महत्वपूर्ण तथ्य—
*मुकुलन द्वारा प्रजनन यीस्ट में होता है।
*पूष्पी पौधे में लैंगिक जनन फूलों द्वारा होता है।
*द्विखण्डन विधि द्वारा जनन अमीबा में होता है।
*पुष्प में परागकरण पुंकेसर में बनते हैं।
*पुष्प के अंडाश्य भाग से फल बनता है।
*हाइड्रा में अलैंगिक जनन मुकुलन विधि द्वारा होता है।
*पुष्प का नर जननांग पुंकेसर कहलाता है।
*पपीता एकलिंगी पुष्प है।
*पुनरुद्भवन का उदाहरण हाइड्रा है।
*परागकोश में परागकण होते हैं।
*हाइड्रा में प्रजनन मुकुलन विधि द्वारा होता है।
*पौधे में जनन अंग पुष्प में पाए जाते हैं।
*यीस्ट में द्विखण्डन नहीं होता है।
*परागकण, परागकोष के अंदर होता है।
*अंडाणु अंडाशय में निषेचित होता है।
*शुक्रवाहिका मादा को जनन तंत्र नहीं है।
*शुक्राणु का निर्माण वृषण में होता है।
*स्त्रियों में लिंग गुणसुत्र का युग्म ग्ग् और पुरूष में लिंग गुणसुत्र का युग्म ग्ल् होता है।
*केंचुआ एक उभयलिंगी जन्तु है।
*अंडाणु अंडाशय में निषेचित होता है।
*हाइड्रा में प्रजनन मुकुलन विधि से होता है।
*अमीबा में अलैंगिक जनन विखंडन विधि से होता है।
*सिफलिस, एड्स और गोनोरिया जनन संचारित रोग है।
*गोनोरिया और सिफलिस जीवाणु जनित रोग है।
*मस्सा जीवाणु जनित रोग है।
*डेंगू उत्पन्न करने वाले मच्छर साफ जल में रहते हैं।
*प्लैज्मोडियम मलेरिया परजीवी रोग है।
*आयोडीन की कमी से घेघा रोग होता है।
जीव जिस प्रक्रम द्वारा अपनी संख्या में वृद्धि करते है, उसे जनन कहते हैं।
जनन के प्रकार- जीवों में जनन मुख्यातः दो तरीके से संपन्न होता है– लैंगिक जनन तथा अलैंगिक जनन
अलैंगिक जनन
अलैंगिक जनन की मुख्य विशेषताएँ निम्नलिखित है-
1. इसमें जीवों का सिर्फ एक व्यष्टि भाग लेता है।
2. इसमें युग्मक अर्थात शुक्राणु और अंडाणु कोई भाग नहीं लेते हैं।
3. इस प्रकार के जनन में या तो समसूत्री कोशिका विभाजन या असमसूत्री कोशिका विभाजन होता है।
4. अलैंगिक जनन के बाद जो संताने पैदा होती है वे आनुवंशिक गुणों में ठीक जनकों के समान होते हैं।
5. इस प्रकार के जनन से ज्यादा संख्या में एवं जल्दी से जीव संतानों की उत्पत्ति कर सकते हैं।
6. इसमें निषेचन की जरुरत नहीं पड़ती है।
जीवों में अलैंगिक जनन निम्नांकित कई विधियों से संपन्न होता है।
1. विखंडन- विखंडन के द्वारा ही मुख्य रूप से एक कोशिकीय जीव जनन करते हैं। जैसे- जीवाणु,अमीबा,पैरामीशियम, एक कोशिकीय शैवाल, युग्लीना आदि सामान्यतः विखंडन की क्रिया द्वारा ही जनन करते हैं।
विखंडन की क्रिया दो प्रकार से संपन्न होती है
1. द्विखंडन एवं
2. बहुखंडन
(क) द्विखंडन या द्विविभाजन- वैसा विभाजन जिसके द्वारा एक व्यष्टि से खंडित होकर दो या अधिक का निर्माण होता हो, उसे द्विखंडन या द्विविभाजन कहते हैं।
जैसे- जीवाणु, पैरामीशियम, अमीबा, यीस्ट, यूग्लीना आदि में द्विखंडन विधि से जनन होता है।
(ख) बहुखंडन या बहुविभाजन- वैसा विभाजन जिसके द्वारा एक व्यष्टि खंडित होकर अनेक व्यष्टियों की उत्पत्ति करता हो, उसे बहुखंडन या बहुविभाजन कहते हैं।
जैसे- अमीबा, प्लैज्मोडियम (मलेरिया परजीवी) आदि में बहुखंडन विधि से जनन होता है।
2. मुकुलन- मुकुलन एक प्रकार का अलैंगिक जनन है जो जनक के शरीर से कलिका फुंटने या प्रवर्ध निकलने के फलस्वरूप संपन्न होता है। जैसे- यीस्ट
3. अपखंडन या पुनर्जनन- इस प्रकार के जनन में जीवों का शरीर किसी कारण से दो या अधिक टुकड़ों में खंडित हो जाता है तथा प्रत्येक खंड अपने खोए हुए भागों का विकास कर पूर्ण विकसित नए जीव में परिवर्तित हो जाता है। जैसे- स्पाइरोगाइरा, प्लेनेरिया आदि में जनन अपखंडन विधि से होता है।
