महत्त्वपूर्ण तथ्य :
1.’मछली’ शीर्षक पाठ साहित्य की कहानी विधा के अंतर्गत आता है।
2. ‘मछली’ शीर्षक कहानी के कहानीकार विनोद कुमार शुक्ल हैं।
3. विनोद कुमार शुक्ल का जन्म 1 जनवरी, 1937 ई० में राजनांदगाँव, छत्तीसगढ़ में हुआ था ।
4. 1990 ई० में साहित्य अकादमी पुरस्कार प्राप्त हुआ था।
5. प्रस्तुत कहानी बचपन की स्मृति के भाषा-शिल्प में रची गई है और इसमें एक किशोर की वयः संधिकालीन स्मृतियाँ, दृष्टिकोण और समस्याएँ हैं।
6. कहानी अपनी प्रतीकात्मकता के कारण मन पर एक स्थायी प्रभाव छोड़ती है।
7. प्रमुख रचनाएँ- ‘नौकर की कमीज’, ‘खिलेगा तो देखेंगे’, ‘बचा’ रहेगा’, ‘पेड़ कमरा’, ‘सब कुछ होना बचा रहेगा’, यह आदमी नया कोट पहनकर चला गया विचार की तरह।
8. दौड़ते हुए हमलोग एक पतली गली में घुस गए।
9. दौड़ इसलिए रहे थे कि डर लगता था कि मछलियाँ बिना पानी के झोले में ही न मर जाएँ।
10. संतू भींगने से बचने के लिए एक मकान के नीचे खड़ा हो गया था।
11. जो सबसे नीचे दबी हुई मछली थी, वही शायद मर गई थी।
12. दीदी कहती थी, जो मछली मर जाती है उसकी आँखों में झाँकने से अपनी परछाई नहीं दिखती।
13. घर में मछली काटने के लिए एक अलग से पाटा था।
14. माँ को घर में मछली, गोश्त बनना अच्छा नहीं लगता था।
15. पिताजी ने कई बार चाहा कि हम लोग भी मछली, गोश्त खाया करें, लेकिन माँ ने सख्ती से मना कर दिया था।
16. मैं घर के धोए कपड़े पहिन रहा था, तो दीदी ने कहा कि धोबी के धुले कपड़े पहिन लूँ।
17. भग्गू ने एक मछली उठाकर पहले उसे पत्थर पर कसकर दो-तीन बार पटका, फिर मुर्दा-सी मछली के पूरे शरीर में अच्छी तरह राख मली।
18. पाटे के ऊपर रखकर एकदम से उसकी गर्दन काट डाली।
19. मुझे लगा कि दीदी के कमरे से दीदी की हल्की-हल्की सिसकियों की आवाज आ रही थी।
20. हिचकी लेते ही दीदी का पूरा शरीर सिहर उठता था।
21. अँगोछे में लिपटी मछली का लहरना मुझे याद आया ।
22. भग्गू मछली छीनने की कोशिश कर रहा था। शायद उसे डर था कि संतू मछली कुएँ में डाल देगा तो पिताजी से उसे डाँट पड़ेगी।
23. तीनों मछलियों के कई टुकड़े हो गए थे।
24. पिताजी ने दहाड़कर कहा, “भग्गू। अगर नरेन घर में घुसे, तो साले के हाथ-पैर तोड़ बाहर फेंक देना।
25. नहानघर में जाकर मुझे लगा कि मछलियों की गंध आ रही है।
वस्तुनिष्ठ प्रश्न
1. संतू भीगने से बचने के लिए कहाँ खड़ा हो गया ?
(A) पेड़ के नीचे
(B) मकान के नीचे
(C) झोपड़ी के नीचे
(D) छाता के नीचे
Ans :- (B) मकान के नीचे”
2. ‘लगभग जयहिन्द’ शुक्लजी की रचना है-
(A) काव्य-संग्रह
(B) उपन्यास
(C) कहानी-संग्रह
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans :- (A) काव्य-संग्रह”
3. शुक्लजी ‘इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय में किस पद पर थे?
