महत्त्वपूर्ण तथ्य :
1.’आविन्यों’ साहित्य की ललित रचना है।
2. प्रस्तुत पाठ के लेखक का नाम अशोक वाजपेयी है।
3. अशोक वाजपेयी का जन्म 16 जनवरी, 1941 ई० में दुर्ग, छत्तीसगढ़ में हुआ, किन्तु उनका मूल निवास सागर मध्यप्रदेश है।
4. उन्होंने वृत्ति के रूप में भारतीय प्रशासनिक सेवा को अपनाया।
5. सर्जक साहित्यकार अशोक वाजपेयी द्वारा रचित प्रस्तुत पाठ में एक संश्लिष्ट रचनाधर्मिता की अंतरंग झलक है। –
6. आविन्यों दक्षिण फ्रांस का एक मध्ययुगीन ईसाई मठ है, लेखक ने बीस-एक दिनों तक एकांत रचनात्मक प्रवास का अवसर जहाँ पाया था।
7. दक्षिण फ्रांस में रोन नदी के किनारे अवस्थित आविन्यों नामक एक पुराना शहर है, जो कभी पोप की राजधानी था और अब गर्मियों में फ्रांस तथा यूरोप का एक प्रसिद्ध एवं लोकप्रिय रंग समारोह का आयोजन हर वर्ष होता है।
8. लेखक भी पीटर बुक के विवादास्पद ‘महाभारत’ की प्रथम प्रस्तुति के अवसर पर आमंत्रित था।
9. कुमार गंधर्व भी इस समारोह में शामिल हुए थे और आर्कबिशप के पुराने आवास के बड़े आँगन में ‘द्रुमद्रुम, लता-लता’ गाया था।
10. रोन नदी की दूसरी ओर एक नयी बस्ती है, जहाँ फ्रेंच शासकों ने पोप की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए एक किला बनवाया था।
11. लेखक को फ्रेंच सरकार के सौजन्य से ‘ला शत्रूज’ में रहकर कुछ काम करने का न्योता मिला था।
12. वह अपने साथ हिन्दी का एक टाइपराइटर, तीन-चार किताबें तथा कुछ संगीत के टेप्स लेता गया था।
13. उन्नीस दिनों के प्रवास में इन्होंने 35 कविताएँ और 27 गद्य रचनाएँ. लिखीं।
14. आविन्यों फ्रांस का एक प्रमुख कला का केन्द्र रहा है।
15. इसी स्थान पर यथार्थवादी कवयित्री आन्द्रे ब्रेताँ, रेनेशा एवं पाल एलुआर ने मिलकर तीन कविताएँ लिखी थीं।
16. लेखक को उस स्थान से इतना लगाव हो गया कि उसे अपना हार्दिक उद्गार प्रकट करना पड़ा।
17. ‘नदी किनारे भी नदी है’ तात्पर्य यह कि एक तरफ वीरनव्ब और दूसरी तरफ आविन्यों अपनी सहजता, सुन्दरता, नीरवता तथा संवेदनशीलता पर्यटकों को भाव-विभोर कर देते हैं।
18. इस भाव विभोरता में रोन नदी की कल-कल, छल-दल धारा स्थिर, किन्तु किनारा शांतिमान प्रतीत होता है।
19. लेखक स्वयं स्वीकार करता है कि नदी के समान ही कंविता सदियों से हमारे साथ रही है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. ‘आविन्यों’ के रचनाकार हैं –
(A) कैलाश वाजपेयी
(B) किशोरीदास वाजपेयी
(C) अटलबिहारी वाजपेयी
(D) अशोक वाजपेयी
Ans :- (D) अशोक वाजपेयी”
2. ‘आविन्यों’ कहाँ स्थित है ?
