वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. क्षेमेन्द्र की रचना कौन सी है ?
[ A ] मुद्राराक्षस
[ B ] अर्थशास्त्र
[ C ] वृहत कथा मंजरी
[ D ] कथासरितसागर
Answer ⇒ (C)
2. इंडिका किसकी रचना है ?
[ A ] चाणक्य
[ B ] मेगास्थनीज
[ C ] हर्षवर्द्धन
[ D ] कालिदास
Answer ⇒ (B)
3. किस गुप्त शासक को लिच्छवी दोहित्र कहा जाता है ?
[ A ] समुद्रगुप्त
[ B ] चंद्रगुप्त
[ C ] कुमारगुप्त
[ D ] स्कंधगुप्त
Answer ⇒ (A)
4. गुप्तकाल में हस्ति सेना का प्रधान को क्या कहते थे ?
[ A ] महासंधिविग्रहिक
[ B ] महाश्वपति
[ C ] महापीलुपति
[ D ] महाबलाधिकृत
Answer ⇒ (C)
5. निम्न में से महिला संत थीं ।
[ A ] मीरा
[ B ] अंडाल
[ C ] कराइकल
[ D ] इनमें से सभी
Answer ⇒ (D)
6. ‘धम्म’ की शुरुआत किसने की थी ?
[ A ] चन्द्रगुप्त मौर्य
[ B ] चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य
[ C ] अशोक
[ D ] कनिष्क
Answer ⇒ (C)
7. समुद्रगुप्त की तुलना किंस यूरोपीय शासक से की जाती है ?
[ A ] हिटलर
[ B ] नेपोलियन
[ C ] बिस्मार्क
[ D ] मुसोलिनी
Answer ⇒ (B)
8. मौर्यवंश का संस्थापक कौन था ?
[ A ] चन्द्रगुप्त
[ B ] बिन्दुसार
[ C ] अशोक
[ D ] कुणाल
Answer ⇒ (A)
9. चन्द्रगुप्त की मृत्यु कहाँ हुई थी ?
[ A ] पाटलिपुत्र
[ B ] तक्षशीला
[ C ] श्रवणवेलगोला
[ D ] उज्जयनी
Answer ⇒ (C)
10. चन्द्रगुप्त मौर्य किस धर्म को मानने वाला था ?
[ A ] बौद्ध
[ B ] जैन
[ C ] शैव धर्म
[ D ] वैष्णव धर्म
Answer ⇒ (B)
11. मौर्य वंश का अंतिम राजा कौन था ?
[ A ] अशोक
[ B ] कुणाल
[ C ] संप्रति
[ D ] वृहद्रथ
Answer ⇒ (D)
12. मौर्यकालीन ‘टकसाल’ का प्रधान कौन था ?
[ A ] कोषाध्यक्ष
[ B ] मुद्राध्यक्ष
[ C ] पण्याध्यक्ष
[ D ] लव्यनाध्यक्ष
Answer ⇒ (C)
13. मौर्यवंश की राजधानी कहाँ थी ?
[ A ] विदिशा
[ B ] दिल्ली
[ C ] पाटलिपुत्र
[ D ] राजगीर
Answer ⇒ (C)
14. मौर्यकालीन कलिंग राज्य कहाँ स्थित था ?
[ A ] बिहार
[ B ] बंगाल
[ C ] उड़िसा
[ D ] मध्य प्रदेश
Answer ⇒ (C)
15. मौर्य प्रशासन में समाहर्ता कौन था ?
[ A ] केंद्रीय मंत्री
[ B ] राजकीय कर संग्रह अधिकारी
[ C ] मुख्य न्यायाधिश
[ D ] अन्तःपुर का रक्षक
Answer ⇒ (B)
16. मौर्य काल में ‘ब्राहदेय’ क्या था ?
[ A ] पशु दान
[ B ] धन दान
[ C ] भूमि दान
[ D ] कृषि दान
Answer ⇒ (C)
17. अशोक का व्यक्तिगत धर्म क्या था ?
[ A ] बौद्ध धर्म
[ B ] जैन धर्म
[ C ] शैव धर्म
[ D ] वैष्णव धर्म
Answer ⇒ (A)
18. अशोक ने महेन्द्र और संघमित्रा को धर्म प्रचार के लिए किस देश में भेजा ?
[ A ] जापान
[ B ] मिस्र
[ C ] वर्मा
[ D ] सिंहलद्वीप
Answer ⇒ (D)
19. अशोक किस वंश का शासक था ?
[ A ] नन्दवंश
[ B ] मौर्य वंश
[ C ] गुप्त वंश
[ D ] चोल वंश
Answer ⇒ (B)
20. अशोक कौन से बौद्ध भिक्षु के प्रभाव में ‘आकर बौद्ध धर्म का समर्थक बन गया ?
[ A ] उपगुप्त
[ B ] उपालि
[ C ] राधागुप्त
[ D ] नागसेन
Answer ⇒ (A)
21. राजगृह की नगरवधू का नाम था।
[ A ] माधवी
[ B ] अंबपाली
[ C ] तिष्यरक्षिता
[ D ] शालवती
Answer ⇒ (D)
22. किसने लिखा “वास्तविक सुकर्म वह है जिससे प्रजा सुखी तथा प्रसन्न है ?
[ A ] मेगास्थनीज
[ B ] चंद्रगुप्त
[ C ] बिंदुसार
[ D ] कौटिल्य
Answer ⇒ (D)
23. चंद्रगुप्त मौर्य के काल में कलिंग की राजधानी थी।
[ A ] तक्षशीला
[ B ] उज्जयनी
[ C ] तोषाली
[ D ] पाटलीपत्र
Answer ⇒ (C)
24. आर्यभट्ट कहाँ का वासी था ?