4. बीजाणुजनन- इस प्रकार के जनन में सामान्यतः सूक्ष्म थैली जैसी बीजाणुधानियों का निमार्ण होता है। हवा के द्वारा इनका प्रकीर्णन दूर-दूर तक होता है। अनुकूल जगह मिलने पर बीजाणु अंकुरित होते हैं तथा उनके भीतर की कोशिकीय रचनाएँ बाहर निकलकर वृ़द्धि करने लगती है। जब ये विकसित होकर परिपक्व हो जाती है तो इनमें पुनः जनन करने की क्षमता पैदा हो जाती है। जैसे- राइजोपस में बीजाणुजनन होता है।
पौधों मे कायिक प्रवर्धन
जनन की वह प्रक्रिया जिसमें पादप शरीर का कोई कायिक या वर्धी भाग जैसे जड़, तना, पत्ता आदि उससे विलग और परिवर्द्धित होकर नए पौधे का निर्माण करता है, उसे कायिक प्रवर्धन कहते हैं।
लैंगिक जनन- जनन की वह विधि जिसमें नर और मादा भाग लेते हैं, उसे लैंगिक जनन कहते हैं।
लिंग के आधार पर जीवों को दो वर्गों मे बाँटा गया है-
1. एकलिंगी और 2. द्विलिंगी
2. एकलिंगी- वे जीवजिनमें नर और मादा लिंग अलग-अलग जीवों में पाया जाता है, उसे एकलिंगी कहते हैं। जैसे- पपीता, तरबूज, मनुष्य, घोड़ा, बंदर, कबूतर आदि।
3. द्विलिंगी- वे जीव जिसमें नर और मादा लिंग एक ही व्यष्टि में होता है, उसे द्विलिंगी कहते हैं। जैसे-सरसों, केंचुआ, हाइड्रा आदि।
पुष्पी पौधों में लैंगिक जनन
लैंगिक जनन के लिए पुष्पी पौधों में फूल ही वास्तविक जनन भाग है। पौधों के पुष्पों में ही जनन अंग उपस्थित होते हैं।
फूल जिस तने से जुड़ा रहता है, वह वृंत कहलाता है। वृंत का ऊपरी फैला हुआ भाग पुष्पासन कहलाता है, जिस पर संपूर्ण पुष्प टिका रहता है।
पुष्प के चार भाग होते हैं-
1. बाह्य दल पुंज
2. दलपुंज
3. पुमंग
4. जायांग
2. बाह्य दल पुंज- पुष्प का सबसे बाहरी भाग होता है। इसका रंग हरा होता है।
3. दलपुंज- बाह्य दल पुंज का ऊपरी भाग होता है। यह रंगीन होता है।
4. पुमंग- यह पुष्प का नर भाग है। इनमें लंबी-लंबी रचनाएँ पाई जाती है, जिसे पुंकेसर कहते हैं।
पुंकेसर के दो भाग होत हैं-
1. तंतु- यह लचीला, पतला, लंबा तथा डोरे के समान होता है और पुष्पासन से जुड़ा होता है।
2. परागकोश- तंतु के अग्रभाग परागकोश कहलाता है। इसके अंदर परागकण होते हैं, जो निषेचन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
3. जायांग- यह पौधों का मादा भाग है। यह कई स्त्रीकेसर से मिलकर बना होता है। स्त्रीकेसर अंडाशय, वर्तिका और वर्तिकाग्र में बँटे होते हैं।
निषेचन- नर युग्मक और मादा युग्मक के संगलन को निषेचन कहा जाता हैं।
मनुष्य का प्रजनन अंग- मानव जननांग साधारणतः लगभग 12 वर्ष की आयु मे परिपक्व एवं क्रियाशिल होने लगते हैं। इस अवस्था में बालक-बालिकाओं के शरीर में कुछ परिवर्तन होना प्रारंभ हो जाता हैं। यह अवस्था किशोरावस्था कहलाता हैं।
लैंगिक जनन संचारित रोग- यौन संबंध से होनेवाले संक्रामक रोग को लैंगिक जनन संचारित रोग कहते हैं।
बैक्टीरिया-जनित रोग- गोनोरिया, सिफलिस, यूरेथ्राइटिस तथा सर्विसाइटिस आदि।
वाइरस-जनित रोग- सर्विक्स कैंसर, हर्पिस तथा एड्स आदि।
प्रोटोजोआ-जनित रोग-स्त्रियों के मूत्रजनन नलिकाओं में एक प्रकार के प्रोटोजोआ के संक्रमन से होने वाले रोग ट्राइकोमोनिएसिस है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. जनन कितने प्रकार से होता है :
[ A ] दो
[ B ] तीन
[ C ] चार
[ D ] एक
Ans ⇒ (A)
2. इनमें कौन अलैंगिक जनन की विधि है ?
