विचारक, विश्वास और ईमारतें : सांस्कृतिक विकास

वस्तुनिष्ठ प्रश्न

1. गौतम बुद्ध का जन्म कहाँ हुआ था ?

[ A ] कपिलवस्तु के लुबनी में
[ B ] कुशीनगर में
[ C ] पाटलिपुत्र में
[ D ] सारिनाथ में

Answer ⇒ (A)

2. महावीर ने पार्श्वनाथ के सिद्धांतों में नया सिद्धांत क्या जोड़ा ?

[ A ] अहिंसा
[ B ] ब्रह्मचर्य
[ C ] सत्य
[ D ] अपरिग्रह

Answer ⇒ (B)

3. श्वेताम्बर एवं दिगम्बर का संबंध किस धर्म से हैं ?

[ A ] बौद्ध
[ B ] जैन
[ C ] ईसाई
[ D ] इस्लाम

Answer ⇒ (B)

4. आर्यों की सभ्यता किस नाम से जानी जाती है ।

[ A ] ताम्रपाषाणिक सभ्यता
[ B ] नवपाषाणिक सभ्यता
[ C ] वैदिक सभ्यता
[ D ] हड़प्पा सभ्यता

Answer ⇒ (C)

5. आर्यों का सबसे प्रमुख पशु कौन था ?

[ A ] गाय
[ B ] बैल
[ C ] सांढ
[ D ] घोड़ा

Answer ⇒ (A)

6. आर्यो का प्रिय पेय क्या था ?

[ A ] सोम रस
[ B ] दूध
[ C ] सूरा
[ D ] इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

7. महात्मा बुद्ध को महापरिनिर्वाण प्राप्त हुआ।

[ A ] कपिलवस्तु में
[ B ] पाटलिपुत्र में
[ C ] कुशीनगर में
[ D ] गया में

Answer ⇒ (C)

8. बुद्ध का सारनाथ में दिया प्रथम प्रवचन क्या कहलाता है ?

[ A ] धर्म प्रवर्तन
[ B ] धर्मचक्र प्रवर्तन
[ C ] धर्म समागम
[ D ] मध्य समागम

Answer ⇒ (B)

9. बुद्ध के अष्टांगिक मार्ग में कौन-सा सिद्धांत नहीं था ?

[ A ] सम्यक् दृष्टि
[ B ] . सम्यक् वाक्
[ C ] सम्यक चरित्र
[ D ] सम्यक स्मति

Answer ⇒ (C)

10. निम्न में से कौन गौतम बुद्ध के शिष्य थे ?

[ A ] आनन्द एवं उपाली
[ B ] कश्यप
[ C ] सारिपुत्र एवं गौद्रलायन
[ D ] उपर्युक्त सभी

Answer ⇒ (D)

11. ‘किसके शासन काल में बौद्ध धर्म का विभाजन हीनयान और महायान सम्प्रदायों में हुआ ?

[ A ] अशोक
[ B ] कनिष्क
[ C ] हर्षवर्द्धन
[ D ] धर्मपाल

Answer ⇒ (B)

12. गौतम बुद्ध के गृह त्याग की घटना को बौद्ध ग्रन्थों में क्या कहा गया है ?

[ A ] महाभिनिष्क्रमण
[ B ] धर्मचक्र प्रवर्तन
[ C ] संबोधि
[ D ] महापरिनिर्वाण

Answer ⇒ (A)

13. गौतम बुद्ध ने बौद्ध संघ की स्थापना कहाँ की थी ?

[ A ] बनारस में
[ B ] सारनाथ में
[ C ] राजगृह में
[ D ] चंपा में

Answer ⇒ (B)

14. बौद्ध धर्म के भारत में पतन का कारण क्या नहीं है ?

[ A ] ब्राह्मणवाद में सुधार
[ B ] बौद्ध विहारों की संपत्ति
[ C ] बुद्धिजीवियों की भाषा संस्कृत का प्रयोग
[ D ] राजसी संरक्षण की कमी

Answer ⇒ (D)

15. गौतम बुद्ध किस कुलं से संबंधित थे ?