(A) फ्रांस
(B) रूस
(C) भारत
(D) मिस्र
Ans :- (A) फ्रांस”
3. अशोक वाजपेयी के पिता का नाम है –
(A) श्यामानन्द वाजपेयी
(B) रामानन्द वाजपेयी
(C) परमानन्द वाजपेयी
(D) देवानन्द वाजपेयी
Ans :- (C) परमानन्द वाजपेयी”
4. अशोक वाजपेयी का जन्म कब हुआ था ?
(A) 14 जनवरी, 1941 में
(B) 15 जनवरी, 1941 में
(C) 16 जनवरी, 1941 में
(D) 17 जनवरी, 1941 में
Ans :- (C) 16 जनवरी, 1941 में”
5. अशोक वाजपेयी का मूल निवास कहाँ है ?
(A) मध्यप्रदेश
(B) छत्तीसगढ़
(C) उत्तरप्रदेश
(D) राजस्थान
Ans :- (A) मध्यप्रदेश”
6. अशोक वाजपेयी की माता का नाम है-
(A) कमला देवी
(B) विमला देवी
(C) निर्मला देवी
(D) लीला देवी
Ans :- (C) निर्मला देवी”
7. ‘वीलनव्व ल आविन्यों’ का अर्थ होता है –
(A) आविन्यों का नया आदमी
(B) आविन्यों का नया गाँव
(C) आविन्यों की नदी
(D) आविन्यों का पर्वत
Ans :- (B) आविन्यों का नया गाँव”
8.रोन नदी के दूसरी ओर आविन्या का एक आर हिस्सा है जो कहा जाता है-
(A) आविन्यों ल विलनत्व
(B) वीलनव्व ल आविन्यों
(C) वीलनत्व
(D) नव्वविल आविन्यों
Ans :- वीलनव्व ल आविन्यों”
9. ‘एक पतंग अनंत में’ किनकी रचना है ?
(A) गुणाकर मूले
(B) यतीन्द्र मिश्र
(C) हजारी प्रसाद द्विवेदी
(D) अशोक वाजपेयी
Ans :- (D) अशोक वाजपेयी”
10. आविन्यों किस नदी के किनारे हैं ?
(A) सोन
(B) रोन
(C) झेलम
(D) माइन्स
Ans :-(B) रोन”
11. अशोक वाजपेयी ने किस पत्रिका का सम्पादन किया ?
(A) समवेत
(B) यंग इंडिया
(C) पाञ्चजन्य
(D) नट रंग
Ans :- (A) समवेत”
12. अशोक वाजपेयी का जन्म कहाँ हुआ ?
(A) दुर्ग, छत्तीसगढ़
(B) करमलीचक, बिहार
(C) इलाहाबाद, उत्तरप्रदेश
(D) इनमें कोई नहीं
Ans :- (A) दुर्ग, छत्तीसगढ़”
13. आविन्यों दक्षिणी फ्रांस का एक पुराना ……..है ।
(A) बौद्ध मठ
(B) शहर
(C) सनातन मठ
(D) गुरुकुल
Ans :- (B) शहर”
14. आविन्यों किस देश में है?
(A)अमेरिका
(B) भारत
(C) दक्षिणी फ्रांस
(D) दक्षिण अफ्रीका
Ans :- (C) दक्षिणी फ्रांस”
15. पीटर बुक की कौन-सी विवादास्पद रचना का प्रस्तुति आविन्यों में किया जानेवाला था ?
(A) रामायण
(B) महाभारत
(C) गीता
(D) पुराण
Ans :- (B) महाभारत”
16. किसने पोप की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए किला बनवाया था ?
(A) डच शासकों ने
(B) फ्रेंच शासकों ने
(C) यूनानी शासकों ने
(D) एथेन्स शासकों ने
Ans :- (B) फ्रेंच शासकों ने”
17. ‘नदी के किनारे भी नदी है’ गद्यकाव्य किसकी कृति है ?
