वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1.निम्नलिखित में से कौन-सा कथन गलत है ?
(A) लेखा की दृष्टि से भुगतान शेष सदैव संतुलन की दशा में रहता है
(B) निजी ऋण का भुगतान पूँजी खाते की देनदारी प्रविष्ट में आता है
(C) अदृश्य मदों के अन्तर्गत कपड़ा और मशीन को शामिल किया जाता है
(D) व्यापार शेष दृश्य मदें सम्मिलित होती हैं
Ans. (C)
2. उस वक्र का नाम बताएँ जो आर्थिक समस्या दर्शाता है-
(A) उत्पादन संभावना वक्र
(B) माँग वक्र
(C) उदासीनता वक्र
(D) उत्पादन वक्र
Ans. (A)
3. किसी अर्थव्यवस्था में एक वर्ष के अन्तर्गत उत्पादित अंतिम वस्तुओं तथा सेवाओं के बाजार मूल्य को कहते हैं-
(A) कुल राष्ट्रीय उत्पाद
(B) राष्ट्रीय उत्पाद
(C) विशुद्ध राष्ट्रीय उत्पाद
(D) कुल घरेलू उत्पाद
Ans. (D)
4. उत्पादन विधि द्वारा घरेलू उत्पाद की गणना में किसे जोड़ा जाता है ?
(A) उत्पादन को
(B) वर्धित मूल्य को
(C) आय को
(D) व्यय को
Ans. (B)
5. दृश्य मदों के अन्तर्गत किसे शामिल किया जाता है ?
(A) बैंकिंग
(B) सूचना
(C) मशीन
(D) बीमा
Ans. (C)
6. उत्पादन संभावना चक्र की मदद से हम अर्थव्यवस्था की निम्नलिखित में से किस मूलभूत समस्या का सही व्याख्या कर सकते हैं ?
(A) तकनीकी प्रगति
(B) आर्थिक संवृद्धि
(C) आर्थिक कुशलता
(D) इनमें से सभी
Ans. (D)
7. “संतुलन वह स्थिति है जिसमें गति की शुद्ध प्रवृत्ति न हो।” यह किनका कथन है।
(A) हिक्स
(B) स्टिगलर
(C) चैम्बरलीन
(D) बोल्डिंग
Ans. (B)
8. जब औसत लागत गिरती है तब निम्न में से कौन संबंध सत्य है ?
(A) AC > MC
(B) AC = MC
(C) AC < MC
(D) AC ≠ MC
Ans. (B)
9. पूँजीगत वस्तुओं के उत्पादन में विस्तार से वृद्धि होगी-
(A) अर्थव्यवस्था की उत्पादन क्षमता में
(B) उत्पादित वस्तुओं में
(C) आय में
(D) इन सभी में
Ans. (D)
10. उद्यमी का आर्थिक एजेंट के रूप में क्या कार्य है ?
(A) संगठन
(B) समन्वयन
(C) जोखिम वहन करना
(D) इनमें से सभी
Ans. (D)
11. किस आर्थिक परिस्थिति में उत्पादन एवं रोजगार का स्तर गिर जाता है ?
(A) उछाल
(B) मंदी
(C) मुद्रास्फीति
(D) इनमें से सभी
Ans. (B)
12. उत्पादन संभावना वक्र का आकार कैसा होता है ?
(A) मूल बिंदु की ओर उन्नतोदर
(B) नतोदर
(C) सीधी रेखा
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
13. उत्पादन संभावना वक्र के नतोदर आकार का क्या कारण है ?
(A) बढ़ती अवसर लागत
(B) घटती अवसर लागत
(C) समान अवसर लागत
(D) ऋणात्मक अवसर लागत
Ans. (A)
14. उत्पादन-संभावना वक्र की ढाल को सीमांत उत्पादन परिवर्त (रूपांतरण) दर या सीमांत अवसर लागत कहते हैं। सीमांत अवसर लागत बढ़ने से उत्पादन संभावना सीमा का आकार कैसा होता है ?
(A) मूल बिंदु की ओर नतोदर
(B) मूल बिंदु की ओर उन्नतोदर
(C) सीधी रेखा
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
15. उत्पादन-संभावना वक्र के किसी एक बिंदु का चयन, अर्थव्यवस्था की किस केंद्रीय समस्या का हल है ?
(A) क्या उत्पादन किया जाए
(B) कैसे उत्पादन किया जाए
(C) किसके लिए उत्पादन किया जाए
(D) (A), (B) एवं (C)
Ans. (D)
16. अवसर लागत को कहा जाता है-
(A) बाध्य लागत
(B) आंतरिक लागत
(C) हस्तांतरण आय
(D) मौद्रिक लागत
Ans. (C)
17. अवसर लागत को निम्नलिखित नाम से भी सम्बोधित किया जाता है-
(A) वैकल्पिक लागत
(B) हस्तांतरण आय
(C) त्याग
(D) उपर्युक्त सभी
Ans. (D)
18. स्पष्ट लागतों में शामिल है-
(A) कच्चे माल की कीमत
(B) श्रमिकों की मजदूरी
(C) उधार पूँजी पर ब्याज
(D) उपर्युक्त सभी
Ans. (D)
19. निम्न में से कौन-सा कथन सत्य है ?