[ A ] विखंडन
[ B ] मुकुलन
[ C ] बीजाणुजनन
[ D ] इनमें सभी
Ans ⇒ (D)
3. किस प्रकार के जनन में जनक के शरीर से कलिका निकलती है ?
[ A ] मुकुलन में
[ B ] विखंडन में
[ C ] अपखंडन में
[ D ] बीजाणुजनन में
Ans ⇒ (A)
4. परागकोश में पाए जाते हैं:
[ A ] दलपुंज
[ B ] बाह्यदल
[ C ] परागकण
[ D ] स्त्रीकेसर
Ans ⇒ (C)
5. स्त्रीकेसर के आधारीय भाग को कहते है :
[ A ] वर्तिका
[ B ] अंडाशय
[ C ] वर्तिकाग्र
[ D ] पुष्पासन
Ans ⇒ (B)
6. पुंकेसर के अग्रभाग को कहते हैं :
[ A ] वर्तिका
[ B ] परागकोश
[ C ] वर्तिकान
[ D ] परागनली
Ans ⇒ (B)
7. निषेचन की क्रिया किस जीव में मुख्यतः होती है ?
[ A ] अमीबा में
[ B ] यीस्ट में
[ C ] पुष्पी पादप एवं जंतुओं में
[ D ] इनमें कोई नहीं
Ans ⇒ (C)
8. निषेचन के फलस्वरूप अंडाशय की दीवारें बनाती है :.
[ A ] फूल
[ B ] फल
[ C ] बीज
[ D ] भ्रूण
Ans ⇒ (B)
9. बीजांड की दीवारें मोटी होकर बनाती हैं :
[ A ] फल
[ B ] बीज
[ C ] बीजावरण
[ D ] भ्रूण
Ans ⇒ (C)
10. निम्नलिखित में कौन-सा भाग केवल पुरुष जननांग में पाया जाता है ? .
[ A ] फैलोपिअन नलिका
[ B ] लेबिया माइनोरा
[ C ] शुक्रवाहिका
[ D ] परिपक्व पुटक
Ans ⇒ (C)
11. नर युग्मक तथा मादा युग्मक के संयोजन से बनता है:
[ A ] जाइगोट
[ B ] अंडाणु
[ C ] शुक्राणु
[ D ] वीर्य
Ans ⇒ (A)
12. स्त्रियों के मासिक चक्र में एक परिपक्व अंडाणु किस दिन अंडाशय से बाहर निकलता है?
[ A ] 28वें दिन
[ B ] 14वें दिन
[ C ] 20वें दिन
[ D ] 30वें दिन
Ans ⇒ (B)
13. निम्नलिखित में कौन लैंगिक जनन संचारित रोग नहीं है ? ..
[ A ] AIDS
[ B ] गोनोरिया
[ C ] सिफलिस
[ D ] टाइफॉयड
Ans ⇒ (D)
14. पुष्पी पादपों में लैंगिक जनन होता है ?
[ A ] पत्तियों द्वारा
[ B ] फूलों द्वारा
[ C ] तना द्वारा
[ D ] कोई नहीं
Ans ⇒ (B)
15. मानव मादा के जनन तंत्र का भाग नहीं है
[ A ] अण्डाशय
[ B ] गर्भाशय
[ C ] शुक्रवाहिका
[ D ] डिम्बवाहिनी
Ans ⇒ (C)
16. नरयुग्मक एवं मादायुग्मक के संग्लन को कहते है-
[ A ] किण्वन
[ B ] बौनापन
[ C ] मधुमेह
[ D ] कोई नहीं
Ans⇒ (B)
17. निम्नलिखित में से कौन एकलिंगी पादप का उदाहरण है?
[ A ] सरसों
[ B ] गुड़हल
[ C ] पपीता
[ D ] मटर
Ans ⇒ (C)
18. मुकुलन द्वारा प्रजनन किसमें होता है ?
[ A ] अमीबा
[ B ] यीस्ट
[ C ] मलेरिया
[ D ] पैरामीशियम
Ans ⇒ (B)
19. फूलों में नर प्रजनन अंग होता है –
[ A ] पुंकेसर
[ B ] अडंप
[ C ] वर्तिकाग्र
[ D ] वर्तिका
Ans ⇒ (A)
20. द्विखण्डन होता है –
[ A ] अमीबा
[ B ] पैरामिशियम
[ C ] लीशमैनिया में
[ D ] कोई नहीं
Ans ⇒ (A)
21. निम्न में से किस जीव में बहु-विखंडन होता है?