(A) किरानी
(B) एसोसिएट प्रोफेसर
(C) मेंटेनेंस इनचार्ज
(D) इनमें से कोई नहीं
Ans :- (B) एसोसिएट प्रोफेसर”
4. ‘पेड़ पर कमरा’ किनकी रचना है ?
(A) वीरने डंगवाल
(B) रामविलास शर्मा
(C) रामचन्द्र शुक्ल
(D) विनोद कुमार शुक्ल
Ans :- (D) विनोद कुमार शुक्ल”
5. ‘मछली’ कहानी शुक्लजी के किस संकलन से ली गई है ?
(A) महाविद्यालय से
(B) सब कुछ होना बचा रहेगा से
(C) पेड़ पर कमरा से
(D) खिलेगा तो देखेंगे से
Ans :- (A) महाविद्यालय से”
6. कथाकार मछली लेकर घर जाने के दरम्यान क्यों दौड़ रहे थे?
(A) मछली खाने की जल्द थी
(B) मछली मर जाने का डर था
(C) पिताजी ने दौड़कर जाने को कहा था
(D) वर्षा के कारण
Ans :- (B) मछली मर जाने का डर था”
7. कथाकार के झोले में कितनी मछलियाँ थीं ?
(A) दो
(B) तीन
(C) चार
(D) पाँच
Ans :- (B) तीन”
8. पिताजी ने बाजार से कितनी मछलियाँ खरीदी थीं ?
(A) एक
(B) दो
(C) तीन
(D) चार उत्तर
Ans :- (C) तीन”
9. विनोद कुमार शुक्ल द्वारा रचित कहानी है ?
(A) बहादुर
(B) मछली
(C) विष के दाँत
(D) कुहासा
Ans ;- (B) मछली”
10 . विनोद कुमार शुक्ल का जन्म किस राज्य में हुआ था ?
(A) हरियाणा
(B) राजस्थान
(C) उत्तरप्रदेश
(D) छत्तीसगढ़
Ans :- (D) छत्तीसगढ़”
11 . विनोद कुमार शुक्ल का पहला कविता संग्रह ‘लगभग जयहिंद’ कब प्रकाशित हुआ ?
(A) 1970 में
(B) 1971 में
(C) 1972 में
(D) 1973 में
Ans ;- (B) 1971 में”
12. मछली से कौन डर रहा था ?
(A) संतू
(B) भग्गू
(C) कथाकार की माँ
(D) कथाकार की बहन
Ans : – (A) संतू”
13. किस मछली की आँखों में लेखक अपनी छाया देखना चाहता था ?
(A) नीचे दबी हुई मछली की
(B) तैरते हुए मछली की
(C) छोटी मछली की
(D) सबसे बड़ी मछली की
Ans :- (A) नीचे दबी हुई मछली की”
14. किस मछली की आँखों में झाँकने से अपनी परछाई नहीं दिखती?
(A) जीवित मछली
(B) मृत मछली
(C) तैरती हुई मछली
(D) रोहू मछली
Ans :- (B) मृत मछली”
15. ‘मसाला’ कौन पीस रही थी?
(A) लेखक की बहन
(B) लेखक की माँ
(C) लेखक की दादी
(D) लेखक की बुआ
Ans :- (B) लेखक की माँ”
16. ‘नौकर की कमीज’ किस विधा की रचना है ?
(A) निबंध
(B) कहानी
(C) नाटक
(D) उपन्यास
Ans :- (D) उपन्यास”
17. कथाकार के पिताजी जब मछली खरीद रहे थे तब कितनी मछली मर गई थी?
(A) एक
(B) दो
(C) तीन
(D) चार
Ans :- (A) एक”
18. लेखक रास्ते में मन-ही-मन सोच रहे थे ?
(A) एक मछली पिताजी से माँग लेंगे
(B) तीनों मछलियों को पिताजी से माँग लेंगे
(C) सभी मछलियों को खा जाएँगे
(D) सभी मछलियों को कर में डाल देंगे
Ans :- (A) एक मछली पिताजी से माँग लेंगे”
19. कौन ठंढ से काँप रहा था ?
(A) कथाकार
(B) संतू
(C) भग्गू
(D) कथाकार की बहन
Ans :- (B) संतू”
20. किस साधन के ऊपर रखकर मछली काटी जाती थी ?