[ A ] शाक्य कुल
[ B ] ज्ञात्रिक कुल
[ C ] कोलिय कुल
[ D ] मौरिया कुल

Answer ⇒ (A)

16. निम्न में से प्राचीनतम वेद कौन है ?

[ A ] सामवेद
[ B ] ऋग्वेद
[ C ] अर्थववेद
[ D ] यजुर्वेद

Answer ⇒ (B)

17. ऋग्वैदिक कालीन लोग किसकी पूजा करते थे ?

[ A ] विष्णु
[ B ] प्रकृति
[ C ] लक्ष्मी
[ D ] शिव

Answer ⇒ (B)

18. ऋग्वैदिक समाज था ।

[ A ] पितृ सतात्मक
[ B ] मातृ सतात्मक
[ C ] पत्नी प्रधान
[ D ] इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (A)

19. वेद का अर्थ है ।

[ A ] ज्ञान
[ B ] कर्म
[ C ] पूजा
[ D ] सुनना

Answer ⇒ (A)

20. ऋग्वेद के पुरुष सूक्त में सर्वप्रथम किस वर्ण का उल्लेख मिलता है ?

[ A ] ब्राह्मण
[ B ] क्षत्रिय
[ C ] वैश्य
[ D ] शुद्र

Answer ⇒ (D)

21. ऋग्वेद में मंडलों की संख्या कितनी है ?

[ A ] 10
[ B ] 11
[ C ] 12
[ D ] 13

Answer ⇒ (A)

22. जैनियों के प्रथम तीर्थंकर थे ।

[ A ] पार्श्वनाथ
[ B ] ऋषभदेव
[ C ] अनितनाथ
[ D ] परमप्रभ

Answer ⇒ (B)

23. सर्वमान्य मत के अनुसार आर्य कहाँ के मूल निवासी थे ?

[ A ] यूरोप
[ B ] अफ्रिका
[ C ] मध्य एशिया
[ D ] द०पू०एशिया

Answer ⇒ (C)

24. उपनिषद् मूलतः किस प्रकार के ग्रंथ हैं ?

[ A ] राजनीतिक
[ B ] सामाजिक
[ C ] धार्मिक
[ D ] दार्शनिक

Answer ⇒ (D)

25. निम्नलिखित वर्गों में किसे उपनयन संस्कार करने का अधिकार नहीं था ?

[ A ] ब्राह्मण
[ B ] क्षत्रिय
[ C ] वैश्य
[ D ] शुद्र

Answer ⇒ (D)

26. बोग्जाकोई नामक स्थान कहाँ स्थित था ?

[ A ] अफगानिस्तान
[ B ] आर्कटिक प्रदेश
[ C ] एशिया माइनर
[ D ] ईरान

Answer ⇒ (C)

27. प्राचीन भारत में द्वितीय शहरीकरण कब हुआ था ?

[ A ] ऋग्वैदिक काल में
[ B ] उत्तरवैदिक काल में
[ C ] प्राक् मौर्यकाल में
[ D ] मौर्यकाल में

Answer ⇒ (C)

28. ‘हीनयान’ और ‘महायान’ सम्प्रदाय किस धर्म से संबंधित है ?

[ A ] जैन
[ B ] बौद्ध
[ C ] हिन्दू
[ D ] सिख

Answer ⇒ (B)

29. जिस बोधिवृक्ष के नीचे बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ उसे किसने नष्ट कर दिया था ?

[ A ] शशांक
[ B ] तोरामण
[ C ] बख्तियार खिलजी
[ D ] मिहिरकुल

Answer ⇒ (A)

30. धर्मचक्र परिवर्तन क्या है ?

[ A ] मोक्ष की प्राप्ति
[ B ] प्रथम उपदेश
[ C ] आचार संहिता
[ D ] संघ का संगठन

Answer ⇒ (B)

31. गौतम बुद्ध को ज्ञान किस नदी के किनारे मिला था ?

