रोगों से प्रभावित होने वाले अंग
1.निमोनिया, ट्यूवरकुलोसिस (क्षयरोग) – फेंफड़ा
2. ब्रोंकाइटिस, कुकुर खांसी, दमा – फेंफड़ा
3. हैजा, टायफायड – छोटी आंत
4. पोलियो, रेबिज, मिर्गी, लकवा- तंत्रिका तंत्र
5. स्कर्वी, पायरिया – मसूड़ा
6. हेपेटाइटिस, पीलिया – यकृत
7. कोढ़ – तंत्रिका तंत्र
8. प्लेग – लिम्फ ग्रंथि
9. मलेरिया – प्लीहा
10. टिटनस – मेरूरज्ज्
11. गॉयटर – थायरॉड ग्रंथि
12. ट्रेकोमा, ग्लूकोमा, मायोपिया, रोहे – आँख
13. एड्स – प्रतिरक्षा तंत्र
14. चेचक – संपूर्ण शरीर
15. एनफ्लूएंजा – श्वसन तंत्र
16. खसरा – संपूर्ण शरीर
17. डिफ्थीरिया – श्वास नली
18. मेनिनजाइटिस – मस्तिष्क
19. हरपीस – त्वचा
20. कालाजार – अस्थिमज्जा
विभिन्न फलों के खाने वाले भाग
1.टमाटर – फलमिति एवं बीजाण्डासन
2. तरबूज – मध्य और अन्तः फलभिति
3. नाशपाति – गुदेदार पुष्पासन
4. कटहल – सह पत्र, परिदल तथा बीज
5. बैर/जामुन बेल – फलभिति, गूदेदार
6. सेब – भीतरी बीजाण्डासन गुदेदार पुष्पासन
7. अंगूर – फलभिति एवं बीजाण्डासन
8. अनार – रसीले बीज
9. काजू – बोजपत्र तथा पुष्पासन
10. बैंगन – फलाभिति तथा बीजाण्डासन
11. लीची – एरिल
12. मटर/दाल – बीजपत्र
13. भिण्डी – समूचा फल
14. शहतूत – रसीले परिदलपुंज
15. शरीफा – मांसल तथा गूदेदार पुष्पासन
16. इमली – मध्य भिति
17. मूंगफली – बीज
18. अमरूद – फलमिति तथा पुष्पासन
19. आम – मध्य भिति
20. केला – मध्य और अन्तः भिति
21. नींबू – रसीले रोम
22. सिंघाड़ा – बीजपत्र
23. धनिया – पुष्पासन एवं बीज
24. गेहूँ – भ्रूणपोष
25. पपीता – मध्य फलभिति
पौधों के संबंध में सबसे बड़ा / छोटा
1.सबसे बड़ा पुष्प – रेफ्लेशिया
2. सबसे छोटा पुष्प – वोल्फीया
3. सबसे भारी लकड़ी – हाविविया वनासा
4. सबसे हल्की लकड़ी – ओक्रोमा लैगोपस
5. सबसे लम्बा वृक्ष – यूकिलिप्टस
6. सबसे बड़ा वृक्ष – सिकोया
7. सबसे बड़ा बीज – लोडोसिया
8. सबसे छोटा बीज – ऑर्किड
9. सबसे बड़ा अंडा – साइकस
10. सबसे बड़ा पत्ती – विक्टोरिया रिजिया
11. सबसे छोटी पत्ती – वोल्फिया
12. सबसे बड़ा क्रोमोजोम – शैवाल
13. सबसे बड़ा फल – कटहल
14. सबसे छोटा फल – वुल्फिया
15. जीवित जीवाश्म – साइकस
16. सबसे छोटा शैवाल – क्लेमाइडोमोनास
17. सबसे बड़ा शैवाल – मैक्रोसिस्टीस
18. सबसे लम्बा आवृतबीजी वृक्ष – यूकेलिप्टस
19. सबसे छोटा आवृतबीजी – लेग्ना
दूरी मापने की कुछ मात्रके
1.1 पारसेक – 3 x 1016 मी.
2. 1 प्रकाश वर्ष – 9.46 x 1015 मी.