(A) पत्थर के ऊपर
(B) लोहे के ऊपर
(C) पाटे के ऊपर
(D) चौकी के ऊपर
Ans :- (C) पाटे के ऊपर”
21. किसे घर में मछली या मांस बनना अच्छा नहीं लगता था ?
(A) पिताजी को
(B) भग्गू को
(C) लेखक को
(D) माँ को
Ans :- (D) माँ को”
22. ‘मछली’ शीर्षक कहानी कहानीकार विनोद कुमार शुक्ल के किस कहानी-संग्रह से ली गई है?
(A) पेड़ पर कमरा
(B) महाविद्यालय
(C) मानसरोवर
(D) कोठरी की बात
Ans :- (B) महाविद्यालय”
23. परिवार के नौकर का क्या नाम था ?
(A) संतू
(B) महंतू
(C) भग्गू
(D) नरेन
Ans :- (C) भग्गू”
24. कहानीकार के छोटे भाई का नाम क्या है ?
(A) भग्गू
(B) जग्गू
(C) संतू
(D) दीनू
Ans :- (C) संतू”
25. “घर में घुसे तो साले के हाथ-पैर तोड़कर बाहर फेंक देना”-ऐसा किसने कहा था?
(A) भग्गू
(B) संतू
(C) माँ
(D) पिताजी
Ans :- (D) पिताजी”
26. संतू मछली लेकर क्यों भागा ?
(A). बेचने के लिए
(B) खाने के लिए
(C) काटने के लिए
(D) कुएँ में डालने के लिए
Ans :- (D) कुएँ में डालने के लिए”
27. भग्गू संतू के पीछे-पीछे क्यों भागा ?
(A) संतू को मारने के लिए
(B) संतू को बुलाने के लिए
(C) मछली छीनने के लिए
(D) संतू को समझाने के लिए
Ans :- (C) मछली छीनने के लिए”
28. विनोद कुमार शुक्ल का जन्म कब हुआ ?
(A) 1 जनवरी, 1936 तक \
(B) 1 जनवरी, 1937 तक
(C) 1 जनवरी, 1938 तक
(D) 1 जनवरी, 1939 तक
Ans :- (B) 1 जनवरी, 1937 तक”
29 . मरी हुई मछली की आँखों में नजर आ रही थी-
(A) परछाईं
(B) कालापन
(C) लालिम
(D) श्वेत
Ans :- (A) परछाईं”
30. विनोद कुमार शुक्ल का जन्म कहाँ हुआ था ?
(A) राजनाँद, छत्तीसगढ़
(B) दुर्ग, छत्तीसगढ़
(C) नेउरा, बिहार
(D) नालंदा, बिहार
Ans :- (A) राजनाँद, छत्तीसगढ़ ”
31. विनोद कुमार शुक्ल निराला सृजन पीठ’ में अतिथि साहित्यकार के रूप में कब-से-कब तक रहे ?
(A) 1988 से 1990 तक
(B) 1990 से 1992 तक
(C) 1992 से 1994 तक
(D) 1994 से 1996 तक
Ans :- (D) 1994 से 1996 तक”
32. शुक्लजी की कहानी-संग्रह है
(A) नौकर की कमीज
(B) दीवार में एक खिड़की रहती थी
(C) खिलेगा तो देखेंगे
(D) पेड़ पर कमरा
Ans :- (D) पेड़ पर कमरा”
33. विनोद कुमार शुक्ल ‘दयावती मोदी कवि शेखर सम्मान’ से कब सम्मानित किया गया?
(A) 1993 ई. में
(B) 1995 ई. में
(C) 1997 ई. में
(D) 1999 ई. में
Ans :- (D) 1999 ई. में”
34. मछली काटने का काम किसके द्वारा किया जाता था ?
(A) पिताजी के द्वारा
(B) लेखक के द्वारा
(C) पड़ोसी के द्वारा
(D) भग्गू के द्वारा
Ans :- (D) भग्गू के द्वारा”
लघु उत्तरीय प्रश्न
1. मछली को छूते हुए संतू क्यों हिचक रहा था ?