(A) औसत लागत = कुल स्थिर लागत = कुल परिवर्तनशील लागत
(B) औसत लागत = औसत स्थिर लागत = कुल परिवर्तनशील लागत
(C) औसत लागत = कुल स्थिर लागत = औसत परिवर्तनशील लागत
(D) औसत लागत = औसत स्थिर लागत = औसत परिवर्तनशील लागत
Ans. (C)
20. जब सीमान्त लागत घटती है तो कुल लागत-
(A) घटती है
(B) बढ़ती है
(C) घटती हुई दर से बढ़ती है
(D) समान रहती है
Ans. (C)
21. सीमांत उत्पाद को व्यक्त किया जा सकता
(A) MP = TPn –TPn-1 के रूप में भी
(B) MP = के रूप में भी
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
22. उत्पादनकर्त्ता के स्वयं के साधनों का मूल्य-
(A) स्पष्ट लागतें कहलाती हैं
(B) अस्पष्ट लागतें कहलाती हैं
(C) उत्पादकर्ता को सामान्य लाभ होता है
(D) उपर्युक्त सभी
Ans. (B)
23. अवसर लागत क्या है ?
(A) वह विकल्प जिसका परित्याग कर दिया गया
(B) खोया हुआ अवसर
(C) हस्तांतरण
(D) इनमें से सभी
Ans. (D)
24. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सही है ?
(A) मौद्रिक लागत = स्पष्ट लागत
(B)असामान्य लाभ = मौद्रिक लागत – स्पष्ट लागत + अस्पष्ट लागत
(C)मौद्रिक लागत = स्पष्ट लागत + अस्पष्ट लागतें + सामान्य लाभ
(D) स्पष्ट लागत = मौद्रिक लागत + अस्पष्ट लागतें + सामान्य लाभ
Ans. (C)
25. कुल लागत =
(A) TFC/TFC (कुल परिवर्तनशील लागत / कुल स्थिर लागत )
(B) TVC + TFC (कुल परिवर्तनशील लागत + कुल स्थिर लागत)
(C) TFC – TVC (कुल स्थिर लागत – कुल परिवर्तनशील लागत)
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
26. वह लागत अथवा आय, जो किसी साधन को उसके परिवर्तन कार्य में बढ़ने के लिए प्रेरित करती है, उसे-
(A) स्पष्ट लागत कहते हैं
(B) अस्पष्ट लागत कहते हैं
(C) अवसर लागत कहते हैं
(D) उपर्युक्त में से कोई नहीं
Ans. (C)
27. ह्रासमान प्रतिफल नियम के संचालन के मुख्य कारण है-
(A) सीमित साधन
(B) साधनों का अपूर्ण प्रतिस्थानापन्न होना
(C) (A) और (B) दोनों का होना
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
28. औसत लागत वक्र का आकार होता है-
(A) U अक्षर जैसा
(B) X समकोणीय अतिपरवल जैसा
(C) अक्ष की समांतर रेखा
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
29. कुल लागत –
(A) सीमान्त लागत का योग होती है
(B) औसत लागत को वस्तु की मात्रा से गुणा करने पर ज्ञात की जा सकती है
(C) से तात्पर्य किसी वस्तु की एक निश्चित मात्रा का उत्पादन करने पर फर्म द्वारा किया गया व्यय है
(D) उपर्युक्त कोई भी
Ans. (C)
30. उत्पादन का सक्रिय साधन है-
(A) पूँजी
(B) श्रम
(C) भूमि
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
31. पूर्ण प्रतियोगिता में-
(A) औसत आय=सीमान्त आय
(B) औसत आय सीमान्त आय
(C) औसत आय<सीमान्त आय
(D) औसत आय + सीमान्त आय
Ans. (A)
32. जब सीमान्त लागत बढ़ती है तो-
(A) औसत लागत भी बढती है
(B) कुल लागत बढ़ती है
(C) औसत लागत सीमान्त लागत से कम रहती है
(D) उपयुक्त सभी
Ans. (B)
33. निम्न चित्र प्रदर्शित करता है-
(A) कुल स्थिर लागत
(B) कुल परिवर्तनशील लागत
(C) लागत
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
34. उत्पादन शून्य रहने पर अल्पकाल में स्थिर लागत-
(A) शून्य हो जाती है
(B) धनात्मक रहती है
(C) ऋणात्मक हो जाती है
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
35. परिवर्तनशील अनुपात सिद्धांत उत्पादन के तीन सोपानों की व्याख्या करता है। उत्पादन के प्रथम सोपान में-
(A) सीमान्त एवं औसत उत्पादन दोनों बढ़ता है
(B) सीमान्त उत्पादन बढ़ता है परन्तु औसत उत्पादन घटता है।
(C) सीमान्त उत्पादन शून्य होता है
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
36. कोई उत्पादक या फर्म उत्पादन के साधनों जैसे—भूमि, श्रम, पूँजी एवं कच्चे माल आदि का प्रयोग करते हुए अपना उत्पादन करती है। इस प्रक्रिया को कहते हैं-
(A) उत्पादन प्रक्रिया
(B) निर्गत
(C) उत्पादन
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (A)
37. उत्पादन संभावना वक्र की अवधारणा जुड़ी है-
(A) सैम्यूल्सन से
(B) मार्शल से
(C) हिक्स से
(D) रॉबिंस से
Ans. (D)
38. उत्पादन की 5 इकाइयों की औसत स्थिर लागत 20 रुपया है। 5 इकाइयों की औसत परिवर्तित लागत 40 रुपया है। 5 इकाइयों की औसत लागत कितनी है ?
