड जैनर को जाता हैं जिसने चेचक के टीके का आविष्कार किया था
15. पोलियो (ओ पी वी)(Polio (OPV))
उत्तर⇒ सबीन (Sabin) द्वारा विकसित मौखिक पोलियो विषाणु टीका पोलियो तथा लकवा की रोकथाम के लिए विश्वभर में प्रयोग किया जाता है। ओपीवी की एक खुराक में 10 से 106 तक माध्यिका अणु होते हैं। यह दवा तीन प्रकार से तरल रूप में पिलाई जाती है। पहली खुराक जन्म के समय दी जाती हैं। दूसरी तथा तीसरी खुराक प्रति 4 से 8 सप्ताह के अंतराल पर दी जाती है।
16. ज्वर(Fever)
उत्तर⇒ जब किसी व्यक्ति में शरीर से उत्पन्न तथा निष्कासित ताप में संतुलन नहीं रहता तथा ताप सामान्य से अधिक हो जाता हैं तो ऐसी स्थिति को ज्वर कहते हैं। मानव शरीर का सामान्य ताप 37° सेन्टीग्रेट (98.6 फॉरेनहाइट) होता है। एक व्यक्ति को ज्वर कई कारणों जैसे- संक्रमण, कीड़ों के कारण, प्रतिरोध, मध्यस्थता, दुर्भावनापूर्ण तथा नशे आदि से आ सकता है।
17. स्थायी दाँत।(Permanant teeth)
उत्तर⇒ बालक में अस्थायी 20 दाँत निकलने के बाद स्थायी दाँत निकलता है। जब ये अस्थायी दाँत टूटते हैं उनकी जगह स्थायी दाँत निकलते हैं। ये दाँत छ: वर्ष से निकलना प्रारंभ होते हैं। स्थायी दाँत 25 वर्ष की आयु तक निकलने जारी रहते हैं।
18. क्षय रोग/ तपेदिक/ टी०बी०(Tuberculosis)
उत्तर⇒ इस रोग को टी० बी०, तपेदिक या ट्यूबरकुलोसिस भी कहा जाता है। यह रोग वायु के द्वारा फैलता है। इस रोग को फैलाने वाले जीवाणु का नाम ट्यूबर्किल बेसिलस (Tubercle Bacillus) है। यह रोग शरीर के विभिन्न भागों में हो सकता है। जैसे—फेफड़ों का तपेदिक, आँतों का तपेदिक, ग्रंथियों का तपेदिक, रीढ़ की हड्डी का तपेदिक। इसमें से फेफड़ों का तपेदिक सबसे अधिक फैलता है। यह रोग मनुष्यों के अतिरिक्त जानवरों में भी हो सकता है।
19. टेटनस रोग क्या है ?(What is disease of Tetanus ?)
उत्तर⇒ यह रोग अधिकतर जंग लगे धातु के टुकड़ों पर गिरकर चोट लगने के कारण होता है। धूल, मिट्टी के साथ भी टेटनस के जीवाणु चिपक जाते हैं। यदि रोगी को तत्काल टेटनस का इंजेक्शन न लगाया जाय तो यह रोग हो जाता है। इस रोग के जीवाणु मांसपेशियों को अधिक प्रभावित करते हैं
20. अतिसार(Diarrhoea)
उत्तर⇒ अतिसार- जब बच्चा दूध हजम नहीं कर पाता है तो उसके पेट में दर्द होता है और दस्त प्रारम्भ हो जाता है। साथ ही उसके पेट दर्द के साथ फूल जाता है। पेट एवं पैरों में ऐठन भी होने लगता है। वह बार-बार टाँगों को पेट की तरफ मोड़ता है। जिसे अतिसार कहते हैं। यह दूध पीने वाले बोतलों या निप्पल की ठीक से सफाई नहीं करने के कारण तथा माँ के भोजन में गड़बड़ी या बदलाव (अधिक मिर्च एवं मसालेदार भोजन) द्वारा उत्पन्न होता है।
21. ग्रामीण स्वच्छता(Rural Sanitation)
उत्तर⇒ ग्रामीण स्वच्छता से तात्पर्य है ग्रामीण क्षेत्रों में तरल एवं ठोस अपशिष्ट निपटान, व्यक्तिगत एवं भोजन सम्बन्धी स्वच्छता, घरेलू एवं पर्यावरणीय स्वच्छता। इन सभी का मिलाजुला प्रयास ग्रामीणों के स्वस्थ रहने में सहायक होता है। ग्रामीण स्वच्छता के लिए आवश्यक है- स्वस्थ निवास स्थान, शुद्ध पेयजल, मल-मूत्र एवं कूड़े का उचित निवारण, गंदे पानी का निकास, भोजन संबंधी स्वच्छता का उचित ज्ञान आदि।
