वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1.अतिरेक माँग होने के निम्नलिखित में कौन-से कारण हैं ?
(A) सार्वजनिक व्यय में वृद्धि
(B) मुद्रा की पूर्ति में वृद्धि
(C) करों में वृद्धि
(D) (A) और (B) दोनों
Ans. (D)
2. ‘General Theory of Employment, Interest and Money’ नामक पुस्तक के लेखक कौन हैं ?
(A) जे.बी. से
(B) जे.एम. कीन्स
(C) जे.एस. मिल
(D) रिकार्डो
Ans. (B)
3. निम्नांकित में से कौन-सा कथन सत्य है ?
(A) अल्पकाल में पूर्ति लोचदार होती है
(B) पूर्ति की लोच की श्रेणियों को तीन भागों में बाँटा जा सकता है
(C) किसी वस्तु की पूर्ति की लोच उस वस्तु की प्रकृति पर निर्भर नहीं करती है
(D) पूर्ति लोच की माप की दो विधियाँ हैं
Ans. (D)
4. आधुनिक समष्टि अर्थशास्त्र का जनक किसे माना जाता है ?
(A) एडम स्मिथ
(B) मार्शल
(C) जे० एम० कीन्स
(D) हिक्स
Ans. (C)
5. समग्र का अध्ययन निम्न में से किससे संबंधित है ?
(A) सूक्ष्म/व्यष्टि अर्थशास्त्र
(B) व्यापक/ समष्टि अर्थशास्त्र
(C) कीमत सिद्धांत
(D) संसाधन मूल्य निर्धारिण
Ans. (B)
6. केंद्र सरकार द्वारा प्रदत्त ऋणों की वसूली क्या हैं ?
(A) पूँजीगत व्यय
(B) पूँजीगत प्राप्तियाँ
(C) राजस्व प्राप्तियाँ
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
7. अन्य बातें सामान्य रहीं तो करों में कटौती से, उपभोग में क्या होता है ?
(A) वृद्धि
(B) कटौती
(C) ऋणात्मक वृद्धि
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
8. अंतरण-गुणक का मान क्या होता है ?
Ans. (A)
9. खुली अर्थव्यवस्था का गुणक बंद अर्थव्यवस्था की अपेक्षा कैसा होता है ?
(A) बड़ा
(B) छोटा
(C) समान
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
10. विदेशी आय में वृद्धि से घरेलू निर्गत और निर्यात को क्या होता है ?
(A) ह्रास
(B) वृद्धि
(C) घाटा
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
11. समष्टि स्तर पर निर्णय कौन लेता है ?
(A) परिवार
(B) फर्म
(C) राज्य
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
12. समष्टि अर्थशास्त्र का वैकल्पिक नाम है-
(A) आय सिद्धांत
(B) उपभोक्ता सिद्धांत
(C) कीमत सिद्धांत
(D) उत्पादक सिद्धांत
Ans. (A)
13. समष्टि अर्थशास्त्र का संबंध है-
(A) कीमत स्तर से
(B) राष्ट्रीय स्तर पर उत्पादन से
(C) रोजगार स्तर से
(D) इनमें से सभी
Ans. (D)
14. आर्थिक महामंदीकाल की अवधि थी-
(A) 1919-1922
(B) 1929-1932
(C) 1939-1942
(D) 1949-1952
Ans. (B)
15. रोजगार सिद्धांत का संबंध है-
(A) स्थैतिक अर्थशास्त्र से
(B) व्यष्टि अर्थशास्त्र से
(C) समष्टि अर्थशास्त्र से
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
16. The General Theory of Income & Employment, Money and Interest प्रकाश में आयी-
(A) वर्ष 1929
(B) वर्ष 1729
(C) वर्ष 1936
(D) वर्ष 1991
Ans. (C)
17. रोजगार, ब्याज और मुद्रा का सामान्य सिद्धांत ‘ नामक पुस्तक के लेखक हैं-
(A) केंस
(B) मार्शल
(C) हिक्स
(D) पीगू
Ans. (A)
18. समष्टि अर्थशास्त्र के अंतर्गत निम्न में किसका अध्ययन किया जाता है ?
