महत्वपूर्ण तथ्य
1.लघुकथा के माध्यम से छात्रों के लिए अध्ययन ही तप है ‘छात्रागणामध्ययनं तपः’ बताया गया है।
2. रामप्रवेश राम बिहार के दुर्गम प्रान्त (भीखन टोला) में रहनेवाला बालक उन्नत स्थान को प्राप्त करता है।
3. उसके घर में कुल चार सदस्य थे ।
4. उसका परिवार गाँव के बाहर एक टुटा फूटा कुटिया में रहता था ।
5. एक दलित बालक अपने परिश्रम के बल पर विद्यालय, महाविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त कर ख्याति बढ़ाई ।
6. केन्द्रीय लोक परीक्षा में भी अपना व्यापक विषय ज्ञान से उन्नत स्थान को प्राप्त किया ।
7. साक्षात्कार में समिति के सदस्य उसके पारिवारिक स्थिति एवं व्यापक ज्ञान को देखते हुए बहुत प्रसन्न हुए ।
8. रामप्रवेश राम को प्रशासन क्षमता एवं संकट के समय उचित निर्णय सभी के लिए प्रेरणा का स्रोत माना जाता है।
9. सत्य ही कहा गया है- उद्योगिनं पुरुषसिंहमपैति लक्ष्मीः । अर्थात् परिश्रमी व्यक्ति को ही लक्ष्मी प्राप्त होती है।
10. विद्या किसी भी उन्नत वंश की निधि नहीं है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1.कर्मवीर कौन था ?
【A】 रामप्रवेश
【B】 दुर्योधन
【C】 अर्जुन
【D】 वीरेश्वर
Ans :- A
2. भीखनटोला गाँव कहाँ है ?
【A】 उत्तरप्रदेश
【B】 झारखंड
【C】 बंगाल
【D】 बिहार
Ans :- D
3. लक्ष्मी किसका वरण करती है ?
【A】 मूर्ख का
【B】 उद्योगी पुरुष का
【C】 लोभी का
【D】 क्रोधी का
Ans :- B
4. दलित ग्रामवासी पुरुष की कथा कौन है ?
【A】 कर्मवीरकथा
【B】 अलसकथा
【C】 व्याघ्रपथिककथा
【D】 विश्वशान्तिः
Ans :- A
5. कर्मवीर ने कौन-सा पद प्राप्त किया ?
【A】 लिपिक
【B】 लघु पद
【C】 कर्मचारी पद
【D】 महतम पद
Ans :- D
6. दलितों ने हिन्दू समाज का तिरस्कार कर क्या किया ?
【A】 मरणान्तरण
【B】 धर्मांतरण
【C】 मर्मांतरण
【D】 अन्तरान्तरण
Ans :- B
7. नवीन दृष्टि सम्पन्न शिक्षक कहाँ पहुँचे ?
【A】 दीनदयाल टोला
【B】 गोसाईं टोला
【C】 भीखन टोला
【D】 नीम टोला
Ans :- C
8. कर्मवीर रामप्रवेश राम के परिवार के सदस्यों की कुल संख्या कितनी थी ?
【A】 चार
【B】 छह
【C】 आठ
【D】 दस
Ans :- A
9. ‘उद्योगिनं पुरुषसिंहमुपैति लक्ष्मीः’ यह उक्ति किस पाठ से संकलित है ?
【A】 कर्मवीर कथा
【B】 व्याघ्रपथिक कथा
【C】 भारतीय संस्काराः
【D】 भारत महिमा
Ans :- A
10. रामप्रवेश राम ने किस परीक्षा में विश्वविद्यालय में प्रथम स्थान प्राप्त किया था ?
【A】 उच्च विद्यालय की परीक्षा में
【B】 स्नातक की परीक्षा में
【C】 अन्तर स्नातक की परीक्षा में
【D】 केन्द्रीय लोक सेवा की परीक्षा में
Ans :- D
11. उद्योगी पुरुष के पास कौन आ जाती है ?
【A】 क्रोध
【B】 लक्ष्मी
【C】 अशांति
【D】 सरस्वती
Ans :- B
12. स्नातक परीक्षा में रामप्रवेश ने विद्यालय में कौन सा स्थान प्राप्त किया ?
【A】 द्वितीय
【B】 तृतीय
【C】 प्रथम
【D】 कोई नहीं
Ans :- C
13. किसके अर्थाभाव में भी रामप्रवेश ने महाविद्यालय में प्रवेश पाया ?
【A】 माता के
【B】 पिता के
【C】 स्वयं के
【D】 शिक्षक के
Ans :- B
14. ‘कर्मवीरकथा’ समाज के किस वर्ग की कथा है ?
【A】 धनी
【B】 कुलीन
【C】 दलित
【D】 अल्पसंख्यक
Ans :- C
15. भीखन टोला देखने कौन आए ?
【A】 शिक्षक
【B】 राजनेता
【C】 छात्र
【D】 धार्मिक नेता
Ans :- A
16. परिश्रमी पुरुष को कौन वरण करती है ?