22. पर्यावरण(Environment)
उत्तर⇒ वायुमंडल, जलमंडल, प्राणिमंडल में अवस्थित क्रमशः भूमि, वायु, जल और इन पर आश्रित समस्त प्राणियों के लिए एक वातावरण तैयार होता है। इसी वातावरण के सामूहिक रूप को पर्यावरण कहते हैं।
23. अपमिश्रित भोजन(Food adulteration)
उत्तर⇒ मिलावट अथवा अपमिश्रण एक ऐसी प्रक्रिया हैं जिसके द्वारा खाद्य पदार्थों के गण पोषकता अथवा प्रकृति में परिवर्तन आ जाता है। यह परिवर्तन खाद्य पदार्थ में कोई अन्य मिलता-जुलता पदार्थ मिलाने अथवा खाद्य पदार्थ में से कोई तत्त्व निकालने के कारण आता है।
24. बी० सी० जी०(B.C.G.)
उत्तर⇒ बी० सी० जी० का पूरा नाम बैसिलस कामेट ग्यूरिन हैं। बी०सी०जी० का टीका तपेदिक अथवा क्षय रोग का निवारण करता है। सभी नवजात शिशुओं को जन्म के तत्काल बाद से एक माह तक बी०सी०जी० का टीका लगाया जाता है।
25. फफूंदी(Mildew)
उत्तर⇒ ♦ फफूंदी एक प्रकार के सूक्ष्मजीवाणु होता है, जिसका अनाजों को बर्बाद करने वाले सभी सूक्ष्मजीवों में सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण स्थान है।
♦ फफूंदी लग जाने से भोज्य पदार्थों का तापमान बढ़ जाता है। उनमें से बदबू आने लगती हैं। पोषक मूल्य कम हो जाते हैं। स्वाद बिगड़ जाता है। भोजन जहरीला एवं विषाक्त हो जाता है।
♦ पनीर, फल, डबलरोटी तथा जैम आदि में फफूंदी कोमल आवरण के रूप में जम जाती है।
♦ सभी प्रकार की फफूंदी हानिकारक नहीं होती है। कुछ भोज्य पदार्थों के स्वाद में वृद्धि भी करती हैं।
26. बिम्बाणु(Platelets)
उत्तर⇒ प्लेटलेट्स छोटी रक्त कोशिका होती है जो शरीर के रक्त स्त्राव को रोकने के लिए थक्के बनाने में मदद करती है। प्लेटलेट्स कुछ लसीले होते हैं इसलिए कही कट जाने पर ये अधिक संख्या में इक्कठे होकर आपस में चिपक जाते हैं और कटे स्थान को भर देते हैं, जिससे रक्त स्त्राव बंद हो जाता है। सामान्य प्लेटलेट्स काउंट 1,50,000 से 4,50,000 प्रति मोइक्रोलीटर रक्त होता है।
27. पाचन तंत्र(Digestive System)
उत्तर⇒ मानव पाचन तंत्र जठरांत्र सम्बंधी मार्ग से बना होता है। जिसे जी०आई० ट्रेक्ट (GI Tract) या पाचनतंत्र कहा जाता है। पाचन तंत्र के सहायक अंग हैं। यकृत, अग्नाशय और पिताशय। जी० आई० ट्रैक्ट अंगों की एक श्रृंखला है जो मुँह से गुदा तक एक लम्बी नली के रूप में होती है। पाचन में भोजन के टूटने को छोटे घटकों में शामिल किया जाता है जब तक वह शरीर में अवशोषित नहीं हो जाता है।
28. गलशोध(Mumps)
उत्तर⇒ गलशोध एक संक्रमण रोग है जो अति सूक्ष्म जीवाणु “पारा मैक्सोवाइरस” (Paramaxovirus) के कारण होता है। यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में लार, नाक स्राव और व्यक्तिगत सम्पर्क से हो जाता है। इस रोग में कान के नीचे दर्द होने लगता है और गाल में सूजन हो जाती है। रोगी को मुँह खोलने और खाने में दर्द होता है।
29. परावट ग्रंथियाँ(Parathyraid glands)
उत्तर⇒ परावट ग्रंथियाँ छोटी-छोटी चार होती है। ये थाइराइड की ऊपरी और निचले किनार के पीछे दाहिनी और बायी ओर स्थित रहती है। आकार में यह मटर के दाने के समान होती है। ये ग्रंथियों ग्रंथीय ऊतक की बनी होती है। एक तरफ की दो ग्रंथियाँ अवटु ग्रंथि (Thyroid gland) में एक ऊपर और एक नीचे की ओर रहती है। इसका रंग भूरापन लिए लाल होता है।