[ A ] गंगा नदी
[ B ] गंडक नदी
[ C ] निरंजना नदी
[ D ] कमला नदी

Answer ⇒ (C)

32. महात्मा बुद्ध के बचपन का नाम क्या था ?

[ A ] वर्द्धमान
[ B ] सिद्धार्थ
[ C ] देवदत
[ D ] राहुल

Answer ⇒ (B)

33. महात्मा बुद्ध को ज्ञान कहाँ प्राप्त हुआ।

[ A ] राजगृह
[ B ] बोधगया
[ C ] लूम्बनी
[ D ] सारनाथ

Answer ⇒ (B)

34. गौतम बुद्ध के समकालीन मगध सम्राट था।

[ A ] चन्द्रगुप्त मौर्य
[ B ] बिम्बिसार
[ C ] अजातशत्रु
[ D ] अशोक

Answer ⇒ (B)

35. गौतम बुद्ध को खीर खिलानेवाली स्त्री का नाम क्या था ?

[ A ] अंबपाली
[ B ] शालवती
[ C ] गौतमी
[ D ] सुजाता

Answer ⇒ (D)

36. चौथी बौद्ध परिषद किस शासक के काल में हुई थी ?

[ A ] अशोक
[ B ] कालाशोक
[ C ] अजातशत्रु
[ D ] कनिष्क

Answer ⇒ (D)

37. प्रथम बौद्ध संगीति का आयोजन कहाँ हुआ था ?

[ A ] राजगृह
[ B ] पाटलिपुत्र
[ C ] वैशाली
[ D ] श्रीनगर

Answer ⇒ (A)

38. द्वितीय बौद्ध संगीति का आयोजन कहाँ हुआ था ?

[ A ] राजगृह
[ B ] पाटलिपुत्र
[ C ] वैशाली
[ D ] श्रीनगर

Answer ⇒ (C)

39. चतुर्थ बौद्ध संगीति का आयोजन कहाँ हुआ था ?

[ A ] पाटलिपुत्र
[ B ] श्रीनगर
[ C ] राजगृह
[ D ] तक्षशीला

Answer ⇒ (B)

40. ऋग्वैदिक आर्यों के युद्ध देवता कौन थे ?

[ A ] इन्द्र
[ B ] वरूण
[ C ] अग्नि
[ D ] रूद्र

Answer ⇒ (A)

41. ऋग्वेद में वर्णित ‘दशराज्ञ युद्ध’ किस नदी के किनारे हुआ था ?

[ A ] दृषद्वति नदी के किनारे
[ B ] शतुद्रि नदी के किनारे
[ C ] परुष्णी नदी के किनारे
[ D ] आसिवनी नदी के किनारे

Answer ⇒ (C)

42. महावीर जैन को किस नदी के किनारे ज्ञान की प्राप्ति हुई ?

[ A ] गंगा
[ B ] सोन
[ C ] ऋजुपालिका
[ D ] गंडक

Answer ⇒ (C)

43. किस वंश ने बौद्ध धर्म को संरक्षण प्रदान किया ?

[ A ] शुंग
[ B ] कण्व
[ C ] इंडो-ग्रीक
[ D ] सातवाहन

Answer ⇒ (C)

44. सांची का स्तूप मूलत: किस मौर्य शासक ने बनवाया ?

[ A ] दशरथ
[ B ] सम्प्रति
[ C ] अशोक
[ D ] बिंदुसार

Answer ⇒ (C)

45. वैदिक सभ्यता थी ।

[ A ] नगरीय
[ B ] ग्रामीण
[ C ] शिकारी
[ D ] इनमें से कोई नहीं

Answer ⇒ (B)

46. त्रिरत्न किस धर्म से संबंधित है ?

[ A ] बौद्ध धर्म
[ B ] जैन धर्म
[ C ] शैव
[ D ] वैष्णव

Answer ⇒ (B)

47. त्रिपटक किस धर्म से संबंधित है ?

