महत्वपूर्ण तथ्य—
*‘जीन’ शब्द जोहान्सन ने प्रस्तुत किया।
*‘द ओरिजिन ऑफ स्पेशीज पुस्तक’ डार्विन ने लिखी है।
*एपेन्डिक्स एक अवशेषी अंग है।
*वंशागत नियमों का प्रतिपादन ग्रेगर जॉन मेंडल ने किया।
*मेंडल ने अपने प्रयोग के लिए मटर के पौधे को चुना।
*मानव शरीर के किसी सामान्य कोशिका में 23 जोड़े क्रोमोसोम होते हैं।
*विकासीय दृष्टिकोण से हमारी सबसे अधिक समानता चिम्पैंजी से है।
*कीटों के पंख और चमगादड़ के पंख समजात अंग के उदाहरण है।
*आनुवंशिकी का पिता ग्रेगर जॉन मेंडल को कहा जाता है।
प्रत्येक जीव अपने जैसे संतानों की उत्पत्ति करते हैं, जो मूल संरचना और आकार में अपने जनकों के समान होते हैं। जीवों के मूल लक्षण पीढ़ी-दर-पीढ़ी संतानों में संचरित होते रहते हैं, जिससे विभिन्न जातियों का अस्तित्व कायम रहता है। जैसे- मटर के बीज से मटर का पौधा उत्पन्न होता है। कबुतर के अंडा से कबुतर पैदा होते हैं।
प्रत्येक जीव अपने ही जनकों से कुछ भिन्न अवश्य होते हैं, जिसे विभिन्नता कहा जाता है।
विभिन्नता- जीव के ऐसे गुण हैं जो उसे अपने जनकों अथवा अपनी ही जाति के अन्य सदस्यों के उसी गुण के मूल स्वरूप से भिन्नता को दर्शाते हैं।
विभिन्नताएँ दो प्रकार की होती हैं- जननिक तथा कायिक विभिन्नता
1. जननिक विभिन्नता- ऐसी विभिन्नताएँ जनन कोशिकाओं में होनेवाले परिवर्तन (जैसे इनके क्रोमोसोम की संख्या या संरचना में परिवर्तन, जीन के गुणों में परिवर्तन) के कारण होती हैं। उसे जननिक विभिन्नता कहते हैं। ऐसी विभिन्नताएँ एक पीढी से दूसरी पीढ़ी में वंशागत होती है। इस कारण से जननिक विभिन्नता को कायिक विभिन्नता कहते हैं। जैसे- आँख एवं बालों का रंग, शारीरिक गठन, शरीर की लंबाई आदि।
2. कायिक विभिन्नता- ऐसी विभिन्नताएँ जो जलवायु एवं वातावरण के प्रभाव, उपलब्ध भोजन के प्रकार, अन्य उपस्थित जीवों के साथ व्यवहार इत्यादि के कारण होती है, उसे कायिक विभिन्नता कहते हैं।
आनुवंशिक गुण- ऐसे गुण जो पीढ़ी-दर-पीढ़ी माता-पिता, अर्थात जनकों से उनके संतानों में संचरित होते रहते हैं। ऐसे गुणों को आनुवंशिक गुण या पैतृक गुण कहते हैं।
आनुवंशिकता- एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में जीवों के मूल गुणों का संचरण आनुवंशिकता कहलाता है।
अर्थात
जनकों से उनके संतानों में पीढ़ी-दर-पीढ़ी युग्मकों के माध्यम से पैतृक गुणों का संचरण आनुवंशिकता कहलाता है।
आनुवंशिकी या जेनेटिक्स- जीव विज्ञान की वह शाखा जिसमें आनुवंशिकता एवं विभिन्नता का अध्ययन किया जाता है, उसे आनुवंशिकी या जेनेटिक्स कहते हैं।
मेंडल के आनुवंशिकता के नियम- मेंडल को आनुवंशिकी का पिता कहा जाता है।
मेंडल ने अपने प्रयोग के लिए बगीचे में उगनेवाले साधारण मटर के पौधों का चयन किया। मटर के पौधों का गुण स्पष्ट तथा विपरित लक्षणों वाले होते हैं। जैसे लंबा पौधा तथा बौना पौधा।
अपने प्रयोग में मेंडल ने विपरित लक्षण वाले गुण जैसे लंबे तथा बौने पौधे पर विचार किया। अपने प्रयोग में मेंडल ने एक बौने पौधे के सारे फुलों को खोलकर उनके पुंकेसर हटा दिए ताकि उनमें स्व-परागण न हो सकें। फिर, उन्होंने एक लंबे पौधे के फूलों को खोलकर उनके परागकणों को निकालकर बौने पौधे के फूलों के वर्तिकाग्रों पर गिरा दिया। विपरित गुणवाले इन दोनों जनक पौधों को मेंडल ने जनक पीढ़ी कहा तथा इन्हें P अक्षर से इंगित किया।