30. थाइमस ग्रंथि(Thymus gland)
उत्तर⇒ यह ग्रंथि अवटु ग्रंथि (Thyroid glands) के नीचे और श्वास प्रणाली के अग्रभाग में रहती है। बाल्यकाल में ग्रंथि का आकार बड़ा रहता है जो आयु बढ़ने के साथ-साथ छोटा हो जाता है। इस ग्रंथि के स्राव का प्रभाव जननेन्द्रियों के विकास तथा यौवनारंभ पर पड़ता है। इस ग्रंथि के स्राव के द्वारा ही अस्थियों में खनिज लवण एकत्र होता है और इसकी मात्रा संतुलित रहती है।
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
1.थाइराईड ग्रंथि से आप क्या समझते हैं? मानव शरीर में इसके कार्यों का वर्णन करें। (What do you understand by thyroid gland ! Describe its functions in human Body.)
उतर⇒ थाइराईड ग्रंथि मानव शरीर में पाये जाने वाले अंत: स्रावी ग्रंथियों में से एक है। थाइराईड ग्रंथि गर्दन के श्वसन नली के ऊपर एवं स्वरयंत्र के दोनों ओर दो भागों में बनी होती है। इसका आकार तितली के पंख के समान फैली होती है। यह थाइरॉक्सीय नामक हार्मोन बनाती है।
थाइराईड ग्रंथि शारीरिक वृद्धि और शारीरिक रासायनिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करता है। थाइराईड अंत:स्राव शरीर की प्रत्येक कोशिका में चयापचय के नियमन में सहायता प्रदान करता है। भिती की कोशिकाओं में ये पदार्थ बनाती है। शरीर के ऊर्जा क्षय, प्रोटीन उत्पादन एवं अन्य हार्मोन के प्रति होने वाली संवेदनशीलता करता है।
2. लिंग ग्रंथियाँ क्या है? इनके कार्यों को लिखें। (What are sex glands? Write their functions.)
उतर⇒ लिंग ग्रंथि एक जीव के सेक्स कोशिकाओं और सेक्स हार्मोन का उत्पाद करती है। पुरुष के वृषण (Testes) और स्त्री में डिम्ब ग्रंथि (overies) “लिंग ग्रंथियाँ” या यौन ग्रंथियाँ कहलाती है। डिम्ब ग्रंथि से दो तथा वृषण से एक अंत: स्राव निकलता है।
लिंग ग्रंथि के कार्य
लिंग ग्रंथि के कार्य निम्न हैं-
(1) वृषण (Testis)- इसकी संख्या दो होती हैं। यह शरीर के बाहर शिशन के नीचे अंडकोष या वृषण कोष नामक थैली में अवस्थित रहता है। इसके दो भाग होते हैं एक भाग शुक्राणु उत्पन्न करता है जो शुक्रवाहिनी नलिका द्वारा शुक्राशय में पहुँचकर एक होते हैं तथा मैथुन के समय बाहर निकलते हैं। ग्रंथि का दूसरा भाग एक प्रकार का पुरुष हार्मोन अत:स्राव उत्पन्न करता है जिसे ऐंड्रोजन (Androgen) कहते हैं जो सीधे रक्त में अवशोषित हो जाता है। इसी अंत:स्राव से पुरुष की जननेन्द्रियों में वृद्धि होती है।
(2) डिम्ब ग्रंथि- यह नारी यौन ग्रंथि है। इसकी संख्या दो होती है। यह बादाम के आकार की तथा उदर के नीचले भाग (श्रोणी) गुहा में रहती है। यह गर्भाशय की दाहिनी और बायीं ओर स्थित रहती है। डिम्ब ग्रंथि के अंत:स्राव को आस्ट्रोजन (Oestrogen) तथा “प्रोजेस्ट्रान” (Progestrone) कहते हैं। ऑस्ट्रोजन स्त्री अंगों को गर्भधारण योग्य बनाता है। गर्भाधान से गर्भाशय तथा योनि प्रणाली में जो परिवर्तन होता है इसी अंत: स्राव के कारण होता है। किशोरियों को युवती बनाने में यह सहायक होता है।
3. हार्मोन्स के क्या कार्य है ?(What are the functions of Hormones?)