(A) अज्ञेय की
(B) अशोक वाजपेयी की
(C) शांतिप्रिय द्विवेदी की
(D) विद्यानिवास मिश्र की
Ans :- (B) अशोक वाजपेयी की”
18. कर्थुसियन सम्प्रदाय का ईसाई मठ था-
(A) शत्रूज लॉ
(B) ला शत्रु गृह
(C) ला शत्रूज
(D) लाल शत्रु ला
Ans :- (C) ला शत्रूज”
19. कुमार गंधर्व क्या है?
(A) गीतकार
(B) शास्त्रीय गायक
(C) कलाकार
(D) चित्रकार
Ans :- (B) शास्त्रीय गायक”
20. ‘आविन्यों’ पाठ रचित है-
(A) अशोक वाजपेयी द्वारा
(B) मैक्समूलर द्वारा
(C) अज्ञेय द्वारा
(D) महावीर द्विवेदी द्वारा
Ans :- (A) अशोक वाजपेयी द्वारा”
21. ‘वीलनव्य’ है-
(A) छोटा-सा गाँव
(B) छोटा-सा कस्बा
(C) छोटा-सा शहर
(D) बड़ा शहर
Ans :- (A) छोटा-सा गाँव”
22. आविन्यों फ्रांस का एक प्रमुख रहा है –
(A) संगीत केन्द्र
(B) कला केन्द्र
(C) नृत्य केन्द्र
(D) श्रवण केन्द्र
Ans :- (B) कला केन्द्र”
23. अशोक वाजपेयी को ‘फ्रेंच सरकार द्वारा दिया जानेवाला पुरस्कार है
(A) ऑफिसर आव् द ऑर्डर आव् क्रॉस
(B) साहित्य अकादमी पुरस्कार
(C) दयावती मोदी कवि शेखर सम्मान
(D) इनमें सभी
Ans :- (A) ऑफिसर आव् द ऑर्डर आव् क्रॉस”
24. ‘आंद्रे ब्रेता’ क्या है ?
(A) कवि
(B) कथाकार
(C) रंगकर्मी
(D) रंग-संगीतकार
Ans :- (A) कवि”
25. ‘शहर अब भी संभावना है’ कृति किसकी है ?
(A) विमल मित्र की
(B) उपेन्द्रनाथ ‘अश्क’ की
(C) गिरिधर गोपाल की
(D) अशोक वाजपेयी की
Ans :- (D) अशोक वाजपेयी की”
26. अशोक वाजपेयी ‘ला शत्रूज’ में कितने दिनों तक रहे ?
(A) उन्नीस दिन
(B) सात दिन
(C) एक महीना
(D) बीस दिन
Ans :- (A) उन्नीस दिन”
27. अशोक वाजपेयी का 24 अक्टूबर से 10 नवम्बर, 1994 तक कुल कितनी रचनाएँ की ?
(A) 5 कविता, 7 गद्य
(B) 15 कविता, 17 गद्य
(C) 25 कविता, 27 गद्य
(D) 35 कविता, 27 गद्य
Ans :- (D) 35 कविता, 27 गद्य”
28. पिकासो की प्रसिद्ध रचना का शीर्षक है-
(A) वीलनव्व ल आविन्यों
(B) ल मादामोजेल द आविन्यों
(C) ला शत्रूज
(D) नदी के किनारे भी नदी है
Ans :- (B) ल मादामोजेल द आविन्यों”
29. अशोक वाजपेयी की रचनात्मक प्रतिभा कौन है ?
(A) प्रतीक्षा करते हैं पत्थर
(B) नदी के किनारे भी नदी है
(C) (A) और (B) दोनों
(D) इनमें कोई नहीं
Ans :- (C) (A) और (B) दोनों”
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. आविन्यों क्या है और वह कहाँ अवस्थित है ? हर बरस आविन्यों में कब और कैसा समारोह हुआ करता है ?