3. 1 खगोलीय मात्रक – 1.496 x 1011 मी०
4. 1 माइक्रोन – 10-6 मी०
5. 1 नॉटिकल मील – 1.852 किमी
6. 1 ऐंगस्ट्रम – 10-10 मी०
7. 1 फर्मी – 10-15 मी.
8. 1 न्यूटन – 105 डाईन
9. 1 जूल – 107 अर्ग
10. 1 कैलोरी- 4.18 जूल
11. 1 इलेक्ट्रॉन वोल्ट – 1.16 x 10-19 जूल
12. 1 किलो कैलोरी – 103 कैलोरी
13. 1 वाट घंटा – 3600 जूल
काँच में रंग देने वाले पदार्थ
1.गहरा नीला – कोबाल्ट ऑक्साइड
2. पीला – फेरीक ऑक्साइड
3. हरा – सोडियम क्रोमेट
4. लाल – क्यूप्रस ऑक्साइड
5. चटक लाल – कैडमियम सल्फाइड
6. नारंगी लाल – सिलेनियम ऑक्साइड
7. पिकॉक नीला – क्यूप्रिक लवण
8. नींबू जैसा पीला – कैडमियम सल्फाइड
9. बैंगनी से हल्का – मैगनीज डाइऑक्साइड
10. रूबी जैसा लाल – गोल्ड क्लोराइड
11. प्रतिदिप्तीशील पीला – फेरिक लवण
जीवधारियों के वैज्ञानिक नाम
1.मनुष्य – Home Sapiens
2. मेढ़क – Rana tigrina
3. बिल्ली – Felis domestica
4. कुत्ता – Canis familaris
5. गाय – Bos indicus
6. मक्खी – Musca domestica
7. आम – Mangifera indica
8. धान – Oryza sativa
9. गेहूँ – Triticum aestivum
10. मटर – Pisum sativum
11. चना – Cicer arietinum
12. सरसों – Brassica campestris
10 के विभिन्न घातों
1.1018 – एक्सा
2. 1015 – पेटा (peta)
3. 1012 – टेरा (tera)
4. 109 – जीगा (giga)
5. 106 – मेगा ( mega)
6. 103 – किलो (kilo)
7. 102 – हेक्टो ( hecto )
8. 101 – डेका (deca)
9. 10-18 – एटो (atto)
10. 10-15 – फेम्टो (femto)
11. 10-12 – पीको (pico)
12. 10-9 – नैनो (nano)
13. 10-6 – माइक्रो (micro)
14. 10-3 – मिली (milli)
15. 10-2 – सेण्टी (centi)
16. 10-1 – डेसी (deci)
काँच के प्रकार एवं उनके उपयोग
1.फ्लिन्ट काँच – कैमरा, दूरबीन, लेंस में
2. पाइरेक्स काँच – प्रयोगशाला के उपकरण
3. सोडा काँच – ट्यूब लाइट, बोतल में
4. क्राउन काँच – विद्युत बल्ब बनाने में
5. क्रुक्स काँच – धूप चश्मा के लेंस में
6. पोटाश काँच – बर्तन बनाने में
7. मृदु काँच – परखनली बनाने में
विद्युत चुम्बकीय तरंगे एवं तरंगदैर्ध्य
1.कॉस्मिक किरणे – 10 से 0.01
2. गामा किरणे – 0.01 से 0.1
3. एक्स किरणे – 0.1 से 150
4. दृश्य किरणे – 3800 से 7600
5. रेडियो तरंगे – 3 x 109 से 3 x 1014
6. पराबैंगनी किरणे – 150 से 3800
7. अवरक्त विकिरण – 7600 से 6×106
8. सूक्ष्म तरंगे – 6 x 106 से 3 x 109
विभिन्न माध्यमों में प्रकाश की चाल
1.निर्वात – 3 x 108 m/s
2. जल – 2.25 x 108 m/s
3. काँच – 2 x 108 m/s
4. नाइलोन – 1.96 x 108 m/s
विभिन्न माध्यमों में ध्वनि की चाल
1.वायु – 332 m/s
2. हाइड्रोजन – 1269 m/s
3. जल – 1490m/s
4. समुद्र जल – 1533 m/s
5. पारा – 1450 m/s
6. काँच – 5640 m/s
7. लोहा – 5130 m/s
ध्वनि स्रोत से उत्पन्न ध्वनि तीव्रता
1.साधारण बातचीत – 30-40
2. जोर से बातचीत – 50-60
3. फुरफुसाहट – 15-20
4. भीड़ में ट्रैफिक – 70
5. जेट विमान – 140-150
6. साइरन – 110-120
7. मिसाइल – 180
8. सूक्ष्म तरंगे – 6 x 106 से 3 x 109
मात्रकों की पद्धति
1.1 मिलीसेकेण्ड – 10-3 सेकेण्ड
2. 1 माइक्रोसेकेण्ड – 10-6 सेकेण्ड
3. नैनोसेकेण्ड – 10-9 सेकेण्ड
4. 1 अश्व शक्ति – 746 वाट
5. 1 फेदम – 6 फीट
6. 0° सेंटीग्रेड – 32° फारेनहाइट
7. (-40°) फारेनहाइट – (- 40°) सेंटीग्रेड
8. 1 बैरेल – 159 लीटर
9. 1 कैरेट – 200 मिली ग्राम
10. 1 केविल – 100 फैदम
11. 1माइक्रोन – 0.001 मिमी.