[ A ] जैन
[ B ] बौद्ध
[ C ] हिन्दू
[ D ] शैव

Answer ⇒ (B)

लघु उत्तरीय प्रश्न

1. महात्मा बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति एवं निर्वाण स्थल के नाम बताइए।

Ans. महात्मा बुद्ध के ज्ञान प्राप्ति एवं निर्वाण स्थल का नाम बोधगया है।

2. जैन धर्म में पंच महाव्रत क्या था ?

Ans. जैन धर्म में पंच महाव्रत निम्नलिखित थे-

1.सत्य या अमृषा हमेशा सत्य बोलो, कभी झूठ न बोलो।

2.अहिंसा – कभी हिंसा मत करो, किसी का दिल न दुखाओ।

3.अस्तेय कभी चोरी न करो। किसी का कुछ सामान देखकर ललचाना भी चोरी है।

4.अपरिग्रह सम्पत्ति का संग्रह न करो।

5.ब्रह्मचर्य – इन्द्रियों को वश में रखो।

3. बुद्ध के संदेश भारत के बाहर किन-किन देशों में फैले ? दो नाम बताइए।

Ans. बुद्ध के संदेश भारत के बाहर श्रीलंका और जापान आदि देशों में फैले।

4. जैन धर्म एवं बौद्ध धर्म में चार समानताओं को बताइए।

Ans. जैन धर्म एवं बौद्ध धर्म में चार समानताएँ निम्नलिखित हैं-

1.दोनों ही अनीश्वरवादी हैं।

2.दोनों वैदिक यज्ञ कर्मकाण्ड का विरोध करते थे।

3.दोनों ही अपने उपदेश जनभाषा प्राकृत एवं पाली में देते थे।

4.जाति प्रथा का दोनों धर्मों में कोई स्थान न था ।

5. ‘आश्रम’ के बारे में आप क्या जानते हैं ?

Ans. वैदिक काल में प्रत्येक व्यक्ति की आयु को 100 वर्ष मानकर उसे चार भागों (आश्रमों) में बाँट दिया गया। इन आश्रमों का विभाजन निम्नलिखित ढंग से किया जाता था-

(i) ब्रह्मचर्य आश्रम पहले 25 वर्ष की आयु तक ।

(ii) गृहस्थ आश्रम 25 से 50 वर्ष की आयु तक ।

(iii) वानप्रस्थ आश्रम 50 से 75 वर्ष की आयु तक ।

(iv) संन्यास आश्रम 75 से 100 वर्ष की आयु तक ।

6. आप वैदिक संस्कृति के बारे में क्या जानते हैं ?

Ans. वैदिक साहित्य विशेषकर चार वेद ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद तथा अथर्ववेद जिस संस्कृत भाषा में लिखे (या रचे) गए थे वह वैदिक संस्कृत कहलाती है। यह संस्कृत उस संस्कृत से कुछ कठिन एवं भिन्न थी जिसका प्रयोग हम आजकल करते हैं। वस्तुतः वेदों को ईश्वरीय ज्ञान के तुल्य माना जाता था यह शुरू में मौखिक रूप में ही ब्राह्मण परिवारों से जुड़े लोगों तथा कुछ अन्य विशिष्ट परिवारजनों को ही पढ़ाया सुनाया जाता था। महाकाव्य काल में रामायण तथा महाभारत की रचना के लिए जिन संस्कृत का प्रयोग किया गया वह वैदिक संस्कृत से अधिक सरल थी। इसलिए वह संस्कृत और अधिक लोगों में लोकप्रिय हुई थी।

