वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. A – B का परिवर्तन द्वितीय कोटि की अभिक्रिया है। यदि A का सान्द्रण दुगुणा कर दिया जाय तो प्रतिक्रिया की दर निम्नलिखित में कौन-सा गुणक से बढ़ता है ?
(A) 1/4
(B) 2
(C) 1/2
(D) 4
Answer ⇒ (D)
2. अधिकांश प्रतिक्रियाओं के लिए ताप गुणक निम्नलिखित में किसके बीच होता है ?
(A) 1 एवं 3
(B) 2 एवं 3
(C) 1 एवं 4
(D) 2 एवं 4
Answer ⇒ (B)
3. वेग स्थिरांक पर ताप के प्रभाव को व्यक्त करने के लिए आरहेनियस का समीकरण निम्नलिखित में कौन है ?
Answer ⇒ (D)
4. निम्नलिखित में से कौन फेरिक हाइड्रोक्साइड के कोलॉइडी विलयन के स्कंदन में सबसे अधिक प्रभावी है ?
(A) Kol
(B) KNO3
(C) K2SO4
(D) K3[Fe(CN)6]
Answer ⇒ (D)
5. जल में H2(g) + Cl2(g) → 2HCl सूर्यप्रकाश में अभिक्रिया की कोटि है –
(A) 3
(B) 2
(C) 1
(D) 0
Answer ⇒ (D)
6. एक इलेक्ट्रोड का ऑक्सीकरण विभव 0.76 वोल्ट है। इसका अवकरण विभव होगा ?
(A) 2 x 0.76 वोल्ट
(B) 0.76/2 वोल्ट का
(C) -0.76 वोल्ट
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (C)
7. Mg और Al के मानक ऑक्सीकरण विभव क्रमशः +2.37 और +1.66 वोल्ट है। अतः रासायनिक अभिक्रियाओं में Mg
(A) Al द्वारा विस्थापित होगा
(B) Al को विस्थापित करेगा
(C) Al को विस्थापित नहीं करेगा
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
8. अभिक्रिया A+ B + C → Products की दर
d[A]/dt=K[A]1[B]1/2[C]1/2 के द्वारा व्यक्त किया जाता है तो इस अभिक्रिया की कोटि है
(A) 1/2
(B) 2
(C) 1
(D) 1.5
Answer ⇒ (B)
9. निम्नलिखित में कौन प्रथम कोटि की अभिक्रिया के वेग-स्थिरांक की इकाई है ?
(A) time-1
(B) mol. litre-1 sec-1
(C) Litre mol-1sec-1
(D) Litre mol-1sec.
Answer ⇒ (A)
10. KMnO4 अवकृत होता है :
(A) K2MnO4 में उदासीन माध्यम में
(B) MnO2 में उदासीन माध्यम में
(C) MnO2 में अम्लीय माध्यम में
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
11. प्रथम कोटि प्रतिक्रिया के 99.9% पूर्ण होने के लिए कितनी औसत आयु ही आवश्यकता होगी ?
(A) 2.31
(B) 6.93
(C) 9.23
(D) अनंत
Answer ⇒ (B)
12. K4[Fe(CN)6] में Fe का प्रसंकरण है।
(A) sp3
(B) dsp3
(C) d2sp3
(D) dsp2
Answer ⇒ (C)
13. अष्टफलकीय [Co(NH3)4Br2]Cl किस प्रकार का समावयता प्रदर्शित करता है?
(A) केवल ज्यामितीय
(B) ज्यामितीय एवं आयनन
(C) ज्यामितीय एवं प्रकाशीय
(D) प्रकाशीय एवं आयनन
Answer ⇒ (B)
14. अभिक्रिया 2A + B→ 3C + D के लिए निम्नलिखित में से कौन अभिक्रिया वेग को व्यक्त नहीं करता है
(A) -d[A]/2dt
(B) -d[C]/3dt
(C) -d[B]/dt
(D) -d[D]/dt
Answer ⇒ (B)
15. अभिकारक A तथा B के लिए अभिक्रिया का वेग चार गुना घट जाता है यदि B की सान्द्रता दुगुना की जाती है। B के सापेक्ष में अभिक्रिया का क्रम है।
(A) 2
(B) -2
(C) 1
(D) -1
Answer ⇒ (B)
16. किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया A → B के लिए 0.01 m सान्द्रण रहने पर अभिक्रिया की गति 2.0 x 10-5 molL-1S-1है। इस अभिक्रिया की अर्द्ध आयु का मान है
(A) 30 s
(B) 220 s
(C) 300 s
(D) 347 s
Answer ⇒ (D)
17. अभिक्रिया A → B प्रथम कोटि की अभिक्रिया है। 0.8 मोल से 0.6 मोल B बनने में एक घंटा समय लगता है। तो 0.9 मोल A से 0.675 मोल B बनने में कितना समय लगेगा?