(A) राष्ट्रीय आय
(B) पूर्ण रोजगार
(C) कुल उत्पादन
(D) उपर्युक्त सभी
Ans. (D)
19. चक्रीय प्रवाह में शामिल है-
(A) वास्तविक प्रवाह
(B) मौद्रिक प्रवाह
(C) (A) एवं (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
20.चक्रीय प्रवाह के निम्न में से कौन-सा प्रकार है ?
(A) वास्तविक प्रवाह
(B) मौद्रिक प्रवाह
(C) (A) एवं (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
21. आय की चार क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था के चक्रीय प्रवाह के संतुलन के लिए शर्त निम्न में से कौन-सी है ?
(A) G + I + G
(B) C + I + G + (X – M)
(C) C – I
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
22. व्यापार घाटे से अभिप्राय है-
(A) निर्यात की आयात पर अधिकता
(B) आयात की निर्यात पर अधिकता
(C) आयात और निर्यात का बराबर होना
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
23. बचत प्रवृत्ति जिस परिवर्तन के बारे में बताती है वह है-
(A) आय के कारण बचत में परिवर्तन
(B) आय के कारण उपभोग में परिवर्तन
(C) आय के कारण निवेश में परिवर्तन
(D) आय के कारण ब्याज परिवर्तन
Ans. (A)
24. समष्टि अर्थशास्त्र अध्ययन करता है-
(A) अर्थव्यवस्था के यौगिक चरों-जैसे— राष्ट्रीय आय तथा राष्ट्रीय आय का
(B) संपूर्ण अर्थव्यवस्था से संबंधित समस्याओं—बेरोजगारी, मूल्य वृद्धि का
(C) संपूर्ण समाज में उत्पादन एवं आय के वितरण का
(D) इनमें से सभी विषयों का
Ans. (D)
25. एक देश में विदेशी पूँजी के आगमन से-
(A) निर्यात और उत्पादन में वृद्धि होती है
(B) उत्पादन में कमी आती है
(C) सरकार मुद्रा जारी नहीं करती
(D) व्यापार कम हो जाता है
Ans. (A)
26. केंस का अर्थशास्त्र-
(A) न्यू माँग का अर्थशास्त्र है
(B) माँग-आधिक्य का अर्थशास्त्र है
(C) पूर्ण रोजगार का अर्थशास्त्र है
(D) आंशिक माँग का अर्थशास्त्र है
Ans. (C)
27. सरकार द्वारा दिए गये हस्तान्तरण भुगतान-
(A) राष्ट्रीय आय में सम्मिलित किए जाते हैं
(B) राष्ट्रीय आय को कम कर देते हैं
(C) राष्ट्रीय आय में सम्मिलित नहीं किए जाते
(D) हस्तांतरण भुगतान से सम्मिलित नहीं किए जाते
Ans. (C)
28. निम्न में से कौन आर्थिक मंदी की स्थिति का लक्षण है ?
(A) रोजगार के स्तर में कमी
(B) औसत मूल्य स्तर में कमी
(C) उत्पादन में गिरावट
(D) इनमें से सभी
Ans. (D)
29. फर्म क्षेत्र पूँजी बाजार से पूँजी उधार लेता है-
(A) निवेश करने के लिए
(B) लेकर न लौटाने के लिए
(C) हस्तांतरण भुगतान मानकर
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
30. एक चतुःक्षेत्रीय या खुली अर्थव्यवस्था में संतुलन की शर्त है
(A) बचत + कर + आयात = निवेश + सरकारी व्यय + निर्यात
(B) कुल रिसाब = कुल अन्त:क्षेपण
(C) समग्र उत्पादन = समग्र व्यय
(D) इनमें से सभी
Ans. (D)
31. शुद्ध निर्यात है-
(A) मध्यवर्ती वस्तुओं से संबंधित
(B) निर्यात और आयात का अन्तर
(C) निर्यात और आयात का जोड़
(D) निर्यात और आयात का गुणनफल
Ans. (B)
32. कौन-सा कथन सत्य है ?