[ A ] मालवा
[ B ] कश्मीर
[ C ] तक्षशीला
[ D ] पटना
Answer ⇒ (D)
25. द्वितीय नगरीकरण के नगरों को क्या कहा जाता है ?
[ A ] ताम्रयुगीन नगर
[ B ] काँस्ययुगीन नगर
[ C ] लौहयुगीन नगर
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
26. भारत का प्राचीनत्तम ज्ञात अभिलेख कौन-सा है ?
[ A ] सारनाथ का अभिलेख
[ B ] गिरनार का अभिलेख
[ C ] वोग्जाकोई का अभिलेख
[ D ] मथुरा का अभिलेख
Answer ⇒ (C)
27. मेगास्थनीज किस यूनानी शासक के राजदूत के रूप में पाटलिपुत्र आया था ?
[ A ] सिकन्दर
[ B ] फिलिप
[ C ] सेल्यूकस
[ D ] डिमेट्रियस
Answer ⇒ (C)
28. ‘कलिंग युद्ध’ का वर्णन किस अभिलेख में किया गया है ?
[ A ] दसवें शिलालेख
[ B ] ग्यारहवें शिलालेख
[ C ] बारहवें शिलालेख
[ D ] तेरहवें शिलालेख
Answer ⇒ (D)
29. चीनी यात्री फाह्यान किस शासक के काल में भारत आया ?
[ A ] चन्द्रगुप्त मौर्य
[ B ] विक्रमादित्य
[ C ] अशोक
[ D ] कनिष्क
Answer ⇒ (B)
30. मेगास्थनीज किस भारतीय शासक के दरबार में आया था ?
[ A ] अशोक
[ B ] बिंदुसार
[ C ] चंद्रगुप्त मौर्य
[ D ] स्कन्दगुप्त
Answer ⇒ (C)
31. किस अभिलेख में सतीप्रथा का उल्लेख मिलता है ?
[ A ] प्रयाग अभिलेख
[ B ] एरण अभिलेख
[ C ] मेहरौली अभिलेख
[ D ] मथुरा अभिलेख
Answer ⇒ (B)
32. बाणभट्ट की रचना कादम्बरी में किस शासन काल का वर्णन है ?
[ A ] चंद्रगुप्त मौर्य
[ B ] अशोक
[ C ] चंद्रगुप्त विक्रमादित्य
[ D ] हर्षवर्धन
Answer ⇒ (D)
33. गुप्त संवत् कब और किसके द्वारा शुरू किया गया ?
[ A ] घटोत्कच, 300 ई०
[ B ] श्रीगुप्त, 309-10 ई०
[ C ] समुद्रगुप्त, 324 ई०
[ D ] चन्द्रगुप्त प्रथम, 319-20 ई०
Answer ⇒ (D)
34. पंचतंत्र की रचना किसने की ?
[ A ] आर्यभट्ट
[ B ] वराहमीहीर
[ C ] कालिदास
[ D ] विष्णु शर्मा
Answer ⇒ (D)
35. प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के संस्थापक कौन थे ?
[ A ] अशोक
[ B ] समुद्रगुप्त
[ C ] स्कंधगुप्त
[ D ] कुमारगुप्त
Answer ⇒ (D)
36. भारतीय इतिहास का कौन-सा काल स्वर्णकाल कहलाता है |
[ A ] मौर्यकाल
[ B ] गुप्तकाल
[ C ] मुगलकाल
[ D ] अंग्रेजों का काल
Answer ⇒ (B)
37. अर्थशास्त्र में कितने प्रकार के विवाहों का उल्लेख है ?
[ A ] दो
[ B ] चार
[ C ] आठ
[ D ] दस
Answer ⇒ (C)
38. अर्थशास्त्र की रचना कब हुई थी ?
[ A ] छठी शताब्दी ईसा पूर्व में
[ B ] पांचवीं शताब्दी ईसा पूर्व में
[ C ] चौथी शताब्दी ईसा पूर्व में
[ D ] तीसरी शताब्दी ईसा पूर्व में
Answer ⇒ (D)
39. नालंदा विश्वविद्यालय के छात्र थे ।
[ A ] फाह्यान
[ B ] ह्वेनसांग
[ C ] हर्ष
[ D ] कुमारगुप्त
Answer ⇒ (B)
40. किस गुप्त शासक को उसके सिक्कों पर वीणा बजाते हुए दिखाया गया है ?
[ A ] चन्द्रगुप्त प्रथम
[ B ] चन्द्रगुप्त द्वितीय
[ C ] समुद्रगुप्त
[ D ] स्कंदगुप्त
Answer ⇒ (C)
41. उत्तरी पश्चिमी भारत से प्राप्त अशोक के अभिलेखों में लिपि का प्रयोग किया गया है—
[ A ] खरोष्ठी लिपि
[ B ] अरामइक लिपि
[ C ] ब्राह्मी लिपि
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
42. अशोक के कुल कितने अभिलेख अभी तक प्राप्त हुये हैं ?
[ A ] 35
[ B ] 30
[ C ] 40
[ D ] 44
Answer ⇒ (D)
43. अशोक द्वारा प्रचारित बौद्ध धर्म कहाँ प्रचलित हुआ ?
[ A ] सीरिया
[ B ] ब्रिटेन
[ C ] श्रीलंका
[ D ] जापान
Answer ⇒ (C)
44. जीवक ने वैद्य की शिक्षा कहाँ से पायी ?
[ A ] तक्षशीला
[ B ] राजगृह
[ C ] पाटलीपुत्र
[ D ] वैशाली
Answer ⇒ (A)
45. जीवक कहाँ का रहने वाला था ?