[ A ] अमीबा
[ B ] हाइड्रा
[ C ] मलेरिया परजीवी
[ D ] यीस्ट
Ans ⇒ (A)
22. ब्रायोफाइलम के कौन-से भाग में कायिक प्रवर्धन होता है
[ A ] पत्तियाँ
[ B ] जड़
[ C ] तना
[ D ] फूल
Ans ⇒ (A)
23. मानव-मादा में निषेचन होता है –
[ A ] गर्भाशय में
[ B ] अंडाशय में
[ C ] योनि में
[ D ] फैलोपियन नलिका में
Ans ⇒ (D)
24. तने द्वारा कायिक प्रवर्धन होता है –
[ A ] पोदीने में
[ B ] हल्दी में
[ C ] अदरक में
[ D ] सभी में
Ans ⇒ (D)
25. खंडन द्वारा जनन होता है –
[ A ] मेंढक में
[ B ] सितारा मछली में
[ C ] टिड्डे में
[ D ] कौए में
Ans ⇒ (B)
26. कायिक प्रवर्धन सम्भव है –
[ A ] जड़ द्वारा
[ B ] तना द्वारा
[ C ] पत्ती द्वारा
[ D ] उपरोक्त सभी द्वारा
Ans ⇒ (D)
27. तने पर अपस्थानिक कलियाँ पायी जाती हैं –
[ A ] पोदीने में
[ B ] आलू में
[ C ] ब्रायोफिलम में
[ D ] सभी में
Ans ⇒ (B)
28. मुकुलन द्वारा अलैंगिक जनन होता है-
[ A ] हाइड्रा में
[ B ] मटर में
[ C ] शैवाल में
[ D ] प्लाज्मोडियम में
Ans ⇒ (A)
29. अलैंगिक जनन मुकुलन द्वारा होता है-
[ A ] अमीबा में
[ B ] यीष्ट में
[ C ] प्लाज्मोडियम में
[ D ] लेस्मानिया में
Ans ⇒ (B)
30. निम्न में से कौन मानव में मादा जनन तंत्र का भाग नहीं है ?
[ A ] अंडाशय
[ B ] गर्भाशय
[ C ] शुक्र वाहिका
[ D ] डिम्ब वाहिनी
Ans ⇒ (C)
31. परागकोश में होते हैं –
[ A ] बाह्य दल
[ B ] अंडाशय
[ C ] अंडप
[ D ] परागकण
Ans ⇒ (D)
32. गतिशील जनन कोशिका को नर युग्मक तथा जिस जनन कोशिका में भोजन का भण्डार संचित होता है। उसे क्या कहते हैं?
[ A ] जननांग
[ B ] उभयलिंगी
[ C ] परागकणं
[ D ] मादा युग्मक
Ans ⇒ (D)
33. एड्स रोग का प्रमुख कारण है –
[ A ] असुरक्षित यौन सर्पक
[ B ] खून की कमी
[ C ] विटामिन की कमी
[ D ] पोषण की कमी
Ans ⇒ (A)
34. पंखुड़ियों का रंग अधिकतर –
[ A ] पीला होता है
[ B ] हरा होता है
[ C ] लाल होता है
[ D ] सफेद होता है
Ans ⇒ (B)
35. फूल का कौन-सा भाग फल में बदलता है ?
[ A ] पुंकेसर
[ B ] स्त्रीकेसर
[ C ] अंडाशय
[ D ] बीज
Ans ⇒ (C)
36. भ्रूण के जिस भाग से तना, पत्तियाँ बनती हैं, उसे –
[ A ] मूलांकुर कहते हैं
[ B ] प्रांकुर कहते हैं
[ C ] प्ररोह तंत्र कहते हैं
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (B)
37. एकल जीवों में प्रजनन की विधि है –
[ A ] खंडन
[ B ] विखंडन
[ C ] बीजाणु समासंघ
[ D ] ये सभी
Ans ⇒ (D)
38. लैंगिक जनन में आवश्यकता होती है –
[ A ] केवल नर जननांग
[ B ] केवल स्त्री जननांग
[ C ] नर एवं स्त्री जननांग दोनों
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (C)
39. पुंकेसर पुष्प का कौन-सा जननांग है ?
[ A ] नर’
[ B ] स्त्री
[ C ] दोनों
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (A)
40. पुरुषों में यौवनारंभ के लक्षण हैं –
[ A ] दाढ़ी एवं मूंछ का उगना
[ B ] कंठ का फूटना
[ C ] मांसपेशियों में उभार आना
[ D ] ये सभी
Ans ⇒ (D)
41. स्त्रियों में यौवनारंभ के लक्षण हैं –
[ A ] स्तनों की वृद्धि
[ B ] नितम्बों का उभरना
[ C ] रजोधर्म का प्रारंभ
[ D ] ये सभी
Ans ⇒ (D)
42. मनुष्यों में नरजननांग निम्नलिखित में से कौन हैं –
[ A ] वृषण
[ B ] शुक्रवाहिका
[ C ] मूत्रमार्ग .