उत्तर⇒ प्रत्येक. अंत: स्रावी ग्रंथियों से विभिन्न प्रकार के हार्मोन निकलते हैं जिनका काम शरीर में भिन्न-भिन्न होता है जो इस प्रकार हैं-
(i) थाइराइड ग्रंथि का स्त्राव- थाइरॉक्सिन नामक स्राव थाइरॉइड ग्रंथि से निकलता है। इसमें आयोडीन की पर्याप्त मात्रा होती है। यह कोशिकाओं की वृद्धि तथा उनमें होने वाली क्रियाओं को नियत्रित करता है। इसकी कमी से शारीरिक वृद्धि रुकना, नाटा, मानसिक विकास रुक जाता है।
(ii) उपचुल्लिका ग्रंथि का स्त्राव- यह हार्मोन परावटु ग्रंथि (Parathyroid gland) से निकलता है। यह हार्मोन कैल्सियम तथा फॉस्फोरस के चयापचय को नियंत्रित करता है। इस हार्मोन के कम स्रावित होने पर रक्त में कैल्सियम की मात्रा कम हो जाती है जिससे शरीर की अस्थियों की वृद्धि रुक जाती है।
(iii) पीयुष ग्रंथि का स्त्राव- इस स्राव में पिट्रेसिन एवं पिपटोसिन नामक स्राव मिला रहता है। पिट्रोसिन रक्त के दाब की शरीर में नियंत्रित रखता है एवं मूत्र में जल की मात्रा बढ़ने नहीं देता। यह गर्भाशय के पेशियों के संकचन एवं नियमन के कार्य को नियंत्रित रखता है।
(iv) अधिवृक्क ग्रंथियों का स्त्राव- इसका प्रभाव स्वायत्त नाड़ी संस्थान पर पड़ता है। यह शरीर में उत्तेजना एवं साहस भरता है।
(v) थाइमस ग्रंथि को स्नाव- यह स्राव प्रजनन संस्थान के विकास एवं यौवनारंभ के लिए आवश्यक है। यह शरीर में रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाता है। .
4. गृह विज्ञान का स्वरोजगार के लिए क्या-क्या उपयोग है ? (What are the applications of Home Science for self employment ?)