【A】 सरस्वती
【B】 लक्ष्मी
【C】 दुर्गा
【D】 गणेश
Ans :- B
17. कर्मवीर रामप्रवेश राम ने कहाँ उन्नत स्थान पाया ?
【A】 घर में
【B】 केन्द्रीय लोक सेवा परीक्षा में
【C】 गाँव में
【D】 स्कूल में
Ans :- B
18. ‘कर्मवीर’ कहाँ का रहनेवाला था ?
【A】 भीखन टोला
【B】 जीवन टोला
【C】 रामा टोला
【D】 रोहण टोला
Ans :- A
19. शिक्षक ने किसे पढ़ाना आरम्भ किया ?
【A】 बालक को
【B】 बालिका को
【C】 महिला को
【D】 रामप्रवेश राम को
Ans :- D
20. लक्ष्मी किस प्रकार के व्यक्ति के पास आती है ?
【A】 बलवान के पास
【B】 ज्ञानवान के पास
【C】 धूर्त के पास
【D】 उद्योगी के पास
Ans :- D
21. किसकी ख्याति सभी जगह गूंजने लगी ?
【A】 रामप्रवेश राम
【B】 रामनरेश राम
【C】 रामअवधेश राम
【D】 दुखीत राम
Ans :- A
22. हिन्दू समाज को छोड़कर किसने धर्मान्तरण अपनाया ?
【A】 निर्धन
【B】 दलित
【C】 अल्पसंख्यक
【D】 असहाय
Ans :- B
23. दलित पुरुष का नाम क्या था ?
【A】 रामप्रवेश राम
【B】 रामनरेश राम
【C】 रामअवधेश राम
【D】 दुखीत राम
Ans :- A
24. कर्मवीर रामप्रवेश ने किस परीक्षा में उच्च स्थान प्राप्त किया ?
【A】 मैट्रिक
【B】 स्नातक
【C】 केन्द्रीय लोक सेवा
【D】 राज लोक सेवा
Ans :- C
25. स्नातक परीक्षा में प्रथम स्थान पाकर किसकी ख्याति बढ़ी ?
【A】 शिक्षक की
【B】 महाविद्यालय की
【C】 रामप्रवेश राम की
【D】 रामप्रवेश पिता की
Ans :- C
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. रामप्रवेश राम का घर कहाँ था और कैसा था ?
उत्तर ⇒ रामप्रवेश का घर भीखनटोला था। इनका घर बाँस और फूस से बना हुआ झोपड़ी था।
2. कर्मवीर कौन था एवं उसके जीवन से हमें क्या शिक्षा मिलती है ?
अथवा, ‘कर्मवीरकथा’ से क्या शिक्षा मिलती है ?
अथवा, कर्मवीरकथा से हमें क्या शिक्षा मिलती है ?
उत्तर ⇒ कर्मवीर रामप्रवेश राम था। कर्मवीर शब्द से ही आभास होने लगता है कि निश्चय ही कोई ऐसा कर्मवीर है जो अपनी निष्ठा, उद्यम, सेवाभाव आदि के द्वारा उत्तम पद को प्राप्त किये हुए है। प्रस्तुत पाठ में एक ऐसे ही कर्मवीर की चर्चा है जो अभावग्रस्त जीवन-यापन करते हुए भी स्नेहिल शिक्षक का.. सान्निध्य पाकर विविध बाधाओं से लड़ता हुआ एक दिन शीर्ष पद को प्राप्त कर लेता है। मनुष्य की जीवटता, निष्ठा, सच्चरित्रता आदि गुण उसे निश्चय ही ] सफलता की सीढ़ियों पर अग्रसारित करते हैं। अतः हमें भी जीवटता, निष्ठा आदि को आधार बनाकर सत्कर्म पर बने रहना चाहिए।
3. साक्षात्कार के समय समिति सदस्य रामप्रवेश पर क्यों प्रसन्न हुए ?
उत्तर ⇒ साक्षात्कार में समिति के सदस्यों ने रामप्रवेश के व्यापक ज्ञान से और वह भी उस प्रकार के पारिवारिक परिवेश में उसके श्रम और अभ्यास से बहुत प्रसन्न हुए।
4. महाविद्यालय में प्रवेश के बाद रामप्रवेश किस प्रकार स्वाध्याय में लीन हो गया ?
उत्तर ⇒ महाविद्यालय में प्रवेश के बाद रामप्रवेश बहुत ही मन लगाकर पढ़ने लगा। वह दलित मगर लगनशील और परिश्रमी था। धन के अभाव में भी अध्ययनरत रहा। महाविद्यालय की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। उसने केन्द्रीय लोक सेवा आयोग की परीक्षा में उत्तीर्ण होकर समाज के सामने एक आदर्श प्रस्तुत किया।
5. रामनवेश की प्रतिष्ठा कहाँ-कहाँ देखी जा रही है ?
उत्तर ⇒ रामप्रवेश की प्रतिष्ठा अपने गाँव, विद्यालय, महाविद्यालय, विश्वविद्यालय, अपने राज्य और केन्द्रीय प्रशासन में देखी जा रही है।
6. “शिक्षा कर्म जीवनस्य परमागतिः’ रामनवेश राम पर उपरोक्त कथन कैसे घटित होता है ?