12. 1 बार – 106 डाइनस
13. 1 रीम – 20 दस्ता
14. 1 हॉर्स पावर – 746 वाट
प्रमुख रोग एवं संबंधित टीके
1.टी.बी. – बी. सी. जी. [BCG]
2. डिप्थीरिया, टिटनस – डी. पी. टी. (DPT]
3. काली कुकर खाँसी – डी. पी. टी. (DPT]
4. मप्स, खसरा – मम्प्स वैक्सीन (MMR]
5. पोलियो – मम्प्स वैक्सीन [MMR]
6. टाइफाइड – टाइफाइड वैक्सीन
7. छोटी माता – रूबेला वैक्सीन
8. जर्मन खसरा – रूबेला वैक्सीन
कुछ सामान्य पदार्थो के PH मान
1.शुद्ध जल – 7
2. सिरिका – 2.5 – 3.4
3. शराब – 2.8 – 3.8
4. दूध – 6.4 – 6.6
5. समुद्री जल – 8.4
6. लार (मनुष्य) – 6.5-7.5
7. मुत्र ( मनुष्य का) – 4.8 – 8.4
8. रक्त (मनुष्य का ) – 7.4
9. नींबू का रस – 2.2 – 2.4
10. कॉफी – 4.5 – 5.5
11. वीयर – 4.0-5.0
12. टमाटर जूस – 4.5 -5.5
वैज्ञानिक कारण
1.हवाई जहाज से यात्रा करते समय पेन से स्याही निकलने लगती है – वायुदाब में कमी के कारण
2. जब लिफ्ट उपर की ओर जाती है तो आदमी का भार वास्तविक भार से अधिक होता है क्योंकि – उसकी चाल ऊपर की ओर समरूप होती है
3. पृथ्वी पर वायुमंडलीय दबाव का कारण है – गुरुत्वाकर्षण
4. प्रेशर कुकर में खाना जल्दी पकता है – क्योंकि दाब अधिक होने से क्वथनांक बढ़ जाता है।
5. दलदल में फसे व्यक्ति को लेट जाने की सलाह दी जाती है क्योंकि – क्षेत्रफल अधिक होने पर दाब कम जाता है।
6. बर्फ पानी में तैरती है परन्तु अल्कोहल में डुब जाती है क्योंकि – बर्फ पानी से हल्की होती है तथा अल्कोहल से भारी
7. शेविंग ब्रश को जल से निकाले जाने पर इसके केश आप में सटे रहते है – पृष्ठ तनाव के कारण
8. वर्षा की बुंदे एवं पारे के कण गोलाकार होती है – पृष्ठ तनाव के कारण
9. लालटेन की बत्ती में तेल ऊपर चढ़ता है – केशिकत्व के कारण
10. ब्लॉटिंग पेपर स्याही सोख लेता है – केशिकत्व के कारण
11. कपूर के छोटे-छोटे टुकड़े जल की सतह पर नाचते है – पृष्ठ तनाव के कारण
12. पानी काँच को भिंगोता है – आसंजक बल के कारण
13. प्रतिध्वनि का कारण है – ध्वनि का परावर्तन
14. बर्फ के दो टुकड़ों को आपस में दबाने पर टुकड़े आपस में चिपक जाते है क्योंकि –दाब अधिक होने से बर्फ का ग्लनांक घट जाता है
15. वायुमंडल में हमारे ऊपर बादलों के तैरने का कारण है –उनका कम घनत्व तथा वायु की श्यानता
16. तेज हवा वाली रात्रि में ओस नहीं बनती क्योंकि – वाष्पीकरण की दर तेज होती है
17. तापमापी में पारे का प्रयोग किया जाता है क्योंकि – पारा गर्म होने पर अधिक फैलता है
18. ठंडे प्रदेशों में पारा के स्थान पर अल्कोहल को तापमापी द्रव के रूप में वरीयता दी जाती है क्योंकि – अल्कोहल का द्रवांक निम्नतम होता है।