उत्तर⇒ गृह विज्ञान का स्वरोजगार के लिए निम्नलिखित उपयोग हैं-
(i) प्रिंटिंग खोलकर- गृह विज्ञान में सिखाए गए सिद्धांतों, नियमों तथा विधियों का प्रयोग करने पर ब्लॉक-प्रिंटिंग तथा बंधेज खोलकर आर्थिक लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
(ii) शिशु-गृह (क्रेच) खोलकर- शिशु-गृह खोलने की विधि, आवश्यक साज-सामान तथा कार्यक्रमों की जानकारी होने से शिशु-गृह खोला जा सकता है।
(iii) साबुन तथा अपमार्जक का निर्माण कर- महिलाएँ व्यवस्थित तथा बुद्धिपूर्ण ढंग से संगठित होकर यह कार्य कर धनोपार्जन कर सकती हैं।
(iv) संरक्षण संबंधी व्यवसाय करके- महिलाएँ जैम, जेली, अचार, मुरब्बे आदि बनाकर तथा उसके डिब्बाबंदी कर बेचकर आर्थिक स्थिति सुधार कर धनोपार्जन कर सकती हैं इसके अतिरिक्त पापड़, बड़ियाँ आदि बनाकर उसे पैक कर बेच सकती हैं।
(v) वस्त्र सिलाई (बुटीक) करके- आधुनिकतम वस्त्रों की डिजाइनिंग की जानकारी होने से विभिन्न प्रकार के वस्त्रों की सिलाई कर धनोपार्जन कर सकती हैं। साथ ही कढ़ाई कर, स्वेटर बुनाई कर, पुस्तकों में जिल्द बाँधकर, कागज के फूल-पत्ती बनाकर, कपड़ों पर विभिन्न प्रकार रंगाई कर धन कमा सकती हैं।
(vi) ड्राइंग तथा ड्राइक्लीनिंग खोलकर- महिलाएँ गृह विज्ञान अध्ययन कर विभिन्न प्रकार के कपड़ों की धुलाई के साथ-साथ सूखी धुलाई करके धनोपार्जन कर सकती हैं।
(vii) प्रशिक्षण कक्षाएँ चलाकर- गृह विज्ञान के उपविषयों का पर्याप्त ज्ञान प्राप्त कर ‘महिलाएँ प्रशिक्षण कक्षाएँ खोलकर तथा उसे कुशलतापूर्वक चला कर धनोपार्जन करती हैं, जैसे—कुकरी कक्षाएँ, स्टिचिंग कक्षाएँ, संरक्षण तथा डिब्बाबंदी कक्षाएँ, साथ ही सिलाई कक्षाएँ आदि।
(viii)लघु उद्योग स्थापित कर- गृह विज्ञान के अध्ययन द्वारा महिलाएँ भी लघु उद्योग स्थापित कर धनोपार्जन कर सकती हैं, जैसे—कपड़े बुनाई, दरी एवं कालीन बुनाई, मोमबत्ती बनाना आदि।
5. प्रसवोपरांत देखभाल के पहलू क्या है ? (What are the aspects of postamatal curve?)
उत्तर⇒ प्रसवोपरांत देखभाल के पहलू निम्नलिखित हैं-
प्रसवोपरांत माता की देखभाल-
(1) भोजन- प्रसव के बाद प्रसूता को संतुलित आहार देना आवश्यक हो जाता है। प्रसूता के भोजन में गर्म, तरल, बलवर्द्धक, सुपाच्य होना चाहिए।
(2) विश्राम- एवं नींद प्रसव के बाद उसके गर्भ सम्बंधी अंगों में परिवर्तन आ जाता है। उसे स्वभाविक स्थिति में आने में काफी समय लगता है। इसलिए विश्राम करना जरूरी है। प्रसूता को प्रसव कष्ट एवं थकान के बाद अच्छी नींद आती है।
(3) स्वच्छता- एवं स्नान-प्रसव के बाद प्रसूता के जननांग पर सेनेटरी पैड लगा देना चाहिए। तेल मालिश के बाद प्रसता को गर्म पानी में तौलिया भिंगोकर उसके शरीर को पोंछ देना चाहिए।
(4) व्यायाम- प्रसव के बाद प्रसूता का शरीर बेडौल हो जाता है। उसे पूर्व स्थिति में लाने के लिए हल्का व्यायाम करना चाहिए।
प्रसवोपरांत नवजात की देखभाल-
(1) स्तनपान- माता का दूध बच्चों को अनेक रोगों से बचाता है इसलिए बच्चे के जन्म के बाद स्तनपान कराना चाहिए।
(2) निंद्रा- स्वस्थ बच्चा 18-22 घंटा तक सोता रहता है। वह केवल भूख लगने तथा मल-मूत्र त्याग से उठता है।
(3) अंगों की सफाई- बच्चे को प्रथम स्नान कराते समय उसके विभिन्न अंगों की सफाई पर ध्यान देना आवश्यक है। जैसे-नाक, आँख, कान, गले की सफाई इत्यादि।
(4) टीकाकरण- शिशु जन्म के कुछ घंटों के बाद B.C.G.का टीका लगा देना चाहिए।
6. गृह प्रसव एवं अस्पताल प्रसव का तुलनात्मक विवरण दें। (Give a comparative description of home delivery and hospital delivery?)