इस प्रकार के परागण के बाद जो बीज बने उनसे उत्पन्न सारे पौधे लंबे नस्ल के हुए। इस पीढ़ी के पौधों को मेंडल ने प्रथम संतति कहा तथा इन्हें F1 अक्षर से इंगित किया। F1पीढ़ी के पौधों में दोनों जनक पौधों (P) के गुण (अर्थात लंबा तथा बौना) मौजुद था। चूँकि लंबेपनवाला गुण बौनेपन पर अधिक प्रभावी था। अतः बौनेपन का गुण मौजूद होने के बावजूद पौधे लंबे ही हुए। प्रभावी गुण जैसे लंबाई को मेंडल ने T तथा इसके विपरित लक्षण (बौनापन) जो अप्रभावी है, को उन्होंने t अक्षर से इंगित किया। F1पीढ़ी के सभी पौधे लंबे हुए।
थ् F1 पीढ़ी के पौधे का जब आपस में प्रजनन कराया गया तब अगली पीढ़ी के पौधों में लंबे और बौने पौधों का अनुपात 3 : 1 पाया गया, अर्थात कुल पौधों में से 75% पौधे लंबे तथा 25% पौधे बौने हुए। 25% पौधे शुद्ध लंबे तथा शेष 50% पौधे शंकर नस्ल के हुए। अर्थात शंकर नस्ल के लंबे पौधे के प्रभावी गुण तथा अप्रभावी गुण के मिश्रण थे। इस आधार पर F2 पीढ़ी के पौधे के अनुपात को 1 : 2 : 1 से दर्शाया गया।
इस प्रकार, मेंडल ने पाया कि जीवों में आनुवंशिक गुण पीढ़ी-दर-पीढ़ी चलती रहती है।
लिंग-निर्धारण- लैंगिक प्रजनन में नर युग्मक तथा मादा युग्मक के संयोजन से युग्मनज बनता है जो विकसित होकर अपने जनकों जैसा नर या मादा जीव बन जाता है। जीवों में लिंग का निर्धारण क्रोमोसोम के द्वारा ही होता है।
मनुष्य में 23 जोड़े क्रोमोसोम होते हैं। इनमें 22 जोड़े क्रोमोसोम एक ही प्रकार के होते हैं, जिसे ऑटोसोम कहते हैं। तेईसवाँ जोड़ा भिन्न आकार का होता है, जिसे लिंग-क्रोमोसोम कहते हैं। ये दो प्रकार के होते हैं- X और Y नर में X और Y दोनों लिंग-क्रोमोसोम मौजूद होते हैं, लेकिन मादा में केवल दोनों ही X क्रोमोसोम होता है।
X और Y क्रोमोसोम ही मनुष्य में लिंग-निर्धारण करते हैं।
जैव विकास- पृथ्वी पर विद्यमान जटिल प्राणिओं का विकास प्रारंभ में पाए जानेवाले सरल प्राणिओं में परिस्थिति और वातावरण के अनुसार होनेवाले परिवर्तनों के कारण हुआ। सजीव जगत में होनेवाले इस परिवर्तन को जैव विकास कहते हैं।
समजात अंग- ऐसे अंग जो संरचना एवं उत्पति के दृष्टिकोण से एक समान होते हैं, परन्तु वातावरण के अनुसार अलग-अलग कार्यों का संपादन करते हैं। ऐसे अंग समजात अंग कहलाते हैं। जैसे- मेढ़क, पक्षी, मनुष्य, बिल्ली के अग्रपाद आदि।
असमजात अंग- ऐसे अंग जो रचना और उत्पत्ति के दृष्टिकोण से एक-दूसरे से भिन्न होते हैं, परन्तु वे एक ही प्रकार के कार्य करते हैं। ऐसे अंग असमजात अंग कहलाते हैं। जैसे- तितली तथा पक्षी के पंख उड़ने का कार्य करते हैं, लेकिन इनकी मूल संरचना और उत्पत्ति अलग-अलग प्रकार की होती है।
जीवाश्म तथा जीवाश्मविज्ञान- प्राचीनकाल में ऐसे कई जीव पृथ्वी पर उपस्थित थे, जो बाद में समाप्त या विलुप्त हो गए। वर्तमान समय में वे नहीं पाए जाते हैं। वैसे अनेक जीवों के अवशेष के चिन्ह पृथ्वी के चट्टानों पर पाए गए हैं। जिसे जिवाश्म कहते हैं। पत्थरों पर ऐसे जीवों के अवशेषों का अध्ययन जीवाश्मविज्ञान कहलाता है।
जीवाश्म की आयु ज्ञात करने की वैज्ञानिक विधि को रेडियोकार्बन काल-निर्धारण कहते हैं।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. जीन शब्द किसने प्रस्तुत किया ?