उत्तर ⇒ बालक रामप्रवेश राम शिक्षक के सान्निध्य में निरन्तर विद्या प्राप्ति के लिए स्वाध्याय में संलग्न हो गया । अर्थाभाव के बावजूद स्वाध्याय व जिज्ञासु प्रवृत्ति के बल पर अनवरत सफलता प्राप्त करते हुए भारतीय प्रशासनिक सेवा में भी उन्नत स्थान प्राप्त किया। इस प्रकार ‘शिक्षा कर्म जीवनस्य परमागतिः’ की उक्ति रामप्रवेश राम पर अक्षरशः घटित हुई प्रतीत होती है।
7. रामप्रवेश राम की चारित्रिक विशेषताएँ क्या थी ?
उत्तर ⇒ कर्मवीर कथा का प्रमुख पात्र रामप्रवेश राम है। रामप्रवेश राम दलित परन्तु लगनशील और परिश्रमी बालक है। गुरु का सान्निध्य पाकर, विद्याध्ययन में लग गया। गुरु का आशीर्वाद और मेहनत से सफलतारूपी सीढ़ी चढ़ने लगा। धन के अभाव में भी अध्ययनरत रहा । विद्यालय और महाविद्यालय की परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। केन्द्रीय लोक सेवा आयोग की परीक्षा में उत्तीर्ण होकर समाज के समक्ष आदर्श प्रस्तुत किया। उसकी प्रशासनिक क्षमता और संकटकाल में निर्णय लेने की कुशलता सबों का ध्यानाकर्ष करता है।
8. रामप्रवेश राम का जन्म कहाँ हुआ था ? उन्होंने देश की सेवा से कैसे यश अर्जित की ?
उत्तर ⇒ रामप्रवेश राम का जन्म भीखनटोला नाम के गाँव में हुआ था। उन्होंने अपनी प्रशासन क्षमता तथा संकट के समय निर्णय लेने की सामर्थ्य से देश की सेवा कर यश अर्जित किया।
9. कर्मवीर कौन था ? उनकी सफलता की कहानी पाँच वाक्यों में लिखें।
उत्तर ⇒रामप्रवेश राम ‘कर्मवीरकथा’ का प्रमुख पात्र हैं। इनका जन्म बिहार राज्य अंतर्गत भीखनटोला में हुआ है। कभी खेलों में संलग्न रहनेवाले रामप्रवेशराम अध्यापक का सान्निध्य पाकर विद्याध्ययन में जुट गए। गुरु का आशीर्वाद और मेहनत उनकी सफलता की सीढ़ी बनते गये । धनाभाव के बीच , भी उन्होंने अपना अध्ययन जारी रखा। विद्यालय स्तर से लेकर प्रतियोगिता परीक्षाओं में प्रथम स्थान प्राप्त करते गए। केन्द्रीय लोक सेवा आयोग परीक्षा में उत्तीर्ण होकर उन्होंने समाज के समक्ष अपना आदर्श प्रस्तुत कर दिया । उनकी प्रशासन क्षमता और संकट काल में निर्णायक सामर्थ्य सभी को आकर्षित करते हैं।
10. रामप्रवेश राम की प्रारंभिक शिक्षा के विषय में आप क्या जानते हैं ?
उत्तर ⇒ रामप्रवेशराम भीखनटोला गाँव का रहनेवाला एक दलित बालक था। उस बालक को एक शिक्षक ने अपने विद्यालय में लाकर शिक्षा देना प्रारंभ किया। बालक रामप्रवेश राम शिक्षक की शिक्षणशैली से आकृष्ट हुआ और शिक्षा को जीवन का परम गति माना । विद्या अध्ययन में रात-दिन लग गया और अपने वर्ग में प्रथम स्थान प्राप्त करने लगा।
11. कर्मवीरकथा पाठ का पाँच वाक्यों में परिचय दें।
उत्तर ⇒ इस पाठ में एक पुरुषार्थी की कथा है, वह निर्धन एवं दलित जाति में जन्म जैसे विपरीत परिवेश में रहकर भी प्रबल इच्छाशक्ति तथा उन्नति की उत्कट कामना के कारण उच्च पद पर पहुँचता है। यह कथा किशोरों में आत्मविश्वास और आत्मसम्मान उत्पन्न करती है, विजय के पथ को प्रशस्त करती है। ऐसे कर्मवीर हमारे आदर्श हैं।
12. रामप्रवेश राम किस प्रकार केंद्रीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में सफल हुआ ?
उत्तर ⇒ रामप्रवेश राम एक कर्मवीर एवं निर्धन छात्र था । वह कष्टकारक जीवन जीते हुए अध्ययनशील था । वह पुस्तकालयों में अध्ययन किया करता था। वह अपने से नीचे वर्ग के छात्रों को ट्यूशन पढ़ाकर जीवनयापन करता था। परिणामस्वरूप केंद्रीय प्रशासनिक सेवा की परीक्षा में सर्वोच्च स्थान प्राप्त करने में सफल रहा।