19. आकाश नीला लगता है क्योंकि – लघु तरंग दीर्घं तरंगो की अपेक्षा वायुमंडल द्वारा प्रकीर्ण होती है
20. समुद्र नीला प्रतीत होता है – आकाश के परावर्तन तथा जल के कणों द्वारा प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण
21. प्रकाश सीधी रेखा में चलता प्रतीत होता है क्योंकि – इसकी तरंगदैर्ध्य बहुत छोटी होती है।
22. हीरे रात में क्यों चमकते है – उच्च अपवर्तनांक के कारण प्रकाश की किरणें आंतरिक रूप से परावर्तित होती है
23. आकाश का रंग प्रायः नीला दिखाई पड़ता है – प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण
24. तारे टिमटिमाते है – वातावरणीय अपवर्तन के कारण
25. अस्त होते समय सूर्य लाल दिखाई देता है – प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण
26. बिजली के कारीगर हाथ में रबड़ के दस्ताने पहनते है क्योंकि –रबड़ विद्युत का कुचालक होता है
27. रात में पेड़ के नीचे नहीं सोना चाहिए क्योंकि – पौधे रात में कार्बनडाइऑक्साइड छोड़ते है
28. सोडियम को मिट्टी के तेल में रखा जाता है क्योंकि – सोडियम ऑक्सीजन के संपर्क में जलने लगता है
29. विद्युत बल्ब में फिलामेंट टंगस्टन का बना होता क्योंकि – इसका गलनांक बहुत उच्च होता है।
30. बिजली की चमक पहले दिखाई देती है जबकि गर्जन बाद में सुनाई पड़ता है क्योंकि – प्रकाश की गति ध्वनि की गति से अधिक होती है
31. पानी में डूबी हुई लकड़ी टेढ़ी दिखाई देती है – प्रकाश के अपवर्तन के कारण
32. मोटरगाड़ियों में ड्राइवर के आगे उत्तल दर्पण लगा होता है क्योंकि –इसमें बना प्रतिबिम्ब आकार में छोटा किन्तु सीधा होता है।
33. सूर्य के डूबते ही पूरा अंधेरा क्यों नहीं हो जाता है। प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण रेगिस्तान में मरीचिका बनने का कारण है – प्रकाश का पूर्ण आंतरिक परावर्तन
34. हीरे के चमकने का कारण है – प्रकाश का पूर्ण आंतरिक परावर्तन
35. लाल रंग के प्रकाश में हरा घास काला दिखाई देता है क्योंकि – हरा रंग लाल रंग को अवशोषित कर लेता है।
36. समुद्र के पानी में लवणता का कारण – सोडियम क्लोराइड
37. किसके कारण एक वस्तु दूसरे से चिपकती है – आसंजक बल
38. द्रवों में श्यानता किसके कारण होती है – ससंजक बल के कारण
39. जल में पड़ी परखनली चमकता है – पूर्ण आन्तरिक परिवर्तन के कारण
40. काँच में आए दरार चमकता है – पूर्ण आंतरिक परावर्तन के कारण
41. पहाड़ पर चढ़ता हुआ व्यक्ति आगे की ओर झुक जाता है – स्थायित्व बढ़ाने के लिए
42. पृथ्वी पर वायुमंडलीय दबाव का कारण है। – गुरुत्वाकर्षण
43. पहाड़ों पर खाना बनाने में कठिनाई होती है क्योंकि –पृथ्वी की सतह से ऊपर जाने पर वायुमंडलीय दाब कम हो जाता है