[ A ] तक्षशीला
[ B ] बनारस
[ C ] पाटलिपुत्र
[ D ] राजगृह
Answer ⇒ (D)
46. जीवक की ख्याति किस रूप में थी ?
[ A ] व्यापारी के रूप में
[ B ] प्रशासनिक अधिकारी के रूप में
[ C ] वैद्य के रूप में
[ D ] बौद्ध भिक्षु के रूप में
Answer ⇒ (C)
47. ‘अंग राज्य आधुनिक बिहार के किस जिले में अवस्थित था ?
[ A ] पटना
[ B ] नालंदा
[ C ] वैशाली
[ D ] भागलपुर
Answer ⇒ (D)
48. बिम्बिसार का संबंध किस वंश से था ?
[ A ] नंदवंश
[ B ] हर्यक वंश
[ C ] शिशुनागवंश
[ D ] मौर्यवंश
Answer ⇒ (B)
49. जरासंध का संबंध किस वंश से था ?
[ A ] हर्यंकवंश
[ B ] वृहद्रथवंश
[ C ] नंदवंश
[ D ] मौर्यवंश
Answer ⇒ (B)
50. तक्षशिला किस राज्य में स्थित था ?
[ A ] मगध
[ B ] अंग
[ C ] गांधार राज्य
[ D ] मल राज्य
Answer ⇒ (C)
51. सेल्युक्स ने अपनी पुत्री का विवाह किस राजा से किया था ?
[ A ] अशोक
[ B ] बिम्बिसार
[ C ] चन्द्रगुप्त मौर्य
[ D ] कनिष्क
Answer ⇒ (C)
52. धर्मविजय का उल्लेख अशोक के किस शिलालेख में है ?
[ A ] 11 वें
[ B ] 12 वें
[ C ] 13 वें
[ D ] 14 वें
Answer ⇒ (C)
53. कालीदास किसके समकालिन थे ?
[ A ] अशोक
[ B ] समुद्रगुप्त
[ C ] चन्द्रगुप्त II
[ D ] कनिष्क
Answer ⇒ (C)
54. भारत का ‘नेपोलियन’ किस शासक को कहा जाता है ?
[ A ] अशोक
[ B ] समुद्रगुप्त
[ C ] अकबर
[ D ] चन्द्रगुप्त मौर्य
Answer ⇒ (B)
55. मगध की प्राचीन राजधानी कहाँ थी ?
[ A ] पाटलिपुत्र
[ B ] राजगृह
[ C ] वैशाली
[ D ] गया
Answer ⇒ (B)
56. मगध का प्राचीनतम राजवंश कौन था ?
[ A ] नंदवंश
[ B ] मौर्यवंश
[ C ] हर्यक वंश
[ D ] शिशुनागवंश
Answer ⇒ (C)
57. पाटलिपुत्र को किस राजा ने सर्वप्रथम अपनी राजधानी बनाई ?
[ A ] बिम्बिसार
[ B ] अजातशत्रु
[ C ] उदायिन
[ D ] महापदम्नदं
Answer ⇒ (C)
58. पाटलिपुत्र नगर की स्थापना उदयिन ने किस नदी के संगम पर की थी ?
[ A ] गंगा
[ B ] सोन
[ C ] पुनपुन
[ D ] इन सभी के संगम पर
Answer ⇒ (D)
59. रथमूसल नामक आक्रमक यंत्र का प्रयोग किस जनपद में सबसे पहले किया गया ?
[ A ] काशी
[ B ] वैशाली
[ C ] मगध
[ D ] कोशल
Answer ⇒ (C)
60. ताम्रलिप्ति बंदरगाह अवस्थित था।
[ A ] गुजरात में
[ B ] केरल में
[ C ] बंगाल में
[ D ] महाराष्ट्र में
Answer ⇒ (C)
61. इलाहाबाद प्रशस्ति का लेखक कौन है ?
[ A ] कालिदास
[ B ] शुद्रक
[ C ] हरिसेन
[ D ] रविकीर्ति
Answer ⇒ (C)
62. चाणक्य भारत के किस शिक्षण संस्थान में अध्ययन किया था ?
[ A ] नालंदा विश्वविद्यालय
[ B ] तक्षशिला विश्वविद्यालय
[ C ] विक्रमशिला विश्वविद्यालय
[ D ] ओदन्तपुरी विश्वविद्यालय
Answer ⇒ (B)
63. प्राचीन भारत में ओदन्तपुरी विश्वविद्यालय कहाँ स्थित था ?
[ A ] मगध में
[ B ] गाँधार में
[ C ] अंग में
[ D ] पांचाल में
Answer ⇒ (A)
64. शक संवत् की शुरुआत कब से मानी जाती है ?
[ A ] 82 ई०
[ B ] 78 ई० .
[ C ] 76 ई०
[ D ] 72 ई०
Answer ⇒ (B)
65. विश्व में पाई जानेवाली पहली धातु थी।
[ A ] लोहा
[ B ] ताबा
[ C ] टीन
[ D ] चाँदी
Answer ⇒ (D)
66. भारत की सबसे प्राचीनतम लिपि थी।
[ A ] अरामइक
[ B ] ब्राह्मी
[ C ] प्राकृत
[ D ] पाली
Answer ⇒ (B)
67. प्रयाग प्रशस्ति का संबंध किस गुप्त शासक से है ?
[ A ] चन्द्रगुप्त I
[ B ] समुद्रगुप्त
[ C ] चन्द्रगुप्त विक्रमादित्य
[ D ] स्कन्दगुप्त
Answer ⇒ (B)
68. अपने स्वयं के खर्चे से सुदर्शन झील की मरम्मत किसने कराई थी ?