(A) 20 रुपया
(B) 40 रुपया
(C) 56 रुपया
(D) 60 रुपया
Ans. (D)
39. उत्पादन के सभी संसाधनों में एक ही अनुपात में वृद्धि के परिणामस्वरूप उत्पादन में अधिक अनुपात में वृद्धि हो तो इसे कहते हैं-
(A) स्थिर पैमाने का प्रतिफल
(B) ह्रासमान पैमाने का प्रतिफल
(C) वर्द्धमान पैमाने का प्रतिफल
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
40. दीर्घकालीन उत्पादन फलन का संबंध निम्न में से किससे है ?
(A) माँग का नियम से
(B) उत्पत्ति वृद्धि नियम से
(C) पैमाने का प्रतिफल नियम से
(D) माँग की लोच से
Ans. (C)
41. अल्पकालीन उत्पादन की दशा में एक विवेकशील उत्पादक किस अवस्था में उत्पादन करना पसन्द करेगा ?
(A) प्रथम अवस्था
(B) द्वितीय अवस्था
(C) तृतीय अवस्था
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
42. मौद्रिक लागत में निम्नलिखित में किसे सम्मिलित किया जाता है ?
(A) सामान्य लाभ
(B) व्यक्त लागत
(C) अव्यक्त लागत
(D) उपर्युक्त सभी
Ans. (D)
43. उत्पादन फलन में उत्पादन किसका फुलन है ?
(A) कीमत का
(B) उत्पत्ति के साधनों का
(C) कुल व्यय का
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
44. उत्पत्ति ह्रास नियम लागू होने का मुख्य कारण कौन-सा है ?
(A) साधनों की सीमितता
(B) साधनों का अपूर्ण स्थानापन्न होना
(C) (A) एवं (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
45. अल्पकालीन उत्पादन फलन की व्याख्या निम्नलिखित में किस नियम के द्वारा की जाती है ?
(A) माँग के नियम से
(B) परिवर्तनशील अनुपात के नियम द्वारा
(C) पैमाने के प्रतिफल नियम द्वारा
(D) माँग की लोच द्वारा
Ans. (B)
46. अल्पकालीन उत्पादन की दशा में एक विवेकशील उत्पादक किस अवस्था तक उत्पादन करना पसन्द करेगा ?
(A) प्रथम अवस्था
(B) द्वितीय अवस्था
(C) तृतीय अवस्था
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
47. वह कौन-सा समय है जिसमें उत्पादन के सभी साधन परिवर्तित किये जा सकते हैं ?
(A) अल्पकाल
(B) दीर्घकाल
(C) अति दीर्घकाल
(D) तीनों
Ans. (B)
48. उत्पादन फलन को व्यक्त करता है-
(A) Qx = Px
(B) Qx = f (A, B, C, D)
(C) Qx = Dx
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
49. अल्पकालीन उत्पादन प्रक्रिया में निम्नलिखित में से कौन से साधन होते हैं ?
(A) स्थिर साधन
(B) परिवर्तनशील साधन
(C) (A) तथा (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
50. जो वक्र पहले बढ़ता है फिर स्थिर होकर घटना आरम्भ करता है वह कौन-सा व्रक कहलाता है ?
(A) APP
(B) MPP
(C) TPP
(D) ये सभी
Ans. (D)
51. परिवर्तनशील अनुपातों का नियम संबंधित है-
(A) अल्पकाल एवं दीर्घकाल दोनों से
(B) दीर्घकाल से
(C) अल्पकाल से
(D) अति दीर्घकाल से
Ans. (C)
52. निम्नलिखित में कौन स्थिर लागत नहीं है ?