(A) एक घंटा
(B) 0.5 घंटा
(C) 0.25 घंटा
(D) 2.0 घंटा
Answer ⇒ (A)
18. किसी सामान्य अभिक्रिया A ⇌ Bके अग्रगामी अभिक्रिया के लिए सक्रियन ऊर्जा का मान Ea है। अधोगामी अभिक्रिया के लिए सक्रियन ऊर्जा का मान होगा
(A) Ea का ऋणात्मक
(B) हमेशा Ea से कम
(C) Ea से कम तथा अधिक दोनों हो सकता है हि
(D) हमेशा Ea से दुगुनार
Answer ⇒ (C)
19. 2A → B + C शून्य कोटि की अभिक्रिया होगी जब
(A) अभिक्रिया की गति A के सान्द्रण के वर्ग का समानुपाती होगा 4
(B) अभिक्रिया की गति A के किसी भी सान्द्रण पर समान होगी
(C) B तथा C के किसी सान्द्रण पर प्रतिक्रिया का वेग समान रहेगा
(D) अभिक्रिया की गति दुगुनी हो जाएगी जब B के सान्द्रण को दुगुना किया जायेगा
Answer ⇒ (B)
20. Enzyme किस प्रकार किसी अभिक्रिया की गति को बढ़ाता है
(A) सक्रियन ऊर्जा कम करके
(B) सक्रियन ऊर्जा बढ़ा कर
(C) साम्य स्थिरांक बदलकर
(D) Enzyme तथा अभिकारक के बीच जटिल यौगिक का निर्माण कर
Answer ⇒ (A)
21. किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए अर्द्ध जीवन काल स्वतंत्र है।
(A) अंतिम सान्द्रण के प्रथम घात का
(B) प्रारंभिक सांद्रता के तृतीय घात का
(C) प्रारंभिक सान्द्रता का
(D) अंतिम सान्द्रण का वर्ग का
Answer ⇒ (C)
22. किसी अभिक्रिया के लिए सक्रियन ऊर्जा का मान निर्धारित किया जा सकता है
(A) दो विभिन्न तापक्रम पर गति स्थिरांक का मान ज्ञात कर
(B) दो विभिन्न तापक्रम पर अभिक्रिया का वेग ज्ञात कर
(C) परम ताप पर अभिक्रिया का गति स्थिरांक ज्ञात कर
(D) अभिक्रिया का सान्द्रण परिवर्तित कर
Answer ⇒ (A)
23. अभिक्रिया 2FeCl2 + SnCl2 → 2FeCl2 + SnCl4 एक उदाहरण है ।
(A) तृतीय कोटि की अभिक्रिया
(B) प्रथम कोटि की अभिक्रिया
(C) द्वितीय कोटि की अभिक्रिया
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (A)
24. किसी गैसीय अभिक्रिया 2A + B → C + D के लिए अभिक्रिया की दर k[A][B]यदि बर्तन का आयनत घटाकर प्रारंभिक आयतन 1/4 कर दिया जाए तो अभिक्रिया की दर प्रारंभिक अभिक्रिया की दर का हो जाएगा
(A) 16 गुना
(B) 4 गुना
(C) 1/8 गुना
(D) 1/16 गुना
Answer ⇒ (A)
25. अभिक्रिया 2NO(g) + 02(g) → 2NO2(g) प्रथम कोटि की अभिक्रिया है। यदि अभिक्रिया के पात्र का आयतन घटाकर प्रारंभिक आयतन का 1/3 कर दिया जाए तो प्रतिक्रिया कर दर हो जाएगा
(A) 1/3 गुना
(B) 2/3 गुना
(C) 3 गुना
(D) 6 गुना
Answer ⇒ (C)
26. किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए गति स्थिरांक का मान 2.303 x 10-2S-1 है तो प्रारंभिक सान्द्रता का 1/10 वाँ भाग हो जाने में कितना समय लगेगा ?
(A) 100 सेकेण्ड
(B) 10 सेकेण्ड
(C) 2303 सेकेण्ड
(D) 23.03 सेकेण्ड
Answer ⇒ (A)
27. कोई प्रथम कोटि की अभिक्रिया 30 मिनट में 75% पूर्ण होती है तो 93.75% पूर्ण होने में कितना समय लगेगा ?
(A) 45 मिनट
(B) 120 मिनट
(C) 90 मिनट
(D) 60 मिनट
Answer ⇒ (D)
28. किसी अभिक्रिया के लिए t1/2 = 1/k प्रतिक्रिया की कोटि है।
(A) 1
(B) 0
(C) 3
(D) 2
Answer ⇒ (D)
29. किसी अभिक्रिया A → प्रतिफल के लिए t1/2=1/[A]3अभिक्रिया की कोटि है
(A) 2
(B) 3
(C) 4
(D) 5
Answer ⇒ (C)
30. 2NO + CI2 → 2NOCl अभिक्रिया के लिए गति समीकरण गति = k[NO]2[Cl2] है। इस प्रतिक्रिया के लिए गति स्थिरांक का मान बढ़ता है।
(A) तापक्रम के बढ़ाने से
(B) NO का सान्द्रण बढ़ाने से
(C) CI2 का सान्द्रण बढ़ाने से
(D) उपरोक्त सभी
Answer ⇒ (A)
31. गति स्थिरांक की इकाई निर्भर करता है
(A) अभिक्रिया की वेग पर
(B) अभिक्रिया की कोटि पर
(C) अभिक्रिया की आण्विकता पर
(D) उपरोक्त सभी पर।
Answer ⇒ (B)
32. किसी प्रथम कोटि के अभिक्रिया के तीन चौथाई भाग को पूरा होने में 20 मिनट लगता है तो उसके 15/16 भाग को पूरा होने (अर्थात् 1/16 वाँ भाग अवशेष बचने) में कितना समय लगेगा ?
(A) 20 मिनट
(B) 10 मिनट
(C) 80 मिनट
(D) 40 मिनट
Answer ⇒ (D)
33. किसी शून्य कोटि की अभिक्रिया को 100% पूर्ण होने में लगा हुआ समय
(A) ak
(B) a/2k
(C) a/k
(D) 2ka
Answer ⇒ (C)
34. किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक (k1) तथा अर्द्धजीवनकाल में (t1/2)में सम्बन्ध है
(A) t1/2 = 0.693/k1
(B) t1/2 = k1/0.693
(C) k1 = t1/2
(D) t1/2 = k1
Answer ⇒ (A)
35. गति समीकरण K[A]3/2[B]1/2 के लिए प्रतिक्रिया की कोटि है।
(A) 1
(B) – -1/2
(C) – -3/2
(D) 2
Answer ⇒ (A)
36. किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया का अर्द्धजीवनकाल 14 सेकेण्ड है तो प्रारंभिक सान्द्रता को 1/8 वाँ भाग हो जाने में समय लगेगा
(A) (14)3 सेकेण्ड
(B) 28 सेकेण्ड
(C) 42 सेकेण्ड
(D) (14)2 सेकेण्ड
Answer ⇒ (C)
37. किसी अभिक्रिया का अर्द्धजीवन काल 50 मिनट है। यदि उसके प्रारंभिक सान्द्रता को चार गुना कर दिया जाता है तो उसका अर्द्धजीवन आधा (अर्थात् 25 मिनट) हो जाता है। अभिक्रिया की कोटि है
(A) 0
(B) 1/2
(C) 3/2
(D) 2
Answer ⇒ (C)
38. आरहेनियस परिकल्पना (Arrhenius hypothesis) के अनुसार अभिक्रिया का वेग बढ़ता है
(A) तापक्रम बढ़ाने से
(B) तापक्रम घटाने से
(C) दाब के बढ़ाने से
(D) दाब के घटाने से
Answer ⇒ (A)
39. तापक्रम के बढ़ाने से अभिक्रिया की गति बढ़ती है क्योंकि
(A) अभिकारक अणुओं के टक्कर की संख्या बढ़ती है
(B) Mean free path घटता है ।
(C) अधिक ऊर्जा वाले टक्कर का संख्या बढ़ता है
(D) अधिक ऊर्जा वाले टक्कर का संख्या घटता है
Answer ⇒ (C)
40. समीकरण k = Ae-Ea/RT के लिए कथन सत्य है
(A) k साम्य स्थिरांक है।
(B) A अधिशोषण गणक है ?