[ A ] अशोक
[ B ] कनिष्क
[ C ] रूद्रदमन
[ D ] स्कन्दगुप्त
Answer ⇒ (C)
69. इंडिका के लेखक कौन हैं ?
[ A ] कौटिल्य
[ B ] मेगास्थनीज
[ C ] वाणभट्ट
[ D ] हरिषेण
Answer ⇒ (B)
लघु उत्तरीय प्रश्न
1.गुप्त काल के दो प्रसिद्ध मंदिरों के नाम बताइए।
Ans. दो गुप्तकालीन मंदिरों के नाम तथा स्थान इस प्रकार हैं-
1.भूमरा का शिवमंदिर (मध्यप्रदेश)
2. तिगवा का विष्णुमंदिर (जबलपुर)
2. पाटलिपुत्र नगर की स्थापना किसने और कब की थी ?
Ans. पाटलिपुत्र की स्थापना हर्यक वंश के तृतीय सम्राट उदायिन ने 5वीं शताब्दी में पाटलिपुत्र शहर की स्थापना की।
3. मौर्यकालीन कला एवं स्थापत्य का वर्णन करें।
Ans. कला की दृष्टि से हड़प्पा की सभ्यता और मौर्यकाल के बीच लगभग 1500 वर्ष का अंतराल है। इस बीच की कला के भौतिक अवशेष उपलब्ध नहीं है। महाकाव्यों और बौद्ध ग्रन्थों में हाथी दाँत, मिट्टी और धातुओं के काम का उल्लेख है। भवन और छत लकड़ी के बने होते थे। भवन की लम्बाई 140 फुट और चौड़ाई 120 फुट होती थी ।
4. महाजनपद से आप क्या समझते हैं ?
Ans. “लगभग एक सहस्र ईस्वी पूर्व से पाँच सौ ईस्वी पूर्व तक के युग को भारतीय इतिहास में जनपद या महाजनपद युग कहा जा सकता है।” जिस प्रदेश में एक जन स्थायी रूप से बस गया, वही उसका जनपद (राज्य) हो गया। प्रारम्भ में जनपद में किसी एक वर्ग विशेष के मनुष्य ही रहते थे । अतः उनका जीवन एक ही जातीय, राजनीतिक एवं सांस्कृतिक परम्परा के ऊपर संगठित था, परंतु कालांतर में अन्य वर्ग एवं जातियों के लोग भी आकर उनके जनपदों में बसने लगे। इससे सांस्कृतिक आदान-प्रदान तो हुआ, परंतु बहुत समय तक राजसत्ता एकमात्र आदि जन के प्रतिनिधियों के हाथ में रही। प्रत्येक जनपद में बहुसंख्यक गाँव और नगर होते थे। काशिकाकार ने लिखा है कि ग्रामों का समुदाय ही जनपद है। धीरे-धीरे जनपदों की संख्या कम होने लगी। छोटे जनपद बड़े जनपदों में परिवर्तित होने लगे। इस भाँति देश में महाजनपद काल का उदय हुआ। महात्मा बुद्ध के आविर्भाव के पूर्व भारतवर्ष 16 महाजनपदों में विभक्त था। बौद्ध ग्रंथ अंगुत्तरनिकाय में इनके नाम निम्न प्रकार मिलते हैं- 1. अंग, 2. मगध, 3. काशी, 4. कोशल, 5. वज्जि, 6. मल्ल, 7. चेदि, 8. वत्स, 9. कुरु, 10. पांचाल, 11. मत्स्य, 12. शूरसेन, 13. अस्सक, 14. अवन्ति, 15. गांधार, 16. कम्बोज ।
5. समुद्रगुप्त की नेपोलियन से तुलना क्यों की जाती है ? दो कारण बताएँ।
Ans. समुद्रगुप्त ने मगध राज्य को शक्तिशाली बनाकर तथा छोटे-छोटे राज्यों को जीतकर देश में राजनैतिक एकता की गणना की। समुद्रगुप्त की महान सैनिक सफलताओं के कारण इि विसेण्ट स्मिथ ने उसकी तुलना फ्रांस के सम्राट नेपोलियन बोनापार्ट (1769-1821 ई०) से की है। उन्होंने समुद्रगुप्त को भारत का नेपोलियन कहा है। जिस प्रकार नेपोलियन ने लगभग सारे यूरोप को जीता। उसी प्रकार समुद्रगुप्त ने भी सारे भारत को जीता था। भारत में कोई भी शासक उसकी सत्ता को चुनौती देने वाला नहीं था ।
6. कलिंग युद्ध का अशोक पर क्या प्रभाव पड़ा ?
Ans. कलिंग युद्ध में एक भीषण रक्तपात को देखकर अशोक का दिल दहल गया। उसे युद्ध के नाम से घृणा हो गई और उसने भविष्य में युद्ध न करने की शपथ ली। उसने अपनी जीवनधारा को ही बदल दिया। कलिंग युद्ध के अधोलिखित प्रभाव पड़े-
1.धर्म विजय- अशोक ने अपने विश्व विजय के स्वप्न व प्रण को तोड़कर धर्म विजय की ओर कदम बढ़ायें। उसे अब प्रतीत होने लगा था कि विश्व पर बड़ी विजय मानव हृदय पर विजय प्राप्त करना है।
2. बैद्ध धर्म ग्रहण करना-कलिंग युद्ध ने अशोक की आँखें खोल दीं। उसने बौद्ध धर्म ग्रहण कर लिया। यह संभव हो सकता है कि यदि कलिंग युद्ध न होता तो वह बौद्ध धर्म ग्रहण न करता ।
3. जीवन शैली में परिवर्तन – कलिंग युद्ध से पूर्व अशोक ने भी अपने पूर्वजों की भाँति युद्ध लड़े, शिकार खेले, माँसाहार किया और विलासिता का जीवन बिताया परन्तु इस बुद्ध ने उसकी जीवन धारा को ही बदल डाला। वह अहिंसा का पुजारी और दीन-दुखियों का रक्षक बन गया।
4. निर्बल सैनिक संगठन युद्ध नीति का त्याग करने के साथ ही सेना का मनोबल गिर गया। मौर्य साम्राज्य के पतन के लिए सेना काफी हद तक उत्तरदायी है।
7. उत्तरापथ से आप क्या समझते हैं ?