उत्तर :- आविन्यों मध्ययुगीन ईसाई मठ है। यह दक्षिणी फ्रांस में अवस्थित है। आविन्यों फ्रांस का एक प्रमुख कलाकेंद्र रहा है। यहाँ गर्मियों में फ्रांस और यूरोप का एक अत्यंत प्रसिद्ध और लोकप्रिय रंग-समारोह प्रतिवर्ष होता है।
2. नदी तट पर लेखक को किसकी याद आती है और क्यों ?
उत्तर :- नदी तट पर लेखक को विनोद कुमार शुक्ल की एक कविता याद आती है। क्योंकि लेखक नदी तट पर बैठकर अनुभव करते हैं कि वे स्वयं नदी हो गये हैं। इसी बात की पुष्टि करते हुए शुक्ल जी ने “नदी-चेहरा लोगों” से मिलने जाने की बात कहते हैं।
3. नदी के तट पर बैठे हुए लेखक को क्या अनुभव होता है ?
उत्तर :- नदी के तट पर बैठे हुए लेखक को लगता है कि जल स्थिर है और तट ही बह रहा है। उन्हें अनुभव हो रहा है कि वे नदी के साथ बह रहे हैं। नदी के पास रहने से लगता है कि स्वयं नदी हो गये हैं। स्वयं में नदी की झलक देखते हैं।
4. किसके पास तटस्थ रह पाना संभव नहीं हो पाता और क्यों ?
उत्तर :- नदी के किनारे और कविता के पास तटस्थ रह पाना संभव नहीं हो पाता। क्योंकि दोनों की अभिभूति से बची नहीं जा सकती। नदी और कविता में हम बरबस ही शामिल हो जाते हैं। निरन्तरता नदी और कविता दोनों में हमारी नश्वरता का अनन्त से अभिषेक करती है।
5. लेखक आविन्यों क्या साथ लेकर गए थे और वहाँ कितने दिनों तक रहे ? लेखक की उपलब्धि क्या रही ?
उत्तर :- लेखक आविन्यों में उन्नीस दिनों तक रहे। वे वहाँ अपने साथ हिंदी का टाइपराइटर, तीन-चार पुस्तकें और कुछ संगीत के टेप्स ही ले गए थे। वे उस निपट एकांत में अपने में और लेखन में डूबे रहे । लेखक की उपलब्धि यही रही कि उन्होंने उन्नीस दिनों में पैंतीस कविताएँ और सत्ताईस गद्य रचनाएँ लिखीं।
6. मनुष्य जीवन से पत्थर की क्या समानता और विषमता है ?
उत्तर :- मानवीय जीवन में सुख और दु:ख के समय व्यतीत होते हैं। जीवन परिवर्तनशील पथ पर अग्रसर होता है । मानव उतार-चढ़ाव देखता है । पत्थर भी मानव की तरह परिवर्तनशील समय का सामना करता है। पत्थर भी शीत और ताप दोनों का सान्निध्य पाता है। मानव अपनी प्राचीन गाथा को गाता है। पत्थर भी प्राचीनता को अपने में सहेजे रखता है। मानव अपनी भावनाओं को प्रकट करता है। परन्तु पत्थर मूक रहता है।
7. ‘आविन्यों’ पाठ का सारांश लिखें।
उत्तर–आविन्यों फ्रांस में रोन नदी के तट पर बसा एक पुराना शहर है। कभी यह पोप की राजधानी था। आज यह गर्मियों में प्रति वर्ष होने वाले रंग-समारोह का केन्द्र है। रोन नदी के दूसरी और आविन्यों का एक स्वतंत्र भाग वीलनव्व ल आविन्यों अर्थात् नई बस्ती हैं। पोप की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए फ्रेच शासकों ने यहाँ किला बनवाया था। उसी में अब ईसाई मठ है-ला शत्रूज। क्रांति होने पर आम लोगों ने इस पर कब्जा कर लिया। सदी के आरम्भ में इसका जीर्णोद्वार