(C) Ea सक्रियन ऊर्जा है
(D) R. Reydberg स्थिरांक है
Answer ⇒ (C)
41. अभिक्रिया के वेग पर ताप के प्रभाव को दर्शाता है
(A) Kirchhoff’s समीकरण
(B) Clausius-Clapeyron समीकरण
(C) Gibb’s Helmholtz समीकरण
(D) Arrhenius समीकरण
Answer ⇒ (D)
42. यदि किसी रासायनिक अभिक्रिया के सक्रियन ऊर्जा का मान बहुत ज्यादा है तो सामान्यतः अभिक्रिया ।
(A) बहुत तेज होगी
(B) बहुत धीमी होगी
(C) सामान्य होगी
(D) कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
43. रासायनिक अभिक्रिया H2(g) + I2(g) → 2HI(g) का साम्य स्थिरांक Kp निर्भर करता है
(A) पूर्ण दाब पर
(B) उत्प्रेरक पर
(C) H2 तथा I2 की मात्रा पर
(D) तापक्रम पर
Answer ⇒ (D)
44. आरहेनियस समीकरण K = A.exp(-Ea/RT) A को वेग स्थिरांक कह सकते हैं
(A) बहुत निम्न ताप पर
(B) नियत ताप पर
(C) शून्य सक्रियण ऊर्जा पर
(D) अभिक्रिया मिश्रण के क्वथ
Answer ⇒ (B)
45. प्रथम क्रम के प्रतिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक की इकाई होती है।
(A) समय -1
(B) मोल लीटर-1 सेकेण्ड-1
(C) लीटर मोल-1 सेकेण्ड-1
(D) लीटर मोल-1 सेकेण्ड
Answer ⇒ (A)
46. अधिकांश अभिक्रियाओं को सक्रियण ऊर्जा 50kg/m होती है। ऐसी अभिक्रिया ( का ताप गुणांक होता है
(A) लगभग 2
(B) लगभग 3
(C) <1
(D) >4
Answer ⇒ (A)
47. आरहेनियस समीकरण में अन्तः खण्ड बराबर होता है।
(A) -Ea/R
(B) InA
(C) InK
(D) log 10a
Answer ⇒ (B)
48. रेडियो सक्रिय पदार्थ की अर्द्ध-आयु 4 दिन है। 2 दिन में इसकी क्षय मात्रा होगी
(A) 1/√¯2
(B) 1- /√¯2
(C) 20%
(D) 1/8
Answer ⇒ (B)
49. प्रथम कोटि अभिक्रिया का वेग 10-2 मिनट है। अर्द्ध-आयु काल होगा।
(A) 693 मिनट
(B) 69.3 मिनट
(C) 6.93 मिनट
(D) 0.693 मिनट
Answer ⇒ (B)
50. ऊष्माशोषी अभिक्रिया के लिए ΔH अभिक्रिया की एंथल्पी को KJ mol-1 में व्यक्त करते हैं। सक्रियण ऊर्जा की कम से कम मात्रा होगी।
(A) ΔH से कम
(B) शून्य
(C) ΔH से अधिक
(D) ΔH के बराबर
Answer ⇒ (C)
51. A + B → उत्पाद के लिए अभिक्रिया दर r = k[A][B]क्षरा व्यक्त किया जाता है। यदि B की अधिक मात्रा ली जाए तो अभिक्रिया की कोटि होगी:
(A) 2
(B) 1
(C) 0
(D) अनिश्चित
Answer ⇒ (B)
52. अभिक्रिया की दर के बारे में कौन-सा कथन असत्य है ?
(A) इसकी प्रयोगात्मक विधि से गणना करते है
(B) दर नियम संबंध में सांद्रता की शक्तियों का योग है।
(C) अभिक्रिया की दर भिन्नात्मक नहीं हो सकती
(D) अभिक्रिया दर और स्टॉइकीयोमीट्री में कोई संबंध होना आवश्यक नहीं है
Answer ⇒ (C)
53. प्रथम कोटि अभिक्रिया के लिए t1/2 का मान होता है
(A) 0.6/k
(B) 0.693/k
(C) 0.683/k
(D) 0.10/k
Answer ⇒ (B)
54. किसी वस्तु के प्रतिक्रिया करने का दर निर्भर करता है
(A) परमाणु भार
(B) समतुल्य भार
(C) अणु भार ति
(D) सक्रिय भारमिन
Answer ⇒ (D)
55. शून्य कोटि अभिक्रिया के लिए
(A) t1/2∝a
(B) t1/2∝1/a
(C) t1/2∝a2
(D) t1/2∝1/a2
Answer ⇒ (A)
56. उत्प्रेरक एक वस्तु है जो
(A) उत्पाद के साम्यावस्था सान्द्रण को बढ़ा देता है ।
(B) प्रतिक्रिया के साम्यावस्था स्थिरांक को परिवर्तित कर देता है
(C) साम्यावस्था प्राप्त करने के समय को कम कर देता है, तो
(D) प्रतिक्रिया में ऊर्जा प्रदान करता है
Answer ⇒ (C)
57. A + B → उत्पाद, इस अभिक्रिया के लिए प्रेक्षित किया गया कि A की सान्द्रता दो गुनी करने पर अभिक्रिया की दर चार गुना हो जाती है। परंतु B की मात्रा दो गुनी करने पर अभिक्रिया दर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। वेग समीकरण हैः
(A) वेग = k[A][B]
(B) वेंग =k/4[A]2
(C) वेग = k[A]2[B]°
(D) वेग = k[A]2[B]2
Answer ⇒ (C)
58. अभिक्रिया 2N205→ 4NO2 + O2 के लिए वेग स्थिरांक 3.0 x 10-5S-1 है। यदि अभिक्रिया का वेग 2.4 x 10-4 molL-1S-1 हो तो N205 की सान्द्रता होगी
(A) 1.4
(B) 1.2
(C) 0.04
(D) 8.0
Answer ⇒ (D)
59. अभिक्रिया A+B+C+D के लिए दोनों अभिकारकों की सान्द्रता दो गुना करने पर अभिक्रिया की दर 8 गुनी बढ़ जाती है, परंतु केवल B की सान्द्रता दो गुना करने पर अभिक्रिया की दर मात्र दो गुनी हो जाती है। वेग नियम है
(A) r = k[A]½[B]½
(B) r = k[A][B]2
(C) r = k[A]2[B]
(D) r = k[A][B]
Answer ⇒ (C)
60. एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया 100 सेकेण्ड में आधी (50%) पूर्ण होती है। र अभिक्रिया के 99% पूर्ण होने में लगा समय होगाः
(A) 666.66s
(B) 646.6s
(C) 660.9s
(D) 654.5s
Answer ⇒ (A)
61. प्रथम कोटि की अभिक्रिया A → B के लिए अभिक्रियक की 0.01 M सान्द्रता पर अभिक्रिया का वेग 2.0 x 10-5 mol L-1S-1 पाया जाता है। अभिक्रिया की अर्द्ध – आयु है :
(A) 30 s
(B) 220 s
(C) 300 s
(D) 347 s
Answer ⇒ (D)
62. प्रारंभिक सान्द्रता ‘a mol dm-3‘ वाला एक विलयन प्रथम कोटि की बलगतिकी का अनुसरण करता है। अभिक्रिया के पूर्ण होने में लगा समय है।
(A) k/a
(B) a/2k
(C) a/k
(D) 2/ak
Answer ⇒ (C)
63. अभिक्रिया 2A + B→ 3C + D के लिए निम्न में से कौन सा अभिक्रिया वेग को व्यक्त नहीं करता है ?
