महत्वपूर्ण तथ्य
1.विष के दाँत’ शीर्षक पाठ के लेखक नलिन विलोचन शर्मा हैं।
2.नलिन विलोचन शर्मा हिन्दी कविता में प्रपद्यवाद के प्रवर्तक और नयी शैली के आलोचक के रूप में विख्यात हैं।
3.विष के दाँत’ कहानी ‘विष के दाँत तथा अन्य कहानियाँ’ नामक कहानी संग्रह से ली गई है।
4.यह कहानी मध्य वर्ग के अनेक अंतर्विरोधों को उजागर करती है।
5.यह कहानी सामाजिक भेद-भाव, लिंग-भेद, आक्रामक स्वार्थ की छाया में पलते हुए प्यार-दुलार के कुपरिणामों को उभारती हुई सामाजिक समानता एवं मानवाधिकार की महत्त्वपूर्ण बानगी पेश करती है।
6.’विष के दाँत’ साहित्य की कहानी -विधा के अंतर्गत आती है।
7.लेखक का जन्म 18 फरवरी, 1916 ई० में पटना के बदरघाट में हुआ था।
8.इनका निधन 12 सितम्बर, 1961 ई० में हुआ।
9.इनकी मूल रचनाएँ- ‘दृष्टिकोण’, ‘साहित्य का इतिहास दर्शन’, ‘मानदंड’, हिन्दी उपन्यास- विशेपंत : ‘प्रेमचन्द’, ‘साहित्य तत्त्व और आलोचना’, ‘विष के दाँत और सत्रह असंगृहीत पूर्व छोटी कहानियाँ’, ‘नकेन के प्रपद्य’ और ‘नकैन- दो’, ‘सदल मिश्र ग्रंथावली’, ‘अयोध्या प्रसाद सत्री स्मारक ग्रंथ’, ‘संत परम्परा और साहित्य’ आदि संपादित ग्रंथ हैं।
10.सेन साहब ने नयी मॉडल कार साढ़े सात हजार में खरीदी है।
11.मेम साहब की सख्त हिदायत थी कि बच्चे गाड़ी के पास फटकने न पाएँ।
12.सेन साहब की पाँच लड़कियाँ थीं, जो सज्जनता की मूर्ति थीं।
13.उन्हें बिना आदेश खिलखिलाकर हँसना भी मना था।
14.सेन दंपती का एकमात्र पुत्र खोखा था, जो नाउम्मीद बुढ़ापे की आँखों का तारा था।
15.पुत्रमोह के कारण सेन साहब को पुत्र की दुर्ललित स्वभाव के अनुसार अपने सिद्धांतों को बदलना पड़ा।
16.सेन साहब अपने पुत्र को अपनी तरह विजनेस मैन, इंजीनियर, बनाना चाहते थे।
17.शोरगुल सुनकर सेन साहब बाहर आते हैं, जहाँ उनका ड्राइवर एक औरत से झगड़ रहा था । वहीं पाँच-छह साल का बच्चा ड्राइवर पर झपट रहा था।
18.सेन साहब मदन की माँ को मदन को ऐसी हरकत न करने की नसीहत देते हैं।
19.उनका पुत्र उनकी कार का शीशा चकनाचूर कर देता है, जिसपर सेन साहब को गर्व ही होता है।
20.मदन का पिता गिरधरलाल सेन साहब की फैक्टरी में किरानी था।
21.सेन साहब गिरधरलाल से उसके बेटे की शिकायत करते हैं कि ऐसे ही बच्चे गुण्डे, चोर और डाकू बनते हैं।
22.मदन अपने साथियों के साथ लट्टू नचा रहा था। खोखा वहाँ पहुँच कर धौंस के साथ लट्टू नचाने को माँगता है, तो मदन झिड़क देता है।
23.महल और झोपड़ी (खोखा और मदन) में लड़ाई शुरू होती है। मदन खोखा को जमकर पीटता है।
24.गिरधरलाल को सेन साहब नौकरी से निकाल देते हैं।
25.अपने पिता की मार के डर से मदन देर रात आहिस्ते से घर पहुँचता है। रसोईघर से भरपेट खाना खाता है।
26.उसे अपने पिता की बात पर ताज्जुब होता है कि वे गरज-तरज नहीं रहे हैं, जबकि उसने खोखा के दो-दो दाँत तोड़ डाले थे।
27.मदन का पैर अँधेरे में लोटे से लग जाता है। उन्-ठन् की आवाज से गिरधरलाल बाहर निकलता है।
28.गिरधरलाल अपने बेटे को लपककर हाथों से उठा लेता है और कहता है- शाबाश बेटा! एक तेरा बाप है; और तूने तो, खोखा के दो-दो दाँत तोड़ डालें।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. विष के दांत’ शीर्षक कहानी के कहानीकार कौन हैं ?