(A) बीमे की प्रिमियम
(B) ब्याज
(C) कच्चे माल की लागत
(D) फैक्ट्री का किराया
Ans. (C)
53. उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ कुल लागत एवं कुल स्थिर लागत का अन्तर-
(A) स्थिर रहता है
(B) बढ़ता जाता है
(C) घटता जाता है
(D) घटता-बढ़ता रहता है
Ans. (B)
54. उत्पादन की मात्रा में परिवर्तन का प्रभाव-
(A) स्थिर एवं परिवर्तनशील लागतों पर पड़ता है
(B) केवल परिवर्तनशील लागतों पर पड़ता है
(C) केवल स्थिर लागतों पर पड़ता है
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
55. उत्पादन बंद कर देने पर निम्नलिखित में कौन-सा प्रभाव पड़ता है ?
(A) स्थिर लागतें बढ़ जाती हैं
(B) परिवर्तनशील लागतें कम हो जाती हैं
(C) परिवर्तनशील लागतें शून्य हो जाती हैं
(D) स्थिर लागतें शून्य हो जाती हैं
Ans. (C)
56. निम्नलिखित में सही अंकित कीजिए-
(A) TVC = TC – TFC
(B) TC = TVC – TFC
(C) TFC = TVC + TC
(D) TC = TVC × TFC
Ans. (A)
57. औसत परिवर्तनशील लागत है-
(A) TVC × Q
(B) TVC + Q
(C) TVC – Q
(D) TVC ÷ Q
Ans. (D)
58. उत्पादन में वृद्धि के साथ-साथ कुल लागत एवं कुल परिवर्तनशील लागत में अंतर-
(A) घटता जाता है
(B) बढ़ता जाता है
(C) स्थिर रहता है
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (C)
59. अवसर लागत का वैकल्पिक नाम है:
(A) आर्थिक लागत
(B) संतुलन मूल्य
(C) सीमान्त लागत
(D) औसत लागत
Ans. (A)
60. जब औसत लागत घट रही हो तो सीमान्त लागत औसत लागत की तुलना में कितनी होती है ?
(A) MC > AC
(B) MC = AC
(C) MCS AC
(D) MC ≠ AC
Ans. (C)
61. निम्न में से कौन-सा कथन सत्य है ?
(A) AC = TFC – TVC
(B) AC = AFC + TVC
(C) AC = TFC + AVC
(D) AC = AFC + AVC
Ans. (D)
62. निम्न में से कौन उत्पादन फलन को व्यक्त करता है ?
(A) C = f (Q)
(B) Q = f (C)
(C) D = f (P)
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
63. उत्पादन बंद कर देने पर निम्न में से कौन-सा प्रभाव पड़ता है ?
(A) स्थिर लागत बढ़ जाती है
(B) परिवर्तनशील लागत कम हो जाती है
(C) परिवर्तनशील लागत शून्य हो जाती है
(D) स्थिर लागत शून्य हो जाती है
Ans. (C)
64. कृषि पदार्थों का न्यूनतम समर्थन मूल्य क्या है ?
(A) कीमत उच्चतम सीमा
(B) कीमत निम्नतम सीमा
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans. (B)
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. उत्पादन की लागतों से आप क्या समझते हैं ?
Ans. एक उत्पादक उत्पादन की प्रक्रिया में जिन आगतों का उपयोग करता है, वे के साधन या कारक कहलाते हैं। इन आगतों को प्राप्त करने के लिए उत्पादक अथवा फर्म को इनकी कीमत चुकानी पड़ती है। इसे उत्पादन की लागत कहते हैं।
2. लागत फलन क्या है ?
Ans. लागत फलन उत्पादन एवं उत्पादन लागत के बीच फलनात्मक सम्बन्ध को बताता है। दूसरे शब्दों में, उत्पादन लागत (C) उत्पादन की मात्रा (O) का फलन (f ) है। अर्थात् C = f(O)
‘लागत फलन है उत्पादन की मात्रा का । “
3. अवसर लागत क्या है ?
Ans. किसी साधन की अवसर लागत का अभिप्राय उस साधन के दूसरे सर्वश्रेष्ठ वैकल्पिक प्रयोग में मिलने वाले मूल्य से है। बेन्हम के शब्दों में, “किसी वस्तु की अवसर लागत वह सर्वश्रेष्ठ विकल्प है जिसका उत्पादन उन्हीं उत्पत्ति साधनों द्वारा उसी लागत पर उस वस्तु के विकल्प के रूप में किया जा सकता है।”
4. सम-विच्छेद बिन्दु क्या है ?