Ans. उत्तरापथ उस व्यापारिक मार्ग को कहते हैं, जो मौर्योत्तर युग में बहुत ख्याति प्राप्त था। यह मार्ग तक्षशिला से प्रारम्भ होकर पंजाब, दिल्ली, मथुरा, उज्जैन आदि मार्गों से होता हुआ भारत के पश्चिम तट पर स्थित भड़ौंच नामक स्थान पर समाप्त होता था ।
8. मौर्यकालीन इतिहास के प्रमुख स्रोतों का संक्षिप्त विवरण दें।
Ans. मौर्यकालीन इतिहास के प्रमुख स्रोतों का विवरण निम्नलिखित हैं-
(i) मेगास्थनीज की इंडिका ( Indica of Magasthaneze) – मौर्यकालीन भारत के विषय में ज्ञान प्राप्त करने के लिये मेगास्थनीज द्वारा रचित ‘इण्डिका’ (Indica) एक महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जिसमें तत्कालीन शासन व्यवस्था, सामाजिक, राजनैतिक व आर्थिक अवस्था पर महत्वपूर्ण विवरण मिलता है।
(ii) कौटिल्य का अर्थशास्त्र ( Kautilya’s Arthshastra) – कौटिल्य का अर्थशास्त्र भी तत्कालीन भारत के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालता है जिससे मौयों के बारे में पता चलता है।
(iii) विशाखदत्त मुद्राराक्षस (Vishakhdutta’s Mudraraksha) – इस प्रमुख ग्रंथ में नन्द वंश का चन्द्रगुप्त द्वारा नाश का वर्णन है।
(iv) जैन और बौद्ध साहित्य (Jains and Buddhists Literature) – जैन और बौद्ध दोनों धर्मों के साहित्य में तत्कालीन समाज, राजनीति आदि की जानकारी प्राप्त होती है।
(v) अशोक के शिलालेख (Inscription of Ashoka ) – स्थान-स्थान पर लगे अशोक के शिलालेख से भी मौर्यकालीन प्रशासन, धर्म, समाज अर्थव्यवस्था आदि पर प्रकाश पड़ता है।
9. अशोक के अभिलेखों का संक्षेप में महत्त्व बताइए
Ans. यद्यपि मौर्यों के इतिहास को जानने के लिए मौर्यकालीन पुरातात्विक प्रमाण जैसे मूर्ति कलाकृतियाँ, चाणक्य का अर्थशास्त्र, मेगास्थनीज की इंडिका, जैन और बौद्ध साहित्य व पौराणिक ग्रंथ आदि बड़े उपयोगी हैं लेकिन पत्थरों और स्तंभों पर मिले अशोक के अभिलेख प्रायः सबसे मूल्यवान स्रोत माने जाते हैं। अशोक वह पहला सम्राट था, जिसने अपने अधिकारियों और प्रजा के लिए संदेश प्राकृतिक पत्थरों और पॉलिश किये हुए स्तंभों पर लिखवाये थे। अशोक ने अपने अभिलेखों के माध्यम से धम्म का प्रचार किया । इनमें बड़ों के प्रति आदर, संन्यासियों और ब्राह्मणों के प्रति उदारता, सेवकों और दासों के साथ उदार व्यवहार तथा दूसरे के धर्मों और परंपराओं का आदर शामिल है।
10. गांधार कला की विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
Ans. महायान बौद्ध धर्म के उदय के साथ गांधार कला का भी उदय हुआ । इनका विकास गांधार क्षेत्र (अविभाजित भारत का पश्चिमोत्तर क्षेत्र) में हुआ इसलिए इसे गांधार कला कहा गया। इस पर यूनानी कला – शैली का प्रभाव है। इस कला में पहली बार बुद्ध और बोधिसत्व की मानवाकार मूर्तियाँ विभिन्न मुद्राओं में बनीं। मूर्तियों में बालों के अलंकरण पर विशेष ध्यान दिया गया।
11 . गुप्त कौन थे ? गुप्त वंश का संस्थापक कौन था ?
Ans. गुप्त कौन थे ? इस विषय पर इतिहासकारों में बहुत मतभेद है। डॉ॰ हेमचंद्र राय चौधरी उन्हें ब्राह्मण बताते हैं, तो पं० गौरी शंकर बिहारी प्रसाद शास्त्री उन्हें क्षत्रिय, आल्तेकर जैसे इतिहासकार उन्हें वैश्य मानते हैं। कुछ इतिहासकार तो उन्हें शूद्र तक कहने से नहीं चूकते। अतः कोई ठोस आधार अभी तक नहीं मिला है, जो गुप्त लोगों के विषय में पूर्ण जानकारी दे । गुप्त वंश का संस्थापक चन्द्रगुप्त प्रथम था। उसका शासन काल 230 ई० से 336 ई० तक रहा।
12. गुप्त वंश का प्रथम प्रसिद्ध राजा कौन था ? उसने अपनी स्थिति को कैसे दृढ़ किया ?