44. बाँध के नीचे की दीवारे मोटी बनायी जाती है क्योंकि – गहराई बढ़ने के साथ द्रव का दाब बढ़ता है।
45. स्टील की गोली पारे में तैरती है क्योंकि – पारे का घनत्व स्टील की अपेक्षा अधिक होता है
46. जल की सतह पर सुई तैरती है –पृष्ठ तनाव के कारण ।
47. दूध से क्रीम के कण अलग हो जाते है – अपकेन्द्रीय बल के कारण
48. बर्फ पानी पर तैरता है क्योंकि – बर्फ का घनत्व पानी से कम होता है
49. ठंडे मौसम में पानी के पाइप फट जाते है क्योंकि – पानी के जमने पर आयतन बढ़ जाता है।
50. आकाश का रंग नीला दिखाई पड़ने का कारण है – प्रकाश का प्रकीर्णन
51. दिन-रात होने का कारण है – पृथ्वी की घूर्णन गति
52. मौसम परिवर्तन का कारण है – पृथ्वी की परिभ्रमण गति
53. चन्द्रमा पर किसी वस्तु का भार कम होने का कारण है – गुरूत्वाकर्षण कम होना
54. पानी से भरी बाल्टी का पेंदा ऊपर उठे नजर आने का कारण है – प्रकाश का अपवर्तन
55. ओस गिरने का कारण है – वायुमंडलीय ताप का कम हो जाना
56. गर्म भोजन का अधिक स्वादिष्ट लगने का कारण है –पृष्ठ तनाव कम होना
57. पानी में आधी डुबी हुई छड़ का टेढ़ी दिखाई पड़ने का कारण है – प्रकाश का अपवर्तन
विभिन्न कारकों से उत्पन्न रोग
1.वायरस :- चेचक , जुकाम , इनफ्लूएन्जा , खसरा , मस्तिष्क ज्वर , पोलियो , रेबीज , गलसूआ , एड्स
2. बैक्टिरिया :- टेटनस , हैजा , टायफायड , तपेदिक , डिप्थीरिया , प्लेग , निमोनिया , क्षयरोग
3. प्रोटोजोआ :- मलेरिया ,पायरिया ,दमा, खाज,पेचिस ,कालाजार ,डायरिया , फाईलेरिया ,कुष्ट रोग ,
फफून्द ,निद्रा रोग
विभिन्न वर्णों के तरंगदैर्ध्य (नैनोमीटर में)
1.बैंगनी – 400-440
2. जामूनी – 440-460
3. नीला – 460-500
4. हरा – 500-570
5. पोला – 570-590
6. नारंगी – 590-620
7. लाल – 620-700
पौधे से प्राप्त होने वाली औषधियाँ
1.तम्बाकु – निकोटिन
2. सिनकोना की छाल – कुनैन
3. कॉफी – कैफीन
4. चाय – थीन
5. अफीम – हेरोइन
6. विलो – एस्पिरिन
7. सर्पगंधा – एण्टी पायरेटिक
8. कवक – पेनिसिलिन
9. बेलाडोना – एट्रोपिन ( दर्द निवारक)
10. डहेलिया – मधुमेह
प्रमुख सदिश एवं अदिश राशियाँ
1.सदिश राशि – संवेग, आवेग, त्वरण, बल, वेग, भार, बल-आघूर्ण, धारा
2. अदिश राशि – चाल, द्रव्यमान, आवेश, घनत्व, उर्जा, विद्युतधारा
तत्व एवं उनके अपरूप
1.कार्बन – हीरा, ग्रेफाइट, कोयला
2. ऑक्सीजन – ओजो
3. सल्फर – रोम्बिक, मोनोक्लाइनिक
4. फास्फोरस – पीला तथा लाल फास्फोरस
पोषक तत्वों के स्रोत
1.प्रोटीन – अण्डा, दूध, पनीर, मांस , मछली, दाल आदि
2. वसा – घी, तेल, दूध, मांस, आदि