[ A ] जॉनसन
[ B ] लैमार्क
[ C ] मेंडल
[ D ] ग्रिफिथ
Ans ⇒ (A)
2. चमगादड़ एवं पक्षी के पंख किस प्रकार के अंग के उदाहरण हैं ?
[ A ] समरूप
[ B ] समजात
[ C ] समवृत
[ D ] जीवाश्म
Ans ⇒ (A)
3. The origin of species’ नामक पुस्तक किसने लिखी ?
[ A ] डार्विन
[ B ] ओपेरिन
[ C ] लेमार्क
[ D ] कोई नहीं
Ans ⇒ (A)
4. कान के निचले हिस्से को कहते है ?
[ A ] कणपालि
[ B ] कर्णरक्षक
[ C ] कर्णपोषी
[ D ] कर्णधार
Ans ⇒ (A)
5. मनुष्य में कितने जोड़े गुणसूत्र पाये जाते हैं ?
[ A ] 26
[ B ] 14
[ C ] 23
[ D ] 18
Ans ⇒ (C)
6. कीटों के पंख, चमगादड़ के पंख किस तरह के अंग है ?
[ A ] समजात अंग
[ B ] अवशेषी अंग
[ C ] समवृति अंग
[ D ] कोई नहीं
Ans ⇒ (C)
7. वर्तमान प्राणियों में कुछ संरचनाएँ ऐसी पायी जाती हैं जिनका शरीर में अब कोई उपयोग नहीं रह गया है। ऐसी संरचनाओं को कहते हैं ।
[ A ] समजात अंग
[ B ] अवशेषी अंग
[ C ] समवृत्ति अंग
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (B)
8. ‘जीन’ शब्द की प्रस्तावना किसने की थी ?
[ A ] वाटसन
[ C ] वेन्डेन
[ B ] मेंडल
[ D ] इनमें से किसी ने नहीं
Ans ⇒ (D)
9. कौन-सा वैज्ञानिक मंडल के नियमों की पनः खोज से सम्बन्धित है ?
[ A ] शर्मक
[ B ] लैमार्क
[ C ] डार्विन
[ D ] लिनियस
Ans ⇒ (A)
10. गुणसूत्र बने होते हैं-
[ A ] DNA के
[ B ] DNA तथा RNA के
[ C ] DNA तथा प्रोटीन्स व RNA के
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (C)
11. कोशिका में आनुवंशिक पदार्थ है-
[ A ] डी.एन.ए.
[ B ] गुणसूत्र
[ C ] जीन
[ D ] हरितलवक
Ans ⇒ (A)
12. मलेरिया उत्पन्न करने वाला मच्छर (मादा एनोफेलेस) किस तरह के जल में उत्पन्न होता है ?
[ A ] साफ जल
[ B ] गन्दा जल
[ C ] मीठा जल
[ D ] इनमें से सभी
Ans ⇒ (B)
13. डेंगू उत्पन्न करने वाले मच्छर किस तरह के जल में उत्पन्न होते हैं ?