Ans. सम-विच्छेद अथवा सम-स्तर बिन्दु उस दशा को सूचित करता है जब फर्म / उत्पादक के लिए आगम और लागत दोनों बराबर होते हैं अर्थात् TR = TC अथवा MR = MC
सम-विच्छेद बिन्दु लाभ-अलाभ बिन्दु होते हैं तथा फर्म इन बिन्दुओं पर केवल सामान्य लाभ प्राप्त करती है। यह वह स्थिति है जहाँ फर्म केवल अपनी सभी लागतें प्राप्त कर पाती है।
5. सीमान्त उत्पाद और औसत उत्पाद से आपका क्या आशय है ?
Ans. सीमान्त उत्पाद – उत्पादन प्रक्रिया में परिवर्ती कारक की प्रत्येक अतिरिक्त इकाई का प्रयोग कर प्राप्त अतिरिक्त उत्पाद को सीमान्त उत्पाद कहा जाता है।
औसत उत्पाद – उत्पादन प्रक्रिया में परिवर्ती कारक की प्रत्येक इकाई का प्रयोग कर प्राप्त प्रति इकाई उत्पादन को औसत उत्पाद कहा जाता है।
6. सीमान्त उत्पाद (MP) एवं कुल उत्पादन (TP) में संबंध बतलाइए ।
Ans. सीमान्त उत्पाद एवं कुल उत्पाद में संबंध :
1.जब कुल उत्पाद तेजी से बढ़ता है, सीमान्त उत्पाद भी बढ़ता है।
2. जब कुल उत्पाद अधिकतम होता है, तब सीमान्त उत्पाद शून्य हो जाता है।
3. जब कुल उत्पाद घटता है, सीमान्त उत्पाद ऋणात्मक हो जाता है।
4. जब कुल उत्पाद घटती दर से बढ़ता है, सीमान्त उत्पाद कम होता है।
7. प्रतिफल के नियम से क्या अभिप्राय है ? ये कितने प्रकार के होते हैं ?
Ans. प्रतिफल के नियम (Laws of Returns) -सोधन आगतों में परिवर्तन के फलस्वरूप उत्पादन में होने वाले परिवर्तन से सम्बन्धित नियम को प्रतिफल के नियम कहते हैं। दूसरे शब्दों में प्रतिफल के नियम साधन आगतों और उत्पादन के बीच व्यवहार विधि को बताते हैं। प्रतिफल के नियम इस बात का अध्ययन करते हैं कि साधनों की मात्रा में परिवर्तन करने पर उत्पादन की मात्रा में कितना परिवर्तन होता है।
प्रतिफल के नियम के प्रकार (Types of Law of returns) – प्रतिफल के नियम दो प्रकार के होते हैं- 1. साधन के प्रतिफल के नियम एवं 2. पैमाने के प्रतिफल के नियम साधन के प्रतिफल के नियम अल्पकाल से संबंधित हैं जबकि पैमाने के प्रतिफल के नियम दीर्घकाल से संबंध रखते हैं।
8. साधन के प्रतिफल तथा पैमाने के प्रतिफल में अंतर बताइए ।
Ans. साधन के प्रतिफल एक फर्म जब अल्पकाल में उत्पत्ति के कुछ साधनों को स्थिर रखकर अन्य साधनों की मात्रा में परिवर्तन करती है तब उत्पादन की मात्रा में जो परिवर्तन होते हैं। उन्हें साधन के प्रतिफल के नाम से जाना जाता है। इसकी तीन अवस्थाएँ होती हैं। पहली साधन के बढ़ते प्रतिफल या उत्पत्ति वृद्धि अवस्था, दूसरी साधन के स्थिर प्रतिफल या उत्पत्ति समता तथा तीसरी साधन के घटते प्रतिफल या उत्पत्ति ह्रास अवस्था ।
पैमाने के प्रतिफल – पैमाने के प्रतिफल का संबंध सभी कारकों में समान अनुपात में होने वाले परिवर्तनों के फलस्वरूप कुल उत्पादन में होने वाले परिवर्तन से है। यह एक दीर्घकालीन अवधारणा है।
9. साधन के घटते प्रतिफल के नियम को समझाइए |
Ans. जिस पैमाने में उत्पादन के साधन बढ़ाने पर उससे कम अनुपात में उत्पादन बढ़े तो उस पैमाने को घटते हुए प्रतिफल की संज्ञा दी जाती है। जैसे- यदि साधनों को 10 प्रतिशत बढ़ाया जाता है तथा उत्पादन 7 प्रतिशत बढ़ता है तो इस दशा को पैमाने के घटते प्रतिफल की संज्ञा दी जाती है।
10. कुल लागत, सीमान्त लागत और औसत लागत की अवधारणा का उल्लेख करें।
Ans. कुल लागत – किसी वस्तु की एक निश्चित मात्रा का उत्पाद करने के लिए उत्पादक को जो व्यय करना पड़ता है उनके जोड़ को कुल लागत कहते हैं। अल्पकाल की कुल लागत में स्थिर लागत एवं परिवर्तनशील लागत दोनों शामिल होती है लेकिन दीर्घ काल की कुल लागत में केवल परिवर्तनशील लागतें ही शामिल होती हैं।
सीमान्त लागत- किसी वस्तु की एक कम या एक अधिक इकाई का उत्पादन करने में कुल लागत में जो अन्तर आता है, उसे सीमान्त लागत कहते हैं। दूसरे शब्दों में, एक अतिरिक्त इकाई की अतिरिक्त लागत को सीमान्त लागत कहते हैं। औसत लागत उत्पादन की प्रति इकाई लागत को औसत लागत कहते हैं।
औसत लागत (AC) = कुल लागत (TC) / उत्पादन मात्रा
11. स्थिर लागत से आप क्या समझते हैं ?