[ D ] ये सभी
Ans ⇒ (D)
43. शुक्राणुओं का मोचन कहाँ होता है-
[ A ] अधिवृषण
[ B ] शुक्रवाहिका
[ C ] वृषण
[ D ] शुक्राशय
Ans ⇒ (B)
44. स्त्रियों में अंडाशय की संख्या कितनी होती है –
[ A ] 1
[ B ] 2
[ C ]3
[ D ] 4
Ans ⇒ (B)
45. मनुष्य में निषेचन के फलस्वरूप बनता है –
[ A ] भ्रूण
[ B ] बीजाणु
[ C ] युग्मनज
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (C)
46. वृषण में बने शुक्राणु संचित होते हैं –
[ A ] शुक्राशय में
[ B ] अधिवृषण में
[ C ] शुक्रवाहिका में
[ D ] मूत्रमार्ग में
Ans⇒ (B)
47. वैसे परिवर्तन जो जीवों के नियंत्रण से बाहर होते हैं, कहलाते हैं –
[ A ] टकराना
[ B ] क्षमता
[ C ] निकेत
[ D ] परिवर्तन
Ans ⇒ (C)
48. एकलिंगी पुष्प का उदाहरण है :
[ A ] पपीता
[ B ] सरसों
[ C ] उड़हुल
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (A)
49. मानव जनन अंग किस आयु में परिपक्व एवं क्रियाशील होता है ?
[ A ] 12
[ B ] 18
[ C ] 24
[ D ] 30
Ans ⇒ (B)
50. शुक्राणु का निर्माण होता है :
[ A ] वृषण में
[ B ] गर्भाशय में
[ C ] अंडाशय में
[ D ] इनमें सभी में
Ans ⇒ (A)
51. लिंग गुण-सूत्र का पूर्ण जोड़ा पाया जाता है :
[ A ] पुरुष में
[ B ] स्त्री में
[ C ] पुरुष और स्त्री दोनों में
[ D ] किसी में नहीं
Ans ⇒ (B)
52. हाइड्रा में प्रजनन की विधि निम्नलिखित में से कौन है ?
[ A ] कायिक प्रवर्धन
[ B ] बीजाणु समासंघ
[ C ] मुकुलन
[ D ] विखंडन
Ans ⇒ (C)
53. पुष्प का कौन-सा भाग परागकण बनाता है ?
[ A ] बाह्यदल
[ B ] पंखुड़ी
[ C ] पुंकेसर
[ D ] स्त्रीकेसर
Ans ⇒ (C)
54. गन्ना, गुलाब एवं अंगूर के कृषि में किस जनन विधि का उपयोग किया जाता है ?
[ A ] मुकुलन विधि का
[ B ] कायिक विधि का
[ C ] खण्डन विधि का
[ D ] विखण्डन विधि का
Ans ⇒ (B)
55. मादा जनन तंत्र में दोनों अण्डवाहिकाएं संयुक्त होकर एक लचीली थैलेनुमा संरचना का निर्माण करता है, जिसे कहते है –
[ A ] ग्रीवा
[ B ] योनि
[ C ] गर्भाशय
[ D ] इनमें से कोई नहीं
Ans ⇒ (C)
56. माँ के रूधिर से पोषण मिलता है :
[ A ] भ्रूण को
[ B ] गर्भाशय को
[ C ] ग्रीवा को
[ D ] शुक्राणु को
Ans ⇒ (A)
57. मानव मादा में गर्भकाल का समय होता है ?
[ A ] 9 माह
[ B ] 10 माह
[ C ] 12 माह
[ D ] 8 माह
Ans ⇒ (A)
58. ऋतुस्राव या रजोधर्म का समय होता है :
[ A ] 2 से 8 दिन
[ B ] 3 से 9 दिन
[ C ] 4 से 10 दिन
[ D ] 5 से 11 दिन
Ans ⇒ (A)
59. निषेचन क्रिया के पश्चात् युग्मनज में क्या बनता है ?
[ A ] बीज
[ B ] भ्रूण
[ C ] खून का थक्का
[ D ] इनमें सभी
Ans ⇒ (B)
60. वह प्रक्रम जिसके द्वारा जीव अपने जैसी संतानों की उत्पत्ति करते है, कहलाता है :
[ A ] जनन
[ B ] डायाफ्राम
[ C ] निषेचन
[ D ] भ्रूण
Ans ⇒ (A)
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. अलैंगिक जनन की मुख्य विशेषता क्या है ?
उत्तर ⇒ अलैंगिक जनन की मुख्य विशेषता है –
अलैंगिक जनन से पैदा होनेवाली संतानें आनुवंशिक गुणों में ठीक जनकों की तरह होती हैं, क्योंकि इसमें युग्मकों का संगलन नहीं होता है । इसमें निषेचन की जरूरत नहीं पड़ती है, क्योंकि युग्मकों का संगलन (fusion) नहीं होता ।
2. नर जनन तंत्र के सभी संरचनाओं के नाम लिखें।
उत्तर ⇒ नर जनन तंत्र में निम्नांकित संरचनाएँ पायी जाती हैं—दो वृषण, दो अधिवृषण, दो शुक्रवाहिनी, दो शुक्राशय एवं एक मूत्रमार्ग तथा शिश्न।
3. लैंगिक जनन का क्या महत्त्व है ?