उत्तर⇒ गृह प्रसव एवं अस्पताल में प्रसव के तुलनात्मक विवरण निम्न हैं-
गृह प्रसव | अस्पताल प्रसव |
1. गृह में प्रसव करना कम खर्चीला होता है। | 1. अस्पताल में प्रसव कराने पर अधिक खर्चीला होता है। |
2. चिकित्सीय दृष्टि से घर पर प्रसव कराना असुविधाजनक होता है। | 2. चिकित्सीय दृष्टि से अस्पताल में प्रसव कराना उत्तम होता है। |
3. अनौपचारिक वातावरण रहता है। | 3. औपचारिक वातावरण रहता है। |
4. गृह पर प्रसव कराने से जच्चा और बच्चा के साथ अनहोनी होने की समस्या रहती है। | 4. अस्पताल में प्रसव कराने से जच्चा और बच्चा के साथ अनहोनी का खतरा कम हो जाता है। |
5. घर पर प्रसव कराने से बाहर ले जाने के लिए यातायात की समस्या नहीं रहती है। | 5. अस्पताल में प्रसव कराने के लिए गर्भवती को प्रसव केन्द्र ले जाने के लिए यातायात की समस्या हो सकती है। |
7. गर्भवती महिलाओं के संतुलित आहार का आयोजन आप कैसे करेंगी ? गर्भावस्था में मुख्यत: कौन-कौन से पौष्टिक तत्त्वों की आवश्यकता होती है ? वर्णन करें। (How will you planning of balance diet for pregnant women ? What are the main nutrients essential during pregnancy ? Explain.)
उत्तर⇒ गर्भवती महिलाओं के संतुलित आहार का आयोजन- गर्भवती एवं भावी शिश दोनों के स्वास्थ्य के लिए पौष्टिक आहार का अधिक महत्त्व होता है। गर्भावस्था में भ्रूण निर्माण के कारण शरीर में तीव्र गति से कई परिवर्तन होते हैं उपापचय क्रियाएँ तीव्र गति से होने लगती हैं जो पोषक तत्त्वों की आवश्यकता को बढ़ा देती हैं।
गर्भावस्था में प्रोटीन, कैल्सियम, फॉस्फोरस एवं लौह-लवण की अधिक आवश्यकता पड़ती है। जन्म के समय शिशु का भार 3.2 किलोग्राम होने के लिए उसके शरीर में 500 ग्राम प्रोटीन, 30 ग्राम कैल्शियम, 14 ग्राम फॉस्फोरस, 0.4 ग्राम लौह लवण तथा अन्य विटामिनों की विविध मात्रा होनी चाहिए। गर्भकाल के सातवें, आठवें एवं नवें महीने में शिशु का विकास अत्यन्त तीव्र गति से होता है। वह माँ के रक्त से प्रोटीन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, लौह-लवण, विटामिन एवं अन्य खनिज लवण अधिक मात्रा में शोषित करता है। भ्रूण उन्हीं तीन अन्तिम महीनों में अपने वजन का ¾ भाग पोषक तत्त्वां से प्राप्त करता है।
गर्भावस्था में विभिन्न पोषक तत्त्वों की आवश्यकताएँ निम्नलिखित होती हैं-
ऊर्जा, प्रोटीन, कैल्शियम, लौह-लवण, आयोडीन, विटामिन A, विटामिन B, विटामिन D
8. किशोरावस्था के लिए आहार आयोजन किस प्रकार करेंगी ? एक आहार तालिकाप्रस्तुत करें।
(How will you make food planning for adolescence ? Represent a menu table.)