(A) -d[A]/2dt
(B) +d[C]/3dt
(C) -d[B]/dt
(D) -d[D]/dt
Answer ⇒ (D)
64. अभिक्रिया N2(g) +3H2(g) → 2NH3(g) पर विचार कीजिए। d[NH3]/dt एव -d[H2]dt के बीच समानता का संबंध हैः
Answer ⇒ (C)
65. अभिक्रिया 2N2O5(g) → ANO2 + 02(g) के लिए अभिक्रिया वेग है :
(A) 1/2 d/dt [N2O5]
(B) 2 d/dt [N2O5]
(C) 1/4 d/dt [NO2]
(D) 4 d/dt [NO2]
Answer ⇒ (C)
66. यदि किसी अभिकारक की प्रारंभिक सान्द्रता दो गुना कर दिया जाए तो उसकी अर्धायु भी दो गुनी हो जाती है। अभिक्रिया की कोटि हैः
(A) शून्य
(B) आंशिक
(C) तीन
(D) एक
Answer ⇒ (A)
67. कौन-सी पृष्ठीय परिघटना नहीं है ?
(A) समांगी उत्प्रेरण
(B) ठोसों का मिलना
(C) जंग लगना इशारा
(D) वैद्युत अपघटन प्रक्रिया
Answer ⇒ (D)
68. अभिकारकों की सान्द्रता में वृद्धि करने पर किसमें परिवर्तन होगा?
(A) ΔH
(B) टक्कर आवृत्ति
(C) सक्रियन ऊर्जा
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
69. किसी अभिक्रिया के लिए दर स्थिरांक की इकाई molL-1S-1 है। अभिक्रिया की कोटि होगीः
(A) शून्य
(B) एक
(C) दो
(D) तीन
Answer ⇒ (A)
70. निम्न समांगी अभिक्रिया : A + B → C के लिए दर स्थिरांक की इकाई होगी:
(A) sec-1
(B) sec-1 mol
(C) sec-1 mol-1L
(D) sec
Answer ⇒ (C)
71. अभिक्रिया A और B के बीच अभिक्रिया करके C बनाने वाली अभिक्रिया A के सापेक्ष प्रथम तथा B के सापेक्ष द्वितीय कोटि की बलगतिकी दर्शाती है तो वेग – समीकरण लिखा जा सकता है:
(A) वेग = k[A][B]1/2
(B) वेग = k/4[A]1/2[B]
(C) वेग = k[A][B]2
(D) वेग = k[A]2[B]
Answer ⇒ (C)
72. aA + bB → उत्पाद, इस अभिक्रिया के लिए -d[A]/dt किसके समान है:
Answer ⇒ (C)
73. टंग्स्टन के पृष्ट पर NH3का विघटन किस कोटि की अभिक्रिया है ?
(A) शून्य
(B) प्रथम
(C) द्वितीय
(D) क्रियात्मक
Answer ⇒ (A)
74. अभिक्रिया 3A → 2B के लिए अभिक्रिया का वेग +d[B]/dt बराबर हैः
Answer ⇒ (B)
75. अभिक्रिया H+ + OH– → H2O हैः
(A) अति मंद
(B) मंद
(C) तीव्र
(D) मध्यम चाल की
Answer ⇒ (C)
76. किसी अभिक्रिया की अर्द्धायु अभिकारक की सान्द्रता दो गुना कर देने पर आधी हो जाती है। अभिक्रिया की कोटि हैः
(A) 0.5
(B) 1
(C) 2
(D) 0
Answer ⇒ (C)
77. किसी प्रथम कोटि की अभिक्रिया की अर्द्धायु 10 मिनट है। यदि प्रारंभिक सान्द्रता 0.08 मोल प्रति लीटर तथा किसी क्षण पर सान्द्रता 0.01 मोल/लीटर हो तो t है:
(A) 10 min
(B) 30 min
(C) 20 min
(D) 40 min
Answer ⇒ (B)
78. अभिक्रिया H2 +I2 → 2HI के लिए अवकल दर नियम होगाः
Answer ⇒ (D)
79. अभिक्रिया A + 2B → C के लिए वेग R= [A][B]2 द्वारा व्यक्त किया जाता हो तो अभिक्रिया की कोटि है:
(A) 3
(B) 6
(C) 5
(D) 7
Answer ⇒ (A)
80. अभिक्रिया तंत्र 2NO(g) + O2 → 2NO2(g) में दाब बढ़ाकर आयतन को अचानक आधा कर दिया जाता है। यदि अभिक्रिया O2 के सापेक्ष प्रथम कोटि की एवं NO के सापेक्ष द्वितीय कोटि की हो तो अभिक्रिया का वेग हो जाएगा:
(A) घटकर प्रारंभिक मान 1/8 हो जाएगा
(B) बढ़कर प्रारंभिक मान का 8 गुना हो जाएगा
(C) बढ़कर प्रारंभिक मान का 4 गुना हो जाएगा
(D) बढ़कर प्रारंभिक मान का 1/4 गुना हो जाएगा
Answer ⇒ (B)
81. जल में H2 (g) + Cl2 → 2HCI सूर्य प्रकाश मेंअभिक्रिया की कोटि है।
(A) 3
(B) 2
(C) 1
(D) O
Answer ⇒ (D)
82. किसी अभिक्रिया का वेग निम्नलिखित प्रकार से व्यक्त होता है। वेग = K.[A]2[B]तो इस अभिक्रिया की कोटि होगी
(A) 2
(B) 3
(C) 1
(D) 0
Answer ⇒ (B)
83. छदम एकाणुक अभिक्रिया का उदाहरण है।
(A) CH3CHO → CH4 + CO
(B) 2H2O2 → 2H2O + O2
(C) C12H22O11 + H2O → C6H12O6 + C6H12O6