उत्तर ⇒ सभी जीवों में गुणसूत्रों की एक संख्या निश्चित होती है। अलैंगिक जनन करने वाले में असमसूत्री या समसूत्री प्रकार का कोशिका विभाजन होता है, जिसके कारण उनमें कोई विभिन्नता नहीं आती। प्रत्येक पीढ़ी में क्रोमोसोम की संख्या भी निश्चित रहती है। लैंगिक जनन करने वालों में अर्द्धसूत्री कोशिका विभाजन होता है, जिससे उसमें भिन्नता आ जाती है। यह पीढ़ी-दर-पीढ़ी बढ़ती जाती है।
4. पौधों में लैंगिक जनन कैसे होता है ?
उत्तर ⇒ पौधों में लैंगिक जनन – एन्जिओस्पर्मस (पुष्पी पौधे) में अधिकांश पुष्प द्विलिंगी होते हैं। इनमें दोनों प्रकार के जननांग होते हैं। पुमंग को नर जननांग या जायांग तथा कारपल को मादा जननांग कहते हैं। पुमंग में परागकण बनते हैं जिसे माइक्रोस्पोर भी कहते हैं। जायांग में बीजाण्ड या मेगास्पोर बनते हैं। ये अर्धसूत्री विभाजन द्वारा बनते हैं। इनके निषेचन के बाद फल तथा बीज बनते हैं। बीज के अंकुरण के बाद नन्हा पौधा बनता है।
5. शुक्रजनन नलिका के बारे में बताएँ।
उत्तर ⇒ प्रत्येक वृषण में 900 शुक्रजनन नलिका होती है, जिसके अंदर शुक्राणु का निर्माण होता है। नर्स कोशिका, शुक्राण को पोषण प्रदान करती है।
6. जनन किसी जीव की समष्टि के स्थायित्व में किस प्रकार सहायक है ?
उत्तर ⇒ किसी भी स्पीशीज़ की समष्टि के स्थायित्व में जनन और मृत्यु दर में लगभग बराबरी की दर हो तो स्थायित्व बना रहता है । एक समष्टि में जन्म दर और मृत्यु दर ही उसके आधार पर निर्धारण करते हैं।
7. परागण से क्या समझते हैं ? परागण कितने प्रकार के होते हैं ?
उत्तर ⇒ नर जनन अंग से परागकण का गमन मादा जनन अंग पर होना परागण कहलाता है । इसमें कीडे, जानवर, हवा तथा पानी सहायक होते हैं। परागण दो प्रकार के होते हैं
(i) स्वपरागण
(ii) परपरागण।
8. ऋतुस्त्राव क्यों होता है ?
उत्तर ⇒ यदि अंडकोशिका का निषेचन नहीं हो तो यह लगभग एक दिन तक जीवित रहती है। गर्भाशय भी प्रतिमाह निषेचित अंड की प्राप्ति हेत तैयारी करता है। अत: इसकी अंत:भित्ति मांसल एवं स्पॉनजी हो जाती है जो कि अंड के निषेचन होने की अवस्था में उसके पोषण के लिए आवश्यक है। परंतु निषेचन न होने की अवस्था में इस पर्त की भी आवश्यकता नहीं रहती। अतः यह पर्त धीरे-धीरे टटकर योनि मार्ग से रुधिर एवं म्यूकस के रूप में निष्कासित होती है। इस चक्र में लगभग एक मास का समय लगता है तथा इसे ऋतुस्राव या रजोधर्म कहते हैं।
9. युग्मनज से क्या समझते हैं ?
उत्तर ⇒ परिपक्व शुक्राणु, अंडाणु में पूरी तरह मिलकर युग्मनज का निर्माण करती है।
10. वर्षा होने के समय मक्का के परागण क्रिया में क्या-क्या प्रभाव पड़ सकता है ?
उत्तर ⇒ इन पौधों में आनुवंशिक विभिन्नता नहीं होती है. जिसके कारण ये पौधे पर्यावरण के उतार-चढ़ाव को झेल नहीं पाते हैं। ऐसे पौधे में पर्यावरण के साथ अनुकूलित होने की झमता कम होती है जिसके कारण उत्पादन कम होने, बीमारियाँ होने तथा मर जाने की संभावना बढ़ जाती है।
11. मानव में वृषण के क्या कार्य हैं ?
उत्तर ⇒ मानव में वृषण के मुख्य कार्य निम्नलिखित हैं –
(i) वृषण में शुक्राणु उत्पन्न होते हैं जो लैंगिक जनन क्रिया में सक्रिय भाग लेकर भावी पीढ़ी को जन्म देने में सहायक होते हैं।
(ii) वषण में उत्पन्न हॉर्मोन जिसे टैस्टोस्टीरोन कहते हैं, मानव शरीर में द्वितीयक जनन लक्षणों को स्थापित करने के लिए उत्तरदायी होता है ।
12. कार्पसल्यूटियम का कार्य समझाएँ।
उत्तर ⇒ कार्पसल्यूटियम प्रोजेस्टेरोन नामक हार्मोन का स्राव करता है, जो गर्भाशय की दीवारों को काफी मोटा करता है तथा गर्भधारण में मदद करता है।
13. जीवों में विभिन्नता स्पीशीज के लिए ही लाभदायक है, परंतु व्यष्टि के लिए आवश्यक नहीं है, क्यों ?