7. महाजनपद युग की राजनीति विशेषताएं लिखिए।

Ans. आरंभिक भारतीय इतिहास में छठी शताब्दी ई० पू० को एक महत्वपूर्ण परिवर्तनकारी काल माना जाता है। इस काल को प्रायः आरंभिक राज्यों, नगरों के लोहे के बढ़ते प्रयोग और सिक्कों के विकास के साथ जोड़ा जाता है। इसी काल में बौद्ध तथा जैन सहित विभिन्न दार्शनिक विचारधाराओं का विकास हुआ। बौद्ध धर्म और जैन धर्म के आरंभिक ग्रंथों में महाजनपद नाम से सोलह राज्यों का उल्लेख मिलता है। यद्यपि महाजनपदों के नाम की सूची तथा ग्रंथों में एक समान नहीं है, लेकिन वज्जि, मगध, कोशल, कुरू, पाञ्चाल, गांधार और अवन्ति जैसे नाम प्रायः मिलते हैं। इससे यह स्पष्ट है कि उक्तं महाजनपद महत्वपूर्ण महाजनपदों में गिने ने होंगे।

अधिकांश महाजनपदों पर राजा का शासन होता था, लेकिन गण और संघ के नाम से प्रसिद्ध . राज्यों में कई लोगों का समूह शासन करता था, इस तरह का प्रत्येक व्यक्ति राजा या राजन कहलाता था।

8. मिलिन्द पन्नाह पर एक संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

Ans. मिलिन्दपन्नाह ( या पञ्ह) – यह बौद्ध ग्रंथ में बैक्ट्रियन और भारत के उत्तर पश्चिमी भाग पर शासन करने वाले हिन्दू यूनानी सम्राट मैनेण्डर एवं प्रसिद्ध बौद्ध भिक्षु नागसेन के संवाद

का वर्णन किया गया है। इसमें ईसा की पहली दो शताब्दियों के उत्तर-पश्चिम भारतीय जीवन के झलक देखने को मिलती है।

9. छठी शताब्दी में ई. पू. से चौथी शताब्दी ई० पू० की अवधि के नगरीकरण को भारत का द्वितीय नगरीकरण क्यों कहा जाता है ?

Ans. भारत का पहला नगरीकरण हड़प्पा की संस्कृति के साथ प्रारम्भ हुआ और 1500 ई- पू० के लगभग आर्यों द्वारा देश में प्रमुखता प्राप्ति के साथ ही समय समाप्त हो गया। आर्य लोग ग्रामीण थे। जब हड़प्पा संस्कृति के नगर एक-एक करके नष्ट हो गये तो फिर अगले 1500 वर्ष तक नगर विलुप्त रहे ।

ईसा की छठी शताब्दी में बौद्ध काल में पुनः नगरों का श्रीगणेश हुआ। अतः छठी शताब्दी ई० पू० से चौथी शताब्दी ई० पू० तक बौद्ध काल को भारत का अद्वितीय नगरीकरण काल कहा जाता है।

10. प्राचीन शहर राजगीर के बारे में कुछ तथ्यों का उल्लेख कीजिए।

Ans. राजगीर, मगध राज्य का एक महत्वपूर्ण राजधानी नगर था। इसे पहले राजगृह कहा गया जो एक प्राकृतिक भाषा का शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ होता है राजा का घर। यह वर्तमान बिहार राज्य में था । यह नगर किलाबद्ध था और नदी के किनारे पहाड़ों से घिरा हुआ परिधी में- स्थित था। जब तक पाटलिपुत्र मगध की नई राजधानी बनी तब तक राजगीर (अथवा राजगृह) ही पूर्वी भारत में सर्वाधिक महत्वपूर्ण राजनीतिक गतिविधियों का केन्द्र रहा।

11. ‘नालन्दा’ पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखिए।

Ans. नालंदा (Nalanda) नालंदा बौद्ध धर्म का एक प्रसिद्ध विश्वविद्यालय था। चीनी यात्री ह्वेनसांग ने इसके सम्बन्ध में लिखा था कि इसमें दस हजार विद्यार्थी पढ़ते थे, जिनको 1500 अध्यापक पढ़ाते थे। सभी छात्र छात्रावास में रहते थे। उनके खाने-पीने और अन्य खर्च के लिए राज्य ने 200 गाँव दिये हुए थे, जिनके भूराजस्व से सारा खर्च चलता था। इस विश्वविद्यालय में अध्ययन के लिए, अपने देश के अलावा विदेशों से भी छात्र आते थे। इसमें प्रवेश पाना सरल न था । इस विश्वविद्यालय में पढ़े हुए छात्र समाज और राजदरबारों में सम्मान के पात्र होते थे। ‘

12. दिगम्बर एवं श्वेताम्बर कौन थे ?