Ans. चंद्रगुप्त प्रथम गुप्त वंश का प्रथम प्रसिद्ध राजा था। उसने लिच्छवी राजकुमारी से विवाह करके, सैन्य संगठन को सुदृढ़ कर विजय अभियान छेड़कर तथा गुप्त संवत् को प्रारंभ करके अपने प्रभाव एवं प्रतिष्ठा को बढ़ाया।
13. चन्द्रगुप्त द्वितीय विक्रमादित्य की उपलब्धियों का वर्णन करें।
Ans. चंद्रगुप्त विक्रमादित्य (चंद्रगुप्त द्वितीय), समुद्रगुप्त का पुत्र था। उसने 380 ई० से 410 ई० तक शासन किया। सबसे पहले उसने बंगाल पर अपनी विजय पताका फहराई। इसके पश्चात् वल्कीक जाति और अवंति गणराज्य पर विजय प्राप्त की। उसकी सबसे महत्वपूर्ण सफलताएँ थीं- मालवा, काठियावाड़ और गुजरात। शकों को हराकर उसने विक्रमादित्य की पद्वी धारण की। संस्कृत का महान कालिदास उसी के दरबार में रहता था। उसके शासन काल में प्रजा सुखी और समृद्ध तथा सुव्यवस्थित थी।
14. ‘सन्निधाता’ शब्द का आशय स्पष्ट करें।
Ans. मौर्यों के समय में कर निर्धारण करने वाले अधिकारी को समाहर्त्ता कहा जाता था, जबकि कर वसूली और संग्रह करने वाले अधिकारी को सन्निधाता कहा जाता था।
15. मौर्य साम्राज्य के चार प्रांतों और उनकी राजधानियों के नाम लिखिए।
Ans. (i) उत्तरापथ की राजधानी तक्षशिला।
(ii) प्राच्य की राजधानी पाटलिपुत्र ।
(iii) दक्षिणापथ की राजधानी सुवर्णगिरी ।
(iv) अवंति की राजधानी उज्जियनी या उज्जैन नगरी ।
16. मौर्य प्रशासन की जानकारी दें।
Ans. मौर्य प्रशासन अत्यंत ही उच्च कोटि का था। राजा सर्वोपरि था। राजा का मंत्री आमात्य कहलाता था। मौर्य शासकों ने कठोर दंड का प्रावधान कर समाज को भय मुक्त प्रशासन प्रदान किया।
17. मौर्य शासकों द्वारा किये गये आर्थिक प्रयासों का वर्णन करें।
Ans. (i) कौटिल्य ने कृषकों, शिल्पियों और व्यापारियों से वसूल किये बहुत से करों का उल्लेख किया है।
(ii) संभवत: कर निर्धारण का कार्य सर्वोच्च अधिकारी द्वारा होता था । सन्निघाता राजकीय कोषागार एवं भण्डार का संरक्षण होता था।
(iii) वास्तव में कर-निर्धारण का विशाल संगठन पहली बार मौर्य काल में देखने में आया। कौटिल्य के अर्थशास्त्र में करों की सूची इतनी लंबी है कि यदि वास्तव में सभी कर राजा के लिये जाते होंगे, तो प्रजा के पास अपने भरण-पोषण के लिये नाममात्र का ही बचता होगा।
(iv) ग्रामीण क्षेत्रों में राजकीय भण्डार घर होते थे। इससे स्पष्ट होता है कि कर अनाज के रूप में वसूल किया जाता था। अकाल, सूखा तथा अन्य प्राकृतिक विपदा में इन्हीं अन्न भण्डारों से स्थानीय लोगों को अन्नं दिया जाता था।
(v) मयूर, पर्वत और अर्द्धचंद्र के छाप वाली रजत मुद्राएँ मौर्य साम्राज्य की मान्य मुद्राएँ थीं। ये मुद्राएँ कर वसूली एवं कर्मचारियों के वेतन के भुगतान में सुविधाजनक रहीं होंगी। बाजार में लेन-देन भी इन्हीं से होता था ।
18. धर्म प्रवर्त्तिका का क्या अर्थ है ?
Ans. धर्म प्रवर्त्तिका का अर्थ है-धर्म फैलाने वाला अथवा धर्म का प्रचार करने वाला । कलिंग युद्ध के बाद अशोक ने बौद्ध धर्म ग्रहण कर लिया। इस धर्म के प्रचार के लिये उसने अपना पूरा समय तथा तन-मन-धन लगा दिया। इस प्रकार वह ‘धर्म प्रवर्त्तिका’ के रूप में जाना गया।
19. मौर्योत्तर युग में भारत से किन-किन वस्तुओं का निर्यात होता था ?
Ans. मौर्योत्तर युग में भारत से मसाले रोम को भेजे जाते थे। इसके अलावा मलमल, मोती, रत्न, हाथीदाँत, माणिक्य भी विदेशों में भेजे जाते थे। लोहे की वस्तुएँ, बर्तन, आदि रोम साम्राज्य को भेजे जाते थे।
20. मौर्य साम्राज्य का उदय कब और किसके द्वारा हुआ ? इसमें एक प्रमुख स्थान किसके द्वारा जोड़ा गया ?