(a) मोहन राकेश
(b) कमलेश्वर
(c) प्रेमचंद
(d) नलिन विलोचन शर्मा
Ans :- (d) नलिन विलोचन शर्मा
2. गिरधरलाल कौन है ?
(a) काशू का पिता
(b) मदन का पिता
(c) रजनी का पिता
(d) शेफाली का पिता
Ans :- (b) मदन का पिता
3. मदन ने काशू के कितने दाँत तोड़ डाले ?
(a) तीन
(b) एक
(c) दो
(d) चार
Ans :-(c) दो
4. नलिन विलोचन शर्मा के माताजी का क्या नाम था ?
(a) पद्मावती शर्मा
(b) कलावती शर्मा
(c) रत्नावती शर्मा
(d) इन्द्रावती शर्मा
Ans :- (c) रत्नावती शर्मा
5. नलिन विलोचन शर्मा के कहानियों में किसके तत्व समग्रता से उभरकर आए।
(a) राजनीतिकता का
(b) मनोवैज्ञानिकता का
(c) सामाजिकता का
(d) इनमें से सभी
Ans :- (b) मनोवैज्ञानिकता का
6. मोटरकार को किससे खतरा हो सकता था ?
(a) ड्राईवर से
(b) मदन से
(c) खोखा से
(d) इंजीनियर से
Ans : – (c) खोखा से
7. खोखा-खोखी किस भाषा का शब्द है ?
(a) तमिल का
(b) भोजपुरी का
(c) बांग्ला का
(d) हिन्दी का
Ans :- (c) बांग्ला का
8. “ऐसे ही लड़के आगे चलकर गुण्डे, चोर, डाकू बनते हैं।” यह पंक्ति कहानी के किस पात्र ने कही है?
(a) सेन साहब की धर्मपत्नी
(b) गिरधर
(c) सेन साहब
(d) शोफर
Ans :- (c) सेन साहब
9. खोखा खोखी का अर्थ हैं।
(a) बच्चा-बच्ची
(b) बाबा-दादा
(c) भाई-बहन
(d) चाचा-चाची
Ans :- (a) बच्चा-बच्ची
10. खोखा का क्या नाम है ?
(a) किशू
(b) कुशु
(c) काशू
(d) केशू
Ans :- (c) काशू
11. विष के दाँत कैसी कहानी है ?
(a) सामाजिक
(b) ऐतिहासिक
(c) धार्मिक
(d) मनोवैज्ञानिक
Ans :- (d) मनोवैज्ञानिक
12. सेन साहब अपने पुत्र को बनाना चाहते थे।
(a) बिजनेसमैन या इंजीनियर
(b) वकील
(c) प्रोफेसर
(d) डॉक्टर
Ans :- (a) बिजनेसमैन या इंजीनियर
13. मदन अक्सर किसके हाथों से पिटता था ?
(a) माता
(b) सेन साहब
(c) खोखा
(d) पिता
Ans :- (d) पिता
14. नलिन विलोचन शर्मा के पिता का नाम क्या था ?
(a) पंडित रामावतार शर्मा
(b) पंडित कृष्णावतार शर्मा
(c) पंडित मृत्युंजय शर्मा
(d) पंडित दशावतार शर्मा
Ans :- (a) पंडित रामावतार शर्मा
15. सेन साहब ने किसे खूब फटकार लगाई ?
(a) गिरधरलाल को
(b) खोखा को
(c) मदन को
(d) शेफाली को
Ans :- (a) गिरधरलाल को
16. ‘विष के दाँत’ कहानी किस वर्ग के अंतर्विरोधों को उजागर करती हैं?
(a) निम्न वर्ग का
(b) उच्च वर्ग का
(c) मध्यम वर्ग को
(d) व्यापारी वर्ग का
Ans :- (c) मध्यम वर्ग को
17. काशू मदन के साथ किस खेल में शरीक होना चाहता था ?