[ A ] साफ जल
[ B ] गन्दा जल
[ C ] मीठा जल
[ D ] इनमें से सभी
Ans ⇒ (A)
14. अवशेषी अंग का उदाहरण है |
[ A ] कर्ण पल्लव की पेशियाँ
[ B ] पुच्छ कशेरूकाएँ
[ C ] निषेचक पटल
[ D ] इनमें सभी
Ans ⇒ (D)
15. समजात अंगों के उदाहरण हैं-
[ A ] हमारा हाथ तथा कुत्ते के अग्रपाद
[ B ] हमारे दाँत तथा हाथी के दाँत
[ C ] आलू एवं घास के उपरिभूस्तरी
[ D ] उपरोक्त सभी
Ans ⇒ (A)
16. विकासीय दृष्टिकोण से हमारी किससे अधिक समानता है ?
[ A ] चीन के विद्यार्थी
[ B ] चिम्पैंजी
[ C ] मकड़ी
[ D ] जीवाणु
Ans ⇒ (B)
17. लैंगिक जनन के उपरांत संतानों में अलैंगिक जनन की अपेक्षा होंगी-
[ A ] कम
[ B ] अधिक
[ C ] एक समान
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (B)
18. मेंडल ने अपने प्रयोगों के लिए किस पौधे को चुना ?
[ A ] मटर
[ B ] चना
[ C ] सेम
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (A)
19. फ्रेडरिक मिशर ने न्यूक्लिक नाम किसे दिया ?
[ A ] नाभिक अम्ल
[ B ] सल्फ्यूरस अम्ल
[ C ] HNO3
[ D ] HCI
Ans ⇒ (A)
20. किसने प्रमाण दिया कि जीन गुणसूत्र का भाग है –
[ A ] 1928 में ग्रिफिथ
[ B ] 1909 में जोहानसन
[ C ] 1902 में टी. बोवेरी एवं डब्ल्यू० एस० सट्टन
[ D ] 1944 में मैकार्टी
Ans ⇒ (C)
21. प्रत्येक गुणसूत्र दो कुंडलित धागों का बना होता है जिसे कहते हैं ।
[ A ] अर्धगुणसूत्र
[ B ] क्रोमोस्टैम
[ C ] गुणसूत्र बिन्दु
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (A)
22. वे अंग जिनकी उत्पत्ति तथा मूल रचना में तो समानता होती कार्य के अनुसार उनकी बाह्य रचना में परिवर्तन हो जाता है। को कहते हैं –
[ A ] समजात अंग
[ B ] अवशेष अंग
[ C ] समवृत्ति अंग
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (A)
23. शरीर में भोजन का पचना किस प्रकार की अभिक्रिया है ?
[ A ] उपचयन
[ B ] संयोजन
[ C ] विस्थापन
[ D ] अपचयन
Ans ⇒ (A)
24. मेंडल ने अपने प्रयोगों के लिए कितने विकल्पी लक्षणों का अध्ययन किया ।
[ A ] 3
[ B ] 5
[ C ] 7
[ D ] 14
Ans ⇒ (B)
25. स्त्रियों में लिंग गुणसूत्र होते हैं-
[ A ] XX
[ B ] XY
[ C ] दोनों
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (A)
26. पुरुषों में लिंग गुणसूत्र होते हैं-
[ A ] XX
[ B ] XY
[ C ] दोनों
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (B)
27. ‘प्राकृतिक वरण द्वारा जैव विकास’ के सिद्धांत की परिकल्पना किनके द्वारा की गई थी-
[ A ] डार्विन
[ B ] मेंडल
[ C ] जेम्स वाटसन
[ D ] फ्रांसिस क्रिक
Ans ⇒ (A)
28. मनुष्य का वैज्ञानिक नाम है-
[ A ] होमो एरेक्टस
[ B ] होमो हैबिलिस
[ C ] होमो सेपियंस
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (C)
29. मानव का उद्भव कहाँ हुआ था ?
[ A ] अमेरिका में
[ B ] अफ्रीका में
[ C ] इंडोनेशिया में
[ D ] ऑस्ट्रेलिया में
Ans ⇒ (B)
30. ‘प्राकृतिक वरण द्वारा जैव विकास’ इस सिद्धांत के जनक कौन थे ?
[ A ] लैमार्क
[ B ] चार्ल्स रॉबर्ट डार्विन
[ C ] चार्ल्स मूर
[ D ] अल्फ्रेड मार्क
Ans ⇒ (B)
31. वंशागत नियमों का प्रतिपादन किसने किया ?
[ A ] चार्ल्स डार्विन
[ B ] रोर्बट हूक
[ C ] जे. सी. बोस.
[ D ] ग्रेगर जॉन मेंडल
Ans ⇒ (D)
32. इनमें कौन सही है ?