उत्तर :- संतू मछलियों को छूते हुए हिचक रहा था, क्योंकि उसे डर था कि मछली काट लेगी।
2. मछलियाँ लिए घर आने के बाद बच्चों ने क्या किया ?
3. मछलियों को लेकर बच्चों की अभिलाषा क्या थी ?
उत्तर :- मछलियों को लेकर बच्चों के मन में अभिलाषा थी कि एक मछली पिताजी से माँगकर उसे कुएँ में डालकर बहुत बड़ी करेंगे ।
4. झोले में मछलियाँ लेकर बच्चे दौड़ते हुए पतली गली में क्यों घुस गए ?
उत्तर :- झोले में मछलियाँ लेकर बच्चे दौड़ते हुए पतली गली में घुस गए, क्योंकि इस गली में घर नजदीक पड़ता था। दूसरे रास्तों में बहुत भीड़ थी।
5. दीदी कहाँ थी और क्या कर रही थी ?
उत्तर :- दीदी घर के एक कमरे में थी । वह लेटी हुई थी और सिसक-सिसककर रो रही थी। वह बार-बार हिचकी ले रही थी जिससे उसका शरीर सिहर उठता था ।
6. मछली के बारे में दीदी ने क्या जानकारी दी थी? बच्चों ने उसकी परख कैसे की ?
उत्तर :- मछली के बारे में दीदी ने जानकारी दी थी कि मरी हुई मछली की आँख में अपनी परछाईं नहीं दिखती है। बच्चों ने उसकी परख एक मृत मछली की आँख में झाँककर की।
7. संतू क्यों उदास हो गया ?
उत्तर :- संतू यह जानकर उदास हो गया था कि मछली कुछ देर बाद कट जायेगी । वह मछली को जीवित पालना चाहता था । मछली को बिछुड़ते हुए जानकर वह दु:खी हो गया।
8. अरे-अरे कहता हुआ भग्गू किसके पीछे भागा और क्यों ?
उत्तर :- अरे-अरे कहता हुआ भग्गू संतू के पीछे भागा क्योंकि संतू एक मछली को लेकर भाग रहा था। भग्गू को डर था कि संतू मछली को कुआँ में डाल देगा जिसके चलते उसे डाँट पड़ेगी । संतू से मछली लेने के लिए वह उसके पीछे भागा ।
9. घर में मछली कौन खाता था और वह कैसे बनायी जाती थी ?
उत्तर :- घर में मछली केवल पिताजी खाते थे। मछली को उस घर का नौकर काटता था। उसे काटने के लिए अलग पाटा था। पहले मछली को पत्थर पर पटककर मार दिया जाता था, फिर राख से मलने के बाद पाटा पर रखकर चाकू से काटा जाता था। मछली बनाने का कार्य नहानघर में होता था ।
10. मछली और दीदी में क्या समानता दिखलाई पड़ी? स्पष्ट करें।
उत्तर :- आदमी के चंगुल में आकर मछली कटने को विवश थी। पानी के अभाव में अंगोछा में लिपटी मछली लहरा रही थी। दीदी कमरा में करवट लिए. पहनी हुई साड़ी को सर तक ओढ़े, सिसक-सिसक कर रो रही थी। हिचकी लेते ही दीदी का पूरा शरीर सिहर उठता था । दीदी का सिहरना एवं मछली का लहराना दोनों में समानता दिखलाई पड़ी।
11. पिताजी किससे नाराज थे और क्यों ?