(D) 2NO +O2 → 2NO2
Answer ⇒ (C)
84. अभिक्रिया 2H2O2 Pt → 2H2OO, के लिए दर स्थिरांक की इकाई है
(A) sec-1
(B) L2mol-2sec-2
(C) L-1mol-sec-1
(D) MoL-1 sec-1
Answer ⇒ (A)
85. एक अभिक्रिया के वेग स्थिरांक की इकाई अभिक्रिया के दर के इकाई के है। अभिक्रिया की कोटि है।
(A) द्वितीय कोटि
(B) प्रथम कोटि
(C) शून्य कोटि
(D) तृतीय कोटि
Answer ⇒ (C)
86. किसी अभिक्रिया A → B के लिए गति स्थिरांक 0.6 x 10-3 मोल प्रति सेकेण्ड है। यदि A की सान्द्रता 5 M है तो 20.0 मिनट के बाद B की सान्द्रता है
(A) 11.08 M
(B) 3.60 M
(C) 0.36 M
(D) 0.72 M
Answer ⇒ (D)
87. किसी अभिक्रिया के लिए सक्रियन ऊर्जा निम्नलिखित ग्राफ के स्लोप से ज्ञात किया जा सकता है:
Answer ⇒ (A)
88. प्रथम कोटि की एक अभिक्रिया 72 मिनट में 75% पूर्ण होती है। यह कब आधी पूर्ण हुई ?
(A) 48 मिनट में
(B) 36 मिनट में
(C) 52 मिनट में
(D) A, B, C में से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
89. एक प्रथम कोटि की प्रतिक्रिया 30 मिनट में 50% पूर्ण होती है। अभिक्रिया का वेग स्थिरांक क्या है ?
(A) 7.6 x 10-4 मिनट -1
(B) 2.3 x 10-4 मिनट -1
(C) 6.9 मिनट-1
(D) 2.3 x 10-2 मिनट -1
Answer ⇒ (D)
90. एक अभिक्रिया का वेग स्थिरांक 1.0 x 10-2 min-1 है। यदि अभिक्रिया की सान्द्रता (-0.4 मोल लीटर-1है तो अभिक्रिया की दर है
(A) 2.5 x 10-2 मोल लीटर-1 सेकेण्ड-1
(B) 4.0 x 10-3 मोल लीटर-1 सेकेण्ड-1
(C) 40 मोल लीटर सेकेण्ड-1
(D) इनमें से कोई नहीं
Answer ⇒ (B)
91. अभिक्रिया A → B, A की सान्द्रता C और समय t के बीच ग्राफ खींचने से सीधी रेखा प्राप्त होती है। अभिक्रिया की कोटि है
(A) शून्य
(B) प्रथम
(C) द्वितीय
(D) तृतीय
Answer ⇒ (A)
92. N2O5के अपघटन के लिए वेग स्थिरांक 7.0 x 10-3S-1 है। इस अपघटन के अर्द्धआयु है
(A) 99 सेकेण्ड मा
(B) 137 सेकेण्डमा
(C) 140 सेकेण्ड
(D) 329 सेकेण्ड
Answer ⇒ (A)
93. प्रथम कोटि की प्रतिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक की मात्रक है
(A) mol L-1
(B) s-1
(C) mol L-1S-1
(D) L mol-1S-1
Answer ⇒ (B)
94. किसी अभिक्रिया A → B के बल गतिक अध्ययन से ज्ञात हुआ कि A की सान्द्रण चार गुना बढ़ाने से अभिक्रिया की दर दुगुनी हो जाती है। इस अभिक्रिया की कोटि है
(A) 1/2
(B) 1
(C) 0
(D) 2
Answer ⇒ (A)
95. किसी रासायनिक अभिक्रिया के दो विभिन्न तापक्रम T1 तथा T2 के लिए गति स्थिरांक K1 तथा K2 क्रमशः एक सक्रियन ऊर्जा (Ea) के बीच सम्बन्ध है
Answer ⇒ (B)
96. किसी अभिक्रिया के लिए जब तापक्रम को 20° से बढ़ाकर 35°C कर दिया जाता है तो उसकी गति दुगुनी हो जाती है। इस अभिक्रिया के लिए सक्रियन ऊर्जा का मान है। (R = 8.314 x 10-3 KJ mol-1 k-1)
(A) 34.7 KJ mol-1
(B) 15.1 KJ mol-1
(C) 342 KJ mol-1
(D) 269 KJ mol-1
97. किसी शून्य कोटि की प्रतिक्रिया के लिए प्रत्येक 10°C तापक्रम में वृद्धि करने पर अभिक्रिया की गति दुगुनी हो जाती है। यदि तापक्रम 10°C से बढ़ाकर 100°C कर दिया जाए तो अभिक्रिया की गति हो जाएगी।
(A) 256 गुना
(B) 512 गुना
(C) 64 गुना
(D) 128 गुना
Answer ⇒ (B)
98. अभिक्रिया A → B के लिए यह पाया गया है कि जब A की सान्द्रता चार गुनी बढ़ायी जाती है तो अभिक्रिया की दर दो गुनी हो जाती है। अभिक्रिया की कोटि है:
(A) 2
(B) 1
(C) 1/2
(D) 0
Answer ⇒ (C)
99. शून्य कोटि की प्रतिक्रिया के लिए गति स्थिरांक की इकाई है
(A) mol L-1S-1
(B) L mol-1S-1
(C) L2 mol-2S-1
(D) s-1
Answer ⇒ (A)
100.अभिक्रिया की कोटि के लिए कौन-सा कथन असत्य है ?