उत्तर⇒ किशोरावस्था तीव्रगति से वृद्धि एवं विकास की अवस्था है। यह अवस्था 12 वर्ष से 20 वर्ष तक होती है। इस अवस्था में अधिक पोषक तत्त्वों की आवश्यकता होती है। किशोरावस्था में आहार आयोजन करते समय निम्नलिखित बातों पर ध्यान देना चाहिए-
(i) ऊर्जा, प्रोटीन, लौह तत्त्व एवं कैल्सियम पोषक तत्त्व अति आवश्यक होते हैं।
(ii) अत्यधिक नहीं खाना चाहिए तथा व्यायाम आवश्यक है।
(iii) पोषक तत्त्वों की आवश्यकता- कैलोरी-2060, प्रोटीन-63 ग्राम, वसा- 22 ग्राम, कैल्सियम-500 ग्राम तथा लौह तत्त्व—30 मि० ग्राम, विटामिन A–6 मि०ग्राम, – थायमीन-121 मि०ग्रा० तथा विटामिन D-40 मिग्रा० होती है।
(iv) आहार आवश्यकता खाद्यान्न- 350 ग्राम, दाल-70 ग्राम, हरी सब्जियाँ-150 ग्राम, अन्य सब्जियाँ-75 ग्राम, जडें या कंद-75 ग्राम, फल/दूध-150 ग्राम/200 ग्राम, वसा/तेल/शक्कर/गुड-250 मि०ली०/50 ग्राम।
किशोरावस्था के लिए आहार तालिका
खाद्य-पदार्थ | मात्राएँ/अदद | |
(i) सुबह | दूध, | 1 कप |
भरा हुआ पराठा | 2 | |
टमाटर चटनी | 2 चम्मच | |
टिफिन टमाटर सैंडविच, | 4 | |
सेब तथा संतरा। | ||
(ii) दोपहर
|
सांभर | 1 कटोरी |
उबले चावल, | 1 प्लेट | |
मेथी आलू सब्जी | ¼ कटोरी | |
खीरा रायता | 1 कटोरी | |
(iii) शाम |
दूध शेक स्लाइस ब्रेड मक्खन सहित। | 1 ग्लास
4 |
(iv) रात्रि |
दाल, | 1 कटोरी |
आलू-पालक सब्जी , | ½ कटोरी | |
रोटी, | 4 | |
सलाद, | 1 प्लेट | |
खीर या कस्टर्ड | 1 कटोरी | |
(v) सोने के पहले | बादाम – दुध | 1 कप |
9. भोजन का हमारे जीवन में क्या महत्त्व है ? (What is the importance of food in our life ?)
उत्तर⇒ भोजन का हमारे जीवन में बहुत महत्त्व है जो इस प्रकार है-
1.भोजन का शारीरिक महत्च-
(i) भोजन शरीर को ऊर्जा प्रदान करता है- शरीर में ऊष्मा बनाए रखने, शारीरिक कार्य करने के लिए मांसपेशियों की सक्रियता प्रदान करने तथा शरीर के विभिन्न अंगों को क्रियाशील बनाये रखने के लिए ऊर्जा की आवश्यकता होती है।
(ii) भोजन शारीरिक वृद्धि एवं विकास करता है- जब शिशु जन्म लेता है तो वह 2 किलोग्राम से 3.5 किलोग्राम तथा लंबाई 40-50 सेमी० होती है। युवावस्था तक आते-आते 50-70 किग्रा० तथा 5-6 फीट की लंबाई तक पहुँच जाता है।
(iii) भोजन शरीर के रोगों से रक्षा प्रदान करता है- भोजन में सभी पोषक तत्त्व होते हैं जो शरीर के लिए सुरक्षात्मक कार्य करते हैं। ये पोषक तत्त्व सभी प्रकार के विटामिनों तथा खनिज लवण में होते हैं। शरीर को रोगों से संघर्ष करने की शक्ति इन्हीं पोषक तत्त्वों के भोजन में रहने से प्राप्त होती है।
(iv) भोजन शारीरिक क्रियाओं का संचालन, नियंत्रण एवं नियमन करता है-
शरीर में रक्त का थक्का बनना, शारीरिक तापक्रम पर नियंत्रण, जल संतुलन पर नियंत्रण, श्वसन गति का नियमन, हृदय की धड़कन, उत्सर्जन आदि क्रियाओं का भोजन द्वारा नियमन एवं नियंत्रण होता है।
(B) सामाजिक महत्त्व