Ans. स्थिर लागतें उस कुल खर्च का जोड़ है जो उत्पादक को उत्पादन के स्थिर साधनों की सेवाओं को खरीदने या भाड़े पर लेने के लिए खर्च करनी पड़ती है। उत्पादन स्तर के शून्य स्तर पर भी कुल स्थिर लागत अपरिवर्तित रहती है।
12. कुल स्थिर लागत वक्र की आकृति कैसी होती है ?
Ans. कुल स्थिर लागत वक्र की आकृति निम्नवत् होती है-
13. उत्पादन में वृद्धि के साथ औसत स्थिर लागत क्यों घटती है ?
Ans. उत्पादन प्रक्रिया में होनेवाली स्थिर लागत (TFC) को कुल उत्पादित होने वाली इकाइयों द्वारा भाग देने पर औसत स्थिर लागत (AFC) की प्राप्ति होती है।
AFC = TFC/q
जहाँ q = उत्पादन की मात्रा
उत्पादन में वृद्धि के साथ औसत स्थिर लागत घटती है क्योंकि कुल स्थिर लागत (TFC) स्थिर रहती है एवं उत्पादन की मात्रा (q) के बढ़ने पर AFC घटती है।
14. उत्पादन फलन को परिभाषित कीजिए।
Ans. उपादानों (Inputs) एवं उत्पादनों (Outputs) के फलनात्मक सम्बन्ध को उत्पादन फलन कहा जाता है। उत्पादन हमें यह बताता है कि समय की एक निश्चित अवधि में उपादानों के परिवर्तन से उत्पादन आकार में किस प्रकार और कितनी मात्रा में परिवर्तन होता है। इस प्रकार उपादानों की मात्रा और उत्पादन की मात्रा के भौतिक सम्बन्ध को उत्पादन फलन कहा जाता है।
वाट्सन के शब्दों में, “एक फर्म के भौतिक उत्पादन और उत्पादन के भौतिक साधनों के सम्बन्ध को उत्पादन फल कहा जाता है।
लेफ्टविच के शब्दों में, “उत्पादन फलन का अभिप्राय फर्म के उचित साधनों और प्रति समय इकाई वस्तुओं और सेवाओं के बीच का भौतिक सम्बन्ध है, जबकि मूल्यों को छोड़ दिया -जाये।”
15. उत्पादन फलन की विशेषताएँ लिखें।
Ans. उत्पादन फलन की विशेषताएँ-
1.उत्पादन के साधन एक दूसरे के स्थानापन्न हैं अर्थात् एक या कुछ साधनों में परिवर्तन होने पर कुल उत्पादन में परिवर्तन हो जाता है।
2. उत्पादन के साधन एक दूसरे के पूरक हैं अर्थात् चारों साधनों के संयोग से ही उत्पादन होता है।
3. कुछ साधन विशेष वस्तु के उत्पादन के लिये विशिष्ट होते हैं।
16. औसत उत्पाद तथा सीमान्त उत्पाद में क्या संबंध है ?
Ans. औसत उत्पाद तथा सीमान्त उत्पाद में सम्बन्ध (Relationship between AP and MP) –
1.औसत उत्पाद तब तक बढ़ता है जब तक सीमान्त उत्पाद औसत उत्पाद से अधिक होता है।
2. औसत उत्पाद उस समय अधिकतम होता है जब सीमान्त उत्पाद औसत उत्पाद के बराबर होता है।
3: औसत उत्पाद तब गिरता है जब सीमान्त उत्पाद औसत उत्पाद से कम होता है।
17. औसत उत्पाद तथा कुल उत्पाद में सम्बन्ध बतायें।
Ans. औसत उत्पाद एवं कुल उत्पाद में सम्बन्ध (Relationship between AP and TP) –
1.जब कुल उत्पाद बढ़ती दर से बढ़ता है तो औसत उत्पाद भी बढ़ता है।
2. जब कुल उत्पाद घटती दर से बढ़ता है तो औसत उत्पाद घटता है।
3. कुल उत्पाद तथा औसत उत्पाद हमेशा धनात्मक रहते हैं।
18. कुल उत्पाद, औसत उत्पाद तथा सीमान्त उत्पाद में क्या सम्बन्ध है ?