[ A ] डीऑक्सीरिबो न्यूक्लिक एटुनीन
[ B ] डी ऑक्सीरिबो न्यूक्लिक एसीड
[ C ] डीऑक्सीरिबो न्यूक्लिक एनेमिया
[ D ] डी ऑक्सीरिबो न्यूक्लिक एक्टिविटी
Ans ⇒ (B)
33. जैव विकास को सर्वप्रथम किसने समझाया |
[ A ] लामार्क
[ B ] डार्विन
[ C ] अरस्तु
[ D ] वाईसमान
Ans ⇒ (A)
34. विभिन्नताएँ कितने प्रकार की होती है ?
[ A ] तीन
[ B ] दो
[ C ] चार
[ D ] आठ
Ans ⇒ (B)
35. किसी जीव की जीन संरचना उस जीव का कहलाता है ।
[ A ] जीन प्ररूप
[ B ] जीनोटाइप
[ C ] [ A ] एवं [ B ] दोनों
[ D ] जेनेक्टिस
Ans ⇒ (C)
36. जीन प्ररूप तथा वातावरणीय दशाओं द्वारा निर्धारित वैसे आनुवंशिकलक्षण या विशेषक जो स्पष्ट रूप से दिखाई देते है, कहलाता है ।
[ A ] जीन प्ररूप
[ B ] जीनोटाइप
[ C ] लक्षण प्ररूप/फेनोटाइप
[ D ] जेनेटिक्स
Ans ⇒ (C)
37. ग्रेगर जॉन मेंडल व्यक्तिगत जीवन में क्या थे ?
[ A ] नाविक
[ B ] व्यापारी
[ C ] पादरी
[ D ] कृषक
Ans ⇒ (C)
38. मेंडल ने जनक पीढ़ी को किस Letter से सूचित किया |
[ A ] P से
[ B ] T से
[ C ] F से
[ D ] S से
Ans ⇒ (A)
39. किसी भी प्रजाति विशेषक के एक समष्टि या आबादी में स्थित समस्त जीन उस आबादी का कहलाता है |
[ A ] जीन विकास
[ B ] जीन कोश
[ C ] भ्रुण विकास
[ D ] भ्रूण कोश
Ans ⇒ (B)
40. जाति उद्भवन उन जीवों में होता है जिसमें |
[ A ] लैंगिक जनन होता है.
[ B ] अलैंगिक जनन होता है
[ C ] स्व-परागण होता है
[ D ] इनमें सभी
Ans ⇒ (A)
41. DNA अनुक्रम के तुलनात्मक अध्ययन द्वारा किसी जीव के पूर्वजों की खोज कहलाता है |
[ A ] आण्विक व्युत्क्रमण
[ B ] आण्विक जातिवृत्त
[ C ] आण्विक विलोपन
[ D ] आण्विक संकलन
Ans ⇒ (B)
42. आनुवंशिकी का पिता कहा जाता है ?
[ A ] मंडल को
[ B ] डार्विन को
[ C ] अरस्तु को
[ D ] हैल्डेन को
Ans ⇒ (A)
43. किसके मतानुसार जीवों में प्रजनन के द्वारा अधिक-से अधिक संतान उत्पन्न करने की क्षमता होती है |
[ A ] डार्विन के द्वारा
[ B ] मेंडल के द्वारा
[ C ] हैल्डेन के द्वारा
[ D ] अरस्तु के द्वारा
Ans ⇒ (B)
44. DNA में कितने प्रकार के नाइट्रोजन क्षारक होते है ?
[ A ] दो प्रकार के
[ B ] तीन प्रकार के
[ C ] चार प्रकार के
[ D ] पाँच प्रकार के
Ans ⇒ (A)
45. पक्षी तथा तिलती के पंख हैं |
[ A ] समजात अंग
[ B ] असमजात अंग
[ C ] अवशेषी अंग
[ D ] इनमें कोई नहीं
Ans ⇒ (B)
46. किसी जीव की जीनी संरचना कहलाता है |
[ A ] लक्षणप्ररूप या फेनोटाइप
[ B ] जीनप्ररूप या जीपोटाइप
[ C ] आनुवंशिकी
[ D ] विभिन्नता
Ans ⇒ (B)
47. जीवविज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत विभिन्नता तथा आनुवंशिकताका अध्ययन किया जाता है, कहलाता है |
[ A ] जीवाश्मविज्ञान
[ B ] भ्रूणविज्ञान
[ C ] जीवविज्ञान
[ D ] आनुवंशिकी
Ans ⇒ (D)
48. अफ्रीकी मानव का सबसे निकट संबंधी है |
[ A ] चिंपैंजी
[ B ] गोरिल्ला
[ D ] गिलहरी
[ C ] बंदर
Ans ⇒ (A)
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. आनुवंशिकी से क्या समझते हैं ?