(i) भोजन आर्थिक स्तर का प्रतीक है- उच्च आर्थिक स्तर के लोग महँगे फल, मेवे, बड़े होटलों में खाना खाते हैं। मध्यमवर्गीय लोग मौसम के फल, सब्जियों का प्रयोग करते हैं। जन्मदिन, विवाह, त्योहार पर भोजन का आयोजन कर अपनी आर्थिक स्तर को दिखाते हैं।
(ii) भोजन आतिथ्य का प्रतीक है- भोजन द्वारा अतिथि सत्कार भी किया जाता है। विशेष तीज त्योहार पर विशिष्ट एवं स्वादिष्ट भोजन बनाया जाता है और भोज का आयोजन कर अपनी खुशी प्रकट करते हैं।
(C) भोजन का मनोवैज्ञानिक महत्त्व
(i) भोजन द्वारा संवेगों को प्रकट करना- भोजन द्वारा संवेगों को प्रकट किया जाता है। जैसे-दुःखी मन से कम भोजन खाया जाता है तथा मन खुश होने पर अधिक भोजन खाया जाता है।
(ii) सुरक्षा की भावना के रूप में- भोजन सुरक्षा की भावना का प्रतीक है। घर का बना भोजन न केवल पौष्टिक और स्वच्छ होता है बल्कि एक सुरक्षा की भावना प्रदान करता है।
(iii) भोजन का प्रयोग बल के रूप में- कई बार लोग विद्रोह दर्शाने के लिए भूख हड़ताल करते हैं। यदि प्रशंसनीय कार्य करता है तो उसे इनाम के रूप में उसका प्रिय भोजन बनाकर दिया जाता है।
10. भोजन पकानें, परोसने और खाने में किन-किन नियमों का पालन करना चाहिए ? (What are the rules that should be followed while cooking, serving and eating food ?)
उत्तर⇒ भोजन पकाने के नियम- भोजन पकाने के निम्नलिखित चार नियम हैं-
(i) जल द्वारा- पाक क्रिया आर्द्रता के माध्यम से उबालकर की जाती है।
(ii) वाष्प द्वारा- स्वास्थ्य की दृष्टि से यह उत्तम है क्योंकि खाद्य पदार्थ जल की वाष्प द्वारा पकाया जाता है।
(ii) चिकनाई द्वारा- उसके लिए तेल, घी आदि का प्रयोग किया जाता है। इसे निम्नलिखित विधि द्वारा पकाए जाते हैं-
(a) तलने की अथली विधि
(b) तलने की गहरी विधि तथा
(c) तलने की शुष्क विधि।
तलने की अथली विधि द्वारा चीला, डोंसा और मछली पकाये जाते हैं। तलने की गहरी विधि द्वारा पूड़ी, कचौड़ी, समोसे पकाये जाते हैं। तलने की शुष्क विधि द्वारा सॉसेज तथा बेलन बनाए जाते हैं।
(iv) वायु द्वारा- वायु का प्रयोग भुंजने तथा सेकने में किया जाता है। सब्जियों को पकाते
समय धीमी आँच का प्रयोग करना चाहिए। ढंककर भोज्य पदार्थों को पकाने से, वाष्प के दबाव से शीघ्र पकते हैं तथा उसकी सुगंध भी बनी रहती है। दूध को उबलनांक पर लाकर आँच धीमी कर देना चाहिए और उसे कुछ देर उबलने देना चाहिए।
भोजन परोसने तथा खाने के नियम- इसके चार नियम हैं-
(A) विशद्ध भारतीय शैली- इसमें फर्श पर आसनी, दरी या लकडी के पटरे पर बैठकर भोजन किया जाता है।
(B) भारतीय-विदेशी मिली- जुली शैली-इस शैली में मेज और कुर्सी पर बैठकर भोजन ग्रहण किया जाता है।
(C) पाश्चात्य शैली- इसमें मेज पर रखे काँटे, चम्मच तथा छुरी के प्रयोग से भोजन किया जाता है। भोजन परोसने का कार्य वेटर करते हैं।
(D) स्वाहार (बफे) शैली- स्थान की कमी तथा अतिथि के अधिक होने की स्थिति में इसका प्रयोग किया जाता है। इसमें एक बड़ी मेज पर खाने की सभी सामग्रियों को डोंगों में रख दिया जाता है। इसमें स्वयं ही खाना निकालकर लोग खड़े होकर या घुमकर खाते हैं।