आपदा काल में वैकल्पिक संचार व्यवस्था

महत्वपूर्ण तथ्य

विश्व में जहाँ कही भी आपदा होता हैं तो उस क्षेत्र की सामान्य संचार व्यवस्थाएँ नष्ट हो जाते हैं जिससे उस क्षेत्र का सम्पर्क बाकी दूनिया से कट जाता हैं।

सामान्य संचार व्यवस्था के बाधित होने के निम्नलिखित कारण हैं।

1.केबुल का टूट जाना

2. बिजली की आपूर्ति बाधित होना

3. संचार यंत्रो का खराब हो जालना

4. ट्रांसमिशन टावर का छतिग्रस्त हो जाना

2 अगस्त 2008 को नेपाल में कुशाहा के पास कोशीबाँध टूट जाने से उत्तरबिहार में भयंकर बाढ़ आई थी। टेलिफोन केन्द्र जल में डूब गए थे तथा ताड़ छतीग्रस्त हो गए थे जिससे सड़क तथा रेल संचार बाधित होने के कारण बहुत से जिला मुख्यालयो का राज्य मुख्यालयो एवं आसपास के जिलो से सम्पर्क टुट गया था।

संचार का सर्वाधिक लोकप्रिय साधन सार्वजनिक टेलिफोन सेवा हैं।

वैकल्पिक संचार साधन

1.रेडियो संचार

रेडियो तरंग इलेक्ट्रोमैग्नेटिक होती हैं जिसे एंटिना द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान तक प्रेषित किया जाता हैं । इससे लंबी दूरी से लेकर कम दूरी के संकेत प्राप्त कर सकते हैं।

2. एमेंच्योर अथवा हेम रेडियो

एमेंच्योर रेडियो को ही हेम रेडियो कहा जाता हैं एमेंच्योर अथवा हेम रेडिया बडी प्राकृतिक आपदाओ में अन्य संचार साधनो के छतीग्रस्त होने पर भी सफलतापूर्वक कार्य करता हैं।

3.उपग्रह संचार

अंतरीक्ष में प्रस्थापित उपग्रह कई प्रकार के हाते हैं जिन्हे विभिन्न उद्देश्यो के लिए प्रक्षेपित किया जात हैं जिसमें संचार उपग्रह और सुदूर संवेदी उपग्रह प्रमुख हैं।

संचार उपग्रह में सेटफोन उपग्रह फोन टर्मिनल के लिए प्रयोग किए जाते हैं संचार उपग्रह का महत्वपूर्ण कार्य मोबाईल और म- कम्यूनिकेशन होता हैं।

आपदा प्रबंधन में सबसे अधिक उपयोग में लाया जानेवाला संचार साधन उपग्रह फोन हैं, जो बहुत ही विश्वासनीय साफ आवाज में डाटा संचार की सुविध प्रदान करता हैं।

प्रश्‍न 1. सामान्य संचार व्यवस्था के बाधित होने के प्रमुख कारणों को लिखिए।

उत्तर– समान्य संचार व्यवस्था के बाधित के निम्नलिखित कारण है।

(1. ) केबुल का टुट जाना

(2. ) बिजलि की आपूर्ति बाधित होना

(3. ) संचार यंत्रो का खराब हो जाना

(4. ) ट्रांसमिशन टापर का छतिग्रस्त हो जाना।

2. प्राकृतिक आपदमा में उपयोग होने वाले किसी एक वैकल्पिक संचार माध्यम की चर्चा कीजिए।

उत्तर– प्राकृतिक आपदा में उपयोग होने वाले वैकल्पिक संचार माध्यमों में रेडियो संचार प्रमुख है। रेडियो संचार में इलेक्ट्रोमैग्नेटिक होते हैं, जो एक स्थान से दूसरे स्थानों पर सूचना भेजने का कार्य करते हैं। रेडियो संचार में विभिन्न दूरी के अनुसार फ्रीक्वेंसी हैं। आपदा प्रभावित क्षेत्रों में यह संचार व्यवस्था प्रमुख हो जाती है।

3. प्राकृतिक आपदा में वैकल्पिक संचार माध्यमों का विवरण प्रस्तुत कीजिए।

उत्तर- प्राकृतिक आपदा के दौरान वैकल्पिक माध्यमों का विवरण प्रस्तुत है।

(1.) रेड़ियो संचार- रेडियो तरंग इलेक्ट्रोमैग्नेटिक होती है जिसे एंटिना -रा एक स्थान से दूसरे स्थान तक प्रेषित किया जाता है। इससे लंबी दूरी से लेकर कम दूरी के संकेत प्राप्त कर सकते है।

(2.) एमेंच्योर अथवा हेम रेडियो – एमेंच्योर रेडियो को ही रेडियो कहा जाता है। एमेंच्चोर अथवा हेम रेडियो बडी प्राकृतिक आपदाओ में अन्य संचार साधनो के छतीग्तस्त होने पर भी सफलतापूर्वक कार्य करता है।

(3. ) उपग्रह संचार – अंतरिक्ष में प्रस्थापित उपग्रह कई प्रकार के होते है जिन्हें विभिन्न उदेश्यो के लिए प्रक्षेपित किया जाता है। जिसमें संचार उपग्रह और सुदूर सवेदी उपग्रह प्रमुख है।

संचार उपग्रह में सेटफोन उपग्रह फोन टर्मिनल के लिए प्रयोग किए जाते है। संचार e- कम्युनिकेशन होता है।

आपदा प्रबंधन में सबसे अधिक उपयोग है, जो बहुत ही संचार साधन उपग्रह फोन में डाटा संचार की सुविधा प्रदान करता है।

4. निम्नलिखित पर नोट लिखिए।

(1. ) हेम रेडियो

(2. ) उपग्रह संचार

उत्तर- (1) हेम रेडियो – एमेंच्चोर को ही हेम रेडियो कहा जाता है एमेंच्चोर अथवा हेम रेडियो बडी प्रकृतिक आपदाओ में अन्य संचार साधनो के छती ग्रस्त होने पर भी सफलतापूर्वक कार्य करता है।

(2. ) उपग्रह संचार – अंतरीक्ष में प्रस्थापित उपग्रह कई प्रकार के होते है जिन्हे विभिन्न उदेश्यो के लिए प्रक्षेपित किया जाता है जिसमें संचार उपग्रह और सुदूर संवेदी उपग्रह प्रमुख है।

संचार उपग्रह में सेटफोन उपग्रह फान टर्मिनल के लिए प्रयोग किए जाते हैं संचार उपग्रह का महत्वपूर्ण कार्य मोबाइल और e- कम्यूनिकेशन हाते है।

आपदा प्रबंधन में सबसे अधिक उायोग में लाया जाने वाला संचार साधन उपग्रह फोन है, जो बहुत ही विश्वासनीय साफ आवाज डाटा की सूविधा प्रदान करता है।

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