Ans. कुल उत्पाद, औसत उत्पाद तथा सीमान्त उत्पाद में सम्बन्ध (Relation between TP, AP) –
1.आरम्भ में कुल उत्पाद, सीमान्त उत्पाद तथा औसत उत्पाद सभी बढ़ते हैं। इस स्थिति में सीमान्त उत्पाद औसत उत्पाद से अधिक होता है।
2. जब औसत उत्पाद अधिकतम व स्थिर होता है तो सीमान्त उत्पाद औसत उत्पाद के बराबर होता है।
3. इसके बाद औसत उत्पाद और सीमान्त उत्पाद कम होता है, सीमान्त उत्पाद औसत उत्पाद से कम होता है, शून्य होता है और ऋणात्मक होता है परन्तु औसत उत्पाद तथा कुल उत्पाद हमेशा धनात्मक होते हैं।
4. जब सीमान्त उत्पाद शून्य होता है तब कुल उत्पाद अधिकतम होता है।
19. निजी लागत और सामाजिक लागत में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
Ans. निजी लागत (Private Cost)- निजी लागत वह लागत है जो किसी फर्म को एक वस्तु के उत्पादन में खर्च करनी पड़ती है। वस्तु के उत्पादक में उत्पादन द्वारा आगतों के खरीदने और किराए पर लेने के लिए किया गया खर्च निजी लागत कहलाती है। जैसे- ब्याज, मजदूरी, किराया आदि।
सामाजिक लागत (Social Cost) – सामाजिक लागत वह लागत है जो सारे समाज को वस्तु के उत्पादन के लिए चुकानी पड़ती है। सामाजिक लागत पर्यावरण प्रदूषण के रूप में होती है। जैसे-कारखाने द्वारा गंदे पानी को नदी में बहाना। इससे नदी की मछलियाँ मर जाती हैं और पानी को पीने योग्य बनाने के लिए नगर निगम को अधिक खर्च करना पड़ता
है। इसी प्रकार शहर में स्थिर फैक्टरी के धुएँ से पर्यावरण के दूषित होने पर शहरी नागरिकों के डॉक्टरी खर्च और लांडरी खर्च में वृद्धि सामाजिक लागत है। फर्म के उत्पादन की लागत से हमारा आशय निजी लागत से है, न कि सामाजिक लागत सं
20. सीमान्त लागत तथा औसत लागत में क्या सम्बन्ध है ?
Ans. सीमान्त लागत तथा औसत लागत में निम्न सम्बन्ध पाये जाते हैं-
1. जब औसत लागत कम होती है तो सीमान्त लागत औसत लागत से कम होती है।
2. जब औसत लागत बढ़ती है तो सीमान्त लागत औसत लागत से अधिक होती है।
3. औसत लागत वक्र सीमान्त लागत वक्र को न्यूनतम बिन्दु पर काटती है।
21. औसत स्थिर लागत वक्र किस प्रकार का दिखाई देता है ? यह ऐसा क्यों दिखाई देता है ?
Ans. औसत स्थिर लागत ( AFC) उतनी ही कम होती जाती है जितनी अधिक इकाइयों का उत्पादन किया जाता है। अतः औसत स्थिर लागत वक्र हमेशा बायें से दायें को नीचे की ओर झुकता हुआ होता है परन्तु यह कभी X अक्ष को स्पर्श नहीं करता क्योंकि औसत स्थिर लागत कभी भी शून्य नहीं हो सकती और उत्पादन का स्तर शून्य होने पर स्थिर लागत बनी रहती है।
22. उत्पादनकर्त्ता का परिवर्ती लागत क्या है ?
Ans. परिवर्ती लागत उस लागत को कहा जाता है जो उत्पादन की मात्रा में परिवर्तन होने पर परिवर्तित होती रहती है। इसे प्रत्यक्ष लागत अथवा परिवर्तनशील लागत भी कहा जाता है।
23. किसी फर्म के औसत उत्पाद से क्या समझते हैं ?
Ans. कुल उत्पादन में श्रमिक की इकाइयों से भाग देने पर जो भागफल प्राप्त होता है। उसे औसत उत्पाद कहा जाता है।
24. सीमान्त उत्पाद क्या है ?
Ans. सीमान्त उत्पाद का अभिप्राय कुल उत्पादन में परिवर्तन से है। जब परिवर्तित साधन की एक अतिरिक्त इकाई का प्रयोग करने से कुल उत्पादन में जो परिवर्तन आते हैं उसे सीमान्त उत्पाद कहते हैं।
25. कुल स्थिर लागत वक्र एवं कुल परिवर्ती लागत वक्र चित्रित करें।
Ans. कुल स्थिर लागत वक्र
26. किसी कारक का सीमान्त उत्पाद मूल्य क्या है ?