Ans. जैन धर्म दो सम्प्रदाय बन गए। एक दिगम्बर और दूसरा श्वेताम्बर । दिगम्बर वस्त्र नहीं धारण करते हैं जबकि श्वेताम्बर उजले वस्त्र धारण करते हैं। दिगम्बर जैन आचरण पालन में कठोर होते है, जबकि श्वेतताम्बर जैन उदार होते है। श्वेताम्बर 11 अंगों का प्रमुख धर्म मानते है और दिगम्बर अपने 24 पुराणों को। दिगम्बर सम्प्रदाय यह मानता है कि स्त्री शरीर से कैवल्य ज्ञान संभव नहीं है और कैवल्य ज्ञान प्राप्त होने पर साधकों को भोजन की आवश्यकता नहीं पड़ती। किन्तु श्वेताम्बर सम्प्रदाय ऐसा नहीं मानते। श्वेताम्बर सम्प्रदाय के अनुसार महावीर का निर्वाण के 609 वर्ष बाद ( ई० सन् -83) रथविलुर में भवभूति द्वारा बौद्धिक मत दिगम्बर की स्थापना हुई थी।

13. बौद्ध संगीतियाँ क्यों बुलाई गई ? चतुर्थ बौद्ध संगति का क्या महत्त्व है ?

Ans. गौतम बुद्ध के महापरिनिर्वाण के पश्चात् समय-समय पर बौद्ध धर्म की व्याख्या हेतु अनेक बौद्ध सभाओं का आयोजन किया गया जिन्हें संगीति के नाम से जाना जाता है।

चतुर्थ बौद्ध संगीति : समय- प्रथम शताब्दी

                             स्थान- कुंडलवन (कश्मीर)

                           शासक-कनिष्क (कुषाण वंश)

आध्यक्षा-वसुमित्र, संगीति के उपाध्यक्ष अश्वघोष थे। महत्त्व इस संगीति का आयोजन इस आशय से किया गया था कि बौद्धों के मतभेदों को दूर किया जा सके। इस संगीति में महासांधिकों को बोलबाला रहा। त्रिपिटक पर प्रमाणिक भास्य ‘विभाषा शास्त्र’ की रचना इसी संगीति में हुई। इस संगीत के पश्चात् ही बौद्ध अनुयायी हीनयान तथा महायान दो समुदायों में विभाजित हो गये।

14. महावीर के उपदेशों का वर्णन करें।

Ans. महावीर के उपदेश निम्नलिखित हैं-

(i) सत्य – सत्य बोलना, झूठ न बोलना।

(ii) अहिंसा-हिंसा न करना।

(iii) अस्तेय-चोरी न करना।

(iv) अपरिग्रह- सम्पत्ति का संग्रह न करना।

(v) ब्रह्मचर्य – इन्द्रियों को वश में करना।

महावीर ईश्वर में विश्वास नहीं करते थे परंतु आत्मा, कर्मफल तथा पुनर्जन्म को मानते थे।

15. जैनधर्म के प्रमुख सिद्धान्त कौन-से हैं ?