किया गया और उसमें एक कला-केन्द्र की स्थापना की गई। यहाँ रंगकर्मी, अभिनेता, नाटककार कुछ समय रहकर रचनात्मक कार्य करते हैं। यहाँ अनेक सुविधाएँ हैं- पत्र पत्रिकाओं की दुकान है, एक डिपार्टमेंटल स्टोर, रेस्तराँ आदि। अशोक वाजपेयी को फ्रेंच सरकार ने ला शत्रूज में रहकर कुछ काम करने का न्योता दिया। वे गए और वहाँ उन्नीस दिन रहे और उस निपट एकान्त में पैंतीस कविताएँ और सत्ताइस गद्य रचनाएँ की। दरअसल, आविन्यों फ्रांस का प्रमुख कला-केन्द्र है। सुप्रसिद्ध चित्रकार पिकासो की विख्यात कृति का नाम ही है-‘ला मादामोजेल द आविन्यों।’ यहीं यथार्थवादी आन्द्रे ब्रेताँ, देने शॉ और पाल एलुआर ने संयुक्त रूप से तीस कविताएँ रचीं। इन कविताओं में वहाँ का एकान्त, निबिड़, सुनसान रातें और दिन प्रतिबिंबित हैं। यहाँ के रोन नदी के तट पर बैठना भी नदी के साथ बहना है। नदी किसी की अनदेखी नहीं करती-सबको भिंगोती है। निरन्तरता, नदी ओर कविता दोनों में हमारी नश्वरता का अनन्त से अभिषेक करती है।
8. (i) लेखक आविन्यों किस सिलसिले में गए थे ? वहाँ उन्होंने क्या देखा-सुना ?
(ii) ला शत्रूज क्या है और वह कहाँ अवस्थित है ? आजकल उसका क्या उपयोग होता है ?
उत्तर :- (i) लेखक को आविन्यों के कलाकेंद्र में पीटर क्रुक द्वारा की जा रही ‘महाभारत’ की प्रस्तुति में दर्शक की हैसियत से आमंत्रित किया गया था। पत्थरों की एक खदान में, आविन्यों के कुछ किलोमीटर दूर पीटर क्रुक के विवादास्पद ‘महाभारत’ का प्रस्तुतीकरण किया गया था। वह प्रस्तुति सच्चे अर्थों में भव्य और महाकाव्यात्मक थी। लेखक ने देखा कि गर्मियों में आविन्यों के अनेक चर्च और पुरातन ऐतिहासिक महत्त्व के स्थान रंगस्थल में बदल जाते हैं।
(ii) ला शत्रूज काथूसियन संप्रदाय का एक ईसाई मठ है। यह ‘वीलनव्व ल आविन्यों’ (अर्थात आविन्यों का नया गाँव) में अवस्थित है जो रोन नदी के दूसरी ओर है और लगभग स्वतंत्र है। आजकल इसका उपयोग एक कलाकेंद्र के रूप में होता है। यह केंद्र आजकल रंगमंच और लेखन से जुड़ा हुआ है। यहाँ नाटककार, अभिनेता, गीत-संगीतकार, रंगकर्मी आदि आते हैं और पुराने ईसाई संतों के चैंबर्स में रहकर रचनात्मक लेखन करते हैं।
9. नदी और कविता में लेखक क्या समानता पाता है ?
उत्तर :- जिस प्रकार नदी सदियों से हमारे साथ रही है उसी प्रकार कविता भी मानव की जीवन-संगिनी रही है। नदी में विभिन्न जगहों से जल आकर मिलते हैं और वह प्रवाहित होकर सागर में समाहित होते रहते हैं। हर दिन सागर में समाहित होने के बावजूद उसमें जल का टोटा नहीं पड़ता । कविता में भी विभिन्न विडम्बनाएँ, शब्द भंगिमा, जीवन छवियाँ और प्रतीतियाँ आकर मिलती और तदाकार होती रहती हैं। जैसे नदी जल-रिक्त नहीं होती, वैसे ही कविता शब्द-रिक्त नहीं होती । इस प्रकार नदी और कविता में लेखक अनेक समानता पाता है।