(A) गुणक (K)= 1/ सीमान्त उपभोग प्रवृत्ति (MPC)
(B) गुणक (K) = 1/ सीमान्त बचत प्रवृत्ति (MPS)
(C) गुणक (K)= 1 / 1- सीमान्त बचत प्रवृत्ति (MPS)
(D) गुणक (K) = 1/ 1+ सीमान्त बचत प्रवृत्ति (MPS)
Ans. (B)
33. “पूर्ति स्वयं माँग का सृजन करती है।” यह किसका कथन है ?
(A) जे०एस० मिल
(B) जे०एम० केंस
(C) जे०के० मेहता
(D) जे०बी० से
Ans. (D)
34. केंस के बचत-निवेश विश्लेषण के अनुसार आय-रोजगार संतुलन निर्धारण निम्न में से किस बिंदु पर होगा ?
(A) S > I
(B) I < S
(C) S = I
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
35. पूर्ति के नियम को निम्न में से कौन-सा फलन प्रदर्शित करता है?
(A) s = f
(B) s = f (Q)
(C) s = f (P)
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
36. निम्न में से किसके अनुसार किसी वस्तु की कीमत माँग एवं पूर्ति की दोनों शक्तियों के द्वारा निर्धारित होती है ?
(A) वालरास
(B) मार्शल
(C) हिक्स
(D) बेनहम
Ans. (B)
37. अतिरेक माँग उत्पन्न होने के निम्न में से कौन-सा कारण है ?
(A) मुद्रा की पूर्ति में वृद्धि
(B) सार्वजनिक व्यय में वृद्धि
(C) करों में कमी
(D) इनमें से सभी
Ans. (D)
38. ऊँचा मूल्य-
(A) कम पूर्ति
(B) अधिक माँग
(C) समान पूर्ति
(D) कम माँग
Ans. (D)
39. पूँजी खाते में निम्न में से कौन मद है ?
(A) सरकारी विदेशी ऋण
(B) निजी विदेशी ऋण
(C) विदेशी प्रत्यक्ष विनियोग
(D) इनमें से सभी
Ans. (D)
40. पूर्ति का लोच क्या है, जब es = 0 है ?
(A) पूर्णत: लोचदार पूर्ति
(B) पूर्णतः बेलोचदार पूर्ति
(C) कम लोचदार पूर्ति
(D) इकाई लोचदार पूर्ति
Ans. (B)
41. कीन्स के अर्थव्यवस्था में न्यून माँग की दशा को निम्नलिखित में किस नाम से पुकारा जाता है ?
(A) पूर्ण रोजगार संतुलन
(B) अपूर्ण रोजगार संतुलन
(C) दोनों (A) और (B)
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
42. अक्षों के केंद्र से निकलने वाली सीधी पूर्ति रेखा की लोच-
(A) इकाई से कम होती है
(B) इकाई से अधिक होती है
(C) इकाई के बराबर होती है
(D) शून्य के बराबर होती है
Ans. (C)
43. व्यापार संतुलन का क्या अर्थ है ?
(A) पूँजी का लेन-देन
(B) वस्तुओं का आयात एवं निर्यात
(C) कुल क्रेडिट तथा डेबिट
(D) उपर्युक्त सभी
Ans. (D)
44. समष्टि अर्थशास्त्र की निम्नलिखित में कौन-सी विशेषताएँ हैं ?