Ans. जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर वर्धमान महावीर (540 ई० पू० 468 ई.पू.) के समय जैन धर्म के सिद्धान्तों को पूर्णता प्राप्त हुई। यह धर्म मानता है कि संसार की सभी वस्तुओं में जीव है। अहिंसा का सिद्धान्त इस धर्म का मूल आधार है। मनुष्य अपने कर्मों के कारण जन्म, मृत्यु एवं पुनर्जन्म के चक्र में बंधा है। संन्यास एवं तपस्या के द्वारा मनुष्य कर्म के चक्र से मुक्ति प्राप्त कर सकता है। जैनियों का विश्वास है कि शरीर को कष्ट पहुँचाकर ही निर्वाण की प्राप्ति हो सकती है। इस धर्म के पाँच सिद्धान्त हैं- अहिंसा, सत्य, अस्तेय, (चोरी नहीं करना), असंग्रह (सम्पत्ति जमा नहीं करना) तथा ब्रह्मचर्य। इन्हें पंच महाव्रत कहा जाता है।

16. पिटक कितने हैं ? उनके नाम और विशेषताएँ लिखें।

Ans. पिटक तीन हैं- सुत्तपिटक, विनयपिटक एवं अभिधम्मपिटक। इससे इन्हें त्रिपिटिक के नाम से पुकारा जाता है। गौतम बुद्ध के निर्वाण के बाद इनकी रचना की गई। सुत्तपिटक में बुद्ध के उपदेश संकलित किए गए हैं। विनयपिटक में बौद्ध संघ के नियमों का उल्लेख है। अभिधम्मपिटक में बौद्ध दर्शन का विवेचन है।

17. बौद्ध धर्म और जैन धर्म की शिक्षाओं में अन्तर स्पष्ट कीजिए।

Ans. बौद्ध धर्म और जैन धर्म की शिक्षाओं में निम्न अंतर हैं-

बौद्ध धर्म

1.बौद्ध धर्म ईश्वर के अस्तित्व के विषय में मौन है।

2.पूजा-पाठ, भजन-कीर्तन, कर्म के समक्ष व्य है

3.अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है। यज्ञ आदि में इनका विश्वास न हैं।

4.मोक्ष प्राप्ति के लिए अच्छे कर्म और पवित्र जीवन पर बल देता है।

5.संघ को धर्म का प्रचार माध्यम बनाता है, मठों में अध्ययन-अध्यापन का कार्य होता है।

6.बौद्ध धर्म का विस्तार देश-विदेश दोनों स्थानों पर हुआ। एशिया के कई देश इसकी छाया में आ गये थे।

जैन धर्म

1.जैन धर्म ईश्वर के अस्तित्व को बिल्कुल नहीं मानता।

2.प्रार्थना कुछ भी नहीं है, तप और व्रत ही मोक्ष प्राप्ति के साधन हैं।

3.अहिंसा पर अत्यधिक बल देते हैं, जड़ पदार्थों में जीवन का आभास ।

4.मोक्ष प्राप्ति के लिए त्रिरत्न पर बल देता है। (क) सम्यक ज्ञान, (ख) सम्यक कर्म तथा (ग) अहिंसा।

5.इनके संघ नहीं होते, परन्तु धर्म-प्रचार के लिए प्रचारक होते हैं।

6.जैन धर्म केवल भारत में ही फूला फला, विदेशों में नहीं।

18. आप ‘जातक’ के सम्बन्ध में क्या जानते हैं ?

Ans. जातक कथाओं में महात्मा गौतम बुद्ध के पूर्व जन्मों की कथाएँ संकलित हैं। ये कथाएँ पालि भाषा में हैं। इनमें तत्कालीन धार्मिक, सामाजिक और आर्थिक चित्रण मिलते हैं। जातकों का बौद्ध साहित्य में विशेष महत्व है। इन कहानियों से हमें पता चलता है कि महात्मा बुद्ध जाति प्रथा एवं ब्राह्मणों को उच्च स्थान दिये जाने के विरुद्ध थे और क्षत्रियों को ब्राह्मणों से अच्छा मानते थे। काशी, कौशल तथा मगध राज्यों की प्रसिद्ध घटनाओं का विवरण भी जातक कथाओं में मिलता है। जातक कथाएँ अपना धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व रखती हैं।

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