उत्तर ⇒ जीवों में पायी जानेवाली विभिन्नता, नई जाति के प्रादुर्भाव में मदद करता है। नये वातावरण एवं प्रतिकूल परिस्थिति में स्थायित्व कायम रखता है। यह विभिन्नता व्यष्टि के लिए लाभदायक नहीं होती है। क्योंकि किसी निश्चित स्थान पर प्राकृतिक आपदाएँ इसे नष्ट कर देती हैं।
14. गर्भ निरोधक गोलियों के बारे में बताएँ।
उत्तर ⇒ परिवार नियोजन के कई उपायों में गर्भ निरोधक गोलियाँ भी एक उपाय है। इनमें कृत्रिम प्रोजेस्टेरॉन तथा एस्ट्रोजन डाला जाता है। यह ESH एवं LH के स्राव पर प्रतिबंध लगा देता है। जिसके कारण अंडोत्सर्ग की क्रिया नहीं होती है।
15. परागण क्या है ? परागण में कीटों की क्या भूमिका होती है ?
उत्तर ⇒ परागकोष से परागकणों का प्रकीर्णन वर्तिकाग्र तक होने की प्रक्रिया को परागण कहते हैं । कीटों के द्वार पर-परागण की क्रिया होती है ।
16. द्विलिंगी जीव कौन-से होते हैं? उदाहरण लिखें।
उत्तर ⇒ वे जीव जिनमें नर तथा मादा दोनों अंग होते हैं तथा वे नर तथा मादा दोनों प्रकार के युग्मों को उत्पन्न करते हैं, उभयलिंगी अथवा द्विलिंगी जीव कहलाते हैं।
जैसे-केंचुआ।
17. डी०एन०ए० की प्रतिकृति बनाना जनन के लिए क्यों आवश्यक है ?
उत्तर ⇒ एक पीढी से दूसरी पीढी में आनवंशिक गणों का वाहक क्रोमोसोम होता है, जो D.N.A. से बना होता है। अतः इसकी प्रतिकृति बनाना जनन के लिए आवश्यक है।
18. परागण क्रिया निषेचन क्रिया से किस प्रकार भिन्न है ?
उत्तर ⇒ परागकणों के परागकोश से निकलकर उसी पुष्प या उस जाति के दूसरे पुष्पों के वर्तिकान तक पहुँचने की क्रिया को परागण कहते हैं। निषेचन के अंतर्गत परागकणों के वर्तिकान तक पहुँचने के बाद निषेचन की क्रिया होती है। नर युग्मक और मादा युग्मक के संगलन को निषेचन कहा जाता है।
19. लैंगिक जनन संचारित रोगों के बारे में लिखें।
उत्तर ⇒ लैंगिक जनन संचारित रोग (sexually transmitted disease, STD) यौन संबंध से होनेवाले संक्रामक रोग को कहा जाता है । यह रोग कई तरह के रोगाणुओं, जैसे—बैक्टीरिया, वाइरस, परजीवी प्रोटोजोआ, यीस्ट जैसे सूक्ष्मजीवों द्वारा होते हैं । मनुष्य में होनेवाले ऐसे प्रमुख रोग निम्नलिखित हैं –
बैक्टीरिया जनित रोग – गोनोरिया (Gonorrhoea), सिफलिस (Syphlis), यूरेथ्राइटिस (Urethrites) तथा सर्विसाइटिस (Cervicitis) बैक्टीरिया के संक्रमण से होनेवाले कुछ प्रमुख रोग हैं।
वायरस जनित रोग – सर्विक्स कैंसर (Cervix Carcinoma), हर्पिस (Herpes) तथा एड्स (Acquired Immune Deficiency Syndrome, AIDS), इत्यादि ।
प्रोटोजोआ जनित रोग — स्त्रियों के मूत्रजनन नलिकाओं, एक प्रकार के प्रोटोजोआ के संक्रमण से होनेवाला रोग ट्राइकोमोनिएसिस (Trichomoniasis) है ।
20. एकलिंगी (Asexual) तथा द्विलिंगी (Bisexual) की परिभाषा एक-एक उदाहरण देकर कीजिए।
उत्तर ⇒ एकलिंगी –वे जीव जिनमें नर और मादा स्पष्ट रूप से अलग-अलग हों उन्हें एकलिंगी जीव कहते हैं। उदाहरण—मनुष्य।
द्विलिंगी-वे जीव जिनमें नर और मादा लिंग एक साथ उपस्थित होते हैं उन्हें द्विलिंगी कहते हैं। उदाहरण केंचुआ।
21. कायिक प्रवर्धन को परिभाषित करें। यह किन पौधों में करते हैं ?