Ans. किसी कारक का सीमांत उत्पाद मूल्य वह लागत है जिसमें वस्तु की एक अतिरिक्त इकाई का उत्पादन करने पर कुल लागत में वृद्धि होती है।
27. सीमान्त उपयोगिता और कुल उपयोगिता से आप क्या समझाते हैं ?
Ans. सीमान्त उपयोगिता किसी वस्तु की एक अतिरिक्त इकाई के उपभोग करने से कुल उपयोगिता में जो वृद्धि होती है उसे सीमान्त उपयोगिता कहते हैं। दूसरे शब्दों में, हम कह सकते हैं कि किसी वस्तु की अन्तिम इकाई से प्राप्त होने वाली उपयोगिता सीमान्त उपयोगिता कहलाती है।
कुल उपयोगिता- किसी निश्चित समय में कुल इकाइयों के उपभोग से प्राप्त उपयोगिता कुल उपयोगिता होती है। कुल उपयोगिता की गणना करने के लिए सीमान्त उपयोगिताओं को जोड़ा जाता है।
28. अल्पकालीन औसत लागत ‘U’ आकार का क्यों होता है ?
Ans. अल्पकाल में परिवर्तनशील अनुपात का नियम लागू होता है। आरंभ में बढ़ते प्रतिफल के कारण लागत घटती है, फिर स्थिर प्रतिफल की दशा में लागत स्थिर रहती है तथा क्रम में घटते प्रतिफल मिलने पर लागत बढ़ती है। इसी कारण उत्पादन का आकार बढ़ने पर पहले लागत घटती है फिर न्यूनतम होकर स्थिर होती है और अंत में बढ़ती है। इसी क्रम के कारण औसत लागत वक्र U आकार का हो जाता है।
29. क्या उपयोगिता मापनीय है ?
Ans. हाँ, उपयोगिता मापनीय है। इसका मापन उपभोग की संतुष्टि है। उदाहरणार्थ, एक प्यासे व्यक्ति को पहले ग्लास पानी की उपयोगिता अन्तिम ग्लास पानी की तुलना में अधिक होती है।
30. मौद्रिक लागत क्या है ?
Ans. उत्पत्ति के समस्त साधनों के मूल्य को यदि मुद्रा में व्यक्त कर दिया जाये तो उत्पादक इन उत्पत्ति के साधन की सेवाओं को प्राप्त करने में जितना कुल व्यय करता है, मौद्रिक लागत कहलाती है। जे० एल० हैन्सन के शब्दों में, “किसी वस्तु की एक निश्चित मात्रा का उत्पादन करने के साधनों को जो समस्त मौद्रिक भुगतान करना पड़ता है उसे मौद्रिक उत्पादन लागत कहते हैं।
31. लाभ क्या है ?
Ans. उद्यमी को उसकी सेवाओं के बदले में जो राशि प्राप्त होती है उसे लाभ कहा जाता है। यह एक अवशेष आय है जो उद्यमी को उत्पादन के अन्य साधनों की कीमत चुकाने के बाद प्राप्त होती है।
32. किसी साधन के सीमान्त भौतिक उत्पाद में परिवर्तन होने पर कुल भौतिक उत्पाद में परिवर्तन किस प्रकार होता है ?
Ans. कुल भौतिक उत्पाद और सीमान्त भौतिक उत्पाद परस्पर संबंधित हैं। अन्य आगतों को स्थिर रखकर जब परिवर्तनशील साधन की एक अतिरिक्त इकाई का प्रयोग किया जाता है तो कुल भौतिक उत्पाद में जो परिवर्तन हाता है, उसे सीमान्त भौतिक उत्पाद कहते हैं। कुल भौतिक उत्पाद सीमान्त भौतिक उत्पाद का जोड़ होता है। जब सीमान्त भौतिक उत्पाद धनात्मक होता है. तो कुल भौतिक उत्पाद में वृद्धि होती है। जब सीमान्त भौतिक उत्पाद ऋणात्मक होता है तो उत्पाद कम होने लगता है। सीमान्त भौतिक उत्पाद में परिवर्तन उत्पादन की तीन अवस्थाओं को प्रकट करता है। उत्पादन की प्रथम अवस्था में सीमान्त भौतिक उत्पाद में वृद्धि होती है। उत्पादन की दूसरी अवस्था में यह धनात्मक तो रहता है, लेकिन कुल उत्पाद में वृद्धि घटती हुई दर से होती है। उत्पादन की तीसरी अवस्था में सीमान्त भौतिक उत्पाद ऋणात्मक हो जाता है और कुल उत्पाद में गिरावट आती है।