उत्तर ⇒ जीवविज्ञान की वह शाखा जिसके अंतर्गत संतति में जाने वाले लक्षण का अध्ययन करते हैं, आनुवंशिकी कहलाता है।
2. आनुवंशिक गुण से क्या समझते हैं ?
उत्तर ⇒ प्रकृति में कोई भी दो जीव बिलकुल एक समान नहीं होते हैं। इनमें कुछ-न-कुछ असमानताएँ अवश्य होती हैं। जीवों में विभिन्नताओं की अधिकता के फलस्वरूप जीवन के लिए संघर्ष शुरू हो जाता है। जीवन के लिए संघर्ष में वही जीव योग्यतम होते हैं जो सबसे अधिक योग्य गुणों वाले होते हैं, अर्थात् शक्तिशाली होते हैं। अयोग्य गुणों वाले जीव नष्ट हो जाते हैं। प्राकृतिक चुनाव द्वारा प्राप्त जीवों की उपयोगी भिन्नताएँ फिर दूसरी पीढ़ी में, उनके संतानों में वंशागत होती है। इस तरह ये भिन्नताएँ पीढ़ी दर पीढ़ी वंशागत होती हैं। यही आनुवंशिक गुण हैं।
3. जैव विकास किसे कहते हैं ?
उत्तर ⇒ ‘जीवविज्ञान की वह शाखा जिसमें जीवों की उत्पत्ति तथा उसके पूर्वजों का इतिहास तथा समय समय पर उनमें हुए क्रमिक परिवर्तनों का अध्ययन किया जाता हैं, जैव विकास कहलाता है ।
4. जीवों में उत्परिवर्तन का मुख्य कारण क्या है ?
उत्तर ⇒ जीवों में उत्परिवर्तन का मुख्य कारण आनुवंशिक विभिन्नता है। यह अर्द्धसूत्री विभाजन के समय होता है, जो नई जाति के विकास में अहम भूमिका निभाता है।
5. हम अपने माता-पिता के समान क्यों होते हैं ?
उत्तर ⇒ प्रत्येक जीव में बहुत से ऐसे गण होते हैं जो पीढी दर पीढ़ी माता-पिता अर्थात् जनकों से उनके संतानों में संचरित होते रहते हैं। ऐसे गुणों को आनुवंशिक गुण या पैतृक गुण कहते हैं। इन्हीं गुणों के कारण हम अपने माता-पिता के समान होते हैं।
6. डार्विनवाद के बारे में बताएँ।
उत्तर ⇒ चार्ल्स डार्विन के अनुसार प्रत्येक जीव में प्रजनन की असीम क्षमता होती है, पर पृथ्वी पर भोजन एवं आवास नियत है। अतः जीवों में अपने अस्तित्व
को बचाने के लिए आपस में संघर्ष होता है।
7. जंतु वर्गीकरण के विभिन्न स्तरों का नाम लिखें।
उत्तर ⇒ जंतु वर्गीकरण के विभिन्न स्तरों के नाम निम्नलिखित हैं –
जगत (kingdom), उपजगत (subkingdom), फाइलम (phylum) या डिवीजन (division), वर्ग (class), गण (order), कुल (family), वंश (genus) तथा जाति (species)।
इस पदानुक्रम में जीवों के वर्गीकरण का आधार उनके गुणों में समानता तथा असमानता है ।
8. उपार्जित लक्षण क्या है ?
उत्तर ⇒ परिवर्तित वातावरण के कारण जीवों के अंगों का उपयोग ज्यादा या कम का उपयोग अधिक होता है वे अधिक विकसित हो जाते हैं तथा जिनका उपयोग नहीं होता है उनका धीरे-धीरे हास हो जाता है । वातावरण के सीधे प्रभाव से या अंगों के कम या अधिक उपयोग के कारण जंतु के शरीर में जो परिवर्तन होते हैं, उन्हें उपार्जित लक्षण (acquired character) कहते हैं।
9. पक्षियों का विकास डायनोसौर से क्यों माना जाता है ?