(A) समष्टि अर्थशास्त्र में राष्ट्रीय आय, कुल रोजगार, सामान्य कीमत स्तर आदि का अध्ययन किया जाता है।
(B) समष्टि अर्थशास्त्र में संपूर्ण अर्थव्यवस्था से संबंधित नीतियों का अध्ययन किया जाता है।
(C) समष्टि आर्थिक चर समष्टि अर्थशास्त्र विषय-सामग्री के महत्वपूर्ण भाग होते हैं।
(D) उपर्युक्त सभी
Ans. (D)
45. समष्टि अर्थशास्त्र के क्षेत्र में निम्नलिखित में कौन-सा अध्ययन विषय सम्मिलित है ?
(A) आय एवं रोजगार सिद्धांत
(B) सामान्य कीमत स्तर पर मुद्रास्फीति का सिद्धांत
(C) व्यापार चक्रों का सिद्धांत
(D) उपर्युक्त सभी
Ans. (D)
46. व्यापक अर्थशास्त्र की निम्नलिखित में कौन-सी उपयोगिता है ?
(A) सरकारी आर्थिक नीति का निर्माण
(B) आर्थिक विकास
(C) अन्तर्राष्ट्रीय तुलनाएँ
(D) उपर्युक्त सभी
Ans. (D)
47. समष्टि अर्थशास्त्र की निम्नलिखित में कौन-सी सीमाएँ हैं ?
(A) सामूहिक अर्थशास्त्रीय विरोधाभास
(B) वैयक्तिक इकाइयों की अवहेलना
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
48. समष्टि अर्थशास्त्र के अध्ययन का विषय है-
(A) राष्ट्रीय आय का सिद्धांत
(B) उपभोक्ता का सिद्धांत
(C) उत्पादक का सिद्धांत
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
49. समष्टि अर्थशास्त्र अध्ययन है-
(A) अर्थव्यवस्था में रोजगार के अवसर का
(B) वस्तुओं की पूर्ति नियम का
(C) स्कूटर में माँग की लोच का
(D) बाजार में गेहूँ की कीमत का
Ans. (A)
50. सामान्य कीमत स्तर का अध्ययन किया जाता है-
(A) व्यष्टिगत अर्थशास्त्र में
(B) समष्टि अर्थशास्त्र में
(C) दोनों (A) तथा (B)
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
51. पूँजी के स्टॉक की वृद्धि कहलाती है-
(A) पूँजी ह्रास
(B) पूँजी लाभ
(C) पूँजी निर्माण
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
52. निम्नलिखित में से कौन-सा स्टॉक है ?
(A) सम्पत्ति
(B) बचत
(C) निर्यात
(D) लाभ
Ans. (A)
53. अति अल्पकाल में पूर्ति वक्र होता है-
(A) पूर्णत: लोचदार
(B) पूर्णतः बेलोचदार
(C) लोचदार
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
54. स्थिर पूँजी का उपभोग क्या कहलाता है ?
(A) पूँजी निर्माण
(B) घिसावट व्यय
(C) निवेश
(D) इनमें से सभी
Ans. (B)
लघु उत्तरी प्रश्न
1. समष्टि अर्थशास्त्र किस विषय का अध्ययन करता है ?