(A) अभिक्रिया की कोटि सिर्फ प्रयोग से ही ज्ञात किया जा सकता है
(B) कोटि अभिकारक के मोलों की संख्या से प्रभावित नहीं होता है
(C) कोटि हमेशा पूर्ण संख्या होती है
(D) वेग समीकरण में सान्द्रण पदों के घातों के योगफल को अभिक्रिया का समग्र कोटि कहते हैं
Answer ⇒ (C)
101.किसी प्रथम कोटि की प्रतिक्रिया का अर्द्धजीवनकाल 1386 सेकेण्ड है। इसके
विशिष्ट गति स्थिरांक का मान है
(A) 0.5 x 10-2s-1
(B) 0.5 x 10-3s-1
(C) 5.0 x 10-2s-1
(D) 5.0 x 10-35-1
Answer ⇒ (B)
102.यदि किसी प्रथम कोटि के अभिक्रिया के 60% को पूर्ण होने में 60 मिनट लगता है तो उसी अभिक्रिया के 50% पूर्ण होने में समय लगेगा
(log 4 = 0.60 तथा log 5 = 0.69)
(A) 45 मिनट
(B) 60 मिनट
(C) 40 मिनट
(D) 50 मिनट
Answer ⇒ (A)
103.अभिक्रिया A → B द्वितीयक कोटि की बलगतिकी का अनुसरण करता है। A की सान्द्रता दो गुनी करने पर B के निर्माण में कितना गुना वृद्धि होती है ?
(A) 2
(B) 1/2
(C) 4
(D) 1/4
Answer ⇒ (C)
104.अभिक्रिया A → B में जब अभिकारकों की सान्द्रता को 8 गुना बढ़ा दिया जाता है तो अभिक्रिया वेग सिर्फ दो गुना बढ़ता है तो अभिक्रिया की कोटि होगी
(A) 2
(B) 1/3
(C) 1/4
(D) 1/2
Answer ⇒ (B)
105.द्वितीय कोटि अभिक्रिया के लिए विशिष्ट अभिक्रिया वेग की इकाई है
(A) sec-1
(B) mol L-1 sec-1
(C) L-2mo2 sec-1
(D) L mol-1sec-1
Answer ⇒ (D)
106.क्षारीय माध्यम में एस्टर का जल अपघटन है
(A) प्रथम कोटि अभिक्रिया जिसकी आणविकता एक है
(B) द्वितीय कोटि अभिक्रिया जिसकी आणविकता दो है
(C) प्रथम कोटि अभिक्रिया जिसकी आणविकता तीन है
(D) द्वितीय कोटि अभिक्रिया जिसकी आणविकता शून्य है
Answer ⇒ (B)
107.अभिक्रिया 2H2O → 2H2O2 का वेग r = k [H2O2] है:
(A) शून्य कोटि की अभिक्रिया
(B) प्रथम कोटि की अभिक्रिया
(C) द्वितीय कोटि की अभिक्रिया
(D) तृतीय कोटि की अभिक्रिया
Answer ⇒ (B)
108.अम्लीय जलांशन के दर का क्रम होगा –
Answer ⇒ (D)
लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न 1.
1.अभिक्रिया का वेग क्या है?
2. अभिक्रिया की तात्क्षणिक दर को परिभाषित कीजिए।
उत्तर
1. वह देर, जिस पर समय के साथ-साथ अभिकारक पदार्थों का सान्द्रण परिवर्तित होता है, अभिक्रिया का वेग कहलाता है।”
यदि सूक्ष्म अन्तराल dt में अभिकारक के dr मोल उत्पाद में परिवर्तित होते हों तो
अभिक्रिया का वेग =
यदि अन्तराल dt में अभिकारक के de मोल शेष रहते हों तो
अभिक्रिया का वेग =
2. किसी निश्चित क्षण पर किसी एक अभिकारक अथवा उत्पाद के सान्द्रता परिवर्तन की दर (अथवा इकाई समय में सान्द्रता परिवर्तन) उस क्षण पर अभिक्रिया की दर अर्थात् अभिक्रिया की तात्क्षणिक दर कहलाती है।
वास्तव में, तात्क्षणिक दर लघुतम सम्भव समय अन्तराल (जब Δt शून्य की ओर अग्रसर हो) के दौरान औसत दर होती है। यदि किसी लघुतम समय अन्तराल dt में होने वाला लघुतम सान्द्रता परिवर्तन dx है तो
rinst =
प्रश्न 2. वेग नियम को परिभाषित कीजिए।
उत्तर :- वह गणितीय व्यंजक जो अभिकारकों की मोलर सान्द्रता पर अभिक्रिया के वेग की प्रायोगिक निर्भरता को व्यक्त करता है, वेग नियम कहलाता है। यदि एक सामान्य अभिक्रिया
aA+ bB → उत्पाद
का वेग A की सान्द्रता की घात p तथा B की सान्द्रता की घात q पर निर्भर करता है, तो
वेग = k [A]p [B]q
जहाँ k वेग स्थिरांक अथवा दर स्थिरांक है।
उपर्युक्त समीकरण को ही वेग नियम कहते हैं।
प्रश्न 3. वेग नियम और द्रव्य अनुपाती क्रिया के नियम में क्या अन्तर है?
उत्तर :- वेग नियम के अनुसार, अभिक्रिया का वेग उन सान्द्रता पदों पर निर्भर करता है,जिन पर अभिक्रिया , का वेग वास्तव में निर्भर करता है (प्रयोगों द्वारा ज्ञात) जबकि द्रव्य अनुपाती क्रिया का नियम सन्तुलित रासायनिक समीकरण की स्टॉइकियोमीट्री पर आधारित है।
उदाहरणार्थ-किसी सामान्य अभिक्रिया aA+ bB → उत्पाद के लिए,
वेग नियम के अनुसार, वेग = k[A]p [B]q
जबकि द्रव्य अनुपाती क्रिया नियम के अनुसार, वेग = k[A]a [B]b
प्रश्न 4. अभिक्रिया का वेग स्थिरांक क्या है?