(a) फुटबॉल के खेल में
(b) हॉकी के खेल में
(c) बैडमिंटन के खेल में
(d) लट्टू के खेल में
Ans :- (d) लट्टू के खेल में
18. सेन साहब किसके व्यंग्य से ऐठकर रह गए?
(a) पत्रकार महोदय के व्यंग्य से
(b) मुखर्जी साहब के व्यंग्य से
(c) सिंह साहब के व्यंग्य से
(d) गिरधरलाल के व्यंग्य से
Ans :- (a) पत्रकार महोदय के व्यंग्य से
19. मदन की उम्र क्या थी।
(a) पाँच-छह साल
(b) सात-आठ साल
(c) तीन-चार साल व
(d) नौ-दस साल
Ans :- (a) पाँच-छह साल
20. मदन किसका पुत्र था ?
(a) सेन साहब
(b) गिरधर
(c) शोफर
(d) सिंह साहब
Ans :- (b) गिरधर
21. नलिन विलोचन शर्मा पटना विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग के अध्यक्ष कब बने?
(a) सन् 1958 ई. मे
(b) सन् 1957 ई. में
(c) सन् 1963 ई. में
(D) सन् 1959 ई. में
Ans :- (D) सन् 1959 ई. में
22. नलिन विलोचन शर्मा का जन्म कब हुआ ?
(a) 14 जनवरी, 1915
(b) 18 फरवरी, 1916
(c) 22 मार्च, 1917
(d) 24 अप्रैल, 1918
Ans :- (b) 18 फरवरी, 1916
23. नलिन विलोचन शर्मा की मृत्यु कब हुई ?
(a) 12 सितम्बर, 1961
(b) 14 सितम्बर, 1961
(c) 16 सितम्बर, 1961
(d) 18 सितम्बर, 1961
Ans :- (a) 12 सितम्बर, 1961
24. नलिन विलोचन शर्मा का जन्म कहाँ हुआ ?
(a) गाँधीघाट, पटना
(b) कृष्णाघाट, पटना
(c) बदरघाट, पटना
(d) रानीघाट, पटना
Ans :- (c) बदरघाट, पटना
25. दृष्टिकोण किनकी रचना है ?
(a) रामावतार शर्मा
(b) नलिन विलोचन शर्मा
(c) मोहन राकेश
(d) प्रेमचन्द
Ans :- (b) नलिन विलोचन शर्मा
26. ‘लड़कियाँ क्या हैं, कठपुतलियाँ है’ किसे इस बात पर गर्व है?
(a) भाई-बहन को
(b) चाचा-चाची को
(c) मामा-मामी को
(d) माता-पिता को
Ans :- (d) माता-पिता को
27. कौओं की जमात में शामिल होने के लिए कौन ललक गया ?
(a) कबूतर
(b) हंस
(c) बत्तख
(d) मछली
Ans :- (b) हंस
28. किसके अनुसार सेनों ने सिद्धांतों को भी बदल लिया था ?
(a) बेटियों के अनुसार
(b) खोखा के अनुसार
(c) मदन के अनुसार
(d) गिरधर के अनुसार
Ans :- (b) खोखा के अनुसार
29. सेन साहब की कितनी लड़कियों थी ?
(a) तीन
(b) छह
(c) पाँच
(d) चार
Ans :- (c) पाँच
30. शोफर शब्द का अर्थ है।
(a) सभ्यता
(b) संबंध
(c) निर्ममता
(d) ड्राइवर
Ans :- (d) ड्राइवर
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. विष के दाँत शीर्षक कहानी का नायक कौन है ? तर्कपूर्ण उत्तर दें ।
उत्तर विष के ‘दाँत’ कहानी में मदन ऐसा पात्र है जो अहंकारी के अहंकार को नहीं सहन करता है बल्कि उसका स्वाभिमान जाग्रत होता है और वह ‘खोखा’ जैसे बालक को ठोकर देकर वर्षों से दबे अपने पिता की आँखें भी खोल देता है। सम्पूर्ण कहानी में मदन
की क्रांतिकारी भूमिका है। अतः इसका नायक मदन है।
2. खोखा किन मामलों में अपवाद था ?