उत्तर :- पिताजी नरेन से नाराज थे । क्योंकि, बच्चों मछलियों के चलते स्वयं परेशान रहे साथ ही भग्गू को भी परेशान किया । बच्चे मछली को पालना चाहते थे, कोमल बालमन मछली को कटते देख विह्वल हो उठा और बच्चा एक मछली को लेकर भाग गया। पीछे-पीछे भग्गू को भागना पड़ा । छीना-झपटी की स्थिति आई । पिताजी इन हरकतों के कारण नाराज हुए।
12. कहानी के शीर्षक की सार्थकता स्पष्ट करें।
उत्तर :- ‘मछली’ शीर्षक कहानी में एक किशोर की स्मृतियाँ, दृष्टिकोण और समस्याए है। मछलियों के माध्यम से, मक रहकर प्राणांत को स्वीकार लेना ही लाचार, शोषित, पीडित जनों की नियति है, बताया गया है । जीवन क्षणभंगुर है । कल्पनाएँ क्षणिक हैं एवं स्वप्न कभी भी बिखर सकते हैं। बाल सुलभ मनोभाव मछलियों के इर्द-गिई घूमते हैं। पूरी कहानी मछली पर ही आधारित है। मछली की दशा का जीवन्त चित्रण है । अंततः दीदी की तुलना भी बालक मछली से करता है। इस कहानी का ‘मछली’ शीर्षक पूर्ण रूपेण सार्थक कहा जा सकता है।
13. मछली कहानी का सारांश प्रस्तुत करें।
उतर :- बूंदा-बूंदी शुरू होते ही दोनों भाई दौड़ते हुए गली में घुस गए-इसबलिए कि मछलियाँ पानी बिना झोले में ही मर न जाएँ। भाइयों की इच्छा थी कि एक मछली पिताजी से माँग कर, कुएँ में डाल, बड़ा करेंगे।
संतू ठंड से काँपने लगा था। दोनों ने नहानघर में घुस अपनी-अपनी कमीजें निचोड़ी। संत मछली छूने से डर रहा था। नरेन मछली की आँखों में अपनी छाया देखना चाहता था। दीदी ने कहा था कि मरी मछली की आँख में अपनी परछाई नही दिखती। संत् से न बना तो नरेन ने खुद देखा किन्तु. पता ही नहीं चला कि अपनी परछाई थी या मछली की आँखों का रंग। पता चला कि दीदी सो रही है। माँ उधर मसाला पीस रही थी। भाइयों का मन छोटा हो गया-आज ही बनेंगी। इतने में भग्ग आया और मछलियाँ ले गया। मछली पालने का उत्साह ठंडा पड़ गया। दोनों कमरे में गए-दीदी लेटी हुई थी। गीले कपड़ों में देख नाराज हई। संत को अच्छे-अच्छे कपडे पहनाए, नरेन को भी धुल कपड़ पहनने को कहा। दीदी ने ही संत् के बाल पोंछे-झाड़े। भग्गू मछलियाँ काटने में लगा कि संत एक मछली लेकर भागा। भग्गू दौड़ा। नरेन कमरे में गया-दीदी सिसक-सिसक कर रो रही थी, शरीर सिहर रहा था। उध र भग्गू संतू से मछली छीनने में लगा था ओर इधर घर में पिताजी जोर-जोर से चिल्ला रहे थे। दीदी सिसक रही थी। शायद पिताजी ने दीदी को मारा था।
पिताजी नरेन को घर में आने से रोकने को भग्ग से कह रहे थे। संत सहमा खड़ा था। दीदी के संवरे बाल बिखर गए थे। नरेन नहान-घर में गया। बाल्टी उलट दी। उसे लगा कि पूरे घर में मछली की गंध आ रही है।
14. दीदी की चरित्र चित्रण करें।
उत्तर :- प्रस्तुत कहानी में मध्यम वर्गीय परिवार की यथार्थ झलक है। दीदी घर, क चहार दीवारी के बीच कठपुतली बन कर रहने वाली एक बाला है। लिंग-भेद परिवार में निहित है। पिता की ओर से स्वतंत्रता नहीं है जिसके चलते घर में हा रहकर समय व्यतीत करती है। वह ममता की मर्ति है। अपने भाइयों के प्रति अट श्रद्धा रखती है। उन्हें प्रत्येक जीवों में अपनी परछाईं देखने की शिक्षा देती है । मछली को विवश होकर कट-जाना उसके लिए पीड़ादायक है। वह समाज की रूढ़िवादिता के बीच मूक रहकर लाचारं, बेबस एवं निर्ममतापूर्वक प्रहार को सहन करने वाले की आत्मा की पुकार को अनुभव करके सिसकियाँ एवं आहभर कर रह जाने वाला कन्या है।
15. संतू के विरोध का क्या अभिप्राय है ?