उत्तर :- यदि किसी रासायनिक अभिक्रिया में किसी क्षण अभिकारक का आण्विक सान्द्रण C हो, तो उस समय अभिक्रिया का वेग , सान्द्रण C के समानुपाती होता है,
अर्थात् ∝ C या
= kC
जहाँ, k एक स्थिरांक है, जिसे वेग स्थिरांक कहते हैं।
अब यदि C= 1 तो = k
अतः स्थिर ताप पर अभिकारक पदार्थ के इकाई सान्द्रण पर होने वाले अभिक्रिया के वेग को उसे अभिक्रिया का वेग स्थिरांक कहते हैं।
प्रश्न 5. वेग स्थिरांक तथा साम्य स्थिरांक में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर :- वेग स्थिरांक अभिकारक पदार्थों की इकाई सान्द्रता पर होने वाली अभिक्रिया की गति को कहते हैं। जबकि साम्य स्थिरांक उत्क्रमणीय अभिक्रिया में अग्र अभिक्रिया के वेग स्थिरांक तथा विपरीत क्रिया के साम्य स्थिरांक का अनुपात होता है।
प्रश्न 6. तापीय गुणांक क्या है? अभिक्रिया के वेग से इसका सम्बन्ध बताइए।
उत्तर :- तापीय गुणांक 10°C अन्तर के दो भिन्न तापों पर वेग स्थिरांकों के अनुपात के बराबर होता है।
यह प्राप्त मान 2 और 3 के मध्य में होता है।
प्रश्न 7. निम्न अभिक्रिया की कोटि और वेग स्थिरांक की इकाई लिखिए –
H2 + Cl2 → 2HCl
उत्तर :- अभिक्रिया की कोटि शून्य तथा वेग स्थिरांक की इकाई मोल लीटर-1 सेकण्ड-1।
प्रश्न 8. कारण सहित बताइए कि निम्न में अभिक्रिया की कोटि क्या होगी?
2FeCl3 + SnCl2 → SnCl4 + 2FeCl2
उत्तर :-
अभिक्रिया तृतीय कोटि की है, क्योंकि तृतीय कोटि की अभिक्रिया में अभिकारक पदार्थ के तीन अणुओं का सान्द्रण समय के साथ-साथ परिवर्तित होता है अर्थात् इनका वेग अभिकारक के तीन अणुओं के सान्द्रण के रूप में व्यक्त होता है।
प्रश्न 9. शून्य कोटि की अभिक्रिया से आप क्या समझते हैं? उदाहरण द्वारा समझाइए। इसके वेग स्थिरांक को व्यंजक लिखिए।
उत्तर :-
शून्य कोटि की अभिक्रिया – वह अभिक्रिया जिसकी प्रगति में अभिकारक के किसी भी अणु का सान्द्रण परिवर्तित नहीं होता है अर्थात् जिसका वेग अभिकारक के सान्द्रण पर निर्भर नहीं करता है, शून्य कोटि की अभिक्रिया कहलाती है।
A → B+ C
यदि इसका वेग ∝[A]0 हो, तो यह शून्य कोटि की अभिक्रिया होगी।
उदाहरणार्थ- सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में H2 व Cl2 का संयोग
शून्य कोटि के वेग स्थिरांक का व्यंजक – शून्य कोटि की अभिक्रिया के वेग स्थिरांक का व्यंजक x = kt है।
जहाँ x अभिकारक A की वह मात्रा है जो t समय में अभिक्रिया करती है और है अभिक्रिया का वेग स्थिरांक है।
प्रश्न 10. प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लक्षण लिखिए।
उत्तर :-
प्रथम कोटि की अभिक्रिया – वह अभिक्रिया जिसका वेग केवल एक अभिकारक की सान्द्रता के अनुक्रमानुपाती होता है, प्रथम कोटि की अभिक्रिया कहलाती है। उदाहरणार्थ-निम्नलिखित अभिक्रिया में केवल शक्कर के अणुओं की सान्द्रता परिवर्तित होती है; अत: यह प्रथम कोटि की अभिक्रिया है।
प्रथम कोटि की अभिक्रिया का समीकरण निम्नलिखित है –
जहाँ a अभिकारक की प्रारम्भिक सान्द्रता तथा (a – x ) समय t पर सान्द्रता है।
लक्षण
1.प्रथम कोटि की अभिक्रिया के वेग स्थिरांक ६ का मान अभिकारक की सान्द्रता की इकाई पर निर्भर नहीं करता। यह केवल समय की इकाई पर निर्भर करता है।
2. इस अभिक्रिया के लिए log(a- x) और है के मध्य ग्राफ खींचने पर एक सरल रेखा प्राप्त होती है। जिसका ढाल है।
3. प्रथम कोटि की अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल अभिकारकों के प्रारम्भिक सान्द्रण पर निर्भर नहीं करता
4. अभिक्रिया के पूर्ण होने में अनन्त समय लगता है।
5. अभिकारक की सान्द्रता n गुना बढ़ने पर अभिक्रिया का वेग भी n गुना बढ़ जाता है।
प्रश्न 11. प्रथम कोटि की अभिक्रिया के वेग स्थिरांक की इकाई ज्ञात कीजिए।
उत्तर :- प्रथम कोटि की अभिक्रिया का वेग समीकरण- r = k [A]1
प्रश्न 12. एक प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए अर्द्ध-आयु 69.3 सेकण्ड है। इस अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक की गणना कीजिए।
हल :- प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए,
k= = 10-2 सेकण्ड-1
प्रश्न 13. प्रथम कोटि की एक अभिक्रिया में 50 सेकण्ड में पदार्थ की सान्द्रता प्रारम्भिक सान्द्रता की आधी रह जाती है। इसके वेग स्थिरांक की गणना कीजिए।
हल :- प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए,
x 10-2
= 1.38 x 10-2 सेकण्ड-1
प्रश्न 18. आरेनियस का समीकरण दीजिए। (2017)
उत्तर k = Ae-Ea/RT ; जहाँ Ea सक्रियण ऊर्जा, R गैसीय स्थिरांक, T परमताप, k वेग स्थिरांक, A आवृत्ति गुणांक।
प्रश्न 14. अभिक्रिया की कोटि और आणविकता को समझाइए।
उत्तर
आणविकता – किसी रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले अभिकारक अणुओं की न्यूनतम संख्या को अभिक्रिया की आणविकता कहते हैं।