उत्तर सेन साहब एक अमीर आदमी थे । खोखा उनके बुढापे की आँखों का तारा था। इसीलिए मिसेज सेन ने उसे काफी छूट दे रखी थी । खोखा जीवन के नियम का जैसे अपवाद था और इसलिए यह भी स्वाभाविक था कि वह घर के नियमों का भी अपवाद था।
3. ‘विष के दाँत’ शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट कीजिए।
उत्तर:- ‘विष के दाँत’ शीर्षक महल और झोपड़ी की लड़ाई की कहानी है। मदन द्वारा पिटे जाने पर खोखा के जो दाँत टूट जाते हैं वे अमीरों की प्रदर्शन-प्रियता और गरीबों पर उनके अत्याचार के विरुद्ध एक चेतावनी है, सशक्त विद्रोह है। यहीं। इस कहानी का लक्ष्य है। अत: निसंदेह कहा जा सकता है कि ‘विष के दाँत’ इस दृष्टि से बड़ा ही सार्थक शीर्षक है।
अमीरों के विष के दाँत तोड़कर मदन ने जिस उत्साह, ओज और आग का परिचय दिया है वह समाज के जाने कितने गिरधर लालों के लिए गर्वोल्लास की बात है । इसमें लेखक द्वारा दिया गया संदेश मार्मिक बन पड़ा है।
4. काशू का चरित-चित्रण करें।
उत्तर:- काशू समृद्ध पिता का शोख लडका है। माता-पिता और बहनों को अतिशय प्रेम पाकर उसके स्वभाव में एक प्रकार का दुराग्रह व्याप्त हो गया है। वह जिद्दी स्वभाव का है, उसके मन में जो आता है, वही करता है। उसमें अहंकारवृत्ति भी है।
5. आपकी दृष्टि में कहानी’विष के दाँत’ का नायक कौन है तर्कपूर्ण उत्तर दें ।
उत्तर:- हमारी दृष्टि में ‘विष के दाँत’ शीर्षक कहानी का नायक मदन है। सारे पात्रों में सर्वाधिक प्रभावशाली है और कथावस्तु में उसका ही महत्त्व सर्वोपरि है।। इस दृष्टि से विचार करने पर स्पष्ट ज्ञात होता है कि इस कहानी का नायम् मदन। ही है। इसमें मदन का ही चरित्र है जो सबसे अधिक प्रभावशाली है। पूरी कथावस्तु में इसी के चरित्र का महत्त्व है। खोखे के विष के दाँत उखाड़ने की महत्त्वपूर्ण घटना।का भी वही संचालक है। अतः निर्विवाद रूप से मदन की कहानी का नायक है।
6. सेन साहब के परिवार में बच्चों के पालन-पोषण में किए जा रहे |लिंग-आधारित भेद भाव का अपने शब्दों में वर्णन कीजिए।
उत्तर:- सेन साहब अमीर आदमी थे। उनकी पाँच लड़कियाँ थी एवं एक लड़का था । उस परिवार में लड़कियों के लिए घर में अलग नियम तथा शिक्षा थी। लेकिन लड़का, के लिए अलग नियम एवं अलग शिक्षा ।
7. मदन और ड्राइवर के बीच के विवाद के द्वारा कहानीकार क्या बताना चाहता है ?
उत्तर:- मदन और ड्राइवर के बीच विवाद के द्वारा कहानीकार बताना चाहते हैं। कि अपने पर किये गये अत्याचार का विरोध करना पाप नहीं है। सेन साहब की नयी चमकती काली गाड़ी को केवल छूने भर के तथाकथित अपराध के लिए मदन शोफर द्वारा घसीटा जाता है। यह गरीब बालक पर अत्याचार है। मदन द्वारा उसका मुकाबला करना अत्याचारियों पर विजय प्राप्त करने का प्रयास है।
8. आरंभ से ही कहानीकार को स्वर व्यंग्यपूर्ण है। ऐसे कुछ प्रमाण उपस्थित करे ।
उत्तर:- ‘विष के दाँत’ कहानी के प्रारंभ में मोटर कार की बात की प्रस्तुति व्यंग्यात्मक शैली में है। उनके लड़कियाँ के गुणों की चर्चा, सेन साहब द्वारा खोखा को एक इंजीनियर के रूप मे
देखना, उसकी हमेशा प्रशंसा करना भी लेखक का व्यंग्य ही है ।