उत्तर :- संतू मानवीय गुणों को उजागर करता है। मानव में सेवा, परमार्थ, ममता जैसे गुण विद्यमान होते हैं। परन्तु आज मानव अपने आदर्श को भूलकर, इन गुणों को त्यागकर, स्वार्थ में अंधा होकर विवश और लाचार की मदद में नहीं बल्कि शोषण में लिप्त है। मूक मछलियों को निर्ममता पूर्वक काटते देख संतू उसकी रक्षा को आतुर हो उठता है और उसे बचाने हेतु झपट कर भग्गू के सामने से मछली को. लेकर भाग जाता है। इस विरोध का मतलब है कि आज नि:स्वार्थ भाव से बेबस, लाचार, शोषित, पीड़ित जनों की रक्षा, उत्थान एवं कल्याण के लिए अग्रसर होना परमावश्यक है। ममत्व में धैर्य टूट जाता है। सभी प्राणी में अपनी परछाईं दिखनी चाहिए।
सप्रसंग व्याख्या प्रश्न
16. ‘अगर बाल्टी भरी होती तो पछली उछल कर नीचे आ जाती’ की सप्रसंग व्याख्या कीजिए।
उत्तर :- प्रस्तुत पंक्ति विनोद कुमार शुक्ल के ‘मछली’ शीर्ष की है । प्रस्तुत पंक्ति में बच्चों का मछली की रक्षा के लिए सजगता परिलक्षित होता है। बच्चे की हार्दिक इच्छा थी कि हम मछली को मरने नहीं देंगे बल्कि जीवित अवस्था में रहने के लिए कआँ में डाल देंगे । इसके लिए पिताजी से एक मछली माँगने का इंतजार कर रहे थे। जबतक पिताजी नहीं आ जाते तब तक कुआँ में डालना नहीं था। इसलिए उसे बाल्टी में रखना अनिवार्य था । उन्हें डर था कि बाल्टी भरी होगी तो मछलियाँ बाहर जमीन पर कूद जायेंगी। इसलिए भरी बाल्टी आधा कर के उसमें मछलियों को रखा गया ।
17. ‘और पास से देख परछाई’ दिखती है की सप्रसंग व्याख्या कीजिए।
उत्तर :- प्रस्तुत पंक्ति विनोद कुमार शुक्ल की रचना ‘मछली’ की है। बच्चे मछलियों को परखना चाहते थे कि इनमें जीवित कौन है और मृत कौन । दीदी ने बताया था कि मरी हुई मछली की आँखों में मनुष्य की परछाईं दिखाई नहीं देती है। जब संतू को मछली की आँखों में देखने के लिए कहा गया तब वह निकट जाने से डर रहा था। वह दूर से देखने का प्रयास कर रहा था। इसलिए दूसरा बच्चा उसे निकट से देखने को प्रेरित करता है ताकि परछाईं दिखाई पड़े और मछली जीवित है ऐसा पता चल जाय । मछली में अपनी छाया देखने का तात्पर्य है अपने समान मछली को भी समझना। उससे आत्मीय स्नेह स्थापित करना ही निकट से देखना कहा गया है।
18. नहानघर की नाली क्षणभर के लिए पूरी भर गई, फिर बिल्कुल खाली हो गई की सप्रसंग व्याख्या कीजिए।
उत्तर :- प्रस्तुत पंक्ति विनोद कुमार शुक्ल की रचना ‘मछली’ से ली गई है। बच्चों के मन में अभिलाषा थी कि मछली को कुआँ में डालकर पालेंगे । उसको लेकर कल्पना किया। उसे बचाने का प्रयास किया। लेकिन सब कुछ-कुछ देर के लिए चला। अंततः मछलियाँ काट दी गयीं। उनकी इच्छाएँ अधूरी रह गयीं । बच्चा नहानघर में जाकर मछली को याद करता है। पानी को बाल्टी से नाली में गिराता है जो क्षण भर के लिए नाली को भर देता है लेकिन फिर नाली खाली हो जाती है। इसी प्रकार उसकी मनोकामनाओं का पुँज मन को सुखद अवस्था में पहुँचाता है लेकिन कुछ देर पश्चात् परिस्थितियाँ विपरीत हो जाती है और स्वप्न बिखर जाते हैं। पश्चात्ताप के अलावा कुछ भी शेष नहीं रह जाता है।