अथवा, समष्टि अर्थशास्त्र की अवधारणा को संक्षेप में स्पष्ट करें।
अथवा, समष्टि अर्थशास्त्र के क्षेत्र का वर्णन करें।
Ans. समष्टि अर्थशास्त्र अर्थशास्त्र की एक शाखा है, जिसमें सामहिक या समष्टि आर्थिक चरों का अध्ययन किया जाता है। अर्थशास्त्र की इस शाखा में आय एवं रोजगार निर्धारण, पूँजी निर्माण, सार्वजनिक व्यय, सरकारी व्यय, सरकारी बजट, विदेशी व्यापार आदि विषयों का अध्ययन किया जाता है। अर्थशास्त्र की इस शाखा का उदय आर्थिक महामंदी के बाद हुआ है। इस शाखा को आय एवं रोजगार सिद्धांत के रूप में भी जाना जाता है।
2. समष्टि अर्थशास्त्र की दो विशेषताओं की विवेचना करें।
Ans. समष्टि अर्थशास्त्र की दो विशेषताएँ निम्नवत् हैं-
1.समष्टि अर्थशास्त्र की धारणा विस्तृत है।
2. इसमें सम्पूर्ण अर्थव्यवस्था से सम्बन्धित नीतियों का अध्ययन किया जाता है।
3. समष्टि अर्धशास्त्र में संरचना की भ्रान्ति को स्पष्ट करें।
Ans. समष्टि अर्थशास्त्र में समूहों का अध्ययन किया जाता है इस अध्ययन में समूह को इकाइयों में बहुत अधिक विषमता पायी जाती है। समूह की इकाइयों की विषमता को पूरी तरह से अनदेखा किया जाता है इस विषमता के कारण कई भ्रान्तियाँ पैदा हो जाती है जैसे पूँजी वस्तुओं की कीमत गिरने से सामान्य कीमत स्तर गिर जाता है लेकिन दूसरी ओर खाद्यान्नों की बढ़ती हुई कीमतें उपभोक्ताओं की कमर तोड़ती रहती हैं लेकिन सरकार आँकड़ों की मदद से कीमत स्तर को घटाने का श्रेय बटोरती है।
4. व्यष्टि अर्थशास्त्र तथा समष्टि अर्थशास्त्र की परस्पर निर्भरता स्पष्ट करें।
Ans. व्यष्टि एवं समष्टि अर्थशास्त्र की दो अलग-अलग शाखाएँ हैं। ये दोनों शाखाएँ परस्पर निर्भर हैं। उदाहरण के लिए एक वस्तु की कीमत निर्धारण व्यष्टि विश्लेषण के आधार पर किया जाता है और सामान्य कीमत का निर्धारण समष्टि विश्लेषण के द्वारा होता है उद्योग में मजदूरी दर निर्धारण व्यष्टि अर्थशास्त्र का मुद्रा है। सामान्य मजदूरी दर का निर्धारण समष्टि अर्थशास्त्र का विषय है। इस प्रकार से कहा जा सकता है कि व्यष्टि एवं समष्टि अर्थशास्त्र एक-दूसरे पर निर्भर शाखाएँ हैं।
5. व्यष्टि स्तर एवं समष्टि स्तर उपयोग को प्रभावित करने वाले कारक बताइए।
Ans. व्यष्टि स्तर पर उपभोग उन वस्तुओं एवं सेवाओं के मूल्य के बराबर होता है जिन्हें विशिष्ट समय एवं विशिष्ट कीमत पर परिवार खरीदते हैं। व्यष्टि स्तर पर उपभोग वस्तु की कीमत, आय एवं संपत्ति, संभावित आय एवं परिवारों की रूचि अभिरूचियों पर निर्भर करता है।
समष्टि स्तर पर केन्ज ने मौलिक एवं मनोवैज्ञानिक नियम की रचना की है। केन्ज के अनुसार अर्थव्यवस्था में जैसे-जैसे राष्ट्रीय आय का स्तर बढ़ता है लोग अपना उपभोग बढ़ाते हैं परन्तु उपभोग में वृद्धि की दर राष्ट्रीय आय में वृद्धि की दर से कम होती है। आय के शून्य स्तर पर स्वायत उपभोग किया जाता है। स्वायत्त उपभोग से ऊपर प्रेरित निवेश उपभोग प्रवृति एवं राष्ट्रीय आय के स्तर से प्रभावित होता है।
C = C1 + by
जहाँ C उपभोग, C1 स्वायत्त निवेश , b सीमान्त उपभोग प्रवृत्ति, y राष्ट्रीय आय
6. प्राथमिक क्षेत्र तथा द्वितीयक क्षेत्र में अंतर स्पष्ट करें।
Ans. प्राथमिक क्षेत्र तथा द्वितीयक क्षेत्र में निम्नलिखित अंतर हैं-
प्राथमिक क्षेत्र
1.इस क्षेत्र को कृषि तथा सम्बन्धित क्षेत्र’ के नाम से जाना जाता है।