3. कार्बोहाइड्रेट – चीनी, शहद, दूध, अनाज, फल, आलू आदि
4. खनिज लवण – मांस, दूध, अनाज, हरी सब्जियाँ आदि
5. विटामिन – मांस, मछली, दूध, गाजर, हरी सब्जियाँ आदि
प्रमुख अम्लों के प्राकृतिक स्रोत
1.फार्मिक अम्ल – लाल चीटियों व बिच्छू
2. साइट्रिक अम्ल – खट्टे फलों में (आँवला)
3. बेन्जोइक अम्ल – घास, पत्ते में
4. ऑक्जेलिक अम्ल – सारेल का वृक्ष
5. एसीटिक अम्ल – फलों के रसों में
6. नाइट्रिक अम्ल – फिटकरी व शोरा
7. सल्फ्यूरिक अम्ल – हरा कसीस
8. टारटेरिक अम्ल – ईमली, अंगूर में
9. लैक्टिक अम्ल – दूध में
10. अमीनो अम्ल – प्रोटीन
11. हाइड्रोक्लोरिक – पाचक रस
12. मैलिक अम्ल – कच्चे सेव या फल
13. टैनिक अम्ल – चाय
14. यूरिक अम्ल – मूत्र
दो रंगों के मिश्रण से बने रंग
1.लाल + नीला = मैंजेन्टा
2. लाल + हरा = नीला
3. हरा + नीला = पीकॉक नीला
4. लाल + पीकॉक नीला = सफेद
5. हरा + मैंजेटा = सफेद
6. नीला + पीला = सफेद
7. लाल + हरा + नीला = सफेद
प्रमुख काँच एवं उनके संघटन
1.सोडा काँच – सोडियम कार्बोनेट, कैल्सियम कार्बोनेट व सिलिका
2. फ्लिण्ट काँच – पोटैशियम कार्बोनेट, लेड ऑक्साइड व सिलिका
3. क्रुक्स काँच – सिरियम ऑक्साइड व सिलिका
4. पोटाश काँच – पोटैशियम कार्बोनेट, कैल्सियम कार्बोनेट व सिलिका
5. पाइरेक्स काँच – बेरियम सिलिकेट व सोडियम सिलिकेट
6. क्राउन काँच – पोटेशिम ऑक्साइड , बेरियम ऑक्साइड व सिलिका
7. सीसा क्रिस्टल काँच – पोटैशियम कार्बोनेट, लेड, ऑक्साइड व सिलिका
पदार्थों के अपवर्तनांक एवं क्रांतिक कोण
1.पानी – 1.33 – 98.5°
2. क्राउन काँच – 1.52 – 41.10
3. हीरा – 2.42 – 124.40
4. फ्लिंट काँच – 1.65 – 37.4°
जंतुओं के गर्भ अवधि काल
1.हाथी – 624 दिन
2. ऊँट – 400 दिन
3. घोड़ा – 330 दिन
4. गाय – 284 दिन
5. बाघ – 155 दिन
6. बकरी – 150 दिन
7. कुत्ता – 63 दिन
8. सुअर – 114 दिन
9. भैंस – 300 दिन
10. गदहा – 365 दिन
11. चूहा – 21 दिन
12. शेर – 120 दिन
13. गिलहरी – 40 दिन
14. बिल्ली – 50 दिन
15. चीता – 95 दिन
16. भेड़िया – 63 दिन
विभिन्न पदार्थों के स्थिति एवं कारण
1.प्याज का लाल होना – एन्थोसाइन
2. लहसून में गंध – एलाइसिन
3. मूली में दिखापन – आइसोसाइनेट
4. मिर्च में चरपराहट – कंप्सेसिन
5. खीरे में कड़वाहट – कुकरविटेसिन
6. करेले में कड़वाहट – ट्राइटरपाइन
7. गाजर में लाल रंग – एन्थ्रोसाइनिन
8. नारंगी में रंग – कैरोटी
9. हल्दी में पीला रंग – कुरकुमिन
10. मिर्च का लाल रंग – कैप्सेनथिन
11. टमाटर का लाल रंग – लाइकोपिन
12. आलू में कंदो का हरापन – सालिनिन
13. आवले में कसैलापन – टैनिन
14. प्याज में पीला रंग – क्वसिटिन
15. प्याज में गंध – एलाइल