Ans. मगध के विकास के साथ-साथ मौर्य साम्राज्य का उदय हुआ। मौर्य साम्राज्य के संस्थापक चन्द्रगुप्त मौर्य (लगभग 321 ई० पू० ) का शासन पश्चिमोत्तर में अफगानिस्तान और बलूचिस्तान क फैला था। उनके पौत्र अशोक ने जिन्हें आरंभिक भारत का सर्वप्रसिद्ध शासक माना जा सकता है- कलिंग ( आधुनिक उड़ीसा) पर विजय प्राप्त की।
21. मौर्य साम्राज्य के विस्तार का विवेचन कीजिए।
Ans. मौर्यों के साम्राज्य में मध्य एशिया लाघमन (Laghman) से लेकर चोल तथा चेर साम्राज्य की सीमाओं (केरल पुत्र) सिद्ध पुत्र तक फैला हुआ है। पश्चिम में इसका विस्तार स्वार्षट से लेकर उत्तर पूर्व में बंगाल और बिहार तक फैला हुआ था। पाटलिपुत्र इनकी राजधानी थी। इन साम्राज्य के संबंध अनेक राज्यों से है। तक्षशिला, टोपरा, इंद्रप्रस्थ, कूलिंग (उड़ीसा) आदि।
22. सेल्यूकस के साथ चंद्रगुप्त मौर्य के संघर्ष के क्या दो परिणाम हुए ?
Ans. सेल्यूकस का चंद्रगुप्त के साथ संघर्ष 305 ई० पू० में हुआ जब उसने भारत पर आक्रमण किया था। इस संघर्ष के दो प्रमुख परिणाम अग्रलिखित थे-
(i) सेल्यूकस की हार जिसके परिणामस्वरूप उसे चंद्रगुप्त मौर्य को वर्तमान हेरात, काबुल, कंधार और बिलोचिस्तान के चार प्रांत सौंपने पड़े।
(ii) चंद्रगुप्त मौर्य ने उसके बदले में सेल्यूकस को 500 हाथी भेंट किये।
23. चंद्रगुप्त मौर्य की चार सफल विजय कौन-कौन सी थी ?
Ans. 1. पंजाब विजय (Victory of the Punjab ) – चंद्रगुप्त मौर्य ने सिकंदर की मृत्यु के पश्चात् पंजाब को जीत लिया।
2. मगध की विजय (Victory of Magadh) – चंद्रगुप्त मौर्य ने कौटिल्य (चाणक्य) की सहायता से मगध के अंतिम राजा घनानंद की हत्या करके मगध को जीत लिया।
3. बंगाल विजय(Victory of Bengal) – चन्द्रगुप्त मौर्य ने पूर्वी भारत में बंगाल को जीत कर अपने अधिकार में कर लिया।
4. दक्षिणी भारत पर विजय (Victory of South)- जैन साहित्य के अनुसार आधुनिक कर्नाटक तक उसने अपनी विजय पताका फहराई थी।
24. अशोक के अभिलेख किन-किन भाषाओं व लिपियों में लिखे जाते थे ? उनके विषय क्या थे ?
Ans. (i) अशोक के अभिलेख जनता की पालि और प्राकृत भाषाओं में लिखे हुए होते थे। इनमें ब्रह्मा- खरोष्ठी लिपियों का प्रयोग हुआ था। इन अभिलेखों में अशोक का जीवन-वृत्त, उसकी आंतरिक तथा बाहरी नीति एवं उसके राज्य के विस्तार संबंधी जानकारी हैं।
(ii) इन अभिलेखों में सम्राट अशोक के आदेश अंकित होते थे।
25. अशोक के धम्म पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें।
Ans. ‘धम्म’ संस्कृत के धर्म शब्द का प्राकृत स्वरूप है। अशोक ने इसका प्रयोग विस्तृत अर्थ में किया है। इस विषय पर विद्वानों के बीच काफी मतभेद है। बहुत से विद्वान धम्म और बौद्ध धर्म में कोई फर्क नहीं मानते। अतः प्रारंभ में ही यह कह देना आवश्यक है कि धम्म और बौद्धधर्म दोनों अलग-अलग बातें हैं। बौद्धधर्म अशोक का व्यक्तिगत धर्म था। लेकिन उसने जिस धम्म की चर्चा अपने अभिलेखों में की है वह उसको सार्वजनिक धर्म था तथा विभिन्न धर्मों का सार था। यह अलग बात है कि बौद्धधर्म की कई विशेषताएँ भी उसमें मौजूद थीं। अशोक ने अपने अभिलेखों में कई स्थान पर धम्म (धर्म) शब्द का प्रयोग किया है, किन्तु भाबरु अभिलेख को छोड़कर (जहाँ उसे बुद्ध, धम्म और संघ में अपना विश्वास प्रकट किया है) उसने कहीं भी धम्म का प्रयोग बौद्धधर्म के लिए नहीं किया है। बौद्ध धर्म के लिए ‘सर्द्धम’ या ‘संघ’ शब्द का प्रयोग किया है। इस तरह हम कह सकते हैं कि अशोक का धम्म बौद्ध धर्म नहीं था क्योंकि इसमें चार आर्य सत्यों, अष्टांगिक मार्ग तथा निर्वाण की चर्चा नहीं मिलती है।
26. इलाहाबाद स्तंभ के ऐतिहासिक महत्त्व का मूल्यांकन कीजिए।
Ans. इलाहाबाद का स्तंभ (Allahabad’s inscription ) – इलाहाबाद के स्तंभ लेख से गुप्त काल के विषय में जानकारी प्राप्त होती है। इसमें समुदाय की विजयों और चरित्र अंकित है। हरिषेण नामक कवि ने संस्कृत में इसे लिखा। उस काल की राजनैतिक, सामाजिक व आर्थिक अवस्था, भाषा व साहित्य की उन्नति एवं उसकी नौ विजयों का वर्णन है।
27. ऐहोल अभिलेख का ऐतिहासिक महत्त्व क्या है ?