2.यह वह क्षेत्र है जो प्राकृतिक साधनों का शोषण करता है तथा इससे वस्तुएँ तथा सेवाएँ पैदा करता है।
3. इसमें सभी कृषि तथा सम्बन्धित क्रियाएँ, जैसे- वन, खनन तथा उत्खनन, मछली पालन तथा पशुपालन आदि शामिल होते हैं।
4.असंगठित तथा परम्परागत तकनीकें।
5. श्रम विभाजन की कोई सम्भावना नहीं।
द्वितीयक क्षेत्र
1.इसे ‘निर्मित क्षेत्र’ के नाम से जाना जाता है।
2. यह क्षेत्र एक वस्तु को दूसरी में परिवर्तित करता है जिनसे उपभोक्ताओं को अधिक सन्तुष्टि मिलती है।
3. इसमें निर्माण इकाइयाँ-छोटे पैमाने, बड़ी फर्म, बड़े निगम तथा बहुराष्ट्रीय निगम शामिल होते हैं।
4. संगठित तकनीकें।
5. उत्पादन के लिए जटिल श्रम विभाजन आवश्यक।
7. एक तीन क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था में आय एवं उत्पादन के चक्रीय प्रवाह को समझाइए ।
अथवा, उत्पादन, आय और व्यय के चक्रीय प्रवाह से आप क्या समझते हैं ?
Ans. प्रत्येक अर्थव्यवस्था में होने वाली आर्थिक क्रियाओं के परिणामस्वरूप उत्पादन, आय एवं व्यय का चक्रीय प्रवाह निरंतर चलता रहता है। इसका न आदि है और न अंत उत्पादन आय को जन्म देता है और प्राप्त आय से वस्तुओं और सेवाओं की माँग की जाती है और माँग को पूरा करने के लिए व्यय किया जाता है। अर्थात् आय व्यय को जन्म देता है। व्यय से उत्पादकों को आय होती है और वह फिर उत्पादन को जन्म देता है।
8. सेवा क्षेत्रक को परिभाषित करें।
Ans. अर्थव्यवस्था में तृतीयक क्षेत्र को सेवा क्षेत्रक कहा जाता है, जो प्राथमिक क्षेत्र द्वितीयक क्षेत्र को सेवाएँ प्रदान करता है। इसमें बैंक, बीमा, यातायात, संचार, व्यापार तथा वाणिज्य आदि शामिल होते हैं।
9. आय का चक्रीय प्रवाह क्या है ?
Ans. अर्थव्यवस्था के अनेक आर्थिक क्रियाकलाप होते हैं जिनमें उत्पादन, विनिमय और उपभोग मुख्य हैं। इन आर्थिक क्रियाकलापों के दौरान अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों के बीच आदान-प्रदान होते रहता है जिसके कारण आय और व्यय चक्रीय रूप से एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र के बीच प्रवाहित होते हैं। अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों के बीच आय के चक्रीय रूप से प्रवाहित होने को ही आय का चक्रीय प्रवाह कहा जाता है।
10. आय के चक्रीय प्रवाह द्वारा अर्थव्यवस्था के संतुलन को दर्शाएँ ।
Ans. फर्मों द्वारा पहले आय सृजित होती है फिर परिवारों में साधन सेवाएँ प्रदान करने के लिए बाँटी जाती है और अन्त में परिवारों द्वारा व्यय के रूप में वही आय फर्मों के पास वापस आ जाती है।
11. आय के चक्रीय प्रवाह के दो आधारभूत सिद्धान्त बताइए ।
Ans. आय का चक्रीय प्रवाह निम्नलिखित दो सिद्धान्तों पर आधारित है-
1.किसी भी विनिमय प्रक्रिया में विक्रेता अथवा उत्पादक उतनी ही मुद्रा की मात्रा प्राप्त करता है जितनी क्रेता या उपभोक्ता व्यय करता है अर्थात् क्रेताओं द्वारा खर्च की गई राशि विक्रेताओं द्वारा प्राप्त की गई राशि के बराबर होती है।
2. वस्तुएँ एवं सेवाएँ विक्रेताओं से क्रेताओं की ओर एक दिशा में प्रवाहित होती है, जबकि इन वस्तुओं और सेवाओं के लिए मौद्रिक भुगतान विपरीत दिशा में अर्थात् क्रेता से विक्रेता की ओर प्रवाहित होता है।
12. वास्तविक प्रवाह क्या है ?