उदाहरणार्थ– (i) अमोनियम नाइट्राइट को गर्म करने पर होने वाली अभिक्रिया में अमोनियम नाइट्राइट का एक अणु भाग लेता है; अत: इसकी आणविकता एक है।
NH4NO2 → 2H2O + N2 ↑
(ii) NaOH द्वारा एथिल ऐसीटेट के जल – अपघटन की अभिक्रिया की आणविकता 2 है, क्योंकि इसमें दोनों अभिकारकों का एक-एक अणु भाग लेता है।
CH3COOC2H5 + NaOH → CH3COONa + C2H5OH
कोटि – किसी रासायनिक अभिक्रिया में भाग लेने वाले पदार्थों के अणुओं की वह संख्या जिनका सान्द्रण अभिक्रिया की प्रगति में परिवर्तित होता है, अभिक्रिया की कोटि कहलाती है।
उदाहरणार्थ– CH3COOC2H5 + NaOH → CH3COONa + C2H5OH
उपर्युक्त अभिक्रिया में दोनों अभिकारकों के एक-एक अणु की सान्द्रता प्रभावित हो रही है; अत: यह द्वितीय कोटि की अभिक्रिया है परन्तु अभिक्रिया
C12H22O11 + H2O → C6H12O6 + C6H12O6 में केवल C12H22O11 की सान्द्रता में परिवर्तन होने पर अभिक्रिया का वेग परिवर्तित होता है। जल (H2O) की सान्द्रता में परिवर्तन का वेग पर कोई प्रभाव नहीं होता है। अतः अभिक्रिया की कोटि एक है।
प्रश्न 15. आणविकता तथा कोटि में अन्तर स्पष्ट कीजिए। N,05 के अपघटन की कोटि निर्धारित कीजिए।
उत्तर :-
अभिक्रिया की आणविकता और कोटि में अन्तर
1.अभिक्रिया की आणविकता सदैव एक पूर्ण संख्या होती है, जबकि अभिक्रिया की कोटि भिन्नात्मक भी हो सकती है।
2. अभिक्रिया की आणविकता कभी-भी शून्य नहीं हो सकती, जबकि अभिक्रिया की कोटि शून्य भी हो सकती है।
3. किसी अभिक्रिया की आणविकता और कोटि समान या भिन्न-भिन्न हो सकती हैं।
4. अभिक्रिया के वेग निर्धारक पद में भाग लेने वाले अणुओं की संख्या उस पद की आणविकता कहलाती है। अभिक्रिया की कोटि उन अणुओं की संख्या है, जिनकी सान्द्रताएँ अभिक्रिया के वेग को निर्धारित करती हैं।
5. अभिक्रियाको आणविकता की व्याख्या उसकी क्रिया-विधि द्वारा करते हैं, जबकि अभिक्रिया की कोटि प्रयोग द्वारा निकाली जाती है।
N2O5 के तापीय अपघटन की अभिक्रिया 2N2O5 → 4NO2 + O2 के लिए प्रयोगों द्वारा निर्धारित नियम निम्न है,
दर = k [N2O5]
दर नियम में N2O5 की सान्द्रता की घात = 1 है, अत: N2O5 का अपघटन प्रथम कोटि की अभिक्रिया है।
प्रश्न 16. प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक का व्यंजक लिखिए।
उत्तर :-
प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए वेग स्थिरांक का सूत्र
जहाँ, k = वेग स्थिरांक, t = लगा समय, a = प्रारम्भिक मात्रा, a – x = बची हुई मात्रा कोटि की अभिक्रिया के लिए k =
1.यदि t = 20% t = 20 मिनट, x = 20
k1 = = 1 मोल/लीटर/मिनट
2. यदि t = 40% t = 40 मिनट, x = 40
k2 = = 1 मोल/लीटर/मिनट
k1 तथा k2 बराबर हैं। अतः अभिक्रिया शून्य कोटि की होगी।
प्रश्न 17. प्रथम कोटि की अभिक्रिया के वेग स्थिरांक के लिए व्यंजक लिखिए तथा सन्निहित पदों को समझाइए। दर्शाइए कि प्रथम कोटि की अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल अभिकारकों के प्रारम्भिक सान्द्रण पर निर्भर नहीं करता है।
उत्तर :- प्रथम कोटि की अभिक्रिया के लिए
जहाँ t = समय, a = अभिकारक का प्रारम्भिक सान्द्रण तथा (a – x), t समय बाद सान्द्रण है।
अभिक्रिया में आधा सान्द्रण समाप्त होने के लिए,
परिवर्तित सान्द्रण (x) = 0.5 a, t = t1/2 (अर्द्ध-आयुकाल)
उपर्युक्त समीकरण में सान्द्रण का कोई पद नहीं है; अतः प्रथम कोटि की अभिक्रिया का अर्द्ध-आयुकाल अभिकारक के प्रारम्भिक सान्द्रण पर निर्भर नहीं करता है।
प्रश्न 18. आभासी एकाणुक अभिक्रिया को उदाहरण द्वारा समझाइए।
उत्तर :- वह अभिक्रिया जिसकी कोटि एक हो, परन्तु आणविकता एक न हो, आभासी एकाणुक क्रिया कहलाती है।
उदाहरणार्थ –
1.C12H22O11 + H2O C6H12O6 + C6H12O6
2.CH3COOCH3 + H2O CH3COOH + CH3OH
इन दोनों अभिक्रियाओं की कोटि एक है; क्योंकि H2O के सान्द्रण में कोई परिवर्तन नहीं होता, जबकि इनकी आणविकता दी है। अत: ये आभासी एकाणुक अभिक्रियाएँ हैं।
प्रश्न 19. सक्रियण ऊर्जा क्या होती है? किसी अभिक्रिया का वेग सक्रियण ऊर्जा के मान को कैसे प्रभावित करता है?
उत्तर :- ऊर्जा अवरोध को पार करके उत्पाद बनाने के लिए देहली ऊर्जा से कम ऊर्जा युक्त अभिकारक अणुओं को जितनी ऊर्जा की और आवश्यकता होती है उसे अभिक्रिया की सक्रियण ऊर्जा कहते हैं।
अत: सक्रियण ऊर्जा = देहली ऊर्जा – अभिकारक अणुओं की औसत ऊर्जा
या Ea = EThreshold – EReactants
प्रत्येक अभिक्रिया के लिए सक्रियण ऊर्जा का मान निश्चित होता है। किसी अभिक्रिया के लिए जब सक्रियण ऊर्जा का मान कम होता है तो अधिक संख्या में अणु ऊर्जा अवरोध को पार करके उत्पाद बना सकते हैं। इस प्रकार की अभिक्रियाओं के वेग अधिक होते हैं। सक्रियण ऊर्जा के उच्च मान युक्त अभिक्रियाओं के वेग कम होते हैं। अत: तीव्र अभिक्रियाओं के लिए सक्रियण ऊर्जा कम होती है। मन्द अभिक्रियाओं के लिए सक्रियण ऊर्जा अधिक होती है।