Ans. इस अभिलेख में चालुक्य राजा पुलकेशिन द्वितीय के दरबारी कवि रति कीर्ति ने संस्कृत में उसके पराक्रम का विवरण लिखा है जिसके अनुसार गुजरात के लाट, मैसूर के गंगा आदि राजाओं को हराया गया था। दक्षिणा के चेर, चोल और पांड्य शासकों को भी हराया गया था। सन् 620 में उसने हर्ष को नर्मदा नदी के तट पर हराया। जब पुलकेशिन द्वितीय ने पल्लव शासक नरसिंह वर्मन से टक्कर ली, तो फिर उसके पश्चात् 642 ई० में लड़ता हुआ युद्ध क्षेत्र में उसके हाथों गया।
28. दिल्ली के लौह स्तंभ अभिलेख का क्या महत्व है ?
Ans. दिल्ली में कुतुब मीनार के पास लौह स्तंभ पर किसी चंद्र नामक राजा का अभिलेख खुदा हुआ मिला है। यह अभिलेख चंद्रगुप्त विक्रमादित्य के नाम से अब जोड़ा जाता है। इस अभिलेख से पता चलता है कि चंद्र ने पश्चिमोत्तर दिशा में और बंगाल में निरंतर विजय प्राप्त की और अपने वंश की कीर्त्ति को चार चाँद लगा दिये।
29. जूनागढ़ शिलालेख के महत्त्व का उल्लेख कीजिए।
Ans. जूनागढ़ का शिलालेख, गुजरात में जूनागढ़ के समीप मिला था। उस समय की प्रचलित लिपि ब्राह्मी थी। इसी लिपि में वह शिलालेख लिखा हुआ था। इस शिलालेख में अशोक के धर्म, नैतिक नियमों एवं शासन सम्बन्धी नियमों का विवरण मिला है। लोगों की जानकारी के लिए इस शिलालेख को जनसाधारण की भाषा पालि में खुदवाया था।
30. पेरीप्लस और एर्थियन पदों के अर्थ की व्याख्या कीजिए।
Ans. पेरिप्लस एक यूनानी शब्द है जिसका शाब्दिक अर्थ है समुद्री रास्ता और एथिंयन भी एक यूनानी नाम है जिसका प्रयोग यूनानी लाल सागर के लिए करते थे।
31. कुषाण कौन थे ?
Ans. चीन की ह्यूगनू नामक जाति से हारकर यूची जाति दक्षिण की ओर स्थान की खोज में निकल पड़ी। वह आकर आमू नदी के तट पर बस गई। यूची जाति के पाँच कबीलों में से कुषाण नामक कबीला कैडफिसेज प्रथम के नेतृत्व में शक्तिशाली बन गया। उसने मध्य एशिया से लेकर सिंधु नदी के तट तक अपना साम्राज्य फैला दिया। उसने उस क्षेत्र के पार्थियन शासकों का नामोनिशन मिटा दिया।
32. सातवाहन कौन थे ?
Ans. मौर्य के साम्राज्य के बिखराव के बाद सातवाहनों ने दक्कन में एक शक्तिशाली राज्य स्थापित किया। इस वंश का सबसे अच्छा शासक दोनों ही सर्वोच्च वंशों का दावा करता है। एक तरफ वह स्वयं को एक ब्राह्मण वर्ण का व्यक्ति मानता है और दूसरी ओर वह स्वयं को क्षत्रिय लोगों को नाश करने वाला बताता है। वह इस बात का भी दावा करता है कि चारों वर्णों के मध्य अंतर वर्णीय विवाह नहीं होते थे लेकिन कुछ समय बाद ये साक्ष्यों द्वारा प्रमाणित हो जाता है कि सातवाहनों ने शक राजा रुद्रदमन से वैवाहिक संबंध जोड़े थे। सातवाहन समाज में संभवतः मातरीगोत्र का अधिक सम्मान था। इस समाज में स्त्रियों को पिता के स्थान पर पति के गोत्र को माना जाता था। सातवाहनों के कई अभिलेख इतिहासकारों को प्राप्त हुए जिन पर उनके पारिवारिक और वैवाहिक रिश्तों का खाका तैयार किया है।
33. शक कौन थे ?
Ans. शक मध्य एशिया के मूल निवासी थे जो उपमहाद्वीप में उत्तर पश्चिमी हिस्सों से सर्वप्रथम आये और धीरे-धीरे यहीं स्थायी रूप से बस गये। ये लोग प्रारंभ में ब्राह्मणों द्वारा म्लेच्छ (असभ्य अथवा विदेशी से आने वाले आक्रमणकारी) समझ गये। धीरे-धीरे इन्होंने भारत में उत्पन्न हुए धर्मों जैसे बौद्ध धर्म या वैष्णव मत को अपना लिया। स्थानीय लोगों के साथ वैवाहिक संबंध स्थापित किये और उत्तर पश्चिम के साथ-साथ पश्चिमी भारत के कुछ क्षेत्रों में शासन किया।
34. हर्ष चरित पर दो वाक्य लिखिए।
Ans. हर्ष चरित संस्कृति में लिखी गई कन्नौज के शासक हर्षवर्द्धन की जीवनी है, इसके लेखक बाणभट्ट (लगभग सातवीं शताब्दी ई०) हर्षवर्द्धन के राज कवि थे।
35. ‘भुक्ति’ शब्द का क्या आशय है ?
Ans. गुप्त काल में प्रांत को ‘भुक्ति’ कहा जाता था। प्रांत भी कई इकाइयों में बँटा हुआ था । भुक्ति का प्रबंध मुख्यतः राजकुमारों अथवा राजवंश के विश्वस्त लोगों को ही सौंपा जाता था ।