उत्तर ⇒ डायनासौर सरीसृप थे। उनके विभिन्न जीवाश्मों में अस्थियों के साथ पंखों की छाप भी स्पष्ट रूप से मिलती है। तब शायद वे सब इन पंखों की सहायता से उड़ नहीं पाते होंगे पर बाद में पक्षियों ने पंखों से उड़ना सीख लिया होगा। इसलिए पक्षियों की डायनोसौर से सर्बोधत मान लिया जाता है।
10. मेंडल के मटर के पौधों पर प्रयोग से क्या परिणाम निकला ?
उत्तर ⇒ मेंडल के मटर के पौधों पर किए प्रयोग से निम्नलिखित परिणाम निकलें –
(i) पौधों में लक्षण कुछ इकाइयों द्वारा नियंत्रित होते हैं। उन्हें कारक कहा जाता है। प्रत्येक लक्षण के लिए युग्मक में एक कारक होता है, जैसे लंबाई, फूल का रंग।
(ii) एक लक्षण को दो कारकों द्वारा ही व्यक्त किया जाता है, जैसे TT या tt.
11. मेंडल ने किन सात लक्षणों पर अपना प्रयोग किया था ?
उत्तर ⇒ मेंडल ने मटर के पौधे पर अपना प्रयोग किया था, जिनमें निम्न लक्षण को चुना गया था –
(i) पौधे की लंबाई
(ii) पुष्प का रंग
(iii) बीज का आकार
(iv) बीज का रंग
(v) फल का आकार
(vi) फल का रंग
(vii) फल की आकृति
12. मेंडल की सफलता का मुख्य कारण क्या है ?
उत्तर ⇒ मेंडल की सफलता का मुख्य कारण है कि उन्होंने मटर के पौधे पर प्रयोग किया था, जिसमें विभिन्न रंग एवं प्रकार के पुष्प होते हैं। इसके सारे क्रोमोसोम एक दूसरे से दूर स्थित थे, जिसके कारण मिश्रित नहीं हो पाते थे।
13. मेंडल का स्वतंत्र विन्यास का नियम (Mendels’s law of independent assortment) क्या है ?
उत्तर ⇒ मंडल का स्वतंत्र विन्यास का नियम (Mendels law of independent assortment) के अंतर्गत एक आनुवंशिक लक्षण का प्रभावी गुण दूसरे के प्रभावी गुण से ही नहीं, बल्कि अप्रभावी गुण से भी मिल सकता है। इसी प्रकार, एक का अप्रभावी गुण दूसरे के अप्रभावी गुण से ही नहीं, बल्कि प्रभावी गुण से भी मिल सकता है।
14. जीनप्ररूप या जीनोटाइप किसे कहते हैं ?
उत्तर ⇒ किसी जीव की जीनी संरचना (genetic coustitution) उस जीव का जीन प्ररूप या जीनोटाइप (genotype) कहलाता है । जीवों के गुणों (जैसे-शारीरिक गठन, लंबाई, त्वचा एवं बालों का रंग इत्यादि) का निर्धारण उनके जीन प्ररूपों के कारण ही होता है । जीन प्ररूप के कारण प्रकट होनेवाले गुणों की नींव का निर्धारण जनकों (माता-पिता) के युग्मकों के संयोजन के समय ही हो जाता है।
15. आण्विक जातिवृत्त क्या है ?
उत्तर ⇒ मानव सहित विभिन्न जीवों के पूर्वजों की खोज उनके DNA में हुए परिवर्तन का अध्ययन कर किया जा सकता है | DNA में परिवर्तन का अर्थ उसके प्रोटीन अनुक्रम (protein sequence) में परिवर्तन से है । DNA अनुक्रम (DNA sequence) के तुलनात्मक अध्ययन द्वारा किसी जीव के पूर्वजों की खोज आण्विक
जातिवृत्त (Imolecular phylogeny) कहलाता है।
16. क्रोमोसोम से क्या समझते हैं ?
उत्तर ⇒ नाभिक के अंदर क्रोमेटिन के धागे पाए जाते हैं, जो कोशिका विभाजन के समय संघनित होकर क्रोमोसोम का निर्माण करते हैं ।
17. जीन क्या है ? कोशिका में इसका उपस्थिति स्थल कहाँ है ?