Ans. अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों में वस्तुओं तथा सेवाओं के प्रवाह को वास्तविक प्रवाह कहा जाता है। जैसे- उत्पादक क्षेत्र द्वारा परिवार क्षेत्र को वस्तुओं का प्रवाह ।
13. आय प्रभाव क्या है ?
Ans. मौद्रिक आय समान रहने पर वस्तु की कीमत में परिवर्तन होने से वास्तविक आ विपरीत दिशा में घटती या बढ़ती है। उदाहरण के लिए, कीमत में कमी से दी गई आय से अधिक मात्रा में वस्तु प्राप्त होती है। इसके विपरीत कीमत में वृद्धि से दी गई आय से कम मात्रा में प्राप्त होती है। वास्तविक आय में इस परिवर्तन को आय प्रभाव कहते हैं।
14. अर्थशास्त्र में पूँजी की क्या परिभाषा है ?
Ans. मनुष्य द्वारा उत्पादित धन का वह भाग जो आय अर्जित करने या आय के उत्पादन में सहायक होता है, उसे पूँजी कहा जाता है।
15. 1929 की महामंदी का वर्णन करें।
Ans. 1929 की महामंदी का कार्यकाल 1929 से 1933 तक रहा। 1929 की महामंदी में उत्पादन था परंतु खरीदने वाले नहीं थे। 1929-33 के दौरान संयुक्त राष्ट्र अमेरिका तथा यूरोपीय देशों के कुल उत्पादन तथा रोजगार के स्तर में भी गिरावट आई जिससे पूरे विश्व में महामंदी आयी। इस महामंदी के निम्नलिखित दुष्परिणाम हैं-
1.कई कारखाने बंद हो गए तथा श्रमिकों को निकाल दिया गया।
2. वेरोजगारी की दर 1929-33 तक 3% से बढ़कर 25% तक हो गई।
3. 1929-33 के दौरान संयुक्त राष्ट्र अमेरिका में समग्र निर्यात में लगभग 33% की गिरावट आई।
16. खाद्यान्न उपलब्धता गिरावट सिद्धांत से आप क्या समझते हैं ?
Ans. 1998 के नोबेल पुरस्कार विजेता भारतीय अर्थशास्त्री प्रो० अमर्त्य सेन ने एक नये सिद्धांत का प्रतिपादन किया है, जिसे खाद्यान्न उपलब्धता गिरावट सिद्धांत के नाम से जाना जाता है। इस सिद्धांत के अनुसार बाढ़, सूखा जैसी प्राकृतिक आपदाओं के कारण खाद्यान्न के उत्पादन में कमी आती है। फलतः खाद्यान्न की पूर्ति माँग की तुलना में कम हो जाती है। पूर्ति के सापेक्ष खाद्यान्न की आंतरिक माँग खाद्यान्न की कीमतों को बढ़ाती है जिसके परिणामस्वरूप निर्धन व्यक्ति खाद्यान्न उपलब्धता से वंचित हो जाते हैं और क्षेत्र में भूखमरी की समस्या उत्पन्न होती है।