उत्तर ⇒ कायिक पादप शरीर का कोई भी कायिक या वर्षी भाग (जैसे—जड़, तना, पत्ती) विलग और परिवर्द्धित होकर नए पौधों का निर्माण करते हैं, कायिक प्रवर्धन कहलाता है। कायिक प्रवर्धन मुख्यतः गुलाब, आलू, ब्रायोफाइलम आदि में किया जाता है।
22. मुकुलन क्या है ?
उत्तर ⇒ मुकुलन एक प्रकार का अलैंगिक जनन है। जिसमें जीवों की उत्पति जनक के शरीर के धरातल से कलिका फूटने या प्रवर्ध निकलने के फलस्वरूप होता है।
इस प्रक्रिया में जीव शरीर के किसी भाग से एक या एक से अधिक कंदरूपी उभार निकलता है। जिसे मुकुल या बड (Bud) कहते हैं। उसके बाद जनक कोशिका केन्द्रक मुकुल में पहुँच जाता है। केन्द्रकयुक्त मुकुल जनक के शरीर से विलग होकर नए जीव का निर्माण करता है।
23. पौधों में लैंगिक जनन के लिए कौन-सा भाग उत्तरदायी है ? समझाएँ।
उत्तर ⇒ पौधों में लैंगिक जनन के लिए पुष्प उत्तरदायी होता है । पुष्प के चार भाग होते हैं, जिसमें नर जनन अंग तथा मादा जनन अंग दोनों पाए जाते हैं। नर जनन अंग को पुशंग तथा मादा जनन अंग को जायांग कहते हैं।
24. बहुखंडन किसे कहते हैं ?
उत्तर ⇒ एक कोशिकीय जीवों में कोशिका विभाजन द्वारा नए जीव की उत्पत्ति होती है इसमें कोशिका अनेक संतति कोशिकाओं में विभाजित हो जाते हैं । जैसे मलेरिया परजीवी, प्लैज्मोडियम ।
25. मासिक चक्र कब और क्यों होता है ?
उत्तर ⇒ जब परिपक्व अंडाणु, शुक्राणु से संयोजन नहीं कर पाता है, तो टूट जाता है, जिसके साथ आंतरिक दीवार एवं अन्य उत्सर्जी पदार्थ बाहर निकलते हैं, इसे मासिक चक्र कहते हैं। यह 28 दिनों के अंतराल पर होता है।
26. शुक्राणु का निर्माण कहाँ तथा कैसे होता है ?
उत्तर ⇒ शुक्राणु का निर्माण वृषण (testes) में होता है। यह लगातार कोशिका विभाजन के कारण होता है। संतति कोशिका धीरे-धीरे शुक्राणु में बदल जाती है।
27. एक-कोशिक एवं बहुकोशिक जीवों की जनन पद्धति में क्या अंतर है ?
उत्तर ⇒ एक कोशिकीय जीव अधिकतर विखंडन, मुकुलन, पुनरुद्भवन, बहुखंडन आदि विधियों से जनन करते हैं। इनमें सिर्फ एक कोशिका ही होता है। वे सरलता से काशिका विभाजन के द्वारा तेजी से जनन कर सकते हैं। बहकोशिकीय जीवों में जनन क्रिया जटिल होती है और वे मख्य रूप से लैंगिक जनन क्रिया ही होती है।
28. बीजाणुजनन से जीवों को क्या लाभ है ?
उत्तर ⇒ बीजाणुजनन से जीवों को यह लाभ है कि प्रतिकूल परिस्थितियों में बीजाणु या spores नष्ट नहीं होते, अपितु, बीजाणुधानी अपने चारों ओर एक मोटा
और कड़ा आवरण बना लेते हैं जो इन्हें नष्ट नहीं होने देता। वातावरण में अनुकल परिस्थिति बहाल होने पर बीजाणुधानी की मोटी भित्ति फट जाती है और बीजाणु बाहर आ जाते हैं। अतः बीजाणुजनन से ज्यादा संख्या में एवं जल्दी से जीव अपनी संतानों की उत्पत्ति कर सकते हैं।
29. द्विखंडन एवं बहुखंडन में अंतर बताएँ।
उत्तर ⇒ द्विखंडन एवं बहुखंडन में अंतर इस प्रकार हैं –
द्विखंडन | बहुखंडन |
(i) द्विखंडन की वह विधि जिसमें दो समान संतति निर्माण करते हैं | (i) विखंडन की वह विधि जिसमें अनेक समान संतति का निर्माण होता है। |
(ii) यह हमेशा अनूकूल वातावरण में होता है। | (ii) यह प्रतिकूल वातावरण में भी में होता है। |
(iii) इसमें जनक जीव का कोई भी मात्रा नष्ट नहीं होता है |
(iii) इसमें जनक का कोशिकाद्रव्य या झिल्ली नष्ट हो जाता है। |