उत्तर ⇒ सभी गणों का जनकों से अपनी संतति में संचरण का माध्यम जीन है। कोशिका में यह गुणसूत्र पर केंद्रक के अंदर पाया जाता है ।
18. विभिन्नता से क्या समझते हैं ?
उत्तर ⇒ वैसी विभिन्नताएँ जो गुणसूत्र या जीन के गुणों में विभिन्नता के कारण उत्पन्न नहीं होती है, वरन अन्य कारण जैसे जलवायु एवं वातावरण से उत्पन्न होती है कायिक विभिन्नता कहलाता है ।
19. वे कौन से कारक हैं जो नयी स्पीशीज के उद्भव में सहायक हैं ?
उत्तर ⇒ नई स्पीशीज के उद्भव में वर्तमान स्पीशीज के सदस्यों का परिवर्तनशील पर्यावरण में जीवित बने रहना है । इन सदस्यों को नये पर्यावरण में जीवित रहने
बाह्य लक्षणों में परिवर्तन करना पड़ता है । अत: भावी पीढ़ी के सदस्यों म.शारारिक लक्षणों में परिवर्तन दिखाई देने लगते हैं जो संभोग क्रिया के द्वारा अगली पढ़िी में हस्तांतरित हो जाते हैं परंतु यदि दुसरी कॉलोनी के नर एवं मादा जीव वर्तमान पयावरण में संभोग करेंगे तब उत्पन्न होने वाली पीढी के सदस्य जीवित नहीं रह सकेंगे
20. लिंग-क्रोमोसोम किसे कहते हैं ?
उत्तर ⇒ मनुष्य में 23 जोडे क्रोमोसोम होते हैं । इनमें 22 जोडे क्रोमोसोम एक ही प्रकार के होते हैं, जिसे ऑटोसोम (autosomes) कहते हैं । तेईसवाँ जोडा भिन्न आकार का होता है. जिसे लिंग क्रोमोसोम (sex chromosomes) कहते है । यह दी प्रकार के होते हैं-X और Y, Y कोमोसोम लंबा और छड़ के आकार का (rod shaped) होता है, Y क्रोमोसोम अपेक्षाकृत बहुत छोटे आकार का होता है । नर में X और Y दोनों लिंग-क्रोमोसोम मौजूद होते हैं, पर मादा में Y क्रोमोसोम अनुपस्थित होता है । उसके स्थान पर एक और X क्रोमोसोम होता है अर्थात मादा में दोनों X क्रोमोसोम होते हैं । ये X और Y क्रोमोसोम ही मनुष्य में लिंग-निर्धारण (sex determination) के लिए उत्तरदायी (responsible) होते हैं।
21. जेनेटिक्स (genetics) या आनुवंशिकी किसे कहते हैं ?
उत्तर ⇒ जेनेटिक्स (genetics) या आनुवंशिकी, आनुवंशिकी एवं विभिन्नता का अध्ययन है जो कि जीवविज्ञान की एक विशेष शाखा के अंतर्गत होता है।
22. जीन कोश क्या है ?
उत्तर ⇒ किसी भी प्रजाति विशेष के एक समष्टि या आबादी में स्थित समस्त * जीन उस आबादी का जीन कोश (gene pool) कहलाता है ।जीन कोश के कुछ जीन में वातावरणीय कारणों से कुछ बदलाव आ सकला है । जीन में होनेवाले ऐसे चयनित बदलाव पीढ़ी-दर-पीढ़ी वंशागत होते रहते हैं ।
23. जाति उद्भवन से क्या समझते हैं ? इसका क्या कारण है ?
उत्तर ⇒ नई प्रजातियों का निर्माण जाति उद्भवन कहलाता है। लैंगिक जनन करन वाले जीवों में अंत: प्रजनन, आनुवंशिक विचलन तथा प्राकृतिक चुनाव के द्वारा जाति उद्भवन होता है।
24. प्रभावी व अप्रभावी लक्षण किसे कहते हैं ?
उत्तर ⇒ लैंगिक जनन वाले जीवों में एक अभिलक्षण (Trait) के जीन के दो प्रतिरूप (copies) होते हैं । इन प्रतिरूपों के एकसमान न होने की स्थिति में जो भिलक्षण व्यक्त होता है उसे प्रभावी लक्षण तथा अन्य को अप्रभावी लक्षण कहते हैं।